बिहार के बैंक स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से लिए गए 4 लाख के बदले 10 लाख वसूल रहे हैं गरीब छात्र से ,मामला नीतीश के दरबार में
बिहार में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की योजना को बैंक वाले पूरी तरह से फेल करना चाहते हैं और यही वजह है कि कई छात्र को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है
हद तो तब हो जाती है जब इस मामले को लेकर स्टूडेंट्स मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंच जाते हैं और वहां शिकायत करते हैं कि उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत मिले चार लाख और बैंक वाले उनसे 10 लाख वसूलने लगे हैं अबतक छात्र ने साढ़े पांच लाख जमा भी कर दिया है
एक अन्य छात्र ने भी कुछ ऐसी ही शिकायत मुख्यमंत्री को सुनाई ,कई छात्रों ने बैंक वाले पर यह भी आरोप लगाया कि उसे सिर्फ एक क़िस्त की राशि ही मिली और दूसरी क़िस्त नहीं मिलने की वजह से उसका नाम्नाकन संस्थान के द्वारा रद्द कर दिया गया
एक अन्य छात्र ने आरोप लगाये की बैंक की लापरवाही के वजह से उसका आगे पढने का सपना ही टूट गया |
जैसे कि आप लोग जानते हैं कि राज्य में बहुत ऐसे युवा हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक तंगी के कारण हासिल नहीं कर पाते हैं इस समस्या को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विद्यार्थियों के हित के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की थी इस योजना को सबसे पहले 2 अक्टूबर 2016 को मुख्यमंत्री द्वारा लांच किया गया
इस योजना के अंतर्गत राज्य के विद्यार्थियों को 12वीं के बाद आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए बैंक द्वारा ₹400000 तक का लोन प्रदान किया जाता है बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए बच्चों को किसी भी प्रकार की गारंटी देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है और यही वजह है कि इस योजना के माध्यम से बच्चे अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखते हैं और वह अपने सपने पूरे करते हैं इस योजना के माध्यम से बिहार के गरीब बच्चे ऋण प्राप्त करके आर्थिक तंगी की चिंता किए बिना अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं इस लोन में शिक्षण संस्थानों का शुल्क के साथ साथ खाने-पीने और पाठ सामग्री से संबंधित खर्चे में शामिल हैं
इस योजना के माध्यम से प्राप्त हुए ऋण की राशि से छात्रों द्वारा लैपटॉप कोचिंग की फीस हॉस्टल की सुविधा और किताबों के शुल्क का भुगतान किया जा सकता है
लेकिन दुर्भाग्य ये है कि नीतीश सरकार की इतनी अच्छी योजना पर बैंक ग्रहण लगाये बैठी हैं जिसके वजह से कई छात्रों को अपने आगे की पढाई जारी रखने में परशानी हो रही है |