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भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती पर मुख्यमंत्री ने शत्-शत् नमन किया, भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति भवन में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा निवेदित की।

इस अवसर पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री शामिल हुए और वहां जननायक कर्पूरी ठाकुर के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने गोखुल-कर्पूरी-फुलेश्वरी महाविद्यालय जाकर जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया साथ ही प्रभावती रामदुलारी इंटर विद्यालय के प्रांगण में स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया।

इस अवसर पर जननायक कर्पूरी ठाकुर के पुत्र सह केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, सूचना एवं जन-सम्पर्क मंत्री श्री महेश्वर हजारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, जननायक कर्पूरी ठाकुर के परिवार के सदस्यगण, पदाधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर जिले को दी 937 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात, 198 योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में समस्तीपुर जिले को 937 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 198 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 500.82 करोड़ रुपये की 51 योजनाओं का उ‌द्घाटन तथा 436.64 करोड़ रुपये की 147 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर जिला के उजियारपुर प्रखंड के रायपुर ग्राम में 100 शैय्यावाले डॉ० भीमराव अंबेडकर राजकीय कल्याण छात्रावास का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित छात्रावास भवन का निरीक्षण भी किया। इस दौरान भोजनालय, रसोईघर आदि का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रावास बहुत अच्छा बना है। यहां सारी व्यवस्था बेहतर ढंग से संचालित करते रहें ताकि छात्रों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के भवन का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के भवन का निरीक्षण किया और अधिकारियों से वहां की व्यवस्थाओं एवं कार्य प्रणाली की विस्तृत जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के यहां उद्घाटन होने से आपातकालीन परिस्थितियों में लोगों को काफी सुविधा होगी और यहां पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के भवन परिसर से ही समस्तीपुर जिले के विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस परिसर में वृक्षारोपण भी किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने उजियारपुर प्रखण्ड के रायपुर में आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र परिसर के बाहर लगाए गए विभिन्न विभागों, स्वयं सहायता समूह, जिला उद्योग केंद्र, शिक्षा विभाग, जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, जिला परिवहन कार्यालय आदि के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत भी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम केंद्र सरकार में मंत्री थे तो बाहर कई जगहों पर स्वयं सहायता समूहों का काम देखा लेकिन उस समय बिहार में ऐसा कुछ नहीं था। जब मुझे बिहार में काम करने का मौका मिला तो वर्ष 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह का गठन करवाया और इसका नाम ‘जीविका’ दिया। इससे जुड़नेवाली महिलाओं को हमने ‘जीविका दीदी’ नाम दिया। उस समय की केंद्र सरकार ने इसके कार्यों को सराहा और पूरे देश में इसे आजीविका नाम से चलाया। जीविका दीदियों में काफी आत्मविश्वास आया है और उनकी बोलचाल रहन-सहन और जीवन शैली में काफी बदलाव आया है। बिहार में अब जीविका स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिससे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। बिहार में अब शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू करवाया गया है। शहरों में अबतक 26 हजार जीविका स्वयं सहायता समूह का गठन कराया गया है जिससे 3 लाख जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं। इस दौरान जीविका दीदियों ने भी मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि स्वयं स्वयं सहायता समूहों के गठन से हमलोगों को काफी फायदा हो रहा है, यह सब आपकी देन है। हमलोगों के जीविकोपार्जन के लिए आपने काफी कुछ किया है। इसके लिए हमलोग सदा आपके आभारी रहेंगे। मुख्यमंत्री ने स्टॉल निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के 217 लाभुकों को 4 करोड़ 34 लाख रुपये तथा बिहार लघु उद्यमी योजना के 331 लाभुकों को 3 करोड़ 31 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर प्रखंड स्थित मुक्तापुर मोईन का पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्तावित सौंदर्गीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने मुक्तापुर मोईन के संबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि यह करीब 50 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जो बूढ़ी गंडक नदी से जुड़ा है। इस दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुक्तापुर मोईन के दोनों तरफ आवागमन हेतु सुगम रास्ते का निर्माण करवाएं। इसके तल की गहराई को और अधिक कराएं ताकि ज्यादा से ज्यादा जल संरक्षित रहे। मुक्तापुर मोईन के दोनों तरफ रास्ते का निर्माण हो जाने से लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी और यह देखने में भी बहुत अच्छा लगेगा। इसके आस-पास पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराएं। मुक्तापुर रेलवे गुमटी पहुंचकर मुख्यमंत्री ने 99.23 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-322 के दरभंगा-समस्तीपुर रेल खंड अंतर्गत मुक्तापुर-किशनपुर सेक्शन के बीच एल०सी० नंबर 02 पर आर०ओ०बी० का निर्माण कार्य तथा समस्तीपुर-पूसा पथ एवं समस्तीपुर-कर्पूरी ग्राम स्टेशनों के बीच अवस्थित लेवल क्रॉसिंग संख्या 63 ए के बदले कास्ट शेयरिंग के आधार पर 11951.90 लाख रुपये की लागत से आर०ओ०बी० के निर्माण कार्य का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया। शिलान्यास के पश्चात् मुख्यमंत्री ने मुक्तापुर रेलवे गुमटी का स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने वारिसनगर प्रखंड के ग्राम शेखोपुर में जल-जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत सौंदर्गीकृत कराए गए तालाब का जायजा लिया। जायजा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तालाब का काफी अच्छे ढंग से सौंदर्गीकरण हुआ है। इसके चारों तरफ सीढ़ी बन जाने से यहां का दृश्य काफी अच्छा लग रहा है। हमलोग वर्ष 2019 से जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पूरे बिहार में सभी सार्वजनिक कुओं, तालाबों एवं पोखरों का सौंदर्गीकरण एवं जीर्णोद्धार करा रहे हैं। तालाब के समीप मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया तथा तालाब में मछली का जीरा एवं बत्तख भी छोड़े। मुख्यमंत्री ने ग्राम शेखोपुर की वार्ड संख्या 3 का भ्रमण कर विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए विकासात्मक कार्यों का मुआयना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, शेखोपुर के शिलापट्ट का अनावरण कर शिलान्यास किया। ग्राम शेखोपुर की वार्ड संख्या 3 में जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने आयुष्मान वय वंदना कार्ड, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत बने घरों की चाबी, 23 हजार 585 समूहों को बैंक ऋण के तहत 276 करोड़ 25 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, परिक्रमी निधि एवं सामुदायिक निवेश निधि अंतर्गत 680 ग्राम संगठनों के 8 हजार 750 समूहों को 47 करोड़ 24 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत समस्तीपुर जिले के कुल 2982 लाभार्थियों को 11 करोड़ 45 लाख रुपये का सांकेतिक चेक वितरित किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने दीप नारायण साह कृषक हितार्थ समूह को 8 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, किसान विकास उन्नत सब्जी उत्पादक कृत हित समूह को 8 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, 80 प्रतिशत अनुदान प्राप्त कर स्थापित किए गए कृषि यंत्र बैंक की चाबी, देशी गो-पालन प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी केंद्र, शेखोपुर का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के संबंध में शिक्षिका एवं बच्चों से बातचीत कर जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर जिला अंतर्गत मगरदडी घाट पुल के समानांतर पुराने स्कू पाइल पुल के स्थान पर 45 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित नया उच्च स्तरीय आर०सी०सी० पुल के निर्माण कार्य के संदर्भ में स्थल निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बूढ़ी गंडक नदी पर स्थित मगरवही घाट पुल के प्रस्तावित समानांतर पुल के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस काम को यथाशीघ्र शुरू कराकर समानांतर पुल का जल्द से जल्द निर्माण कराएं। इस समानांतर पुल के बन जाने से जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी और साथ ही सुचारू रूप से वाहनों का परिचालन होता रहेगा।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर, उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री सह समस्तीपुर जिला के प्रभारी मंत्री श्री श्रवण कुमार, सूचना एवं जन-संपर्क मंत्री श्री महेश्वर हजारी, सांसद श्रीमती शांभवी चौधरी, विधायक श्री राजेश कुमार सिंह, विधायक श्री अशोक कुमार, पूर्व मंत्री श्रीमती अश्वमेघ देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मिहिर कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग सह पर्यटन विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, सुरक्षा श्री अमृत राज, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष श्री शीर्षत कपिल अशोक दरभंगा प्रक्षेत्र की पुलिस उपमहानिरीक्षक श्रीमती स्वपना गौतम मेश्राम, समस्तीपुर के जिलाधिकारी श्री रोशन कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक श्री अशोक मिश्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने किया दावा, आएंगे तो मोदी जी ही

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आज समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए समर्थित लोजपा(रामविलास) की प्रत्याशी श्रीमती शाम्भवी चौधरी जी के नामांकन समारोह सह आशीर्वाद सभा में शामिल हुए। उन्होंने उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए साफ लहजे में कहा कि यह विशाल जनसमूह इस बात का प्रमाण है कि आएँगे तो मोदी जी ही।

उन्होंने महती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बीते एक दशक में देश के गरीब, पिछड़े, दलित, जरूरतमंदों को जो हक अदा किया है, वो ऐतिहासिक, अविस्मरणीय, अकल्पनीय है।

उन्होंने कहा कि अगर देश में मोदी जी की गारंटी है तो समस्तीपुर के विकास के लिए शांभवी है तो संभव है। उन्होंने कहा कि पीएम ने देश को और बिहार को श्रेष्ठ बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने साफ कहा कि संकल्प पूरा करने वाला प्रधानमंत्री अगर कोई है तो वह मोदी है।

उन्होंने कहा कि 500 सालों से प्रभु श्रीराम टेंट में पड़े इंतजार कर रहे थे और जब देश के लोगों का आशीर्वाद मोदी जी को मिला तो प्रभु श्रीराम भव्य मंदिर में प्रवेश कर गए। जब आपलोगों का आशीर्वाद मिला तो अखंड भारत का सपना पूरा हुआ, जम्मू कश्मीर से धारा 370 को कचड़े में फेंक दिया गया। यह मोदी जी का करिश्मा है।

उप मुख्यमंत्री श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा वादा नहीं भूलती है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में युवाओं को गुमराह किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष सावन में मटन बना कर कांग्रेस के नेता को खिला रहे हैं जबकि उनके पुत्र और आगे निकलकर नवरात्रि में हेलीकॉप्टर में मछली खा रहे हैं और सनातन का अपमान कर रहे हैं। श्री चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सनातन का अपमान करना बंद कर दें।

उन्होंने उपस्थित लोगों से पूरे बिहार में एनडीए के प्रत्याशियों को जीताने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने श्रीराम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, समस्तीपुर का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज समस्तीपुर जिला के सराय रंजन में 591 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। 500 बेडवाले इस अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त चिकित्सा की सुविधा होगी। यहां प्रति वर्ष मेडिकल के 100 विद्यार्थियों का नामांकन होगा। श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भूकपरोधी बनाया गया है। यह ग्रीन बिल्डिंग है। अस्पताल परिसर में ही अधीक्षक, प्राचार्य, चिकित्सक, कर्मीगण एवं छात्र-छात्राओं के लिए आवासन की व्यवस्था की गई है। मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए धर्मशाला का भी प्रावधान कराया गया है।

श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का उद्घाटन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने अस्पताल के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। इसके पश्चात् सभा कक्ष में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण कार्यों एवं यहां की व्यवस्थाओं के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। इस दौरान श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पर आधारित एक लघु फिल्म की प्रस्तुति दी गई।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं से युक्त बनाया गया है। यह बहुत सुंदर अस्पताल बना है। इसका आज उ‌द्घाटन हुआ है, यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। हम पहले भी यहां आकर इसके निर्माण कार्य को देखते रहे हैं। उद्घाटन के साथ ही आज से यहां मरीजों का इलाज शुरू हो गया है। इस क्षेत्र के लोगों को अपने इलाज के लिए अन्य कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मरीजों को यहां सभी प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। श्रीराम जानकी मठ द्वारा इस अस्पताल के निर्माण के लिए जमीन दान दी गई थी, इसलिए इस अस्पताल का नाम श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रखा गया है। इस अस्पताल के निर्माण में केंद्र सरकार ने भी सहयोग दिया है। यह अस्पताल बड़ा और अच्छा बना है। यहां अभी 500 बेड की सुविधा है लेकिन भविष्य में 1000 बेड का अस्पताल बनाने के लिए काम किया जाएगा और मेडिकल के छात्रों के नामांकन की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने श्रीराम जानकी कॉलेज अस्पताल परिसर में जनसभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का आज उद्घाटन हुआ है। यह सुंदर अस्पताल बना है जहां इलाज की सभी प्रकार की सुविधा होगी। आप सभी को इलाज के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा। इतनी बड़ी संख्या में आप सभी यहां उपस्थित हुए हैं, मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव और वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्यमंत्री श्री विजय कुमार चौधरी ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री महेश्वर हजारी, सांसद श्री

रामनाथ ठाकुर, विधायक श्री अजय कुमार, विधायक श्री राजेश सिंह, विधायक श्री रणविजय साहू, विधायक श्री वीरेंद्र पासवान, विधायक श्री अख्तरूल इस्लाम शाहीन, पूर्व सांसद श्रीमती अश्वमेध देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री दिनेश कुमार, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री बाबू राम, समस्तीपुर के जिलाधिकारी श्री योगेंद्र सिंह, समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक श्री विनय तिवारी, श्रीराम जानकी अस्पताल एवं कॉलेज की अधीक्षक डॉ० अलका झा, प्राचार्य डॉ० आभारानी सिन्हा सहित वरीय अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

बुधवार को समस्तीपुर मंडल संसदीय समिति की बैठक का हुआ आयोजन

समस्तीपुर मंडल की ‘मंडल संसदीय समिति‘ की बैठक का आयोजन समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में किया गया । इस बैठक में समस्तीपुर मंडल क्षेत्राधिकार के माननीय सांसदगण ने भाग लिया । बैठक की अध्यक्षता शिवहर की माननीया सांसद श्रीमती रमा देवी द्वारा की गयी । सभी माननीय सांसदगण द्वारा जनहित से जुड़े मुद्दे एवं रेल के सर्वांगीण विकास हेतु अपने-अपने सुझावों को रखा गया । इस अवसर पर पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री अनिल कुमार खंडेलवाल, समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री विनय श्रीवास्तव सहित मुख्यालय एवं मंडल के अधिकारीगण उपस्थित थे ।

आज की इस बैठक में पश्चिम चम्पारण के माननीय सांसद डॉ. संजय जायसवाल, खगड़िया के माननीय सांसद श्री चौधरी महबूब अली कैसर, मुजफ्फरपुर के माननीय सांसद श्री अजय निषाद, वाल्मिकीनगर के माननीय सांसद श्री सुनील कुमार, सीतामढ़ी के माननीय सांसद श्री सुनील कुमार पिंटू, पूर्णिया के माननीय सांसद श्री संतोष कुमार, अररिया के माननीय सांसद श्री प्रदीप कुमार सिंह, झंझारपुर के माननीय सांसद श्री रामप्रीत मंडल, सुपौल के माननीय सांसद श्री दिलेश्वर कामैत, दरभंगा के माननीय सांसद श्री गोपाल जी ठाकुर, मधुबनी के माननीय सांसद श्री अशोक कुमार यादव, मधेपुरा के माननीय सांसद श्री दिनेश चंद्र यादव, वैशाली की माननीया सांसद श्रीमती वीणा देवी तथा माननीय सांसद (राज्य सभा) श्री रामनाथ ठाकुर उपस्थित थे ।
इनके अलावा माननीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, भारत सरकार श्री गिरिराज सिंह के प्रतिनिधि श्री राजीव वर्मा, माननीय गृह राज्य मंत्री भारत सरकार श्री नित्यानंद राय के प्रतिनिधि श्री तरूण कुमार, माननीय सांसद श्री राकेश सिन्हा के प्रतिनिधि श्री कुंदन कानू, माननीय सांसद डॉ. फैयाज अहमद के प्रतिनिधि विष्णुदेव सिंह यादव एवं समस्तीपुर के माननीय सांसद श्री प्रिंस राज के प्रतिनिधि विनय कुमार चौधरी उपस्थित थे ।

बैठक में माननीय सांसदगण ने रेल विकास व यात्री सुविधाओं में और वृद्धि एवं उसे सुदृढ़ करने के संबंध में बहुमूल्य सुझाव दिये। माननीय सांसदगण द्वारा आधारभूत संरचनाओं के विकास से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने पर बल दिया गया । साथ ही बैठक में भविष्य की कार्य योजनाओं पर भी चर्चा हुई ।

इसके पूर्व बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक श्री अनिल कुमार खंडेलवाल ने माननीय सांसदगण एवं माननीय सांसद के प्रतिनिधिगण का स्वागत किया । महाप्रबन्धक ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि समस्तीपुर मंडल द्वारा यात्री सुविधा की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पर्व त्योहार एवं अत्यंत व्यस्त सीजन पर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करती रही है । इस वर्ष छठ के दौरान समस्तीपुर मंडल द्वारा 60 जोड़ी विशेष रेल गाड़ियों का परिचालन किया गया । साथ ही, समस्तीपुर मंडल में दरभंगा और आनंद विहार के मध्य एक नए ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया गया है । वर्तमान मे समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत 214 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस एवं 100 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।

दैनिक रेलयात्रियों को अनारक्षित टिकट सुगमता से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 09 प्रमुख स्टेशनों पर ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें स्थापित की गई है। समस्तीपुर मंडल के कुल 16 प्रमुख स्टेशनों पर One Station One Product के स्टॉल लगाये गये हैं । इनसे एक ओर जहां इन क्षेत्रों का विकास होगा वहीं दूसरी ओर लोगों को रोजगार भी मिलेगा । साथ ही, समस्तीपुर, बेतिया एवं नरकटियागंज स्टेशन परिसर में ‘रेल कोच रेस्टॉरेंट’ जल्द ही चालू किया जाएगा, इससे यात्रियों के साथ-साथ आम लोग भी बेहतर खाने का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे ।

महाप्रबन्धक महोदय ने माननीय सांसदों से प्राप्त बहुमूल्य सुझावों के लिये आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सुझाव हमें भविष्य में रेल विकास कार्यों की रूप-रेखा तय करने में काफी सहायक सिद्ध होगा ।

समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र में विकसित भारत संकल्प यात्रा आरंभ **

भारत सरकार की योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा मंगलवार (26-12-23). को समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र में आरंभ की गई। जिले के विभिन्न नगरीय क्षेत्रों में यह यात्रा 6 जनवरी तक आयोजित की जाएगी। इसके अंतर्गत प्रत्येक दिन दो स्थानों पर विशेष कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनता तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा।
समस्तीपुर जिले के नगरीय क्षेत्रों में विकसित भारत संकल्प यात्रा के पहले दिन समस्तीपुर नगर निगम के रुदौली बाजार वार्ड संख्या 44 तथा जेल चौक वार्ड संख्या 3 में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विधान पार्षद डॉ तरुण कुमार, समस्तीपुर नगर निगम की महापौर अनिता राम तथा उप महापौर रामबालक पासवान उपस्थित थे। उपस्थित जन प्रतिनिधियों द्वारा आम जनता से अधिक से अधिक संख्या में योजनाओं का लाभ लेने की अपील की गई।


मौके पर विधान पार्षद तथा महापौर के द्वारा लाभार्थी महिलाओं को उज्जवला योजना का लाभ समर्पित किया गया। इस अवसर पर विधान पार्षद डॉ तरुण कुमार ने कहा कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का उद्देश्‍य सरकार की प्रमुख योजनाओं में परिपूर्णता हासिल करना है और इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इन योजनाओं का लाभ सभी लक्षित लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचे।
कार्यक्रम स्थल पर लाभर्थियों को आयुष्मान कार्ड, उज्जवला, स्वनिधि आदि योजनाओं की सुविधा मुहैया कराई गई। केंद्र सरकार की विभिन्न एजेंसियों तथा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग में भारत सरकार द्धारा चलाई जा रही जनहितकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ रथ को देख कर लोगों में खासा उत्साह देखा गया। मौके पर सभी ग्रामीणों और अन्य लोगों को भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकने, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने , भारत की एकता को सुदृढ़ करने, देश की रक्षा करने वालो को सम्मान करने तथा नागरिक होने का कर्तव्य निभाने को लेकर शपथ दिलाई गयी ।

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महागठबंधन से त्रस्त हो चुके हैं लोग: प्रशांत किशोर

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में बदलाव की बात करते हुए कहा कि बिहार की जनता का मूड अगर समझा जाए तो सूबे की जनता नया विकल्प चाहती है। हालांकि, वो विकल्प कौन है अभी हाल-फिलहाल में ये नहीं बताया जा सकता है। बिहार में आप कहीं भी चले जाइए लोग नीतीश कुमार और लालू यादव के 32 सालों के शासन से इस हद तक झेल चुके हैं कि जनता का कहना है कि उन्हें नया विकल्प चाहिए। बिहार की जनता भाजपा और महागठबंधन दोनों दलों के अलाएंस से त्रस्त हैं।

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में अगर सर्वे कराकर देखेंगे तो पचास प्रतिशत लोग एक नई विकल्प चाहते हैं। लेकिन वो विकल्प कौन होगा और कैसा होगा, इस पर व्यापक स्तर पर सकारात्मक बहस जरूर होनी चाहिए। बिहार की जनता यहां के तीनों दलों से विमुख हो चुकी है। क्योंकि पिछले दस वर्षों में यहां के लोगों की किसी भी स्तर पर तरक्की नहीं हुई है और बिहार सभी मानकों पर, चाहे शिक्षा, रोजगार और आर्थिक विकास में से किसी पर भी प्रगति नहीं कर पाया है और आज भी देश का सबसे गरीब राज्य है।

राहुल गांधी से लालू-तेजस्वी यादव की मुलाकात पर प्रशांत किशोर का तंज, बोले-जब तक जनता में विश्वास और जमीन पर कार्यकर्ता नहीं होगा तब तक साथ खाना खाने और चाय पीने से कुछ होने वाला नहीं

जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से तेजस्वी यादव और लालू यादव की हुई मुलाकात पर कहा कि इन चीजों का कोई महत्व नहीं है कि कौन किससे मिलता है, कौन बैठकर चाय पीता है, प्रेस वार्ता करता है। पिछले महीने विपक्ष की 26 पार्टियां बिहार में बैठी इसके बाद बेंगलुरु में बैठी। मैं शुरू से कह रहा हूं कि दलों और नेताओं के बैठने से आप सशक्त विपक्ष और विकल्प नहीं हो सकते हैं। जब तक कोई कार्यक्रम नहीं हो, नीति नहीं हो, जमीन पर कार्यकर्ता नहीं हों और लोगों में आपके प्रति प्रेम नहीं है, विश्वास नहीं है तब तक आप चाहें जितने नेताओं के साथ बैठ जाएं इससे क्या होता है?

समस्तीपुर के वारिसनगर में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मैं पहले दिन से उदाहरण देकर भी बताता हूं कि कई लोगों को लगता है कि 1977 में सारे विपक्षी दलों ने इंदिरा गांधी को हरा दिया। इस बात में सच्चाई नहीं है। आपातकाल देश में लागू नहीं होता, जयप्रकाश नारायण का आंदोलन नहीं होता तो सिर्फ विपक्षी पार्टी के एक होने से इंदिरा गांधी नहीं हार जाती। विपक्षी पार्टियों के पास जब तक कोई मुद्दा नहीं होगा, तब तक जितने पार्टी के नेता चाय पी लें, खाना खा लें या प्रेस कांफ्रेंस साथ में कर लें मे, उससे जमीन पर क्या फर्क पड़ने वाला है? सामान्य लोग जो गांवों में रहते हैं जिन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और जो बीजेपी को वोट करते हैं उन्हें इस बात से कितना फर्क पड़ रहा है कि 26 दलों के लोग पटना में मिले इसलिए भाजपा को वोट नहीं देंगे। जनता को इन सबसे कोई लेना-देना नहीं है। जनता को इस बात से मतलब है कि उनके गांव में सड़क बनी की नहीं, भ्रष्टाचार खत्म हुआ कि नहीं रोजगार मिला की नहीं।

अहंकारी हो चुके नीतीश नहीं देते बिहार के विकास को प्राथमिकता: प्रशांत किशोर

जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विकास की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के लिए बिहार का विकास प्राथमिकता नहीं है। वो बिहार के लोगों के लिए रोजगार, शिक्षा और आम लोगों की सुरक्षा के बारे में सोचते तक नहीं हैं। उनकी प्राथमिकता केवल किसी प्रकार से मुख्यमंत्री बने रहना है, चाहे भाजपा के साथ रहना पड़े या फिर RJD के साथ। बिहार की जनता कैसी भी हालत में हो उससे नीतीश कुमार पर कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन किसी प्रकार से मुख्यमंत्री की कुर्सी उन्हीं के पास रहे उन्हें बस इसी बात की चिंता है।

प्रशांत किशोर ने पार्टियों का नाम लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार को पता है कि बिहार में वोट चाहे भाजपा को पड़े, RJD को पड़े या कांग्रेस को लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सिर्फ नीतीश कुमार ही बैठते हैं, इस बात को लेकर नीतीश कुमार के मन में अहंकार आ गया है, ये एक बड़ी परेशानी है। इससे बिहार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए प्रशांत ने कहा कि कोरोना के समय हजारों लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों युवा परेशान थे, लेकिन नीतीश कुमार अपने बंगले से भी नहीं निकले।

तो नीतीश कुमार ने इस कारण रोसड़ा को नहीं बनने दिया जिला : प्रशांत किशोर

जनसुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि 35 सालों से बिहार में सरकार नहीं बदल रही है। पिछले 32 – 33 साल से लालू और नीतीश के सिवा बिहार ने देखा ही नहीं है। अब समय आ गया है कि लोग लालू और नीतीश से आगे देखें।अगर नहीं देखेंगे तो जिस दुर्दशा में आप जी रहे हैं उसी दुर्दशा में आपके बच्चें भी जियेंगे। भारत का संविधान जो कहता है कि जिस नेता विचारधारा और जिस दल पर आपका भरोसा है उसकी आप मदद कीजिए, वोट कीजिए उसे जीत दिलाइए। संविधान ये भी कहता है कि नेता ने अगर आपके लिए काम नहीं किया तो नागरिक होने के नाते जितनी मजबूती से आपने समर्थन किया है उतनी ही मजबूती से विरोध भी कीजिए। जनता अगर विरोध नहीं करेगी तो ये देश राजतंत्र हो जाएगा।

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि देश के किसी भी प्रगतिशील राज्यों को देख लीजिए हर 5 साल 10 साल में वहां सरकार बदल रही है। कर्नाटक, तमिलनाडु जैसे राज्यों में सरकार बदल रही है और ये राज्य देश में सबसे आगे है और बिहार देश में सबसे पिछड़ा है।


प्रेस वार्ता में रोसड़ा को जिला बनाने की मांग को प्रशांत किशोर ने जायज ठहराते हुए कहा कि पश्चिमी चंपारण का बगहा हो या समस्तीपुर का रोसड़ा, दोनों को जिला बनाने की मांग जायज है। नीतीश कुमार ने बगहा को पुलिस जिला तो बना दिया, लेकिन पूरा जिला का दर्जा नहीं दिया। रोसड़ा को इसलिए जिला नहीं बनाया गया, क्योंकि यह क्षेत्र उनके राजनीतिक विरोधी रहे स्व. रामविलास पासवान का क्षेत्र रहा है। रोसड़ा को जिला का दर्जा नहीं दिया जाना नीतीश की सोची समझी साजिश है। नीतीश कुमार को लगता था कि रोसड़ा के लोग वोट राम विलास पासवान जो उनके राजनीतिक विरोधी थे उनकों करते थे तो इसी बदले की भावना के कारण उन्होंने रोसड़ा को जिला नहीं बनने दिया।