कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतें- मुख्यमंत्री

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति, कोरोना जांच एवं जिलावार कोरोना टीकाकरण की अद्यतन स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार में आज 8 करोड़ कोरोना टीके का डोज पूर्ण हो गया है। अपर मुख्य सचिव कि जिन लोगों कोरोना टीके का दूसरा डोज नहीं लिया है उन्हें माइकिंग, विज्ञापन, होर्डिंग, सोशल मीडिया एवं प्रचार-प्रसार के अन्य माध्यमों से निर्धारित समय में ही दूसरा डोज लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। । मुख्यमंत्री के ऑडियो संदेश को भी प्रसारित किया जा रहा है जिससे भी लोग कोरोना टीका लेने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

डब्लू०एच०ओ० के बिहार प्रतिनिधि डॉ० सुब्रमण्यम ने कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुनिया में इसके फैलाव, संक्रामक क्षमता, उससे होने वाले नुकसान तथा इसके संबंध में विशेषज्ञों की राय के संबंध में जानकारी दी।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने बताया नये वेरियंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण कारगर उपाय है। साथ ही कोरोना संक्रमण के फैलाव रोकने के लिए कोरोना जांच भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कोरोना के मामले कम होने के बावजूद भी कोरोना की जांच में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। कोरोना टीका का दूसरा डोज लेने का निर्धारित समय जिन लोगों का पूर्ण हो गया है उनका टीकाकरण तेजी से करायें। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर पता करते रहें कि कोई भी टीका लेने से वंचित न रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार कम है और कोरोना जांच भी कम रहे हैं, मुख्यालय स्तर से उन जिलों की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार कर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सचेत एवं जागरुक करते रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतें संक्रमण से बचाव को लेकर पूरी तैयारी दवाओं के पर्याप्त स्टॉक एवं चिकित्सा सुविधाओं की पूरी व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि बाहर के देशों से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखें एवं उनकी कोरोना जांच पॉजिटिव आने पर नये कोरोनावेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर भी पता करायें। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के प्रति पूरी तरह सतर्क एवं सचेत रहें। सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहें।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक श्री संजय कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक श्री अनिमेश पराशर एवं डब्लू०एच०ओ० के बिहार प्रतिनिधि डॉ० सुब्रमण्यम उपस्थित थे।

गंदे मुंह से गंदी बातें ही निकल सकती है- जगदानंद सिंह

न्यूज़ डेस्क:– राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह पुरानी बातें जो गिनाते हैं ..वह बता दें कि उनके शासनकाल में कितने शिक्षकों की बहाली हुई या जब वह वैद्य थे तो कितनी पुड़िया में कितने करोड़ रुपए लेकर आए थे , चुनाव में हेलीकॉप्टरों का पैसा कहां से आता है |

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के 15 साल के शासनकाल पर भी प्रदेश अध्यक्ष ने जमकर हंगामा बोला उन्होंने यहां तक कह दिया कि गंदे मुंह से गंदी बातें ही निकल सकती है

राजगीर फतुहा सवारी गाड़ी दो बोगी पटरी से उतरी

न्यूज़ डेस्क:- खबर नालंदा जिले के राजगीर रेलवे स्टेशन पर से आ रही है। जहां राजगीर रेलवे स्टेशन पर राजगीर फतुहा सवारी गाड़ी 03223 वेपटरी हो गई है।

बता दें कि जैसे ही राजगीर फतुहा सवारी गाड़ी राजगीर से निर्धारित समय पर खुली है। वैसे ही महज 40 फिट आगे बढ़ने पर वह डिरेल हो गई है। जिसमें दो बोगी बेपटरी हो गई है

     बताया जाता है कि चक्के के नीचे लकड़ी का गुटका रखें कि रहने के कारण सवारी गाड़ी में बेपटरी हुई है। हालांकि किसी भी प्रकार का बड़ी हादसा नहीं हुई है। फिलहाल घटना की जानकारी मिलते ही उच्च पदाधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इधर सभी यात्रियों को श्रमजीवी एक्सप्रेस से पटना तक भेजा गया है।

पटना पीएमसीएच अस्पताल में चिकित्सा के साथ सुरक्षा में भी बरती जाती है लापरवाही

न्यूज़ डेस्क:- सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में मरीजों की चिकित्सा के अलावा उनकी सुरक्षा का भी कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। इसीलिए जब यहां बीमार कैदियों को चिकित्सा के लिए लाया जाता है तो वह मामूली लापरवाही का भी लाभ उठाकर भाग निकलते हैं

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डॉक्टरों और पुलिस के जवान के बीच कोई समन्वय में नहीं रहता है। इसलिए कैदियों को भाग जाने में आसानी होती है। बिहार के कई जिलों के मरीज बेहतर इलाज के लिए यहां आते है ,जहां सरकारी चिकित्सीय व्यवस्था अध्यक्ष जगह से काफी बेहतर है। वहीं अस्पताल के कैदी वार्ड में अतिरिक्त पुलिस की चौकसी में की जाती है। दरअसल, इलाज के क्रम में कई बार सुरक्षा में तैनात पुलिस की लापरवाही के कारण कैदी फरार हो जाते हैं। ऐसा कई मामले देखने को मिला है। हालांकि कुछ एक मामलों में फरार कैदी को पुलिस ने पुनः गिरफ्तार भी कर लिया है।

 ताजा मामला pmch से फरार हुए कैदी राजकुमार राय का है। वह NDPS और ARMS एक्ट मामले में बीते डेढ़ महीने से जेल में सजा काट रहा था, फरार कैदी राजकुमार राय मुजफ्फरपुर का रहने वाला बताया जा रहा है उसे इलाज के लिए pmch लाया गया था हालांकि कड़ी सुरक्षा के बाबजूद कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है । फरार कैदी को पकड़ने के लिए छापेमारी भी चल रही है पर अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है।

बिहार के ग्रामीण इलाकों में शराब बनाने और बेचने का धंधा कुटीर उद्योग का रूप लेता जा रहा है जिसका मौखिक परमिट और लाइसेंस स्थानीय पुलिस द्वारा दी जाती है

न्यूज़ डेस्क -आप मानें या नहीं मानें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाख पटना में बैठकर पूरे बिहार के लिए शराबबंदी कानून बना लें ।
पटना में बैठकर वे भले ही एसी भवन में लंबा लंबा भाषण झाड़ लें। अपने कर्मचारियों ,अफसरों से लेकर पुलिस कर्मियों को शराब नहीं पीने की कसम दिलवा लें।शपथ दिलवा लें। लेकिन आलम है कि शपथ लेने के चंद मिनटों बाद ही हॉल से निकलने के कुछ ही देर के बाद उनके कर्मचारी और अफसर यहां तक कि पुलिसकर्मी शराब की बोतल खोजने लगते हैं और उसे मिलते ही चखना के साथ सुरक्षित ढाबे में बैठ जाते हैं ।सुरक्षित स्थानों पर दारू का आनंद लेने लगते हैं। मुख्यमंत्री की बातों का शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मजाक उड़ाया जाता है। उसका चुटकुला बनाकर लोग हंसते भी हैं।उनकी बातों को जिलों में ठेंगा दिखा देती है स्थानीय थाना पुलिस। स्थानीय थाना पुलिस थानाध्यक्ष से लेकर चौकीदार तक की चांदी है। सभी मिलजुल कर शराब बनाते और बेचते हैं ।


शराब के बड़े-बड़े कंटेनर, ट्रक पकड़े जाते हैं और लेन-देन के बाद वसूली के बाद मामला रफा-दफा कर दिया जाता है । अज्ञात आदमी के नाम पर दस पांच बोतल की बरामदगी दिखा दी जाती है और पूरा माल वापस शराब माफिया को सौंप दिया जाता है । इसी का एक नमूना पिपरा थाना क्षेत्र में देखने को मिला है ।


वहां के लोगों से बातचीत और वीडियो से साफ जाहिर हो रहा है कि किस प्रकार पुलिस की मिलीभगत और शराब कारोबारियों को है।

https://youtu.be/QACgoY1AvQY

सुपौल जिला में यह बात साफ लिखी जाती है । वहां पर पुलिसकर्मी यह मानते हैं कि बदन रहे खाकी वर्दी तो डर किस की बात का।
जी हां , ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू होने के बावजूद खुल्लम खुल्ला शराब बिक रही है।पुलिस के लिए तो चिट भी मेरा पट भी मेरा वाली हालत है ।जिले में लगातार अवैध शराब की बिक्री जारी है, जबकि बड़े-बड़े वाहनों में भरी शराब से पकड़े जाते हैं कुछ बुद्धिजीवीयों का का मानना है, कि गांव और देहातों में देसी शराब का बनाने का एजेंसी पुलिस दे दी है।


, बड़े पेमाने से गांव और देहातों में देसी शराब बनाया जाता है। क्षेत्रीय चौकीदार मुख्य दर्शक बने हुए हैं ।
मजे की बात यह है, कि जिस क्षेत्र में देशी शराब बन रही है, वहां आखिर चौकिदार क्या कर रहे हैं, इसकी सुचना थाने को क्यो नही देते हैं ।
इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं, एक ऐसा ही नजारा जिले के पिपरा थाना क्षेत्र में देखने  को मिला है जहां थाना क्षेत्र अंतर्गत दुबियाही पंचायत के वार्ड नं0 14 एवं 17 में बड़े पैमाने पर देशी दारू बनवाई जाती है। वह भी पुलिस के संरक्षण में।
यहाँ दारू बनवाने वाले चौकीदार (नवनिर्वाचित मुखिया पति दुबियाही पंचायत )को शराब और मांस परोस कर उन्हीं के संरक्षण में दारू चुलाई जाती है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रहा है।


आलम यह है कि पिपरा थाना क्षेत्र बड़े- बड़े शराब तस्कर के लिये सेफ जोन बना हुआ है । यहाँ बड़े पैमाने पर शराब बेची जाती है । नीचे से ऊपर तक सभी पदाधिकारी को इनकी जानकारी रहती है । लेकिन कभी कभार शराब पकड़कर इनकी खाना पूर्ति की जाती है ।
हद तो इस बात की है थानाध्यक्ष से लेकर वरीय पदाधिकारी तक अपनी छवि बचाने के लिये मीडिया के सामने सही जानकारी या बयान देना मुनासिब नहीं समझते हैं । आखिर क्यों ।

हाल ही में एक कंटेनर में महेशपुर कदम चौक पर अंग्रेजी शराब पकड़ाया लेकिन पुलिस बताने से परहेज कर रही है ।वहीं आज एक पिकअप वैन में बताया जाता है कि 50 से अधिक कार्टून में अंग्रेजी शराब ठाढ़ी पंचायत के बच्चा देवी के यहाँ से मिली। जिसमें ड्राइवर सहित एक अन्य को हिरासत में लिया गया है ।बताया जाता है पकड़े गये अन्य लोगों को छोड़ने की कवायद चल रही है । थानाध्यक्ष पिपरा नागेंद्र कुमार इस सम्बंध में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। पुलिस के ही सूत्रों का कहना है कि आज देर शाम तक उसे जरूर छोड़ दिया जाएगा और मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा। ऐसी ही कई घटनाएं रोजाना यहां होती हैं।

चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म,आरोपी को सुनाया गया सजा

न्यूज़ डेस्क:- बिहारशरीफ, किशोर न्याय परिषद के प्रधान न्यायाधीश मानवेन्द्र मिश्र ने चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म के आरोपी किशोर को 24 घंटे से भी कम समय में गवाही और बहस पूरी कर सजा सुना दी। 26 नवम्बर को उन्होंने किशोर और गवाहों का बयान दर्ज कर सारी न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर दी। 27 नवम्बर को उन्होंने सजा सुना दी। आरोपी किशोर को धारा 377 के तहत तीन वर्ष और पाक्सो के तहत तीन वर्ष की सजा सुनायी गयी है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेगी। किशोर द्वारा न्यायिक हिरासत में बितायी गयी अवधि सुनायी गयी सजा में समायोजित कर दी जायेगी। जेजेबी जज ने माना है कि जिस तरह से किशोर ने योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया और मौके पर से फरार हो गया वह उसे मानसिक और शरीरिक रूप से अपराध करने में सक्षम साबित करता है। बचाव पक्ष के वकील ने किशोर की उम्र व पहला अपराध होने का दावा कर कम से कम सजा की अपील की थी। जिसे जेजेबी ने नहीं माना व अधिकतम सजा सुनायी। विशेष गृह में किशोर के आवासन के दौरान वहां के अधीक्षक को किशोर की नियमित काउंसलिंग और पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। साथ ही किशोर के आचरण व व्यवहार में हो रहे परिवर्तन से प्रत्येक छह माह पर जेजेबी को अवगत कराने को भी कहा गया है। ताकि किशोर की राहत, पुनर्वासन, संरक्षण और पाश्चातवर्ती देखभाल योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके। साथ ही पीड़िता को मुआवजा के लिए पॉक्सो स्पेशल जज को भी निर्णय की प्रति भेजी गयी है। आरोपी किशोर रिश्ते में पीड़िता का चाचा लगता है। घटना के समय किशोर की आयु करीब 14 वर्ष थी। उसने 8 अक्टूबर 2021 को इस घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता की मां ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। अभियोजन की ओर से सहायक अभियोजन पदाधिकारी जयप्रकाश ने कुल पांच गवाहों का साक्ष्य परीक्षण किया।

क्या है मामला नालंदा थाना क्षेत्र के एक गांव की है। आरोपी किशोर बच्ची को इमली व टॉफी देने का लालच देकर अपने घर की छत पर बने कमरे में ले गया था और उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया था। जिससे बच्ची लहुलूहान हो गयी थी। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उसकी मां आरोपी के घर गये। जहां उसने बच्ची को कमरे में बंद कर रखा था। दरवाजा खोलकर वह कमरे में गयी तो देखा कि बच्ची काफी डरी हुई थी और रक्त बह रहा था। मां को देखकर आरोपी भाग गया। बच्ची ने इशारा में अपने साथ हुए कुकर्म के बारे में बताया। बच्ची ने जेजेबी में भी जज को एफआईआर में दर्ज सारी बातों को बताया। एफएसएल रिपोर्ट में किया सजा के आधार को पुख्ता गवाहों के अलावा इस मामले में एफएसएल रिपोर्ट ने भी आरोपी किशोर को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ। पुलिस द्वारा घटनास्थल से बरामद खून लगा हुआ, पीड़िता के खून लगे कपड़े व आरोपी का खून व सीमेन लगा कपड़ा की एफएसएल जांच में पुष्टि हुई कि यह मानवीय खून है और आरोपी व बच्ची के ही है।

मनोविकृत्ति से ग्रस्त है किशोर बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी और पर्यवेक्षण गृह के काउंसलर की रिपोर्ट के अनुसार किशोर यौन कामंधता जैसी मनोवृत्ति से ग्रस्त है। मुख्यधारा में आने के लिए इसकी समय-समय पर काउंसलिंग जरूरी है। अभी इसे छोड़ना न तो समाज और न ही उस किशोर के सर्वोत्तम हित में होगा।
एक नजर में घटनाक्रम
–         घटना व प्राथमिकी की तिथि- 8 अक्टूबर 21
–         जेजेबी में किशोर की पेशी- 9 अक्टूबर 21
–         आरोपी को किशोर घोषित करने की तिथि- 3 नवम्बर 21
–         आरोपी किशोर पर आरोप कर गठन- 25 नवम्बर 21
–         किशोर का बयान व साक्ष्य परीक्षण- 26 नवम्बर 21
–         सजा का निर्धारण- 27 नवम्बर 21
जज की टिप्पणी- जिस देश में नारी की पूजा वहां ऐसा अपराध चिंताजनक
जज मानवेन्द्र मिश्र ने अपने फैसले में इस तरह के जघन्य कृत पर चिंता जाहिर की है। फैसले में कहा है कि जिस देश के मूल संस्कृति में जहां नारी की पूजा की जाती है वहां देवता निवास करते हैं का भाव हो और कुमारी कन्या को देवी मानकर अनादि काल से पूजा की परंपरा चली आ रही हो, नारी का अपमान का बदला लेने के लिए भगवान राम द्वारा दूसरे देश में जाकर रावण को समूल नष्ट करने, नारी के अपमान का बदला लेने के लिए बंधु बांधवों से महाभारत का प्राचीन इतिहास मौजूद हो उस देश में ऐसी पशु प्रवृत्ति वह भी किशोर द्वारा समाज के लिए चिंता का विषय है। ऐसी प्रवृत्ति को रोकने और किशोरों में अच्छे संस्कार व महिलाओं के प्रति सम्मान विकसित करने के लिए समाज में जागरूकता लानी होगी। इसके पूर्व सुनवाई में ही जेजेबी जज मानवेन्द्र मिश्र ने इसके पूर्व महज नौ कार्यदिवस में ही छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के दोषी किशोर को सजा सुनायी थी। यह सजा भी इसी वर्ष 28 जनवरी को सुनायी गयी थी। पड़ोसी ने ही बहला-फुसलाकर बच्ची को घर ले जाकर दुष्कर्म किया था। देश का यह दूसरा और सूबे का पहला मामला था जिसमें किसी जज ने महज नौ दिन में ही सजा सुनायी थी।
इसके पूर्व 25 दिन चले मुकदमे की कार्यवाही में श्री मिश्र ने ही सजा सुनायी थी।

डेहरी के सीमेंट व्यवसायी हत्याकांड को रोहतास पुलिस ने सुलझाया

न्यूज़ डेस्क:- रोहतास जिले के डेहरी मुफस्सिल क्षेत्र में गत 25 नवंबर को हुए सीमेंट व्यवसायी हत्याकांड को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस का दावा है कि अवैध संबंध और पैसों में के लेनदेन के कारण हत्या हुई है। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गरिफ्तार कर लिया है। एसपी आशीष भारती ने यह जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दी ।

बाइक पर सवार अपराधियो ने सासाराम के सपुलागंज निवासी विवाहिता निशि कुमारी उर्फ गुड़िया को गोली मारकर हत्या कर दिया गया था । उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले को काफी गंभीरता से लिया गया। इस घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम द्वारा इस घटना में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी किया जा रहा था। अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद भागे फिर रहे थे। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि उक्त कांड में शामिल अभियुक्त अपने घर में छिपा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी की और इस घटना में शामिल राजेश कुमार उर्फ लड्डू लाखनुसराय, महेंद्र कुमार, धीरज कुमार ,धनजी कुमार सभी सपोलागंज निवासी  सासाराम नगर थाना को गिरफ्तार किया ।उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से दो देशी कट्टा एक जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल जप्त किया है।उन्होंने कहा कि अवैध संबंध और पैसों के लेनदेन के कारण हत्या हुई है। ज्ञात हो कि सासाराम के सफुल्लागंज निवासी सुनील कुमार की पत्नी निशी कुमारी कि  26 नवंबर को दिन-दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

सुशासन के दौर में राजधानी में हत्याओं, अपराध कर्मियों की गतिविधियां तेज

न्यूज़ डेस्क:-  पटनासिटी। राजधानी में शराबबंदी कानून को लागू करने में जुटी हुई पुलिस के कारण पूरी विधि व्यवस्था समाप्त होती जा रही है अपराधियों के मनोबल भी बढ़ गए हैं। अब उन्होंने पुलिस की इस निष्क्रियता का लाभ उठाना शुरू कर दिया है। राजधानी तथा प्रमुख जिलों में जमकर लूटपाट और आम लोगों की हत्याएं होने लगी हैं। इससे हम लोगों में भय का माहौल भी छा गया है।

अगमकुआं थाना क्षेत्र के बड़ी पहाड़ी के पास रविवार की सुबह गोलीबारी हुई।  अपराधियों ने टेम्पू ड्राइवर को मारी गोली। घायलावस्था में टेम्पू ड्राइवर को इलाज़ के लिए भेजा गया अस्पताल। ड्राइवर के कंधे में मारी गयी है गोली।मामले की जांच में जुटी है पुलिस।

पटना सिटी में आज दो हत्या के बाद यह तीसरी गोलीबारी का है मामला। इसके पूर्व एसके पुरी में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला की भी सरेआम हत्या कर दी गई थी।

बिहार राज्य बार काउंसिल में अनियमितता के खिलाफ जन जागरण न्याय यात्रा शुरू

न्यूज़ डेस्क :- बिहार राज्य बार काउंसिल के खिलाफ बिहार के 6 दिसंबर 2021 से लगातार न्याय-यात्रा निकालने जा रही हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य विद्वान अधिवक्ताओं के बीच जागरूकता लाना है, क्योंकि बिहार राज्य बार काउंसिल के सदस्य अधिवक्ताओं की हित में उनके विकास के लिए आज तक कोई भी काम नहीं किया है। बार काउंसिल के सदस्य शहनाज फातिमा ने शनिवार को यह जानकारी दी, उन्होंने बताया कि काउंसिल में लगातार घोटाले किए गए हैं, करोड़ों रुपए के फंड का दुरुपयोग किया है, डेथ क्लेम के नाम पर सदस्य कमीशन मांगते हैं। कमीशन नहीं देने पर विलंब किया जाता है। वर्ष 2006 से आज तक खभी ऑडिट नहीं कराई गई है, वार्षिक बजट में करोड़ों रुपए का नाजायज खर्च दिखाया जाता है। लिफ्ट खराब है लिफ्टमैन नहीं है, फिर भी खर्च दिखाया जाता है, बिल्डिंग की मरम्मत कभी नहीं होती है फिर भी उसके नाम पर करोड़ों रुपए के नाजायज खर्च दिखाए जाते हैं। कुछ बाथरूम के मरम्मत में 17 लाख का खर्च दिखाया जाता है, पुरुष सदस्य द्वारा पोर्न वीडियो महिला सदस्य को भेजा जाता है।

यह सारी अराजकता बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्यों के बीच में पाई गई है। जिसका भंडाफोड़ अल्पसंख्यक महिला अधिवक्ता शहनाज फातमा और सदस्य बिहार राज्य बार काउंसिल ने किया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा भी इन सारे घोटाले एवं अराजकता में शामिल है । न्याय पाने के लिए शहनाज ने माननीय उच्च न्यायालय, पटना में एक याचिका भी दाखिल की है ,जो माननीय न्यायमूर्ति श्री अनिल कुमार सिन्हा जी के न्यायालय में लंबित है। फातमा ने आरोप लगाया है कि पेंशन के नाम पर लाखों रुपए लिए गए परंतु आज तक पेंशन की राशि नहीं दी गई। लोकतांत्रिक व्यवस्था पर बोलने पर बार काउंसिल के द्वारा उन्हें धमकी दी जाती है कि आपका इनरोलमेंट कैंसिल कर दिया जाएगा, आप को निलंबित किया जाएगा। उपरोक्त सभी मनमानी फंड के दुरुपयोग के खिलाफ, धमकी के खिलाफ शहनाज फातिमा बिहार के सभी जिलों में 6 दिसंबर 2021 से लगातार भ्रमण कर जन जागरण करेंगी।

मुख्यमंत्री ने एन0टी0पी0सी0 बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज-1 की इकाई-1 (660 मेगावाट) का किया लोकार्पण

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज रिमोट के जरिये शिलापट्ट का अनवारण कर एन0टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज-1 की इकाई-1 (660 मेगावाट) का लोकार्पण किया। बाढ़ एन०टी०पी०सी० प्रांगण स्थित हेलीपैड पर मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री ने एन०टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री के समक्ष एन०टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने एन०टी०पी०सी० बाद प्रांगण में पौधारोपण भी किया। लोकार्पण के अवसर पर एन0टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट प्रांगण स्थित क्रिकेट मैदान में आयोजित कार्यक्रम के मंच पर एन0टी0पी०सी० परिवार की तरफ से


मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में मुझे उपस्थित होने का अवसर मिला है। इसके लिए मैं केंद्रीय मंत्री श्री आर०के० सिंह जी का और एन०टी०पी०सी० को विशेष तौर पर धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित सभी लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। आज के इस उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। नई पीढ़ी के लोगों को यह जानना चाहिए कि इसे बनाने में कितनी मेहनत करनी पड़ी है और किस-किस प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हुई थीं। उन्होंने कहा कि इस इलाके के लोगों ने मुझे 1989 से 5 बार एम०पी० बनाया है। यह मेरा पुराना चुनावी क्षेत्र है। एक बार फिर से हम इस पूरे इलाके में घूमेंगे। कोरोना के कारण कहीं जाना संभव नहीं था। जब तक जीवन है हम यहां के लोगों को कभी नहीं भूलेंगे। जब तक काम करने का मौका मिलेगा आपकी हर जरूरतों को पूरा करेंगे। आज फिर से पुराने क्षेत्र में आकर मुझे काफी प्रसंन्नता हो रही है। उद्घाटन के मौके पर आप सबों के बीच आकर मुझे बेहद खुशी हुयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1998 में श्रद्धेय अटल जी की सरकार रूप में काम करने का मौका मिला था। केंद्रीय मंत्री के में जो भी संभव था मैंने यहां के रुप मुझे रेल मंत्री के लिए किया। उस समय रंगराजन कुमार मंगलम जी केंद्रीय ऊर्जा मंत्री थे जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। स्वर्गीय रंगराजन कुमार मंगलम अपने इलाके में रेल से संबंधित 5 कार्यों को लेकर मुझसे मिले थे। मैंने उनके सभी कामों का सैक्शन कर दिया था। कुछ दिनों के बाद जब उनसे पुनः मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि हम आपके यहां थर्मल पावर प्लांट लगाना चाहते हैं। आप जगह चिन्हित कर बता दीजिए। तब हमने उनसे कहा था कि पटना से 20 किलोमीटर आगे जाकर 100 किलोमीटर तक अपनी टीम भेजकर जहां उपयुक्त लगे जगह का चयन कर लीजिए। टीम के लोगों ने जगह देखने के बाद बाद में पावर प्रोजेक्ट लगाना तय किया। वर्ष 1998-99 में इस जगह का चयन हुआ। उसके बाद यहां 660 मेगावाट की 3 यूनिट लगाने का ऊर्जा विभाग ने निर्णय किया। उन्होंने कहा कि बिहार में 12 फरवरी 1999 से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था। उस समय यहां के राज्यपाल सुंदर सिंह भंडारी थे। हमने तत्कालीन राज्यपाल महोदय से मिलकर यहां के कृषि फॉर्म की 25 एकड़ जमीन को एन०टी०पी०सी० को ट्रांसफर करने का अनुरोध किया। उन्होंने 24 घंटे के अंदर जमीन को एन0टी०पी०सी० को ट्रांसफर कर दिया। 6 मार्च 1999 को बाढ़ थर्मल पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया। यह देश का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम काफी तेजी से किया गया। शुरू में एक गांव के लोग यहां बिजली घर बनाने का विरोध कर रहे थे। सालिम अली प्राकृतिक पक्षी विज्ञान केंद्र ने भी वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी थी कि यहां पक्षी अभ्यारण्य है। तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री टी०आर० बालू साहब से मुलाकात कर हमने कहा कि यह टाल का इलाका है और यहां 10 लाख की आबादी है। बरसात को छोड़कर बाकी समय में लोग यहां खेती करते हैं। हमने एक-एक डिटेल उनके समक्ष रखा। उस डिटेल के आधार पर प्रस्ताव तैयार किया गया। तब जाकर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इसकी अनुमति मिली। उसके बाद इसका टेंडर हुआ।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 नवंबर को 660 मेगावाट की तीन यूनिट में से एक यूनिट ने काम करना शुरु कर दिया है। आज इसका औपचारिक उद्घाटन हुआ है। अगले साल दूसरे यूनिट का जबकि उसके अगले साल तीसरे यूनिट का भी शुभारंभ कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज हमने जाकर देखा है कि 660 मेगावाट की जगह 678 मेगावाट यूनिट का उत्पादन हो रहा है, यह काफी खुशी की बात है। इसके लिए पूरे एन0टी०पी०सी० परिवार और में विशेष तौर पर श्री आर0के0 सिंह जी को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि शूरु में कुछ लोगों ने अफवाह फैलायी कि पहले औरंगाबाद में बिजली घर बनाना तय हुआ था जिसे अब बाढ़ में बनाया जा रहा है। जब मैं केंद्रीय रेल मंत्री था तो हमने औरंगाबाद में 1000 मेगावाट यूनिट का पावर स्टेशन बनाने का निर्णय लिया था। वर्ष 2012 में बिहार सरकार हमलोगों ने 660 मेगावाट की तीन यूनिट एन०टी०पी०सी० के साथ समझौता 50-50 के आधार तरफ से भी पर कर औरंगाबाद में लगाने का निश्चय किया। हमलोगों ने बाद में बिहार सरकार की तरफ से इसे एन०टी०पी०सी० को ट्रांसफर दिया। बिहार में एन0टी०पी०सी० की तरफ से 7300 मेगावाट का पावर प्लांट लग गया है। वर्ष 2005 में मात्र 700 मेगावाट बिजली की खपत थी। हमलोगों ने हर घर बिजली पहुंचाने का निर्णय लिया जिसे अब केंद्र सरकार ने भी एडॉप्ट कर लिया है। अब 6600 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है। उन्होंने कहा क कुछ लोग दुष्प्रचार करने में लगे रहते हैं। दुष्प्रचार करने वाले लोगों को यह बताना चाहिए कि उनके राजपाट में बिहार में बिजली की कितनी खपत थी। हमलोगों ने वर्ष 2018 दिसंबर माह तक हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया था जिसे दो माह पूर्व ही पूरा कर लिया गया। अक्टूबर 2018 में ही हर इच्छुक व्यक्ति तक बिजली पहुंचा दी गई। बिजली बिल पर हमलोग अनुदान भी दे रहे हैं। बिहार में विकास के जो कार्य हुए हैं उसकी जानकारी हर लोगों तक पहुंचनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री आर0के0 सिंह जी ने यहां कह दिया है कि एन०टी०पी०सी० की तरफ से बिहार में बिजली का उत्पादन इतना अधिक किया जायेगा कि राज्य सरकार को किसी प्राइवेट कंपनी से बिजली की खरीद नहीं करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सांसद श्री ललन बाबू ने भी सभी राज्यों को एक रेट पर बिजली देने की बात कही है। ऐसा होने से • बिजली की दरों में और कमी आयेगी। उन्होंने कहा कि 15 साल राजपाट चलाने का जिनको मौका मिला, उन लोगों ने बिहार के लिए क्या किया। उस समय बिहार में सड़के टूटी हुई थीं और बिजली गुल थी। आज हर क्षेत्र में विकास का कार्य हो रहा है। श्री आर०के० सिंह जी बिहार के हैं तो जो भी जरूरतें यहां की होंगी वे पूरा करेंगे। इनको मैं धन्यवाद देता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी को भी मैं धन्यवाद देता हूं कि वे सभी चीजों के बारे में सोचते हैं। • लोकार्पण समारोह को केंद्रीय मंत्री विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा श्री आर0के0 सिंह, सांसद श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और एन०टी०पी०सी० के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री गुरदीप सिंह ने भी संबोधित किया।


इस अवसर पर विधायक श्री ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू विधान पार्षद श्री नीरज कुमार, सचिव ऊर्जा, भारत सरकार श्री आलोक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, सचिव ऊर्जा बिहार श्री संजीव हंस निदेशक परियोजना एन०टी०पी०सी० श्री उज्ज्वल क्रांति भट्टाचार्य, जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेंद्र शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं एन0टी०पी०सी० परिवार से जुड़े अन्य अधिकारीगण / अभियंतागण एवं कर्मचारी उपस्थित थे।