रक्सौल में पकड़ा गया 2 करोड़ से अधिक का प्रतिबंधित माल

पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल में रेल सुरक्षा बल के अधिकारियों ने राजकीय रेल पुलिस और कस्टम के साथ मिलकर प्रतिबंधित वस्तुओं का एक बड़ा खेप पकड़ा है जिसकी कीमत करोड़ों में है। प्राप्त जानकारी के अनुसार संयुक्त अभियान चलाकर रक्सौल स्टेशन पर कुल 2 करोड़ 63 लाख रुपए से अधिक मूल्य वाले डिस्पोजेबल आई पॉड बरामद किए गए। रविवार की सुबह 08:35 बजे प्लेटफार्म संख्या 01 पर खड़ी गाड़ी संख्या 15273 रक्सौल-आनंद विहार सत्याग्रह एक्सप्रेस के एसएलआर की जांच के दौरान उपरोक्त माल को पकड़ा गया और स्टेशन पर उतार लिया गया । गाड़ी संख्या 15273 के एसएलआर कोच से कुल आठ पैकेट उतारे गये ।उसके बाद रेल सुरक्षा बल, रक्सौल, राजकीय रेल पुलिस, रक्सौल एवं कस्टम,रक्सौल द्वारा एसएलआर कोच से उतारे गये आठ पैकेटों को जीआरपी थाना, रक्सौल पर लाया गया जहां पर फाड़ कर देखा तो उसमें कुल 6598 अदद डिस्पोजेबल पॉड डिवाइस (प्रतिबंधित विदेशी वस्तु, नेपाल ) मिला जिसे जप्त कर लिया गया । अंतरराष्ट्रीय बाजार में जप्त की गई सामग्री की कीमत 26302600/- रुपये आकलित की गयी है।

The seizure was made by Sri. Roshan Kumar, Inspector/LCS/Customs/RXL in the presence of the following witnessing officials.
02). Sri. Pawan Kumar, SHO/GRP/RXL.
03). Sri Vinod Kumar, Assistant Commissioner/Customs/Motihari.
04). Sri. Ssanjay Kumar/ Superintendent of Customs.RXL.
05). Sri. Dhirender Kumar/Dy.SP/ RXL.
06). Sri. Sanjeev Kunar Ram / Parcel clerk/RXL.
07). Sri. RR Kashyap/IPF/RXL.
08). Sri. Vinod Paswan/Constable/RPF/RXL.

पटना में प्रयागराज महाकुंभ-2025 के रोड शो में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के मंत्री राकेश सचान और दयाशंकर सिंह

योगी सरकार महाकुंभ-2025 को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में, उत्तर प्रदेश के उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान ने पटना में एक भव्य रोडशो का नेतृत्व किया। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को भारत की विविधता में एकता का अद्वितीय उत्सव बताते हुए बिहार के माननीय राज्यपाल महामहिम श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार तथा वहां की सम्मानित जनता को प्रयागराज महाकुंभ-2025 में आने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि यह सरकार महाकुंभ में अंतरराष्ट्रीय सहभागिता और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ इसे ऐतिहासिक बनाने की दिशा में अहम कदम उठा रही है। रोडशो के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि महाकुंभ, भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक चेतना का स्पंदन है। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत-समावेशी भारत’ की दिव्य और जीवंत झांकी है।

पत्रकार वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि आप सबमें बहुत से ऐसे लोग होंगे, जिनके पास प्रयागराज कुम्भ-2019 का श्दिव्य एवं भव्यश् अनुभव होगा, भारतीय सांस्कृतिक गौरव के रूप में जिसकी अविस्मरणीय छवि विश्व पटल पर अंकित हुई थी। यही नहीं, मेले के कुशल प्रबन्धन को भी पूरी दुनिया ने मुक्त कंठ से सराहा था। उन्होंने कहा कि इस बार आयोजित हो रहा महाकुंभ पिछले कुंभ से और अधिक दिव्य एवं भव्य होगा। प्रयागराज महाकुंभ-2025 में 45 करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों एवं पर्यटकों के आने की संभावना है। इसके दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार ने समयबद्ध ढंग से समुचित प्रबंध कर लिया है।

रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक माँ गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम तट पर प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर महाकुंभ 12 वर्ष के अंतराल पर एक बार फिर प्रयाग की पुण्य धरा पर आयोजित हो रहा है।

यह स्वच्छ, स्वस्थ्य, सुरक्षित एवं हरित महाकुम्भ है- उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान ने महाकुंभ की तैयारी के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि यह स्वच्छ, स्वस्थ्य, सुरक्षित एवं डिजिटल महाकुंभ है। मेला को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ का संकल्प लिया गया है। इस अभियान के तहत मेला क्षेत्र में विभिन्न दोना-पत्तल विक्रेताओं की दुकानों का आवंटन, 400-स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ स्वच्छता पर बैठक, 4 लाख बच्चों और प्रयागराज की जनसंख्या के 5 गुना नागरिकों तक स्वच्छ महाकुम्भ की पहल को पहुंचाया जा रहा है। साथ ही हर घर दस्तक अभियान के अंतर्गत सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त का संदेश घर-घर दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ- 2025 को हरियाली से भरा बनाने के लिए क्लीन के साथ-साथ ग्रीन कुंभ पर विशेष ध्यान दिया गया है। पूरे प्रयागराज में करीब तीन लाख पौधों का रोपण भी किया गया है। मेले के खत्म हो जाने के बाद पौधों को संरक्षण खुद उत्तर प्रदेश सरकार करेगी।

तीर्थयात्रियों, साधु, संतों और पर्यटकों के स्वास्थ्य देखभाल की भी है व्यवस्था

रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि इसे स्वस्थ महाकुंभ के दृष्टिकोण से भी तैयार किया जा रहा है जिसमें आने वाले तीर्थयात्रियों, साधु, संतों, कल्पवासियों और पर्यटकों के स्वास्थ्य देखभाल की भी व्यवस्था है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनाया गया है। 20 बेड के दो और 8 बेड के छोटे अस्पताल भी तैयार किए गए हैं। मेला क्षेत्र और अरैल में 10-10 बेड के दो आईसीयू, आर्मी हॉस्पिटल की ओर से बनाए गए हैं। इन अस्पतालों में 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके दृष्टिगत 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट, 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ और 182 स्टॉफ नर्स की व्यवस्था है। यही नहीं अस्पतालों में पुरुष, महिला और बच्चा वार्ड अलग-अलग तैयार किए गए हैं। डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर्स रूम भी रहेंगे।

डिजिटल महाकुंभ का भी अनुभव करेंगे श्रद्धालु- हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान

पत्रकारों को संबोधित करते हुए हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार दिव्य, भव्य एवं डिजिटल महाकुंभ के लिए प्रतिबद्ध है। महाकुंभ की वेबसाइट, ऐप, 11 भाषाओं में एआई चौट बॉट, लोगों एवं वाहनों के लिए क्यूआर आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र, स्वच्छता एवं टेंटों की आईसीटी निगरानी, भूमि और सुविधा आवंटन के लिए सॉफ्टवेयर, बहुभाषीय डिजिटल साइनेज वीएमडी, स्वचालित राशन आपूर्ति प्रणाली, ड्रोन आधारित निगरानी एवं आपदा प्रबंधन, 530 परियोजनाओं की निगरानी का लाइव सॉफ्टवेयर, इन्वेंटरी ट्रैकिंग सिस्टम और सभी स्थलों का गूगल मैप पर एकीकरण किया गया है।

पर्यटकों की सुविधा के लिए होगी स्मार्ट पार्किंग की व्यवस्था- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि पर्यटकों को वहां पार्किंग की समस्या से न जूझना पड़े इसकी भी व्यवस्था है। इसके दृष्टिगत 101 स्मार्ट पार्किंग बनाए गए हैं, जिनमें प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किए जा सकेंगे। 1867.04 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला पार्किंग स्थल 2019 के 1103.29 हेक्टेयर के सापेक्ष 763.75 हेक्टेयर बड़ा है। इन पार्किंग स्थल की निगरानी इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के माध्यम से की जाएगी।

शुद्ध पेयजल, इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर, रिवर फ्रंट समेत 44 घाटों पर पुष्प वर्षा की भी है व्यवस्था

पत्रकार वार्ता में रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महाकुंभ नगरी में 35 पुराने और 9 नए पक्के घाट बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं के स्नान में काफी सहायक साबित होंगे। 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले सभी 44 घाटों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर क्षेत्र में संगम से नागवासुकी मंदिर तक, सूरदास से छतनाग तक, कर्जन ब्रिज के समीप से महावीर पुरी तक रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर को अपग्रेड किया गया है। इससे भीड़ प्रबंधन में सहायता मिलेगी। सीसीटीवी कैमरों को देखने के लिए 52 सीटर चार व्यूइंग सेंटर स्थापित किए गए हैं।

तकनीक के माध्यम से महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की होगी हेड काउंटिंग

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ- 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रृद्धालुओं के आने की संभावना है, जो एक बड़ा कीर्तिमान होगा। इन तकनीकी विधियों से हर व्यक्ति की गिनती की जाएगी। पहली विधि एट्रिब्यूट आधारित खोज है। इसके अंतर्गत पर्सन एट्रिब्यूट सर्च कैमरों के आधार पर ट्रैकिंग की जाएगी। दूसरी विधि आरएफआईडी रिस्ट बैंड है, इसके तहत तीर्थयात्रियों को रिस्ट बैंड प्रदान किए जाएंगे, आरएफआईडी (त्थ्प्क्) रीडर, रिस्ट बैंड के माध्यम से अंदर और बाहर जाने का समय की ट्रैकिंग की जाएगी। वहीं तीसरी विधि मोबाइल ऐप द्वारा ट्रैकिंग है। इसके माध्यम से तीर्थयात्रियों की सहमति पर मोबाइल ऐप के जीपीएस लोकेशन के माध्यम से लोकेशन ट्रैकिंग की जाएगी।

भारतवर्ष की अनेकता में एकता का शाश्वत और समेकित जय-घोष है महाकुंभ

प्रेस वार्ता में शामिल परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दया शंकर सिंह ने कहा कि कुंभ, एक मेला अथवा स्नान की डुबकी मात्र न होकर, भारतवर्ष की अनेकता में एकता का शाश्वत और समेकित जय-घोष है। महाकुम्भ एक ऐसा महान पर्व है जो नदी के पावन प्रवाह में समस्त विभेदों, विवादों और मतांतरों को विसर्जित कर देता है। यह सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण है। सम्पूर्ण भारत ही नहीं, बल्कि निखिल विश्व में भारतीय संस्कृति के अनुयायियों के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है।

श्री दया शंकर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में अत्यंत दुर्लभ एवं अति विशिष्ट धार्मिक आयोजन महाकुंभ के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, पारम्परिक एवं पौराणिक पक्ष को अद्वितीय रूप से विश्व पटल पर स्थापित कर रही है। प्रदेश सरकार सनातन भारतीयों के महापर्व महाकुंभ-2025 का न्यौता भारत के सभी राज्यों समेत पूरे विश्व में भेज रही है। इसी के दृष्टिगत हम आपके बीच आएं हैं। हमारा आपसे यही कहना है आप सभी इस तीर्थ में शामिल हों।

पटना में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 120 गणमान्य व्यक्तियों ने सक्रिय रूप से प्रतिभग किया, जिसमें प्रमुख मीडिया संस्थानों के वरिष्ठ पत्रकार, ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर, ट्रैवल ब्लॉगर, इंफ्लूएंसर और क्षेत्र के कुछ उद्योगपति शामिल रहे।

संगठनात्मक गतिविधियों के दौरान किसी भी पहलू को अनदेखा नहीं किया जाएगा : डॉ. दिलीप जायसवाल

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज पार्टी की आगामी कार्ययोजनाओं एवं विभिन्न संगठनात्मक विषयों को लेकर बैठक को आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य रूप से सक्रिय सदस्यता और संगठनात्मक चुनाव को लेकर विचार विमर्श किया गया।

इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र जी, प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया सहित सभी जिला अध्यक्ष , चुनाव अधिकारी और चुनाव से जुड़े प्रदेश पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि प्रदेश में संगठनात्मक गतिविधियों के दौरान किसी भी पहलू को अनदेखा नहीं किया जाएगा। हर स्तर पर पार्टी को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने साफ लहजे में कहा कि 15 से 30 दिसंबर तक प्रत्येक जिला को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि दो बार जिला की जिम्मेदारी संभालने वालों को भी संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

उन्होंने कहा कि 30 नवंबर तक बूथ अध्यक्ष का गठन होगा और 1 से 15 दिसंबर तक मंडल अध्यक्ष का चुनाव करा लिया जाएगा।

भाजपा अध्यक्ष डॉ. जायसवाल ने यह भी कहा कि संगठन विस्तार को लेकर जिम्मेदारियां सभी को सौंपी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण है और अभी से ही इसमें लगने की जरूरत है।

कार्यक्रम पर विस्तारपूर्वक चर्चा प्रदेश महामंत्री सह प्रदेश चुनाव अधिकारी राजेश वर्मा ने किया।

इस बैठक में जीवेश मिश्रा, सजल झा, राधामोहन शर्मा एवं अन्य सम्मानीयजन उपस्थित रहे।

43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार को मिला गोल्ड मेडल

राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में संपन्न भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला के 43वें संस्करण में बिहार ने अपने शानदार प्रदर्शनी के लिए गोल्ड मेडल जीता है। आज शाम आयोजित सम्मान समारोह में बिहार के प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी श्री निखिल धनराज निपाणीकर को यह मेडल प्रदान किया गया। इस दौरान उद्योग विभाग की सचिव श्रीमती वंदना प्रेयसी और उद्योग निदेशक श्री आलोक रंजन घोष भी उपस्थित थे।


मेडल जितने पर ख़ुशी जाहिर करते हुए श्रीमती वंदना प्रेयसी ने कहा, ” गोल्ड मेडल के माध्यम से हमारे प्रयासों की सराहना के लिए हम आईआईटीएफ के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं। पिछले कुछ सालों में बिहार ने अभूतपूर्व प्रगति की है। हम 2047 तक बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके अनुरूप इन्वेस्टमेंट-फ्रेंडली पॉलिसीस को लागू कर रहे हैं। मुझे यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि बिहार में लगातार निवेश बढ़ रहा है। हम निवेशकों को एक विकसित बिहार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
श्री आलोक रंजन घोष ने कहा, “बिहार को मिला यह सम्मान हमारे लिए काफी उत्साहजनक है। यह 2047 के विकास लक्ष्यों के प्रति हमारे प्रयासों को और मजबूत करेगा। अपने कला और संस्कृति के लिए जाना जाने वाला बिहार आज निवेशकों की भी पहली पसंद बन गया है। राज्य का विकास निवेशकों के लिए नित नए अवसर प्रदान कर रहा है।”


सम्मान से अभिभूत, श्री निखिल धनराज निपाणीकर ने कहा, “बिहार को मिला यह सम्मान बिहार की कला, संस्कृति, और विरासत के प्रति लोगों के प्रेम और देश-विदेश में इसकी ख्याति को दर्शाता है। यह सम्मान इस बात का प्रमाण है कि हम विकसित बिहार 2047 की संकल्पनों को स्पष्ट और बेहतर तरीके प्रस्तुत करने में सफल रहे। बिहार प्रगति के पथ पर तेजी से बढ़ रहा है और हमें पूरी आशा है कि यह 2047 के विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल रहेगा।”
बीते रविवार को बिहार के माननीय उद्योग एवं पर्यटन मंत्री श्री नीतीश मिश्रा ने बिहार मंडप और सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया था, जो उस दिन खास आकर्षण का केंद्र था।


बिहार इस साल पार्टनर स्टेट था, इसलिए बिहार मंडप को इस मेला के थीम विकसित भारत 2047 के अनुरूप तैयार किया गया था। उद्योग विभाग की सचिव श्रीमती वंदना प्रेयसी और उद्योग निदेशक श्री आलोक रंजन घोष के दिशानिर्देशन में बिहार सरकार के उद्योग विभाग ने उद्योग मित्र टीम की मदद से इस पूरे कार्यक्रम और प्रदर्शनी को मूर्त रूप दिया था।
बिहार मंडप में कुल मिलाकर 75 स्टाल था, जिसमें राज्य के हैंडलूम, खादी, और हस्तकरघा उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था। नालंदा की बब्बन बूटी, भागलपुरी रेशम, मिथिला की मधुबनी पेंटिंग, पटना की टिकुली कला और अन्य कलाकृतियों को बिक्री और प्रदर्शन के लिए रखा गया था।
मंडप को बिहार की विशेष सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के थीम के इर्द-गिर्द तैयार किया गया था। प्रवेश द्वार को “सभ्यता द्वार” के रूप में तैयार किया गया था, जो “विकसित बिहार 2047” के लोगो से सुसज्जित था।
मंडप के केंद्र में बिहार संग्रहालय था। इसकी दीवारों पर आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय की 3डी पेंटिंग और प्रतिष्ठित बुद्ध ब्रिज को भी प्रदर्शित किया गया था। अन्य दीवारें बिहार के प्रसिद्ध पद्मश्री कलाकारों द्वारा बनाई गई मधुबनी, मंजूषा और टिकुली कला से अलंकृत थी। मंडप में पारंपरिक कला रूपों-मधुबनी पेंटिंग, टेराकोटा कला और सिक्की शिल्प का प्रदर्शन किया गया था। इस इंटरैक्टिव डिस्प्ले के माध्यम से, आगंतुकों ने बिहार की समृद्ध कला को देखा और अनुभव किया!
इसके अलावा, बिहार मंडप के प्रदर्शनों में उद्यमिता और नवाचार को प्रदर्शित करने वाली मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और स्टार्ट-अप बिहार जैसी राज्य की प्रमुख पहलों की झलकियाँ शामिल थीं। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना जैसे पहलों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण पर ध्यान ने समावेशी विकास के लिए बिहार की प्रतिबद्धता को उजागर किया।
आईटीपीओ के प्लास्टिक-मुक्त दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मंडप को पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन किया गया था। सजावट में स्थानीय सामग्रियों का उपयोग किया गया था, जिसने पर्यावरण से जुड़ी जिम्मेदारी के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाया।

बिहार के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने कॉपर टिकट की प्रतिकृति का किया विमोचन

पटना जी.पी.ओ. के स्वर्णिम एवं गौरवशाली इतिहास में शनिवार (23 नवंबर 2024) को बिहार के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने एक और अध्याय जोड़ते हुए पटना जी.पी.ओ. परिसर, पटना में “कॉपर टिकट की प्रतिरूप” का लोकार्पण किया।
यह प्रतिरूप ताम्र टिकट के 250 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में लोकार्पित किया गया जो कि पटना जी.पी.ओ. के सौंदर्यीकरण की दिशा में एक और कड़ी है। निःसंदेह यह पटना जी.पी.ओ. के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य में एक मील का पत्थर साबित होगा।


​इस अवसर पर श्री कुमार ने कहा कि 31 मार्च 1774 को तत्कालीनपोस्टमास्टर जनरल थॉमस इवांस और तत्कालीन डिप्टी पोस्टमास्टर जनरल चार्ल्स ग्रीम के अगुआई में पोस्ट ऑफिस रेगुलेशन एक्ट, 1774 के अनुसार डाक शुल्क के अग्रिम अदायगी के लिए 1 और 2 आना, मूल्यवर्ग में, सिक्का के आकार के ताम्र टिकट ढाले गये, जिस पर ‘पटना पोस्ट’ टंकित था। इन टिकटों को ‘अजीमाबाद एकन्नी’ और ‘अजीमाबाद दुअन्नी’ के नाम से भी जाना जाता था|दल। 2 आना के टिकट के अग्र भाग पर ‘पटना पोस्ट दो आना’ और पृष्ठ भाग पर फारसी में ‘अजीमाबाद डाक दो अनी’प्रदर्शित था। इन टिकटों को उनके जरी होने के 11 साल बाद, सितम्बर 1785 ई. में अंततः वापस ले लिया गया| यह अनूठा प्रयोग ग्रेट ब्रिटेन में यूनिफार्म पेनी डाक और पेनी ब्लैक की शुरुआत से 55 साल पहले हुआ था।
​मीडिया से संबोधन में श्री कुमार ने बताया कि बिहार परिमंडल 2024 को कॉपर टिकट के 250 वीं सालगिरह के रूप में मना रहा है। जैसा की यह विदित है कि कॉपर टिकट के 250 वीं सालगिरह पर इसी साल 31 मार्च 2024 को एक ‘विशेष आवरण’ एवं 21 नवम्बर 2024 को एक ‘माई स्टाम्प’ जारी किया गया था। यह बिहार के प्रत्येक निवासी के लिए गर्व और खुशी की बात है कि इसगौरवशाली इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय कॉपर टिकट की प्रतिरूप के रूप में जुड़ गया है।


​इस अवसर पर पवन कुमार, निदेशक, डाक सेवाएं ने कहा कि चीफ पोस्टमास्टर जनरल सर का फिलाटेली के प्रति समर्पण एवं ऐतिहासिक धरोहर को समायोजित करने के लिए बिहार परिमंडल सदैव ऋणी रहेगा।
​इस कार्यक्रम में नरसिंह महतो, सतर्कता अधिकारी, रंजय कुमार सिंह, मुख्य डाकपाल, पटना जीपीओ, राजदेव प्रसाद, वरीय अधीक्षक, रेल डाक सेवा, मनीष कुमार, वरीय डाक अधीक्षक, पटना डिवीजन, रॉबिन चंद्रा, सहायक निदेशक (फिलाटेली), अनिल कुमार, उप मुख्य डाकपाल(प्रशासन), पटना जीपीओ, कुमारी सरिता, उप मुख्य डाकपाल (मेल एवं ट्रेजरी), बिहार सर्किल कार्यालय के अधिकारी और कई प्रतिष्ठित डाक टिकट संग्रहकर्ता, मीडियाकर्मी और आम जनता इस स्वर्णिम पल के साक्षी बने ।

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बिहटा-दानापुर एलिवेटेड सड़क तथा राज्य आपदा मोचन बल, मुख्यालय के निर्माण कार्य की प्रगति का लिया जायजा, तेजी से निर्माण कार्य पूर्ण करने का दिया निर्देश

नीतीश कुमार ने आज निर्माणाधीन बिहटा-दानापुर एलिवेटेड सड़क तथा राज्य आपदा मोचन बल, मुख्यालय के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

निर्माणाधीन बिहटा दानापुर एलिवेटेड सड़क के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को एन०एच०ए०आई० तथा निर्माण कम्पनी के अधिकारियों ने कन्हौली में बने सेगल इंडिया लिमिटेड के कॉन्फ्रेंस हॉल में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से निर्माण कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि इस पथ की कुल लंबाई 25.081 कि०मी० है। यह पटना-बक्सर 4 लेन सड़क का हिस्सा है। इस पथ में चार बाईपास का निर्माण भी हो रहा है। पहला बाईपास नेऊरागंज के पास 1.20 कि०मी० का, दूसरा पैनाल के पास 1.75 कि0मी0 का, तीसरा कन्हौली के पास 1.70 कि०मी० का, चौथा विशुनपुरा के पास 0.600 कि०मी० का है। इस पथ के निर्माण कार्य में राज्य सरकार की तरफ से पूरा सहयोग मिल रहा है।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहटा-दानापुर एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें, इससे लोगों का आवागमन और सुलभ होगा साथ ही उनके समय की भी बचत होगी। इस पथ को दानापुर स्टेशन के पास के आर०ओ०बी० से जोड़ा जाएगा। इसके निर्माण से बिहटा एयरपोर्ट जाना सुगम हो जाएगा।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री बिहटा के दिलावरपुर में बनाए जा रहे राज्य आपदा मोचन बल (एस०डी०आर०एफ०) मुख्यालय के भवन के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने साइट प्लान के माध्यम से स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एस०डी०आर०एफ०) के निर्माणाधीन कैंपस के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस परिसर में विभिन्न भवनों- प्रशासनिक भवन, 500 क्षमता का ऑडिटोरियम, 290 प्रशिक्षुओं के लिए प्रशिक्षण केन्द्र, 30 जवानों की त्वरित आपदा टीम भवन, क्वार्टर मास्टर स्टोर, बाढ़ राहत के प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पुल तथा 108 पदाधिकारियों, 150 कर्मचारियों के लिए पारिवारिक आवासन एवं 330 जवानों के लिए बैरक का निर्माण चरणबद्ध तरीके से कराया जा रहा है। योजना के प्रथम चरण अन्तर्गत प्रशासनिक भवन, क्वार्टर मास्टर स्टोर, प्रशिक्षण भवन, त्वरित आपदा टीम भवन, बैरक, कमाण्डेंट आवास, डिप्टी कमाण्डेंट आवास, कांस्टेबल आवास एवं मेस का निर्माण अंतिम चरण में है जिसे जनवरी 2025 तक एवं शेष भवनों का निर्माण जून 2025 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आपदा मोचन बल (एस०डी०आर०एफ०) मुख्यालय परिसर में बनाए जा रहे भवनों का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एन०डी०आर०एफ०) की तर्ज पर वर्ष 2010 में राज्य आपदा मोचन बल (एस०डी०आर०एफ०) का गठन किया गया। पहले राज्य आपदा मोचन बल के जवानों को प्रशिक्षण केन्द्र के अभाव में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था। अब इन समस्याओं के समाधान हेतु राज्य आपदा मोचन बल के लिए स्थायी संरचना निर्माण किया जा रहा है। जवानों एवं अधिकारियों के रहने सहित अन्य सुविधाओं की यहां व्यवस्था की जा रही है ताकि जवानों को सभी कार्यों के निष्पादन में सहूलियत हो सके।

निरीक्षण के दौरान विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव सह भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव श्री संदीप पुदुकलकट्टी, पटना के जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा, राज्य आपदा मोचन बल के कमांडेंट मो० फरोगुद्दीन सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।

जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त एवं प्रबंध निदेशक, बुडको के साथ की छठ महापर्व की तैयारी की समीक्षा

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि छठ महापर्व, 2024 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, सक्रिय एवं तत्पर रहें। वे आज नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर तथा प्रबंध निदेशक, बुडको श्री योगेश कुमार सागर के साथ समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में इस विषय पर आयोजित एक बैठक में छठ महापर्व की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का महापर्व है। बाहर रहने वाले बिहार के निवासी बड़ी संख्या में अपने घर आते हैं। विदेशी पर्यटक भी पटना में छठ पूजा देखने आ रहे हैं। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध रहे।

जिलाधिकारी ने कहा कि मानकों के अनुसार घाटों पर काफी तेजी से तैयारी चल रही है। इसे समय से पूरा कर लिया जाएगा।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आप लोगों ने पूर्व में विभिन्न अवसरों पर उत्कृष्टतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन किया है, फिर भी हम सब को हरेक आयोजन के अवसर पर सजग एवं सर्तक रहने की आवश्यकता है। एसओपी का अनुपालन कर छठ महापर्व, 2024 का भी हम सभी सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी पदाधिकारियों को टीम भावना से काम करना होगा। नगर निकाय, जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, प्रशासन, विद्युत, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण, पुल निर्माण, अग्निशमन सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता एवं कुशलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने घाटों एवं एप्रोच रोड का पैदल चल कर निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्था सुनिश्चित करें। सम्पर्क पथ पूरी तरह से अवरोधमुक्त होना चाहिए। घाटों पर स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, प्रकाश, शौचालय, चेंजिंग रूम एवं अन्य बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहनी चाहिए। घाटों पर लिए गए अस्थायी विद्युत कनेक्शन की ठोसता को पेसू के कनीय अभियंता प्रमाणित करेंगे। उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को निदेश दिया कि घाटों पर लगातार कैम्प कर यह सुनिश्चित करें कि सभी व्यवस्था ससमय हो।

आज की इस बैठक में छठ महापर्व के आयोजन हेतु एजेंडावार विस्तृत समीक्षा की गई। छठ घाटों की तैयारी, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, घाटों पर नियंत्रण कक्ष एवं वाचटावर की स्थापना, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन, शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था, विधि-व्यवस्था संधारण सहित विभिन्न बिन्दुओं पर एक-एक कर विस्तार से चर्चा की गई एवं आवश्यक निदेश दिया गया।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा अनुमंडलवार तैयारियों एवं आवश्यकताओं के बारे में सभी अनुमंडलाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों से एक-एक कर जानकारी ली गई। साथ ही सभी 21 सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों से उनके क्षेत्रांतर्गत आवंटित घाटों पर तैयारी की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया।

विदित हो कि छठ महापर्व के अवसर पर सम्यक तैयारी हेतु घाटों का निरीक्षण, खतरनाक घाटों की पहचान एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु पदाधिकारियों के 21 टीम का गठन किया गया है। इन पदाधिकारियों द्वारा 109 घाटों पर कैम्प किया जा रहा है एवं तैयारियाँ सुनिश्चित की जा रही है।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा छठ महापर्व के आयोजन हेतु उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में त्रि-सदस्यीय छठ पर्व कोषांग का भी गठन किया गया है। यह कोषांग छठ पर्व के अवसर पर छठव्रतियों की सुविधा हेतु घाटों/पहंुच पथों पर किए जाने वाले आवश्यक तैयारियों से सम्बद्ध विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए अपेक्षित कार्यों को ससमय सम्पन्न कराएगा।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि घाटों पर युद्ध-स्तर पर तैयारी चल रही है। समय से इसे पूरी कर ली जाएगी। पदाधिकारियों द्वारा जिला अन्तर्गत सभी घाटों का सम्यक निरीक्षण किया जा रहा है। घाटों पर बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेगी। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल की सुविधा, पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम, छठव्रतियों के ठहरने हेतु यात्री शेड, घाटों के नज़दीक वाहन पार्किंग की सुविधा रहेगी। मानकों के अनुसार घाटों की बैरिकेडिंग की जा रही है। घाटों पर जाने के लिए सम्पर्क पथ की अच्छी स्थिति सुनिश्चित की जाएगी। वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जा रहा है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि घाटों पर सफाई की उतम सुविधा रहेगी। उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित रखने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सफाई निरीक्षक के नेतृत्व में घाटवार टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है।

नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लि. द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्थायी सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया गया है। साथ ही पटना नगर निगम द्वारा घाटों एवं रिवर-फ्रंट पर अस्थायी सीसीटीवी लगाया जा रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इससे भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी तथा अचूक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर साईनेज लगा रहेगा। विद्युत विभाग द्वारा घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाएगी। सिविल सर्जन द्वारा पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस, पारा मेडिकल स्टाफ तथा चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। आपदा प्रबंधन कोषांग द्वारा एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। यातायात पुलिस अधीक्षक द्वारा समाचार पत्रों में यातायात प्रबंधन से संबंधित सूचना प्रकाशित की जाएगी।

डीएम डॉ. सिंह ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को घाटों पर नियंत्रण कक्ष, वाच टावर, चेंजिंग रूम एवं यात्री शेड की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इस अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। सिविल डिफेंस के कर्मी भी समुचित ड्रेस में मुस्तैद रहेंगे।

डीएम डॉ. सिंह ने अनुमंडल अधिकारियों को सभी निर्माण एजेंसियों से यह सुनिश्चित कराने को निदेश दिया कि सभी सड़कों को मोटरेबुल रखें।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी उत्कृष्ट कॉम्युनिकेशन प्लान के साथ मुस्तैद रहेंगे।

इस बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, पटना, सभी अपर जिला दंडाधिकारी, अभियंता जल संसाधन विभाग, नगर दंडाधिकारी, जिला नियंत्रण कक्ष, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, महाप्रबंधक पेसू, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं अन्य भी उपस्थित थे।

हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड ने पटना में खोला अपना स्टेट ऑफिस

हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड ने बिहार एवं झारखंड में सुचारू रूप से कार्य करने के लिए पटना के रुकनपुरा स्थित सोनी टावर के तीसरे तल पर अपने राज्य कार्यालय (बिहार एवं झारखंड) का शुभारंभ किया। कार्यालय का शुभारंभ हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. एस पी मोहंती के द्वारा फीता काटकर किया गया।

इसके पश्चात कार्यालय में पूजा कर प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. एस पी मोहंती ने कहा कि हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड का राज्य कार्यालय पटना में होने से कंपनी का सभी कार्य सुचारू रूप से करने में सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के तीनों यूरिया की प्लांट क्रमशः बरौनी, सिंदरी तथा गोरखपुर से यूरिया का उत्पादन किया जा रहा है जिससे यूरिया की आपूर्ति पूरे उत्तर, मध्य एवं पूर्वोत्तर भारत में की जा रही है जिससे यूरिया की किल्लत से निजात मिली है। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के राज्य प्रमुख गीतम सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के द्वारा प्रत्येक प्लांट से प्रति वर्ष 12.7 लाख टन यूरिया का उत्पादन किया जाता है तथा प्रति वर्ष तीनों प्लांट से कुल 38.1 लाख टन यूरिया का उत्पादन होता है।

मौके पर निशि सौरभ समेत सभी फर्टिलाइजर कंपनी के राज्य प्रमुख, वितरक, हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड सभी मार्केटिंग अधिकारी एवं सभी कर्मचारियों की उपस्थिति र

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी पहुंचकर मां दुर्गा का किया आराधना ,रणवीर नंदन ने मुख्य्मंत्री का गर्मजोशी से किया स्वागत

शारदीय नवरात्र के मौके पर महाअष्टमी के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी के प्राचीनतम गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी पहुंचकर मां दुर्गा परिवार का दर्शन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मां दुर्गा की आरती की ,एवं विधि विधान से पूजा अर्चना की।

नीतीश कुमार जी ने मां दुर्गा से बिहार की समृद्धि व खुशहाली की कामना की। इससे पूर्व गर्दनीबाग ठाकुरवाड़ी प्रबंध न्यास समिति के अध्यक्ष पूर्व विधान पार्षद डॉ रणवीर नंदन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बंडी पहनाकर अन्य सभी आगंतुकों का स्वागत किया।सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार ने नीतीश कुमार जी का स्वागत शॉल देकर किया।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी स्थित परमेश्वरी भवन में नवरात्र के मौके पर स्थापित कलश की पूजा अर्चना की एवं अपनी माता स्वर्गीय परमेश्वरी देवी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, जद (यूं)के वरिष्ठ नेता छोटू सिंह,पुजारी मुकेश रंजन झा,अभिषेक कुमार,अमन राज,सत्य प्रकाश पांडेय,वेद प्रकाश सहित भारी संख्या में भक्तगण लोग उपस्थित थे।

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पटना डीएम सम्मनित

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आज सम्मानित किया गया। माननीय स्वास्थ्य मंत्री, बिहार द्वारा ज्ञान भवन में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह में जिलाधिकारी को यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

जिलाधिकारी डॉ. सिंह ने कहा कि यह सम्मान जिले की पूरी टीम को समर्पित है। अधिकारियों एवं कर्मियों के कठिन परिश्रम, लगन तथा समर्पण के बदौलत ही पटना जिला को यह सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि पटना ज़िला में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएमजेएवाई) का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। समय-समय पर स्पेशल ड्राइव चलाकर सभी पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाता है। वर्ष 2024 में अभी तक 13,06,567 आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। ज़िलाधिकारी ने कहा कि यह निरंतर चलता रहेगा। दिनांक 23.09.2024 से 25.09.2024 तक भी निःशुल्क आयुष्मान कार्ड निर्माण हेतु पूरे ज़िले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

ज़िलाधिकारी ने कहा कि यह सम्मान पाकर बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिली है। आगे भी हम लोग सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहेंगे।

1. जिलाधिकारी, पटना-सह-अध्यक्ष, जिला कार्यान्वयन इकाई, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएमजेएवाई) अन्तर्गत लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड निर्गत करने हेतु विशेष अभियान के आयोजन की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड निर्माण सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार निःशुल्क आयुष्मान कार्ड निर्माण हेतु दिनांक 23.09.2024 से 25.09.2024 तक पूरे ज़िले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को कार्ड निर्माण कर उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए जिलान्तर्गत जन-वितरण प्रणाली दुकानों पर शिविर लगाया जा रहा है। स्टेट डाटा वेयरहाउस लक्ष्य के अनुसार इस बार आयुष्मान कार्ड बनाने का कुल लक्ष्य 46,087 है। प्रतिदिन का लक्ष्य 15,362 है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि हासिल करने के लिए सभी संबद्ध अधिकारी तत्पर रहें।

2. जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए माइक्रो-प्लानिंग की गई है। पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु इसे मिशन मोड में संचालित किया जाए। सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में इस विशेष अभियान के क्रियान्वयन हेतु नोडल पदाधिकारी रहेंगे। वे इसमें प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा करेंगे। प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु हरसंभव कार्रवाई करेंगे। त्रि-स्तरीय पंचायती राज प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बैठक कर पात्र लाभार्थियों को शिविर तक लाने के लिए अनुरोध करेंगे।

3. जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि शिविरों तक छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को लाने की प्रारंभिक जिम्मेदारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों/मार्केटिंग ऑफिसर्स की है। वे जन-वितरण प्रणाली विक्रेताओं से समन्वय स्थापित कर इसे सुनिश्चित करेंगे। अपर जिला दण्डाधिकारी (आपूर्ति) ग्रामीण क्षेत्रों में तथा विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन शहरी क्षेत्रों में पीडीएस दुकानों पर शिविरों के प्रभावी ढ़ंग से आयोजन हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी अपने-अपने प्रखंडों में अभियान के क्रियान्वयन का पर्यवेक्षण करेंगे।

4. जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त, पटना को शिविरों के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया।

5. जिलाधिकारी ने कहा कि आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है। इसके तहत आयुष्मान कार्ड बनवाने पर प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त की जा सकती है। निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु पारिवारिक पहचान के लिए राशन कार्ड एवं व्यक्तिगत पहचान के लिए आधार कार्ड लेकर अपने जन-वितरण प्रणाली दुकानदार से सम्पर्क कर आसानी से कार्ड बनवाया जा सकता है।

6. जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पात्र लाभार्थियों को प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने हेतु किया जा रहा है। साथ ही राज्य सरकार के संकल्प द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के लाभार्थियों को संपूर्ण रूप से स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के क्रम में प्रथम 1,21,10,525 परिवारों को एबी-पीएमजेएवाई से आच्छादित करने के पश्चात राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभार्थियों के डेटाबेस से शेष बचे लाभार्थियों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएम-जेएवाई) में शामिल करते हुए इसका संचालन एबी-पीएमजेएवाई के साथ एकीकृत प्लेटफार्म पर किए जाने का निर्णय लिया गया है।

7. पटना जिला में राशनकार्ड धारी परिवारों के सदस्यों की संख्या 41,75,309 है। वर्ष 2024 में अभी तक 13,06,567 आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। अद्यतन कुल निर्गत आयुष्मान कार्ड की संख्या 17,57,335 है। इस विशेष अभियान में पीडीएस दुकानों पर शिविर लगाकर कॉमन सर्विस सेन्टर (सीएससी) के विलेज लेवल इन्टरप्रेनर्स (वीएलई) के माध्यम से कार्ड का निर्माण किया जाएगा। 1,108 वीएलई को तैनात किया गया है जिसमें 522 को कैम्प में पीडीएसवार टैग किया गया है तथा 586 को पंचायतों में कॉमन सर्विस सेन्टर पर तैनात किया गया है। 04 सीएससी मैनेजर/समन्वयक को विभिन्न प्रखंड आवंटित किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी वीएलई एवं सीएससी मैनेजर ड्यूटी पर मुस्तैद रहकर माइक्रो-प्लान के अनुसार कार्यों को सपन्न करें। सीएससी प्रबंधक/समन्वयक जन-वितरण प्रणाली केन्द्रों पर आवश्यक तकनीकी उपकरणों के साथ वीएलई की उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित करेंगे। शिविरों में पात्र लाभार्थियों के बैठने की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए। लैपटॉप, प्रिंटर, बायोमेट्रिक मशीन एवं एन्ड्रायड मोबाइल के साथ वीएलई/पंचायती राज कार्यपालक सहायकों आदि के बैठने की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए।

8. जिलाधिकारी ने कहा कि सिविल सर्जन, पटना इस विशेष अभियान के सफल संचालन हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे। बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति में कार्यरत जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं आईटी प्रबंधक विशेष अभियान से संबंधित प्रशिक्षण कार्य संचालित करेंगे।

9. जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष अभियान के सफलतापूर्वक संचालन में अंतर्विभागीय समन्वय की आवश्यकता है। स्वास्थ्य, आपूर्ति, ग्रामीण विकास, जीविका, पंचायती राज, आईपीआरडी, आईसीडीएस सहित विभिन्न विभागों के जिला में पदस्थापित पदाधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर प्रभावी ढ़ंग से अभियान का संचालन करे। पात्र लोगों को शिविरों तक आने के लिए उन्मुखीकरण किया जाए।

10. जिलाधिकारी ने कहा कि इस विशेष अभियान में छूटे हुए पात्र लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सभी को सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी स्पेशल ड्राइव में पटना जिला में अच्छा काम हुआ है। इस बार भी लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि हासिल करेंगे।