शराब की बोतल मामले में नहीं मिल रहा ठोस सुराग, कुछ दिन पूर्व विधान सभा परिसर में मिली थी शराब की बोतलें

न्यूज़ डेस्क:- बिहार विधानसभा परिसर से शराब की खाली बोतलें मिलने के मामले में पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पा रही है|

पुलिस टीम ने गुरुवार को भी कई कैमरों को खंगाला| पुराने फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं| पुलिस उस व्यक्ति से भी पूछताछ करने की कोशिश में लगी हुई है, जिसने पहली बार शराब की खाली बोतलों को देखा था| इस पुरे प्रकरण में सीसीटीवी कैमरा ही पुलिस को एक ठोस सबूत का पता साबित हो सकता है| दूसरी और पुलिस कोर्ट से शराब की खाली बोतलों को एफएसएल भेजने की अनुमति मिलने का इंतजार कर रही है कोर्ट से आदेश मिलते ही शराब की खाली बोतलों को एफएसएल भेजा जायेगा| गौरतलब है कि विधानसभा के स्टाफ पार्किंग एरिया के समीप बीते 30 नवम्बर को शराब की खाली बोतलें बरामद की गयी थी| इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिये गये थे|

बाइक दुर्घटना में एक युवक की मौत एक घायल

 न्यूज़ डेस्क –  गुरुवार देर शाम हिलसा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अलीपुर गांव के पास बाइक दुर्घटना में एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वही पीछे बैठे एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। मृतक की पहचान चिकसौरा थाना के अंतर्गत हुराड़ी गांव निवासी अजहव लाल के 22 वर्षीय पुत्र चिंटू कुमार के रूप में किया गया है घायल युवक हिलसा थाना क्षेत्र के बंसी बीघा गांव निवासी चौरासी प्रसाद के पुत्र कारू कुमार के रूप में किया गया है। बताया जा रहा अलीपुर गांव के पास अनियंत्रित होकर बाइक पेड़ से जा टकरा गई। जहां बाइक सवार सिंटू कुमार की मौत घटनास्थल पर हो गई। वही कारू कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया ग्रामीणों के सहयोग से इलाज के लिए निजी क्लिनिक में भर्ती कराया।चिकित्सक ने चिंताजनक स्थिति देखते हुए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया।जहां हालत नाजुक बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक सिंटू कुमार अलीपुर के पास जैतीपुर गांव में 1 दिन पूर्व नानी घर आया था जहां बाइक दुर्घटना में मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर हिलसा थाना के पुलिस दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंची। मामले की जांच करने में जुट गई।

चुनाव हारने के बाद कोरावा पंचायत के निवर्तमान मुखिया के घर पर बदमाशों ने चढ़कर किया मारपीट एवं लूटपाट। चार लोग जख्मी।

न्यूज़ डेस्क –  पंचायत चुनाव में हारने के बाद हिलसा प्रखंड के कोरावा पंचायत के निवर्तमान मुखिया प्रेम शिला देवी के फुलवरिया गांव स्थित पैतृक घर पर धावा बोलकर बदमाशों ने उनके परिवारों के साथ मारपीट एवं लूटपाट किया। मारपीट में चार लोग जख्मी हो गए । जख्मी की पहचान फुलवरिया गांव निवासी अरुण चौधरी की पत्नी रिंकू देवी, दुर्योधन चौधरी की पत्नी पूनम कुमारी, रंजन चौधरी की पत्नी शीतोला देवी, एवं बिरजू चौधरी के पुत्र शहंचर चौधरी के रूप में की गई है। ग्रामीणों के सहयोग से सभी घायलों को हिलसा के अनुमंडलीय अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया है। जहां चारों लोग को इलाज चल रहा है। जख्मी लोगों ने बताया कि हमारे परिवार के लोग बिहार शरीफ में पंचायत चुनाव के मतगणना में गये हुए थे। जब सूचना मिली कि चुनाव हम लोग हार गए हैं। इसी बीच एक अन्य प्रत्याशी एवं उनके समर्थक हम लोगों को हार का कारण बताते हुए घर पर चढ़कर मारपीट एवं लूटपाट करने लगे। जिसमें 4 लोग जख्मी हो गए । इस दौरान घर में रखे एक लैपटॉप एवं पूनम कुमारी से मंगलसूत्र भी बदमाशों ने छीन लिया।

भाजपा विधायक और राजद विधायक के बीच में हो गयी सुलह,विधान सभा अध्यक्ष ने मिलवाया गले

न्यूज़ डेस्क – बीजेपी और राजद विधायक के बीच 2 दिन पूर्व विधानसभा परिसर में हुए वाद विवाद का आज अंत हो गया। दोनों विधायकों ने एक दूसरे को अपशब्द कहे थे और भला बुरा कहा था। बाद में यही कहा गया कि राजद के विधायक ने भाजपा के विधायक को अपशब्द कहा था। विधायक को गाली देने वाले राजद के विधायक भाई वीरेंद्र और भाजपा विधायक संजय सरावगी दोनो विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष गए।
साथ ही दोनो दलों के वरिष्ठ नेता भी यानी तेजस्वी यादव और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी मौजूद रहे। दोनो नेताओ ने एक दूसरे से हाथ मिलाया , गले मिले।
मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी विधायकों और सदस्यों से यही अपील है वो सभी सदन की गरिमा बनाये रखे औए आगे से ऐसी कोई घटना न हो इसका ख्याल रखे। उन्होंने कहा कि सदस्यों को मर्यादित व्यवहार करना चाहिए, ताकि भावी पीढ़ी उनसे अच्छी बातें सीख सके।

अस्पताल की लापरवाही ने 15 लोगों की आंखे छीनी

न्यूज़ डेस्क:- मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद आंख गंवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है| बुधवार को मेडिकल कॉलेज में गंभीर रूप से संक्रमित नौ और पीड़ितों की आंख निकालनी पड़ी| आंख गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है| गर 22 नवम्बर को कुल 65 मरीजों के मोतियाबिन्द का ऑपरेशन हुआ था| मरीजों में खगडिया, समस्तीपुर, मोतिहारी व अन्य जिलों से आये मरीज भी शामिल हैं| इनमें 40 पीड़ितों के बारें में विभाग के पास पर्याप्त जानकारी नहीं है|

बुधवार की सुबह लगभग नौ भे ही मेडिकल कॉलेज ने गहमागहमी बढ़ गई थी| डॉक्टरों के टीम के साथ ही कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये थे| 11 लोगों का ऑपरेशन होना था, पहले तो कई ने आँख  निकलवाने से मना कर दिया, बाद में किसी तरह तैयार हुए| मगर दो मरीज बिना बताए अस्पताल से चले गये| डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि पीड़ितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा दिया जायेगा, इसके लिए पीड़ितों  को मुआवजा दिया जायेगा| इसके लिए पीड़ितों को आवेदन देना होगा| फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है| सिविल सर्जन के अनुसार, पुरे मामले की जांच की जा रही है| अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है| अस्पताल में मौजूद संसधान, डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ शैक्षणिक योग्यता सहित कई बिंदुओं पर जबाव माँगा गया है| 

उद्घाटन-शिलान्यास में सांसद व विधायकों को आमंत्रण अनिवार्य

न्यूज़ डेस्क:- राज्य सरकार के किसी भी विभाग के शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रम में सांसद -विधायकों को अनिवार्य रूप से आमंत्रण दिया जायेगा| बिहार में यह पहले से ही प्रावधान  है, अब इस नियम का सख्ती से पालन होगा| बुधवार को विधानसभा में मुख्मंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की|

सीएम ने कहा कि अब हमारी सरकार बनी तो यह प्रावधान किया गया कि किसी भी विभाग की और से अगर शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रम होता है तो स्थानीय विधायक, विधान पार्षद, लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों को अनिवार्य रूप से आमंत्रण दिया जाए| यही नहीं, सीएम ने कहा कि हमने यह भी कहा है कि शिलापट्ट में भी नाम अंकित किया जाए| सीएम ने कहा कि बिना टेंडर के शिलान्यास नहीं हो, फिर भी अगर किसी विभाग की और से इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है तो सुचना दें तो आवश्यक कारवाई की जाएगी|

कृषि कानून वापसी पर राष्ट्रपति  ने लगाई मुहर, किसानों की मौत का कोई रिकॉड नहीं: केंद्र 

न्यूज़ डेस्क:- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने वाले विधेयक को मंजूरी दे दी है| संसद के दोनों सदनों ने 29 नवम्बर को विधेयक को पहले ही पारित कर दिया था|

राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ ही औपचारिक तौर पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने वा एमएसपी पर कानून बनाने को लेकर एक साल से अधिक समय से तमाम किसान संगठन आन्दोलनरत हैं| किसान संगठन दिल्ली की सीमाओं सिंधु, टिकरी वा गाजीपुर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं| इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत 19 नवंबर को गुरु पर्व पर राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा की थी| मोदी ने कहा था कि एमएसपी को लेकर समिति का गठन किया जायेगा| कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद विपक्ष आन्दोलन के दौरान मरे गये किसानों को मुआवजा देने की मांग कर रहा है| पर सरकार का कहना है कि उसके पास आन्दोलन में मारे गए किसानों का कोई रिकॉड नहीं है, आन्दोलन में मृतक किसानों का आंकड़ा सरकार के पास नहीं होने की बात से किसान संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है| किसान नेताओं का कहना है की यह मृतक किसानों का अपमान है, सरकार मुआवजा नही देना चाहती है हालांकि, केंद्र की और से कोई जवाब नही मिला|

सरकारी दफ्तरों में बिना टिका के प्रवेश व बसों में खड़े होकर यात्रा करने पर रोक

न्यूज़ डेस्क :-  सरकारी दफ्तरों में यदि आप किसी काम से जा रहें हैं और कोरोना वैक्सीन नही लिए हैं तो आप पर कारवाई हो सकती है | प्रशासन ने ऐसे लोगों को सरकारी दफ्तरों में प्रवेश पर रोक लगा दी है|

इतना ही नहीं दुकान और प्रतिष्ठान ऐसे लोग नहीं चला सकते हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन नहीं ली है| किरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है| जिला प्रशासन के अनुसार सार्वजानिक परिवहन में निर्धारित सीट पर पैसेंजर बैठने की अनुमति रहेगी, लेकिन सीट के अतिरिक्त खड़े होकर सफर नहीं कर सकेंगे| सभी पार्क और उधान को खोलने की अनुमति है, लेकिन वहां प्रबंधन को जिम्मेदारी दी गई है कि कोविड 19 के मानक का अनुपालन कराएं| सब्जी, फल एवं अन्य मंडियों पर विशेष नजर रखी जाएगी, विश्वविधालय, कॉलेज व तकनिकी शिक्षण संस्थान सामान्य रूप से खुलेंगे| पहली से 12वीं तक के स्कूल भी खुलेंगे, लेकिन स्कूलों को ऑफ़लाइन के साथ ऑनलाइन माध्यम से भी पढाई का विकल्प रखना होगा|

डीएम ने स्पष्ट कहा है कि आदेश का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51-60 व धारा 188 के तहत कारवाई की जाएगी| डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक करने के लिए उचित उपाय करें|

लोजपा रामविलास पार्टी ने नीतीश कुमार के खिलाफ कारवाई करने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन सौपा

न्यूज़ डेस्क – लोक जनशक्ति पार्टी-(रामविलास) का सात सदस्यीय शिष्टमंडल बिहार के राज्यपाल महामहिम श्री फागु चौहान जी से मिलकर नीतीश कुमार की सरकार को बर्खास्त करने की मांग किया।
शिष्टमंडल में डॉ. सत्यानंद शर्मा राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, प्रधान महासचिव संजय पासवान, संगठन मंत्री संजय सिंह, अशरफ अंसारी, युवा राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान, एवं कृष्णा सिंह कल्लू शामिल थे।
शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में स्पष्ट रूप इस बात का उल्लेख किया है कि विधान-मंडल में शराब की बोतल मिलना शराबबंदी कानून ध्वस्त होने का संकेत दे रहा है। किसी होटल में, घर मे, प्रतिष्ठान में शराब और शराब की बोतल मिलने पर होटल या प्रतिष्ठान, घर को सील कर दिया जाता है।और मालिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाता है। विधान-मंडल दल के नेता नीतीश कुमार है फिर भी अभी तक विधान-मंडल को सील करने और नीतीश कुमार के विरुद्ध मुकदमा कर जेल भेजने की कार्रवाई क्यों नही हुई। मुख्यमंत्री को नैतिक जिम्मेवारी लेकर इस्तीफा करना चाहिए था लेकिन नही किये,तो शीघ्र ही महामहिम राज्यपाल महोदय को नीतीश सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।


शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी कहा है कि नीतीश कुमार की सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की भी अवहेलना किया है सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार किसी महिला को सिर्फ महिला पुलिस तलाशी ले सकती है या गिरफ्तार कर सकती है, राजीव नगर की घटना और पुरूष पुलिस कर्मी द्वारा दुल्हन के कमरा में घुसकर तलाशी लेना सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के विरुद्ध है। फिर भी नीतीश कुमार ने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन करके सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अवहेलना किया है।


राज्य की गिरती विधि-व्यवस्था बेहताशा आपराधिक घटनाओं में हो रहे वृद्धि के सम्बंध में राज्यपाल महोदय को विस्तारित रुप से बताते हुए शिष्टमंडल ने कहा कि आपराधिक घटनाओं में 62.5% वृद्धि हुई है। बिहार के विकास का पोल नीति आयोग ने खोल दिया है बिहार विकास के मामले में अंतिम पायदान पर है और बिहार में 51.3% लोग गरीबी रेखा से नीचे है।
इन सब बिन्दुओं पर विस्तार पूर्वक राज्यपाल महोदय से चर्चा करने के बाद शिष्टमंडल ने बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
उक्त आशय की जानकारी पार्टी के पूर्व मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने दी।

22 साल की आकांक्षा जीती मुखिया चुनाव, दिवंगत पिता के सपने को पूरा करने BPSC की तैयारी छोड़ लड़ी चुनाव

न्यूज़ डेस्क :- खगड़िया में एक 22 साल की बेटी ने अपने दिवंगत पिता के सपने को साकार करने BPSC की तैयारी छोड़ मुखिया का चुनाव लड़ी और पंचायत की जनता ने उसे शानदार मतों से विजय दिलाई। भाकपा नेता और पूर्व मुखिया दिवंगत जगदीश चन्द्र बसु की बेटी आकांक्षा बसु ने अलौली प्रखण्ड के मेघोना पंचायत से मुखिया का चुनाव जीती है। दो हजार 8 सौ 6 मतों से उन्हें जीत हासिल हुई है।

दरअसल फिजिक्स से स्नातक की डिग्री लेने वाली आकांक्षा बसु दिल्ली में रहकर BPSC की तैयारी कर रही थी। वह अधिकारी बनना चाह रही थी। वह अपने सपने को पूरा करने के लिए प्रयास भी शुरू कर दी थी। इसी दौरान पिछले साल उनके पिता जगदीश चन्द्र बसु को बदमाशों गोली मारकर हत्या कर दी। जगदीश चन्द्र बसु मेघोना पंचायत के 4 टर्म के मुखिया रहे थे। जगदीश अपने पंचायत को आदर्श पंचायत बनाने के मुहिम में जुटे थे, लेकिन बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। लिहाजा अपने पिता के सपने को पूरा करने आकांक्षा दिल्ली छोड़ अपने पंचायत मेघोना आ गयी और मुखिया का चुनाव लड़ी। जिसमे उसे शानदार जीत मिली। आकांक्षा की माने तो यह जीत पंचायत वासियों की जीत है। दिवंगत पिता के सपने को पूरा करना उनकी प्राथमिकता है।