बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन वामदलों ने किया जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी

न्यूज़ डेस्क –  बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत वाम दल समेत विपक्षी दलों की नारेबाजी से हुई। पोर्टिको और विधानसभा परिसर में इन दलों के सदस्यों ने विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी की।


उधर, सीएम नीतीश कुमार ने स्पीकर विजय सिन्हा और विधान परिषद के सभापति अवधेश सिंह से शिष्टाचार मुलाकात की।
वहीं, सत्र शुरू होने से पहले वाम दलों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। वैसे शोक प्रकाश के बाद सत्र की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

आज पहले दिन सदन में दिवंगत सदस्यों के निधन पर शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शोक प्रकाश की शुरुआत की. बीजेपी के विधायक संजय सरावगी उठ खड़े हुए. उसके बाद वाम दलों के विधायक भी सदन में खड़े होकर बोलने लगे. शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक उलझते हुए नजर आए.


वहीँ, माले के विधायक कंगना रनौत के बयान को लेकर सदन में उठ खड़े हुए. विधायक महबूब आलम समेत अन्य विधायकों ने इस मामले को लेकर सदन में काफी हो-हल्ला भी किया.
हालांकि अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा शोक प्रकाश को पढ़ते गए और सदन में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई.

माना जा रहा है कि इस बार सत्र हंगामेदार होगा। विपक्ष जहरीली शराब पीने से करीब 50 लोगों की मौत और बेरोजगारी का मुद्दा उठाने की तैयारी कर रहा है। तो सत्ता पक्ष अपनी अलग रणनीति बना रहा है। यह सत्र शुक्रवार तक चलेगा।
सत्र के हंगामेदार रहने के आसार आज से ही मिलने लगे हैं । विधानसभा पोर्टिको के समक्ष विपक्षी दल के सदस्यों ने प्रदर्शन भी किया, नारेबाजी भी की।

कोविड-19 वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लेने वाली काजल कुमारी ने जीता बाइक – डीएम पटना

न्यूज़ डेस्क –   जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के द्वारा पाटलिपुत्रा अशोक होटल पटना में कोविड वैक्सीनेशन लकी ड्रा के तहत पुरस्कार पाने वाले विजयी व्यक्तियों के नामो की घोषणा समारोहपूर्वक की गई। इस ड्रा के तहत कुल 119 लाभुकों के नाम तथा उसके पुरस्कार की घोषणा की गई जिसमें एक लाभुक को बाइक, 8 व्यक्ति को टीवी , 10 व्यक्ति को मोबाइल तथा 100 व्यक्ति को प्रेशर कुकर के पुरस्कार की घोषणा की गई। इस ड्रॉ के तहत प्रथम पुरस्कार के रुप में पटना सदर की काजल कुमारी को बाइक प्राप्त हुआ।

प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार के रूप में निम्न व्यवस्था की गई-
-फर्स्ट प्राइज के रूप में बजाज पल्सर बाइक /होंडा एक्टिव।
-सेकेंड प्राइज के रूप में 32 इंच का एलइडी टीवी।
– थर्ड प्राइज के रूप में मोबाइल फोन।
– सांत्वना पुरस्कार के रूप में प्रेशर कुकर है।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन की गति को तेज करने तथा शत-प्रतिशत लोगों को टीकाकरण से आच्छादित करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा लक्की ड्रा का सुनहरा मौका प्रदान किया गया । इसके तहत प्रतिभागी को 8 नवंबर से 26 नवंबर के बीच कोविड-19 का दूसरा डोज लेकर लकी ड्रा से लाभान्वित होने का मौका प्रदान किया गया। 28 नवंबर 2021 को लक्की ड्रा खोले गए तथा विधिवत समारोह पूर्वक पुरस्कार हेतु नामों की घोषणा की गई।


इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा टीकाकरण कार्य के कुशल प्रबंधन एवं संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया । साथ ही अन्य संबंधित अधिकारियों कर्मियों एवं जिलावासियों के सहयोग की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया। जिन अधिकारियों को मोमेंटो प्रदान किया गया वह हैं उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सामान्य, सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस तथा डीपीएम जीविका है।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित 5 बच्चों जिनके माता / पिता अथवा दोनों ही कोविड-19 से मृत्यु हो गई है वैसे बच्चों को राशन प्रदान किया गया। अभी इस प्रकार के कुल 73 बच्चे चयनित हैं जिसमें से आज समारोह में उपस्थित 5 बच्चों को राशन प्रदान किया गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अब तक टीकाकरण नहीं लेने वाले व्यक्तियों से निकटतम केंद्र पर जाकर वैक्सीन लेने की अपील की है। साथ ही खतरे को देखते हुए लोगों को सजग रहने सतर्क रहने तथा मास्क का प्रयोग करने की अपील की है।

एनसीसी के विकास में कला,संस्कृति और युवा विभाग, बिहार सरकार देगा पूर्ण समर्थन- मंत्री आलोक रंजन

न्यूज़ डेस्क – दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) 28 नवंबर’ 2021 को अपनी स्थापना की 73वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस महत्वपूर्ण अवसर के सिलसिले में एल.एस. कॉलेज, मुजफ्फरपुर में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गार्ड ऑफ ऑनर, ध्वज क्षेत्र प्रदर्शन, सांस्कृतिक नृत्य और ऐच्छिक विषय के रूप में एनसीसी पर वाद विवाद शामिल था।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के कला,संस्कृति और युवा मामलों के मंत्री आलोक रंजन झा उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में कला संस्कृति और युवा मामलों के निदेशक संजय सिन्हा (आईएएस) और एल.एस.कॉलेज के प्राचार्य डॉ ओ.पी.राय भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। बिहार-झारखंड एनसीसी निदेशालय के एडीजी मेजर जनरल एम. इंद्रबालन मुख्य मेजबान थे।

इस अवसर पर मंत्री आलोक रंजन ने बिहार के युवाओं के विकास में एनसीसी की भूमिका और बिहार में एनसीसी को लोकप्रिय बनाने और मजबूत करने के लिए एनसीसी निदेशालय द्वारा की गई कई पहलों की सराहना की। उन्होंने एनसीसी के और आगे विकास के लिए अपने विभाग के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

मुख्य मेजबान मेजर जनरल इंद्रबालन ने बिहार सरकार की मदद से विकसित एक अनुकूलित ऐप ‘नेटसा’ के माध्यम से डिजिटल नामांकन को सफलतापूर्वक लागू करने वाले पहले निदेशालय के रूप में बिहार झारखंड एनसीसी निदेशालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने एनसीसी और कला, संस्कृति और युवा मामलों के विभाग द्वारा आयोजित आगामी ‘पटना हाफ मैराथन’ के बारे में भी बताया।

एनसीसी दिवस पूरे देश भर में मनाया जा रहा है जिसमें जुलूस,रक्तदान शिविर और सामाजिक विकास कार्यक्रमों में कैडेट्स हिस्सा लेते हैं। बीते वर्ष में एनसीसी ने कोरोना महामारी के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों को सफलतापूर्वक पार करते हुए दिए गए मिशन को प्रभावी ढंग से निष्पादित किया। महामारी के प्रबंधन में विभिन्न पहलुओं के माध्यम से कैडेट्स के योगदान की देशभर के लोगों ने व्यापक रूप से सराहना की है।
झांसी में 19 नवंबर 2021 को आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री द्वारा एनसीसी के पूर्व छात्रों के संघ के शुभारंभ ने एनसीसी के गौरव में एक और अध्याय जोड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस प्रतिष्ठित पूर्व छात्र संघ का पहला सदस्य बनाया गया था। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस एसोसिएशन का दूसरा सदस्य बनाया गया था। बिहार में पूर्व कैडेटों को इसमें नामांकित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। संगठन के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने और समाज व समुदाय की आम भलाई में प्रभावी रूप से भाग लेने के लक्ष्य हेतु यह एसोसिएशन एनसीसी में सेवा करने वाले सभी पूर्व कैडेटों और वर्दीधारी व्यक्तियों को एक मंच पर लाएगा। इस तरह एनसीसी आज के युवाओं को कल के जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में अपने अथक प्रयास जारी रखे हुए हैं।

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कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतें- मुख्यमंत्री

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति, कोरोना जांच एवं जिलावार कोरोना टीकाकरण की अद्यतन स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार में आज 8 करोड़ कोरोना टीके का डोज पूर्ण हो गया है। अपर मुख्य सचिव कि जिन लोगों कोरोना टीके का दूसरा डोज नहीं लिया है उन्हें माइकिंग, विज्ञापन, होर्डिंग, सोशल मीडिया एवं प्रचार-प्रसार के अन्य माध्यमों से निर्धारित समय में ही दूसरा डोज लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। । मुख्यमंत्री के ऑडियो संदेश को भी प्रसारित किया जा रहा है जिससे भी लोग कोरोना टीका लेने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

डब्लू०एच०ओ० के बिहार प्रतिनिधि डॉ० सुब्रमण्यम ने कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुनिया में इसके फैलाव, संक्रामक क्षमता, उससे होने वाले नुकसान तथा इसके संबंध में विशेषज्ञों की राय के संबंध में जानकारी दी।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने बताया नये वेरियंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण कारगर उपाय है। साथ ही कोरोना संक्रमण के फैलाव रोकने के लिए कोरोना जांच भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कोरोना के मामले कम होने के बावजूद भी कोरोना की जांच में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। कोरोना टीका का दूसरा डोज लेने का निर्धारित समय जिन लोगों का पूर्ण हो गया है उनका टीकाकरण तेजी से करायें। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर पता करते रहें कि कोई भी टीका लेने से वंचित न रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार कम है और कोरोना जांच भी कम रहे हैं, मुख्यालय स्तर से उन जिलों की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार कर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सचेत एवं जागरुक करते रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतें संक्रमण से बचाव को लेकर पूरी तैयारी दवाओं के पर्याप्त स्टॉक एवं चिकित्सा सुविधाओं की पूरी व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि बाहर के देशों से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखें एवं उनकी कोरोना जांच पॉजिटिव आने पर नये कोरोनावेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर भी पता करायें। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के प्रति पूरी तरह सतर्क एवं सचेत रहें। सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहें।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक श्री संजय कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक श्री अनिमेश पराशर एवं डब्लू०एच०ओ० के बिहार प्रतिनिधि डॉ० सुब्रमण्यम उपस्थित थे।

हिलसा के 15 पंचायत के 215 बूथ पर एक लाख से अधिक लोग करेंगे मतदान

न्यूज़ डेस्क –  त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नौवा चरण में होने वाले हिलसा प्रखंड में पंचायत चुनाव का प्रचार शनिवार की शाम 5:00 बजे के बाद थम गया। 29 नवंबर को होने वाले चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है।चुनाव को लेकर मतदानकर्मियों ने अपना योगदान देने के साथ उन्हें मतदान से सम्बंधित सामग्री उपलब्ध करा दिए गए हैं।मतदान केंद्र पर भेजने के पूर्व प्रखंड विकास पदाधिकारी सह निर्वाची पदाधिकारी प्रिया कुमारी ने कर्मियों को विशेष दिशा निर्देश दिया तथा पीठासीन पदाधिकारी को मतदान केंद्र पर समय पर मतदान आरम्भ करने एव ईवीएम में त्रुटि आने पर नियंत्रण कक्ष एव उन्हें सूचना देने का निर्देश दिया।उन्होंने बताया कि हिलसा प्रखंड के पन्द्रह पंचायत में विभिन्न पदों के चुनाव के लिये सोमवार को मतदान होना है जिसके लिये हिलसा प्रखंड में कुल 215 बूथ एव एक चलंत बूथ बनाये गए हैं।निष्पक्ष व शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव सम्पन्न कराने के लिये हिलसा प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। हिलसा प्रखंड के सभी बूथों पर पुलिस बलों की तैनाती की जा रही है पुलिस अधिकारी लगातार बूथ पर निगरानी करते रहेंगे।इसके अलावे मतदाताओं को बूथ पर किसी तरह की परेशानी नही हो इसके लिये बुनियादी सुविधाएं व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।चुनाव को लेकर वरीय पदाधिकारी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं।

प्रचार के अंतिम दिन विभिन्न पदों के लिए प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत

29 नवंबर को होने वाले पंचायत चुनाव प्रचार के अंतिम दिन शनिवार को विभिन्न पद के प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। जनसंपर्क अभियान चलाकर मतदाता को अपने पक्ष में करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सैकड़ों मोटरसाइकिल के साथ रोड शो की तो कई प्रत्याशियों द्वारा जुलूस निकाला गया। खासकर जिला परिषद, मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्य के प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुटे रहे।

निवर्तमान प्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा दांव पर :

प्रखंड में कई निवर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। जिले के विभिन्न प्रखंड में हुए पंचायत चुनाव के आये नतीजे में अधिकांश निवर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों को हार का मुंह देखना पड़ा है। प्रखंड में एक निवर्तमान जिला परिषद, 13 निवर्तमान मुखिया, चुनाव मैदान में मजबूती के साथ अपना भाग्य पुनः आजमा रहे हैं। सबकी निगाहें मतदान पर टिकी है।

पंचायत बार वोटरों की संख्या

पं म पु
चिकसौरा 3244 -3542
कोरावां- 3721 – 4070
असाढ़ी- 3977 – 3979
मिर्जापुर- 3605- 3879
रेंड़ी – 3479- 3779
योगीपुर- 3322- 3558
जूनियार-3746 – 3970
कावां – 4318 – 4732
कामता-3151 -3466
बारा – 2404 -2521
इंदौत- 2943-3060
अकबरपुर-3739-3989
कपसियावां-4094-4262
पूना -3565- 3695
अरपा 4207- 4487

गंदे मुंह से गंदी बातें ही निकल सकती है- जगदानंद सिंह

न्यूज़ डेस्क:– राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह पुरानी बातें जो गिनाते हैं ..वह बता दें कि उनके शासनकाल में कितने शिक्षकों की बहाली हुई या जब वह वैद्य थे तो कितनी पुड़िया में कितने करोड़ रुपए लेकर आए थे , चुनाव में हेलीकॉप्टरों का पैसा कहां से आता है |

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के 15 साल के शासनकाल पर भी प्रदेश अध्यक्ष ने जमकर हंगामा बोला उन्होंने यहां तक कह दिया कि गंदे मुंह से गंदी बातें ही निकल सकती है

राजगीर फतुहा सवारी गाड़ी दो बोगी पटरी से उतरी

न्यूज़ डेस्क:- खबर नालंदा जिले के राजगीर रेलवे स्टेशन पर से आ रही है। जहां राजगीर रेलवे स्टेशन पर राजगीर फतुहा सवारी गाड़ी 03223 वेपटरी हो गई है।

बता दें कि जैसे ही राजगीर फतुहा सवारी गाड़ी राजगीर से निर्धारित समय पर खुली है। वैसे ही महज 40 फिट आगे बढ़ने पर वह डिरेल हो गई है। जिसमें दो बोगी बेपटरी हो गई है

     बताया जाता है कि चक्के के नीचे लकड़ी का गुटका रखें कि रहने के कारण सवारी गाड़ी में बेपटरी हुई है। हालांकि किसी भी प्रकार का बड़ी हादसा नहीं हुई है। फिलहाल घटना की जानकारी मिलते ही उच्च पदाधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इधर सभी यात्रियों को श्रमजीवी एक्सप्रेस से पटना तक भेजा गया है।

पटना पीएमसीएच अस्पताल में चिकित्सा के साथ सुरक्षा में भी बरती जाती है लापरवाही

न्यूज़ डेस्क:- सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में मरीजों की चिकित्सा के अलावा उनकी सुरक्षा का भी कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। इसीलिए जब यहां बीमार कैदियों को चिकित्सा के लिए लाया जाता है तो वह मामूली लापरवाही का भी लाभ उठाकर भाग निकलते हैं

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डॉक्टरों और पुलिस के जवान के बीच कोई समन्वय में नहीं रहता है। इसलिए कैदियों को भाग जाने में आसानी होती है। बिहार के कई जिलों के मरीज बेहतर इलाज के लिए यहां आते है ,जहां सरकारी चिकित्सीय व्यवस्था अध्यक्ष जगह से काफी बेहतर है। वहीं अस्पताल के कैदी वार्ड में अतिरिक्त पुलिस की चौकसी में की जाती है। दरअसल, इलाज के क्रम में कई बार सुरक्षा में तैनात पुलिस की लापरवाही के कारण कैदी फरार हो जाते हैं। ऐसा कई मामले देखने को मिला है। हालांकि कुछ एक मामलों में फरार कैदी को पुलिस ने पुनः गिरफ्तार भी कर लिया है।

 ताजा मामला pmch से फरार हुए कैदी राजकुमार राय का है। वह NDPS और ARMS एक्ट मामले में बीते डेढ़ महीने से जेल में सजा काट रहा था, फरार कैदी राजकुमार राय मुजफ्फरपुर का रहने वाला बताया जा रहा है उसे इलाज के लिए pmch लाया गया था हालांकि कड़ी सुरक्षा के बाबजूद कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है । फरार कैदी को पकड़ने के लिए छापेमारी भी चल रही है पर अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है।

बिहार के ग्रामीण इलाकों में शराब बनाने और बेचने का धंधा कुटीर उद्योग का रूप लेता जा रहा है जिसका मौखिक परमिट और लाइसेंस स्थानीय पुलिस द्वारा दी जाती है

न्यूज़ डेस्क -आप मानें या नहीं मानें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाख पटना में बैठकर पूरे बिहार के लिए शराबबंदी कानून बना लें ।
पटना में बैठकर वे भले ही एसी भवन में लंबा लंबा भाषण झाड़ लें। अपने कर्मचारियों ,अफसरों से लेकर पुलिस कर्मियों को शराब नहीं पीने की कसम दिलवा लें।शपथ दिलवा लें। लेकिन आलम है कि शपथ लेने के चंद मिनटों बाद ही हॉल से निकलने के कुछ ही देर के बाद उनके कर्मचारी और अफसर यहां तक कि पुलिसकर्मी शराब की बोतल खोजने लगते हैं और उसे मिलते ही चखना के साथ सुरक्षित ढाबे में बैठ जाते हैं ।सुरक्षित स्थानों पर दारू का आनंद लेने लगते हैं। मुख्यमंत्री की बातों का शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मजाक उड़ाया जाता है। उसका चुटकुला बनाकर लोग हंसते भी हैं।उनकी बातों को जिलों में ठेंगा दिखा देती है स्थानीय थाना पुलिस। स्थानीय थाना पुलिस थानाध्यक्ष से लेकर चौकीदार तक की चांदी है। सभी मिलजुल कर शराब बनाते और बेचते हैं ।


शराब के बड़े-बड़े कंटेनर, ट्रक पकड़े जाते हैं और लेन-देन के बाद वसूली के बाद मामला रफा-दफा कर दिया जाता है । अज्ञात आदमी के नाम पर दस पांच बोतल की बरामदगी दिखा दी जाती है और पूरा माल वापस शराब माफिया को सौंप दिया जाता है । इसी का एक नमूना पिपरा थाना क्षेत्र में देखने को मिला है ।


वहां के लोगों से बातचीत और वीडियो से साफ जाहिर हो रहा है कि किस प्रकार पुलिस की मिलीभगत और शराब कारोबारियों को है।

https://youtu.be/QACgoY1AvQY

सुपौल जिला में यह बात साफ लिखी जाती है । वहां पर पुलिसकर्मी यह मानते हैं कि बदन रहे खाकी वर्दी तो डर किस की बात का।
जी हां , ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू होने के बावजूद खुल्लम खुल्ला शराब बिक रही है।पुलिस के लिए तो चिट भी मेरा पट भी मेरा वाली हालत है ।जिले में लगातार अवैध शराब की बिक्री जारी है, जबकि बड़े-बड़े वाहनों में भरी शराब से पकड़े जाते हैं कुछ बुद्धिजीवीयों का का मानना है, कि गांव और देहातों में देसी शराब का बनाने का एजेंसी पुलिस दे दी है।


, बड़े पेमाने से गांव और देहातों में देसी शराब बनाया जाता है। क्षेत्रीय चौकीदार मुख्य दर्शक बने हुए हैं ।
मजे की बात यह है, कि जिस क्षेत्र में देशी शराब बन रही है, वहां आखिर चौकिदार क्या कर रहे हैं, इसकी सुचना थाने को क्यो नही देते हैं ।
इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं, एक ऐसा ही नजारा जिले के पिपरा थाना क्षेत्र में देखने  को मिला है जहां थाना क्षेत्र अंतर्गत दुबियाही पंचायत के वार्ड नं0 14 एवं 17 में बड़े पैमाने पर देशी दारू बनवाई जाती है। वह भी पुलिस के संरक्षण में।
यहाँ दारू बनवाने वाले चौकीदार (नवनिर्वाचित मुखिया पति दुबियाही पंचायत )को शराब और मांस परोस कर उन्हीं के संरक्षण में दारू चुलाई जाती है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रहा है।


आलम यह है कि पिपरा थाना क्षेत्र बड़े- बड़े शराब तस्कर के लिये सेफ जोन बना हुआ है । यहाँ बड़े पैमाने पर शराब बेची जाती है । नीचे से ऊपर तक सभी पदाधिकारी को इनकी जानकारी रहती है । लेकिन कभी कभार शराब पकड़कर इनकी खाना पूर्ति की जाती है ।
हद तो इस बात की है थानाध्यक्ष से लेकर वरीय पदाधिकारी तक अपनी छवि बचाने के लिये मीडिया के सामने सही जानकारी या बयान देना मुनासिब नहीं समझते हैं । आखिर क्यों ।

हाल ही में एक कंटेनर में महेशपुर कदम चौक पर अंग्रेजी शराब पकड़ाया लेकिन पुलिस बताने से परहेज कर रही है ।वहीं आज एक पिकअप वैन में बताया जाता है कि 50 से अधिक कार्टून में अंग्रेजी शराब ठाढ़ी पंचायत के बच्चा देवी के यहाँ से मिली। जिसमें ड्राइवर सहित एक अन्य को हिरासत में लिया गया है ।बताया जाता है पकड़े गये अन्य लोगों को छोड़ने की कवायद चल रही है । थानाध्यक्ष पिपरा नागेंद्र कुमार इस सम्बंध में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। पुलिस के ही सूत्रों का कहना है कि आज देर शाम तक उसे जरूर छोड़ दिया जाएगा और मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा। ऐसी ही कई घटनाएं रोजाना यहां होती हैं।

चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म,आरोपी को सुनाया गया सजा

न्यूज़ डेस्क:- बिहारशरीफ, किशोर न्याय परिषद के प्रधान न्यायाधीश मानवेन्द्र मिश्र ने चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म के आरोपी किशोर को 24 घंटे से भी कम समय में गवाही और बहस पूरी कर सजा सुना दी। 26 नवम्बर को उन्होंने किशोर और गवाहों का बयान दर्ज कर सारी न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर दी। 27 नवम्बर को उन्होंने सजा सुना दी। आरोपी किशोर को धारा 377 के तहत तीन वर्ष और पाक्सो के तहत तीन वर्ष की सजा सुनायी गयी है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेगी। किशोर द्वारा न्यायिक हिरासत में बितायी गयी अवधि सुनायी गयी सजा में समायोजित कर दी जायेगी। जेजेबी जज ने माना है कि जिस तरह से किशोर ने योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया और मौके पर से फरार हो गया वह उसे मानसिक और शरीरिक रूप से अपराध करने में सक्षम साबित करता है। बचाव पक्ष के वकील ने किशोर की उम्र व पहला अपराध होने का दावा कर कम से कम सजा की अपील की थी। जिसे जेजेबी ने नहीं माना व अधिकतम सजा सुनायी। विशेष गृह में किशोर के आवासन के दौरान वहां के अधीक्षक को किशोर की नियमित काउंसलिंग और पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। साथ ही किशोर के आचरण व व्यवहार में हो रहे परिवर्तन से प्रत्येक छह माह पर जेजेबी को अवगत कराने को भी कहा गया है। ताकि किशोर की राहत, पुनर्वासन, संरक्षण और पाश्चातवर्ती देखभाल योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके। साथ ही पीड़िता को मुआवजा के लिए पॉक्सो स्पेशल जज को भी निर्णय की प्रति भेजी गयी है। आरोपी किशोर रिश्ते में पीड़िता का चाचा लगता है। घटना के समय किशोर की आयु करीब 14 वर्ष थी। उसने 8 अक्टूबर 2021 को इस घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता की मां ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। अभियोजन की ओर से सहायक अभियोजन पदाधिकारी जयप्रकाश ने कुल पांच गवाहों का साक्ष्य परीक्षण किया।

क्या है मामला नालंदा थाना क्षेत्र के एक गांव की है। आरोपी किशोर बच्ची को इमली व टॉफी देने का लालच देकर अपने घर की छत पर बने कमरे में ले गया था और उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया था। जिससे बच्ची लहुलूहान हो गयी थी। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उसकी मां आरोपी के घर गये। जहां उसने बच्ची को कमरे में बंद कर रखा था। दरवाजा खोलकर वह कमरे में गयी तो देखा कि बच्ची काफी डरी हुई थी और रक्त बह रहा था। मां को देखकर आरोपी भाग गया। बच्ची ने इशारा में अपने साथ हुए कुकर्म के बारे में बताया। बच्ची ने जेजेबी में भी जज को एफआईआर में दर्ज सारी बातों को बताया। एफएसएल रिपोर्ट में किया सजा के आधार को पुख्ता गवाहों के अलावा इस मामले में एफएसएल रिपोर्ट ने भी आरोपी किशोर को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ। पुलिस द्वारा घटनास्थल से बरामद खून लगा हुआ, पीड़िता के खून लगे कपड़े व आरोपी का खून व सीमेन लगा कपड़ा की एफएसएल जांच में पुष्टि हुई कि यह मानवीय खून है और आरोपी व बच्ची के ही है।

मनोविकृत्ति से ग्रस्त है किशोर बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी और पर्यवेक्षण गृह के काउंसलर की रिपोर्ट के अनुसार किशोर यौन कामंधता जैसी मनोवृत्ति से ग्रस्त है। मुख्यधारा में आने के लिए इसकी समय-समय पर काउंसलिंग जरूरी है। अभी इसे छोड़ना न तो समाज और न ही उस किशोर के सर्वोत्तम हित में होगा।
एक नजर में घटनाक्रम
–         घटना व प्राथमिकी की तिथि- 8 अक्टूबर 21
–         जेजेबी में किशोर की पेशी- 9 अक्टूबर 21
–         आरोपी को किशोर घोषित करने की तिथि- 3 नवम्बर 21
–         आरोपी किशोर पर आरोप कर गठन- 25 नवम्बर 21
–         किशोर का बयान व साक्ष्य परीक्षण- 26 नवम्बर 21
–         सजा का निर्धारण- 27 नवम्बर 21
जज की टिप्पणी- जिस देश में नारी की पूजा वहां ऐसा अपराध चिंताजनक
जज मानवेन्द्र मिश्र ने अपने फैसले में इस तरह के जघन्य कृत पर चिंता जाहिर की है। फैसले में कहा है कि जिस देश के मूल संस्कृति में जहां नारी की पूजा की जाती है वहां देवता निवास करते हैं का भाव हो और कुमारी कन्या को देवी मानकर अनादि काल से पूजा की परंपरा चली आ रही हो, नारी का अपमान का बदला लेने के लिए भगवान राम द्वारा दूसरे देश में जाकर रावण को समूल नष्ट करने, नारी के अपमान का बदला लेने के लिए बंधु बांधवों से महाभारत का प्राचीन इतिहास मौजूद हो उस देश में ऐसी पशु प्रवृत्ति वह भी किशोर द्वारा समाज के लिए चिंता का विषय है। ऐसी प्रवृत्ति को रोकने और किशोरों में अच्छे संस्कार व महिलाओं के प्रति सम्मान विकसित करने के लिए समाज में जागरूकता लानी होगी। इसके पूर्व सुनवाई में ही जेजेबी जज मानवेन्द्र मिश्र ने इसके पूर्व महज नौ कार्यदिवस में ही छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के दोषी किशोर को सजा सुनायी थी। यह सजा भी इसी वर्ष 28 जनवरी को सुनायी गयी थी। पड़ोसी ने ही बहला-फुसलाकर बच्ची को घर ले जाकर दुष्कर्म किया था। देश का यह दूसरा और सूबे का पहला मामला था जिसमें किसी जज ने महज नौ दिन में ही सजा सुनायी थी।
इसके पूर्व 25 दिन चले मुकदमे की कार्यवाही में श्री मिश्र ने ही सजा सुनायी थी।