प्रधानमंत्री 17 सितंबर, 2023 को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा’ का शुभारंभ करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर 17 सितंबर, 2023 को प्रात: लगभग 11 बजे नई दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर पर “पीएम विश्वकर्मा” नाम से एक नई योजना का शुभारंभ करेंगे।

प्रधानमंत्री का पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों को सहायता प्रदान करने पर निरंतर ध्‍यान केन्द्रित रहा है। यह फोकस न केवल कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखने की इच्छा से भी प्रेरित है।

पीएम विश्वकर्मा को 13,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित किया जाएगा। इस योजना के तहत, बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से विश्वकर्माओं का निःशुल्क पंजीकरण किया जाएगा। उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान-पत्र, मूलभूत और उन्नत प्रशिक्षण से जुड़े कौशल उन्नयन, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक संपार्श्विक-मुक्त ऋण सहायता, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी ।

इस योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा या अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले विश्वकर्माओं द्वारा पारंपरिक कौशल के परिवार-आधारित प्रथा को सुदृढ़ बनाना और पोषित करना है। पीएम विश्वकर्मा का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत हों।

यह योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। पीएम विश्वकर्मा के अंतर्गत अठारह पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया जाएगा। इनमें (i) बढ़ई; (ii) नौका निर्माता; (iii) शस्‍त्रसाज; (iv) लोहार; (v) हथौड़ा और टूल किट निर्माता; (vi) ताला बनाने वाला; (vii) सुनार; (viii) कुम्हार; (ix) मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला; (x) मोची (जूता/जूता कारीगर); (xi) राजमिस्त्री; (xii) टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर; (xiii) गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक); (xiv) नाई; (xv) माला बनाने वाला; (xvi) धोबी; (xvii) दर्जी; और (xviii) मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल हैं।

रोजगार मेला के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देशभर के 51 हजार से अधिक युवाओं को प्रदान किया नियुक्ति पत्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज रोजगार मेले के 8वें चरण के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए देशभर के 45 स्थानों पर 51 हजार 106 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री रोजगार मेला कार्यक्रम के तहत आज सोमवार को पटना में श्री अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री, भारत सरकार और मुजफ्फरपुर में श्री पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में चयनित नव नियुक्त युवक-युवतियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। पटना में 319 और मुजफ्फरपुर में 518 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। पटना में मौके पर सीमांत मुख्यालय, एसएसबी, पटना के महानिरीक्षक पंकज दराज, पीआईबी पटना के अपर महानिदेशक एस के मालवीय, कुमार मनीष, मुख्य आयुक्त, कस्टम, पटना जोन, एम.के.सिंह, उपमहानिरीक्षक सीआरपीएफ पटना उपस्थित थे।


पटना में सीमांत मुख्यालय, एसएसबी, पटना द्वारा आयोजित रोजगार मेला में मुख्य अतिथि श्री अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री, भारत सरकार ने 319 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। केन्द्रीय मंत्री श्री चौबे ने 25 अभ्यर्थियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र सौंपा। समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। युवाओं को तेज गति से सरकारी नौकरी भी दी जा रही है। उन्होंने चंद्रयान मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश की बेटियां देश को आगे बढ़ाने में अपना बहुमूल्य योगदान दे रही हैं। सुरक्षा बलों में नियुक्ति के उपरांत बेटियां अब देश की सेवा में अपना योगदान देंगी। उन्होंने कहा कि जिस देश की बेटियां आगे बढ़ती हैं, तो उस देश का विकास दोगुने तेजी होता है। उन्होंने कहा कि जब बेटियां शिक्षित होती हैं तो पूरा परिवार शिक्षित होता है। श्री चौबे ने कहा कि रोजगार मेला के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने में प्रधानमंत्री जी की भूमिका अमूल्य है।


दूसरी ओर मुजफ्फरपुर जिले के झपहा स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल केन्द्र में भी सोमवार (28 अगस्त, 2023) को रोजगार मेले का आयोजन किया गया। केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, सांसद अजय निषाद और वीणा देवी तथा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के आईजी सीमा ढूंढिया ने संयुक्त रुप से मेले का उद्घाटन किया। मेले को संबोधित करते हुए श्री पारस ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वायदा किया था, उसी के तहत चरणबद्ध तरीके से देश भर में रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है।
पटना में आयोजित रोजगार मेले के दौरान सीआईएसएफ के 21, बीएसएफ के 06, असम राईफल्स के 17, सीआरपीएफ के 94, आईटीबीपी के 93 और एसएसबी के 88 नव नियुक्तों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। इस रोजगार मेले के आयोजन के माध्यम से, गृह मंत्रालय के विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) जैसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), असम राइफल्स, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) सहित अन्य पुलिस बलों में नव-नियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।

 

हर देशवासी की तरह मेरा मन चंद्रयान महाअभियान पर भी लगा हुआ था- प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी आज चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग देखने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसरो की टीम से जुड़े। सफल लैंडिंग के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री ने इसरो की टीम को संबोधित किया और उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी।

इसरो की टीम को परिवार के सदस्यों के रूप में संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं किसी राष्ट्र के जीवन की चिरंजीव चेतना बन जाती हैं। प्रधानमंत्री ने उल्लास से भरे राष्ट्र से कहा, “यह क्षण अविस्मरणीय, अभूतपूर्व है। यह ‘विकसित भारत’ के आह्वान का क्षण है, यह भारत के लिए विजय के आह्वान का क्षण है, यह कठिनाइयों के सागर को पार करने और जीत के ‘चंद्रपथ’ पर चलने का क्षण है। यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य और भारत में नई ऊर्जा के विश्वास का क्षण है। यह क्षण भारत के उदयीमान भाग्य के आह्वान का है।” स्पष्ट रूप से उत्साहित प्रधानमंत्री ने कहा, “‘अमृत काल’ की पहली रोशनी में यह सफलता की ‘अमृत वर्षा’ है।” प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों को उद्धृत करते हुए कहा, ‘भारत अब चांद पर है!’ उन्होंने कहा कि हम अभी नए भारत की पहली उड़ान के साक्षी बने हैं।

प्रधानमंत्री ने बताया कि वह इस समय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जोहान्सबर्ग में हैं, लेकिन हर नागरिक की तरह उनका मन भी चंद्रयान 3 पर लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि हर भारतीय जश्न में डूब गया है और यह हर परिवार के लिए उत्सव का दिन है। इस खास मौके पर वह भी हर नागरिक के साथ पूरे उत्साह से जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री ने टीम चंद्रयान, इसरो और वर्षों तक अथक परिश्रम करने वाले देश के सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी और उत्साह, आनंद और भावना से भरे इस अद्भुत पल के लिए 140 करोड़ देशवासियों को भी बधाई दी!

प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे वैज्ञानिकों के समर्पण और प्रतिभा से भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच गया है, जहां आज तक दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच सका है।” उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि आज के बाद से चंद्रमा से जुड़े सभी मिथक और कथानक बदल जायेंगे और नई पीढ़ी के लिए कहावतों के नए अर्थ हो जायेंगे। भारतीय लोककथाओं का उल्लेख करते हुए जहां पृथ्वी को ‘मां’ और चंद्रमा को ‘मामा’ माना जाता है, प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रमा को बहुत दूर भी माना जाता है और इसे ‘चंदा मामा दूर के’ कहा जाता है, लेकिन वह समय दूर नहीं है जब बच्चे कहेंगे ‘चंदा मामा एक टूर के’ यानी चांद बस एक यात्रा की दूरी पर है।

प्रधानमंत्री ने दुनिया के हर देश और क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “भारत का सफल चंद्र मिशन अकेले भारत का नहीं है। यह एक ऐसा वर्ष है जिसमें दुनिया जी-20 की भारत की अध्यक्षता का साक्षी बन रही है। ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का हमारा दृष्टिकोण दुनिया भर में गूंज रहा है। हम जिस मानव-केंद्रित दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं उसका सार्वभौमिक रूप से स्वागत किया गया है। हमारा चंद्र मिशन भी इसी मानव-केंद्रित दृष्टिकोण पर आधारित है। इसलिए, यह सफलता पूरी मानवता की है। और यह भविष्य में अन्य देशों के चंद्र मिशनों में मददगार होगा।” श्री मोदी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि ग्लोबल साउथ सहित दुनिया के सभी देश ऐसी उपलब्धियां हासिल करने में सक्षम हैं। हम सभी चंद्रमा और उससे आगे की आकांक्षा कर सकते हैं।”

प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि चंद्रयान महाअभियान की उपलब्धियां भारत की उड़ान को चंद्रमा की कक्षाओं से आगे ले जायेंगी। श्री मोदी ने कहा, “हम अपने सौर मंडल की सीमाओं का परीक्षण करेंगे, और मानवता के लिए ब्रह्मांड की अनंत संभावनाओं को साकार करने के लिए काम करेंगे।” प्रधानमंत्री ने भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के बारे में प्रकाश डाला और बताया कि इसरो जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए ‘आदित्य एल-1’ मिशन लॉन्च करने जा रहा है। उन्होंने शुक्र ग्रह को भी इसरो के विभिन्न लक्ष्यों में से एक बताया। प्रधानमंत्री ने मिशन गगनयान, जहां भारत अपने पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए पूरी तरह से तैयार है, पर प्रकाश डालते हुए कहा, “भारत बार-बार यह साबित कर रहा है कि आकाश की सीमा नहीं है।”

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी देश के उज्ज्वल भविष्य का आधार हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन हम सभी को उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा और संकल्पों को साकार करने का रास्ता दिखाएगा। अंत में, वैज्ञानिकों को उनके भविष्य के सभी प्रयासों में सफलता की शुभकामनाएं देते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, “यह दिन इस बात का प्रतीक है कि हार से सबक लेकर जीत कैसे हासिल की जाती है।”

शहीद दिवस पर अमर स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई

आज शहीद दिवस के अवसर पर 11 अगस्त 1942 को आजादी के मतवाले सात अमर शहीद यथा उमाकांत प्रसाद सिंह, रामानन्द सिंह, सतीश प्रसाद झा, जगतपति कुमार, देवी प्रसाद चौधरी, राजेन्द्र सिंह, राम गोविन्द सिंह की दी गई कुर्बानियों को याद किया गया और उन्हें शत्-शत् नमन करते हुये श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजकीय समारोह का आयोजन शहीद स्मारक परिसर में किया गया। राजकीय समारोह में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष श्री अवध बिहारी चौधरी, उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, विधि मंत्री श्री शमीम अहमद, श्रम संसाधन मंत्री श्री सुरेन्द्र राम, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री महेश्वर हजारी, विधायक श्री शकील अहमद खां, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गॉधीजी, पूर्व मंत्री श्री श्याम रजक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव श्री अरविंद कुमार, राज्य खाद्य आयोग के पूर्व सदस्य श्री नंद किशोर कुशवाहा, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य श्री शिवशंकर निषाद सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष श्री अवध बिहारी चौधरी, उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सचिवालय प्रांगण स्थित शहीद पार्क में जाकर अमर ज्योति के समक्ष पुष्प चक्र अर्पित किया एवं स्वतंत्रता संग्राम के तमाम अमर शहीदों को नमन करते हुये अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा बिहार गीत एवं देश भक्ति गीतों का गायन प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। केंद्र सरकार को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री कहा कि केंद्र सरकार का मीडिया पर कब्जा है। सब जगह घटनाएं घट रही हैं लेकिन उनका कोई बयान नहीं आता है। वे लोग अपने ढंग से जो अच्छा लगता है उसको बोलते हैं। उनको काम करना चाहिए लेकिन काम नहीं हो रहा है। हाऊस चलता है फिर भी वे लोग चुप रहते हैं। पहले ऐसा नहीं होता था जब हमलोग हाऊस में रहते थे, जब श्रद्धेय अटल जी की सरकार थी तो हर बात का जवाब दिया जाता था। अब केवल एकतरफा बातें छपती हैं। इधर के लोग जो बोलते हैं उनकी बातों को नहीं छापा जाता है, वे जो बोलते हैं केवल उसको ही छापा जाता है। अब उसे देखने की क्या जरूरत है, ऐसे भी हम टी०वी० देखना बहुत कम कर दिए हैं। अपनी बात रखने का विपक्ष को अधिकार है। अब हमलोगों की तरफ बहुत पार्टियां आ गई हैं और एकजुट हो गई हैं। पटना से ही विपक्षी एकता की शुरुआत हुई है। हमलोग सभी पार्टियां मिलजुलकर तय करेंगे कि किस तरह से आगे देश का विकास करना है। जब हमलोग एकजुट हो रहे हैं तो उनलोगों को परेशानी हो रही है।

वर्ष 2024 में भाजपा बिहार से खत्म हो जाएगी पत्रकारों के इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हां, बिल्कुल इसीलिए वे लोग घबराहट में हैं। हमलोगों की एकजुटता का नतीजा अच्छा निकलेगा। वे लोग केवल प्रचार-प्रसार करते हैं, अब विकास का कोई काम नहीं हो रहा है। बिहार में जो भी काम हुआ सब हमलोगों ने किया है। हमलोगों ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग की लेकिन क्या हुआ ? अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो हमलोग कितना आगे पहुंच जाते। वे लोग बिहार को भूल जाते हैं। यह सबसे पौराणिक स्थल है। इसके इतिहास को उठाकर देख लीजिए। जदयू के बारे में कुछ लोग बयान देते हैं कि वो तीसरे नंबर पर है लेकिन वर्ष 2005 में जब हमलोग चुनाव जीते तो हमलोग कितने नंबर पर थे, कितना वोट आया था हमलोगों को और भाजपा वालों को कितना वोट आया, देख लीजिए। वर्ष 2010 में क्या हुआ हमलोगों को 118 सीटें आईं और उनलोगों को कितनी सीटें आईं, हमसे कम सीटें आईं। इस बार के चुनाव में हमलोगों को हराने का काम किया गया I एजेंट के तौर पर अन्य लोगों को खड़ा कर हमलोगों को हराया गया। जनता सब जानती है। वर्ष 2020 के चुनाव के बाद हम मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे और हमने इसके लिए मना कर दिया था लेकिन वे लोग बोलने लगे तो हम उनलोगों की बात मान लिए ।

वर्ष 2009 में हमलोग लोकसभा का चुनाव साथ लड़े थे। हमलोग 25 सीट पर लड़े तो उसमें 20 पर जीते और भाजपावाले 15 पर लड़े तो 12 जीते, ये सब बातें वो लोग भूल रहे हैं। हर चीज वे लोग भूल रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी हमको मानते थे । हम हमेशा उनका सम्मान करते रहेंगे, इनलोगों को जो मन में आए बोलते रहें। हमलोग काम करना जानते हैं और इनलोगों को सिर्फ बोलना है। वे लोग जो घोषणा किए थे उसमें एक भी पूरा नहीं किए। हम देश के हित में काम करते हैं और राज्य के हित में यहां काम करते हैं। सबलोगों को एकजुट होना चाहिए, यह देश के हित में है। कोई इतिहास न बदले। आजादी की लड़ाई को न भुला दें इसीलिए हमलोग सबको एकजुट करने का काम कर रहे हैं। जब चुनाव की सरगर्मी शुरू होगी तो और पार्टियां भी हमलोगों के साथ आ जाएंगी।

चिराग पासवान ने विश्वास मत के समर्थन में मजबूती से नरेंद्र मोदी सरकार का पक्ष रखा

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री चिराग पासवान जी ने देश की संसद मे अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि सदन कई ऐसे अविश्वास प्रस्ताव इससे पहले देखे हैं लेकिन यह अविश्वास प्रस्ताव अपने आप में अनोखा है जिसमें अविश्वास सरकार के प्रति कम और अपने विपक्षी एकता में आपसी विश्वास बढ़ाने को लेकर कहीं ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है यह विश्वास प्रस्ताव जिस उद्देश्य को लेकर लाई गई है वह मणिपुर की घटना को लेकर है जबकि किसी ने मणिपुर की घटना को लेकर समाधान देने की जरूरत नहीं समझी जबकि विपक्षी दलों द्वारा सिर्फ आरोप प्रत्यारोप की जा रही है आरोप प्रत्यारोप की राजनीति में मणिपुर के लोग यह सुनने का प्रयास कर रहे हैं कि हमारी बेहतरी के लिए आप सभी ने क्या किया देश के गृह मंत्री ने सभी पक्षों को बड़ी विनम्रता से रखा बावजूद किसी ने सुनने का प्रयास नहीं किया जबकि मणिपुर में 90 के दशक में भी इसी तरह की परिस्थितियां थी तब सरकार किसकी थी? क्या उस वक्त की सरकार ने मौजूदा सरकार को उस वक्त की घटना के इनपुट और जानकारी देने का प्रयास किया ? श्री चिराग ने कहा कि यह लोग मणिपुर गए थे बहुत अच्छी बात है और उन्हें जाना भी चाहिए जो लोग मणिपुर गए थे वह बिहार में गए ? लेकिन वे लोग बिहार के मुजफ्फरपुर दरभंगा अरवल और बछवारा क्यों नहीं गए? श्री चिराग ने कहा कि बछवारा में जब दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म के पश्चात तेजाब छिड़ककर उसे अपने ही घर में दफन कर दिया गया तब क्यों नहीं गए ? जब दलित महिला के साथ दुष्कर्म के पश्चात उसके शरीर को दो भाग में काटकर खेतों में फेंक दिया गया तब क्यों नहीं गए? देश के किसी भी कोने में ऐसी घटनाएं घट रही हैं तो वह अक्षमय है घटनाओं को सरकारों के हिसाब से नहीं देखी जा सकती जिन प्रदेशों में आपकी सरकार है वहा की घटनाओं पर आपको चर्चा नहीं करनी चाहिए? इस तरह की घटनाओं में सिलेक्टिव की जगह कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी होना चाहिए यह देश एक है इसलिए देश को बांटने का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए इसमें आइसोलेट करने की जरूरत नहीं है देश में कहीं भी और किसी कोने में जब मां बहनों के साथ ऐसी घटनाएं घट रही हो तो वह अक्षमय है ऐसी घटनाओं पर आपको अवश्य चर्चा करनी होगी आप को चर्चा करनी होगी बंगाल पर और चर्चा करनी होगी बिहार पर और चर्चा करनी होगी राजस्थान पर चर्चा करनी होगी कर्नाटक पर क्योंकि यह देश एक है इसे टुकड़े टुकड़े में बांटकर ऐसे विषयों को नहीं उठा सकते अलग-अलग देखने की जरूरत नहीं यही कारण है कि देश की जनता का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हर चुनाव के साथ बढ़ता जा रहा है 18 में इसी तरह की बातें की जा रही थी जब 2014 से बड़ा जनादेश 19 मैं मिला और वह दिन दूर नहीं जब 2024 में इससे भी बड़ा जनादेश हम लोग लेकर आएंगे श्री चिराग ने आगे कहा कि मेरे पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान जी की हाजीपुर कर्म भूमि रही है और जमुई के सांसद होने के नाते मैं पूरा बिहार घुमा हूं आपको विश्वास दिलाता हूं कि 2024 में बिहार में 40 की 40 सीटें एनडीए जीतेगी! आज बिहार और देश के तमाम युवा के भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देखना चाहते हैं और 2047 में सबसे विकसित राष्ट्र देखना चाहती है और यह आज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में संभव होगा चिराग ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2020 में बिहार की जनता ने उन्हें पूरी तरह नकार दिया है जिसे बिहार की जनता ने नकार दिया है उसे देश की जनता में कैसे स्वीकार करेगी । ये दिन में बहुत बड़ा सपना देख रहे हैं।

केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हाजीपुर स्टेशन की पुनर्विकास की आधारशिला रखी

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना की आधारशिला की शिलान्यास रखी।


श्री पारस ने आज हाजीपुर में शिलान्यास समारोह में कहा कि भारतीय रेल के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरूआत हैं। विपक्षी पर निशाना साधते हुए कहा विपक्ष सिर्फ नकारात्मक राजनीति करती है प्रधानमंत्री मोदी पूरे देश के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं। सबका साथ सबका विकास के नारा के साथ जी जान से जुटे हुए हैं रेलवे ने डेढ़ लाख से अधिक युवाओं को नौकरी दिया है। आगे श्री पारस ने कहा कि रेलवे देश की लाईफ लाईन है जिसे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नई जान दी जा रही है। श्री पारस ने आगे कहा कि अमृत रेलवे स्टेशन की आधारशिला रखने से देश में रेलवे स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा, जिसमें 49 स्टेशन बिहार राज्य के अन्तर्गत आते हैं। जिसमें वैशाली के हाजीपुर स्टेशन को चयनित किया गया है जो हाजीपुर, वैशाली के लिए गर्व और सम्मान की बात है। ट्रेनों की गति बढ़ानें, आधुनिक कोच का निमार्ण, उच्च श्रेणी के सुरक्षा मापदंड को हासिल करने के बाद रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय, एयरपोर्ट जैसी सुविधा प्रदान करने की दिशा में रेलवे का एक बड़ा कदम है। साथ ही स्टेशनों का सौदर्यकरण एवं आधुनिकरण किया जायेगा, बहुमंजिला भवन होगें जिसमें वेंटिग रूम, रिटायरिंग रूम, खानपान की उत्तम व्यवस्था, खरीदारी के लिए दुकानें होगीं। स्टेशनों का विकास अगले 50 साल की जरूरतों के हिसाब से किया जा रहा है। आगे श्री पारस ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि माननीय रेल मंत्री से आग्रह किया जायेगा कि कोरोना काल में बंद टेªन का पुनः संचालन किया जाये। प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि आज के कार्यक्रम में आज केन्द्रीय मंत्री श्री पशुपति कुमार पारस जी के साथ हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह, विधायक लालगंज संजय कुमार सिंह, घनश्याम कुमार दाहा, मनोज सिंह, पारसनाथ गुप्ता, ब्रह्मदेव राय, राजेश सिंह, राधाकान्त पासवान, शक्ति पासवान सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

मां का दूध बच्चों के लिए अमृत: डॉ. इंन्द्रमणि मिश्र

भारत सरकार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), दरभंगा द्वारा रविवार 6 अगस्त 2023 को विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान हायाघाट अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 68 परिसर में एक दिवसीय परिचर्चा सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर उपस्थित स्थानीय विधायक डॉ. रामचंद्र साहू ने कहा कि कोई भी सरकारी कार्यक्रम का बहुत महत्व होता है और आज का यह कार्यक्रम सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि इस कार्यक्रम में आप लोगों को स्तनपान के विषय में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आप सभी से हम यही अनुरोध करेंगे कि इस कार्यक्रम से जो भी आप सीखेगें उसे अन्य लोगों को भी बताएं ताकि स्तनपान के महत्व एवं फायदे को अधिक से अधिक लोग समझ सकें।

अपने सम्बोधन में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आई.सी.डी.एस.) डॉ. रश्मि वर्मा ने कहा कि नवजात शिशु के लिए पहला वैक्सीन मां का दूध होता है क्योंकि मां के दूध में कॉलेस्ट्रॉम पाया जाता है जो बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चे के जन्म से 6 महीने तक बच्चे को केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए इससे बच्चे के साथ साथ मां को भी फायदा होता है। उन्होंने कहा कि दूध पिलाने वाली माताओं के शरीर में आॉक्सीटोशीन नामक हार्मोन पैदा होता है जिससे उनको ब्रेस्ट कैंसर से लेकर अन्य कई बिमारियों से बचाता है।

मौके पर उपस्थित आई.सी.डी.एस. निदेशालय पटना के स्वास्थ्य एवं पोषण सलाहकार डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि यह बहुत ही अच्छा कार्यक्रम है और इस कार्यक्रम के माध्यम से आपको स्तनपान के महत्व को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मां का दूध बच्चों के लिए सर्वोत्तम आहार है कहने का तात्पर्य है कि बच्चे के जन्म से 6 महीने तक सिर्फ और सिर्फ मां का ही दूध पिलाना चाहिए बाहर का पानी भी नवजात शिशु नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि मां के दूध में हर वो चीज होता है जो बच्चों के पोषण के लिए आवश्यक है।

वहीं, यूनिसेफ के प्रतिनिधि अनुप कुमार ने कहा कि मां का दूध बच्चों को स्थमा, दांत कान की बिमारी, पाचन क्रिया, नींद के वक्त अचानक सांस रूक जाना आदि 21 प्रकार के बिमारियों से बचाता है।

इस कार्यक्रम में उपस्थित डी.एम.सी.एच. के शिशु विशेषज्ञ डॉ. इंद्रमणि मिश्र ने कहा कि मां का दूध अमृत समान है। उन्होंने कहा कि बच्चों के बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए मां का दूध अतिआवश्यक है।

कार्यक्रम के दौरान हायाघाट प्रखंड के प्रमुख सीता देवी, मझौलिया पंचायत के मुखिया ममता कुमारी, आई.सी.डी.एस. निदेशालय पटना के स्वास्थ्य एवं पोषण सलाहकार डॉ. कुमारी चंदा, हायाघाट प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रभा रानी, जिला महिला संरक्षण पदाधिकारी अज़मातुन निशा, समाजिक कार्यकर्ता चाइल्ड हेल्पलाइन अनुराधा कुमारी, महर्षि दयानंद इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के निदेशक डॉ. शशि नाथ झा केन्द्रीय संचार ब्यूरो, दरभंगा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मनीष कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मिहिर कुमार झा ने भी लोगों को संबोधित किया।कार्यक्रम के दौरान होरलपट्टी के पंचायत समिति सदस्य मीना देवी, प्रोफेसर तृलोक नाथ झा, हायाघाट प्रखंड के महिला पर्यवेक्षिका विनीता भारती, सीमा कुमारी, रिंकू कुमारी एवं तहसीन फातिमा तथा एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम के दौरान रंगोली बनाने वाली सेविका साधना कुमारी, ज्योति कुमारी, हेमा कुमारी, वंदना कुमारी, अर्चना कुमारी को मंच पर सम्मानित भी किया गया।इससे पहले कार्यक्रम के शुरुआत में एक जन-जागरूकता रैली भी निकाली गई जिसमें सभी उपस्थित आंगनबाड़ी सेविका सहित लोगों ने हिस्सा लिया। इस रैली को जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आई.सी.डी.एस.) डॉ. रश्मि वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।कार्यक्रम के अंत में केन्द्रीय संचार ब्यूरो, दरभंगा के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मिहिर कुमार झा ने सफलतापूर्वक कार्यक्रम को सम्पन्न कराने के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रभा रानी सहित सभी को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय संचार ब्यूरो, पटना में पंजीकृत सांस्कृतिक दल लोक कला मंच के कलाकारों द्वारा शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसका उपस्थित लोगों ने भरपूर आनंद उठाया।

विश्व स्तनपान सप्ताह पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का थावे (गोपालगंज) में किया जाएगा आयोजन

विश्व स्तनपान सप्ताह (1-7 अगस्त) के अवसर पर कल सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय कार्यालय केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), छपरा द्वारा गोपालगंज के थावे ब्लॉक स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय के सभागार में एकदिवसीय विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम को डीपीओ (आईसीडीएस), गोपालगंज तथा सीडीपीओ कार्यालय थावे के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में थावे ब्लॉक की आंगनबाड़ी सेविका, सहायिकाएं तथा जीविका दिदियों सहित ग्रामीण महिलाएं भाग लेंगी।

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए सीबीसी, पटना के क्षेत्रीय प्रचार सहायक अमेंद्र मोहन ने कहा कि विश्व स्तनपान सप्ताह पर थावे (गोपालगंज) स्थित सीडीपीओ कार्यालय सभागार में आयोजित होने वाले विशेष जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन गोपालगंज के अनुमंडल पदाधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में केंद्रीय संचार ब्यूरो, पटना के कार्यक्रम प्रमुख पवन कुमार सिन्हा उपस्थित रहेंगे। साथ ही मंजु कुमारी, सीडीपीओ, थावे; नाजीया, महिला हेल्पलाइन प्रबंधक, गोपालगंज; खुशबू, स्वास्थ्य प्रबंधक, थावे; ब्रज किशोर, जिला समन्वयक (आईसीडीएस), गोपालगंज; प्रखंड विकास पदाधिकारी, थावे; यूनिसेफ के प्रतिनिधि तथा बाल व महिला विशेषज्ञ विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि विशेष जागरूकता कार्यक्रम के दौरान ‘विश्व स्तनपान सप्ताह-2023’ की थीम- “स्तनपान को सक्षम बनानाः कामकाजी माता-पिता के लिए एक बदलाव लाना” विषय पर एक सारगर्भित संगोष्ठि का आयोजन किया जाएगा। साथ ही पोषण रंगोली प्रतियोगिता, पोषण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी मौके पर आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौके पर शिशुवती महिलाओं को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के पंजीकृत सांस्कृतिक दल के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पोषण संबंधी गीत, संगीत व नाटक का भी मंचन किया जाएगा।

‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत गांव से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक जनभागीदारी कार्यक्रमों का आयोजन किए जाएगा

भारत के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम के बीते संस्करण के दौरान, स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीर-वीरांगनाओं के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की घोषणा की गई।

इस अभियान के अंतर्गत पूरे देश में हमारे वीर-वीरांगनाओं की स्मृति में न केवल अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, बल्कि ग्राम पंचायतों में, उनके विशेष शिलालेख भी स्थापित किए जाएंगे। देश में आज़ादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ 12 मार्च, 2021 को साबरमती से दांडी तक मार्च के साथ शुरू हुआ था और अपनी 2 वर्षों से भी अधिक की यात्रा के दौरान इस अभियान ने पूरी दुनिया के सामने जन-भागीदारी का एक अनूठा स्वरूप पेश किया है। इस अभियान के अंतर्गत पूरे देश में 2 लाख से भी अधिक कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं।


‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत 09 से लेकर 30 अगस्त, 2023 तक गांव/पंचायत, प्रखंड और स्थानीय शहरी निकाय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

इस अभियान के अंतर्गत शिलाफलकम (स्मारक) की स्थापना, पंच प्रणों की प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन जैसे कई कार्यक्रम निर्धारित हैं। देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बने अमृत सरोवर, जल स्रोत या अन्य प्रमुख स्थानों पर शिलाफलकम की स्थापना की जायेगी, जिसमें वहां के गांव, पंचायत, ब्लॉक़, कस्बा, नगर आदि क्षेत्रों के वीर-वीरांगनाओं के नाम अंकित होंगे। इन शिलाफलकम में क्षेत्र के उन लोगों के लिए प्रधानमंत्री का संदेश भी होगा जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन का बलिदान किया है।

‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत एक ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। इस यात्रा की विशेषता यह है कि इसमें देश के कोने-कोने से, 7500 कलशों में मिट्टी लेकर दिल्ली की यात्रा की जाएगी। इस यात्रा में, देश के अलग-अलग हिस्सों से आई मिट्टी और पौधों को लगाकर दिल्ली में ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण किया जाएगा। यह ‘अमृत वाटिका’, निश्चित रूप से हमारी ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को एक नई मज़बूती देगी।

इस अभियान में एक व्यापक स्तर पर जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए https://merimaatimeradesh.gov.in/ पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया है। यहां आप हाथों में एक मुठ्ठी मिट्टी या मिट्टी का दीया लेकर अपनी सेल्फ़ी अपलोड कर सकते हैं। इस दौरान, पंच प्रणों की प्रतिज्ञा स्वरूप आप- “ मैंने शपथ ली कि, भारत को एक विकसित देश बनाएंगे, ग़ुलामी की मानसिकता को जड़ से निकाल फेकेंगे, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करेंगे, एकता और एकजुटता के लिए कर्तव्यबद्ध रहेंगे, नागरिक के कर्तव्य निभाएंगे, देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करेंगे। एक बार शपथ लेने के बाद आप अपना भागीदारी का डिजिटल प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान का शुभारंभ 9 अगस्त को होगा और 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस तक पंचायतों/गांवों, छोटे शहरी स्थानीय निकायों में निर्धारित कार्यक्रम आयोजित होंगेI इसके बाद, 16 अगस्त, 2023 को प्रखंड, बड़ी नगर पालिका/निगम और राज्य स्तरीय कार्यक्रम होंगे। 30 अगस्त, 2023 को कर्तव्य पथ पर गणमान्य अतिथियों की मौज़ूदगी में समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा। मेरी माटी मेरा देश अभियान से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों की जानकारी को https:// yuva.gov.in पोर्टल पर देखा जा सकता है।

हर घर तिरंगाः पिछले वर्ष हर घर तिरंगा अभियान में सभी नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया था और इस अभियान को सफल बनाया था। इस वर्ष भी उसी उत्साह और उमंग के साथ हर घर तिरंगा अभियान 13 से 15 अगस्त के दौरान मनाया जाएगा। सभी देशवासी एक बार फिर से राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हुए अपनी सेल्फी को https://harghartiranga.com/ पर अपलोड क सकते हैं।

मुहर्रम में बीजेपी नेताओं को फँसाने के मामले में अमित शाह ने गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय टीम भेजने का दिया आदेश

बिहार भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में मंगलवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह  से मुलाकात की और बिहार में मुहर्रम के दौरान एक साजिश के तहत भाजपा के कार्यकर्ताओं को विभिन्न मामलों में फंसाने की शिकायत की।

श्री चौधरी ने बताया कि इस मामले  गृह मंत्री ने त्वरित निर्णय लेते हुए मंत्रालय की एक उच्चस्तरीय टीम भेजने का आदेश दिया है।

भाजपा की इस टीम में अध्यक्ष श्री चौधरी के अलावा सांसद गोपाल जी ठाकुर, रामकृपाल यादव और अशोक यादव शामिल रहे।

श्री चौधरी ने कहा कि मुहर्रम के दौरान संवेदनशील इलाकों में सरकार द्वारा सही तरीके से पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति नहीं किए जाने के कारण कई जिलों, कैमूर, दरभंगा, भागलपुर, गोपालगंज, अररिया, औरंगाबाद मे तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी।

उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश पर पुलिस अब इन मामलों में भाजपा कार्यकर्ताओं को फंसा रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार अपनी नाकामी को छिपाने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।

उन्होंने कहा कि इससे पहले भी रामनवमी पर्व के मौके पर भी सासाराम और बिहार शरीफ में सरकार का रवैया ऐसा ही रहा था। सासाराम में तो शांति बहाली की कोशिश कर रहे भाजपा के पूर्व विधायक को ही फंसाया गया।