उद्घाटन-शिलान्यास में सांसद व विधायकों को आमंत्रण अनिवार्य

न्यूज़ डेस्क:- राज्य सरकार के किसी भी विभाग के शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रम में सांसद -विधायकों को अनिवार्य रूप से आमंत्रण दिया जायेगा| बिहार में यह पहले से ही प्रावधान  है, अब इस नियम का सख्ती से पालन होगा| बुधवार को विधानसभा में मुख्मंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की|

सीएम ने कहा कि अब हमारी सरकार बनी तो यह प्रावधान किया गया कि किसी भी विभाग की और से अगर शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रम होता है तो स्थानीय विधायक, विधान पार्षद, लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों को अनिवार्य रूप से आमंत्रण दिया जाए| यही नहीं, सीएम ने कहा कि हमने यह भी कहा है कि शिलापट्ट में भी नाम अंकित किया जाए| सीएम ने कहा कि बिना टेंडर के शिलान्यास नहीं हो, फिर भी अगर किसी विभाग की और से इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है तो सुचना दें तो आवश्यक कारवाई की जाएगी|

लोजपा रामविलास पार्टी ने नीतीश कुमार के खिलाफ कारवाई करने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन सौपा

न्यूज़ डेस्क – लोक जनशक्ति पार्टी-(रामविलास) का सात सदस्यीय शिष्टमंडल बिहार के राज्यपाल महामहिम श्री फागु चौहान जी से मिलकर नीतीश कुमार की सरकार को बर्खास्त करने की मांग किया।
शिष्टमंडल में डॉ. सत्यानंद शर्मा राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, प्रधान महासचिव संजय पासवान, संगठन मंत्री संजय सिंह, अशरफ अंसारी, युवा राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान, एवं कृष्णा सिंह कल्लू शामिल थे।
शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में स्पष्ट रूप इस बात का उल्लेख किया है कि विधान-मंडल में शराब की बोतल मिलना शराबबंदी कानून ध्वस्त होने का संकेत दे रहा है। किसी होटल में, घर मे, प्रतिष्ठान में शराब और शराब की बोतल मिलने पर होटल या प्रतिष्ठान, घर को सील कर दिया जाता है।और मालिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाता है। विधान-मंडल दल के नेता नीतीश कुमार है फिर भी अभी तक विधान-मंडल को सील करने और नीतीश कुमार के विरुद्ध मुकदमा कर जेल भेजने की कार्रवाई क्यों नही हुई। मुख्यमंत्री को नैतिक जिम्मेवारी लेकर इस्तीफा करना चाहिए था लेकिन नही किये,तो शीघ्र ही महामहिम राज्यपाल महोदय को नीतीश सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।


शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी कहा है कि नीतीश कुमार की सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की भी अवहेलना किया है सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार किसी महिला को सिर्फ महिला पुलिस तलाशी ले सकती है या गिरफ्तार कर सकती है, राजीव नगर की घटना और पुरूष पुलिस कर्मी द्वारा दुल्हन के कमरा में घुसकर तलाशी लेना सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के विरुद्ध है। फिर भी नीतीश कुमार ने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन करके सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अवहेलना किया है।


राज्य की गिरती विधि-व्यवस्था बेहताशा आपराधिक घटनाओं में हो रहे वृद्धि के सम्बंध में राज्यपाल महोदय को विस्तारित रुप से बताते हुए शिष्टमंडल ने कहा कि आपराधिक घटनाओं में 62.5% वृद्धि हुई है। बिहार के विकास का पोल नीति आयोग ने खोल दिया है बिहार विकास के मामले में अंतिम पायदान पर है और बिहार में 51.3% लोग गरीबी रेखा से नीचे है।
इन सब बिन्दुओं पर विस्तार पूर्वक राज्यपाल महोदय से चर्चा करने के बाद शिष्टमंडल ने बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
उक्त आशय की जानकारी पार्टी के पूर्व मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने दी।

22 साल की आकांक्षा जीती मुखिया चुनाव, दिवंगत पिता के सपने को पूरा करने BPSC की तैयारी छोड़ लड़ी चुनाव

न्यूज़ डेस्क :- खगड़िया में एक 22 साल की बेटी ने अपने दिवंगत पिता के सपने को साकार करने BPSC की तैयारी छोड़ मुखिया का चुनाव लड़ी और पंचायत की जनता ने उसे शानदार मतों से विजय दिलाई। भाकपा नेता और पूर्व मुखिया दिवंगत जगदीश चन्द्र बसु की बेटी आकांक्षा बसु ने अलौली प्रखण्ड के मेघोना पंचायत से मुखिया का चुनाव जीती है। दो हजार 8 सौ 6 मतों से उन्हें जीत हासिल हुई है।

दरअसल फिजिक्स से स्नातक की डिग्री लेने वाली आकांक्षा बसु दिल्ली में रहकर BPSC की तैयारी कर रही थी। वह अधिकारी बनना चाह रही थी। वह अपने सपने को पूरा करने के लिए प्रयास भी शुरू कर दी थी। इसी दौरान पिछले साल उनके पिता जगदीश चन्द्र बसु को बदमाशों गोली मारकर हत्या कर दी। जगदीश चन्द्र बसु मेघोना पंचायत के 4 टर्म के मुखिया रहे थे। जगदीश अपने पंचायत को आदर्श पंचायत बनाने के मुहिम में जुटे थे, लेकिन बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। लिहाजा अपने पिता के सपने को पूरा करने आकांक्षा दिल्ली छोड़ अपने पंचायत मेघोना आ गयी और मुखिया का चुनाव लड़ी। जिसमे उसे शानदार जीत मिली। आकांक्षा की माने तो यह जीत पंचायत वासियों की जीत है। दिवंगत पिता के सपने को पूरा करना उनकी प्राथमिकता है।

 

15 दिसंबर के बाद जिलों की यात्रा पर निकलेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

 

न्यूज़ डेस्क :-  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर जिलों की यात्रा पर निकलेंगे | 15 दिसंबर के बाद यात्रा पर निकलने की उनकी तैयारी है| मुख्यमंत्री ने विधान परिषद में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी|

अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सरकार की योजनाओ की स्थिति को स्पॉट पर देखेंगे| साथ ही, लोगों से बातकर उनकी राय भी जानेंगे| वहीं, शराबबंदी को लेकर भी स्वयं लोगों को जागरूक करेंगे| मालूम हो कि पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लागू आदर्श आचारसंहिता 15 दिसंबर को समाप्त हो रही है| इसके बाद उनकी यात्रा शुरू होगी| हालांकि इस बार की यात्रा का नाम क्या होगा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभी तय नहीं है| यात्रा की शुरुआत वे पश्चिम चम्पारण से करते रहे हैं, इसके पहले मुख्यमंत्री ने जिलों की 12 बार यात्राएँ की हैं| पहली बार जुलाई, 2005 में न्याय यात्रा, दूसरी बार विकास यात्रा पर वर्ष 2009 में निकले थे| उनकी 12 वीं यात्रा दिसंबर 2019 में हुई थी |

 

शराब की बिक्री जारी है, राज्य में विधि व्यवस्था पूरी तरह फेल है, दोषी बिहार सरकार, राबड़ी

न्यूज़ डेस्क:- पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आज शराब बंदी कानून को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। शराबबंदी कानून की विफलता के लिए सीधे राज्य सरकार को दोषी ठहराया।

विधान परिषद के अंदर और बाहर भी पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि चूंकि बिहार में विधि व्यवस्था बिल्कुल चौपट है। इसलिए अपराध भी बढ़ रहे हैं और बेरोकटोक शराब की बिक्री भी हो रही है। भाजपा विधायकों के हवाले से उन्होंने कहा कि खुद सत्तापक्ष के विधायक भी सरकारी तंत्र की विफलता और सरकार शराब बिक्री बेरोकटोक जारी रहने की जानकारी दे रहे हैं। इस स्थिति में नीतीश कुमार को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। लेकिन नीतीश कुमार बेशर्म बने हुए हैं। सभी मोर्चे पर विफल रहने का खिताब नीति आयोग ने दे ही दिया है। अब शराब बंदी कानून की विफलता के बाद उनको निश्चित तौर पर इस्तीफा देना चाहिए।

विधान परिषद में राबड़ी देवी जमकर बरसी नीतीश कुमार पर। राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए। हर तरफ शराब बिक रही है। हर जगह अपराध हो रहा है। लेकिन नीतीश कुमार को दिखाई नही देता है। कहाँ कहाँ शराब बिक रही है, सब पता है नीतीश कुमार को, ऐसे में शर्म करे नीतीश कुमार। कहा कि नीतीश सरकार शराब बरामदगी के लिए जांच का नाटक करती है, शराब माफियाओं को नहीं पकड़ती है।

शराब की खाली बोतले मिलने के बाद नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और डीजीपी को विधान सभा तलब किया

 न्यूज़ डेस्क – बिहार विधानसभा सत्र के दूसरे ही दिन विधानमंडल परिसर में शराब की दर्जनों खाली बोतल बरामद होने से खलबली मच गई।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव तुरंत वहां पहुंचे और इस बरामदगी को सरकार के असली कामकाज का नतीजा बताया।इधर सत्ताधारी दल में भी विधान सभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिलने से हड़कंप मच गया कोई भी अफसर या सत्ता पक्ष का नेता कुछ बोलने से भागता रहा।
कुछ दिन पूर्व ही बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक ओर पुलिस अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को शराब नहीं पीने की शपथ दिला रहे हैं. तो दूसरी ओर एनडीए विधायक दल की बैठक में भी उन्होने सभी विधायकों को  शराब नहीं पीने की शपथ दिलाई थी  लेकिन दुर्भाग्य इन सब बातों के बीच विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विधान मण्डल परिसर  में ही शराब की खाली बोतलें मिलने के मामले ने पूरे सदन को शर्मसार कर दिया है.
इस बात की सूचना जब नेता विपक्ष तेजस्वी यादव को हुई तब वे नीतीश सरकार के शराबबंदी कानून को लेकर सवाल खड़े किए तो वही राबड़ी देवी ने इन सब के  लिए नीतीश के मंत्री से इस्तीफा देने की मांग कर दी और इस पूरे मामले की ज़िम्मेदारी नीतीश कुमार को लेने को कहा

इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और डीजीपी को विधान सभा तलब किया और  की बोतले मिलने की घटना को फोरेंसिक जाँच करवाने और मामले की हकीकत जल्द से जल्द सामने लाने को कहा ,जिसके बाद डीजीपी और मुख्य सचिव ने घटना स्थल पर जाकर मुआयना किया और जल्द ही सच्चाई सबके सामने लाने का वादा किया |

 क्या पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मतंन सिंह की आखिरी इच्छा को पूर्ण करेंगे उनकी धर्मपत्नी ख्याति सिंह

न्यूज़ डेस्क:-  पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मतंग सिंह सिंह की आखिरी इच्छा थी कि उनकी धर्मपत्नी ख्याति सिंह उनकी राजनीतिक विरासत को संभाले, वे चाहते थे कि उनके गृह क्षेत्र छपरा जिले के तरैया विधानसभा या महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र से ख्याति सिंह भविष्य में चुनाव लड़ें इसको लेकर उन्होंने व्यापक पैमाने पर तैयारियां भी प्रारंभ की थी। कोरोना काल के दौरान पूरे क्षेत्र में इन लोगों के सहयोग से लोगों की सहायता के लिए व्यापक पैमाने पर कार्य भी किए गए थे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह मूल रूप से छपरा जिले के तरैया प्रखंड के आकुचक गांव के रहने वाले थे। उन्होंने अपनी राजनीतिक कार्य क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत को बनाया था तथा असम से राज्यसभा के सदस्य भी निर्वाचित हुए थे पीवी नरसिम्हा राव सरकार में संसदीय कार्य राज्य मंत्री बने थे।

   

 

हालांकि ख्याति सिंह की तरफ से अभी तक इस पर कोई विशेष पहल नहीं हुई है लेकिन वह क्षेत्र के गतिविधियों पर सदैव नजर बनाए रखती है भोजपुरी सिनेमा मे उनका बड़ा नाम है बतौर अभिनेत्री कई फिल्मों में नजर ही आ चुकी है। अपने ससुराल के छपरा तरैया महाराजगंज के लोगों से सदैव कनेक्ट भी रही हैं। क्षेत्र में लोग इन्हें भली-भांति जानते हैं तथा यह चर्चा के केंद्र बिंदु में भी रहती हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह के निधन के बाद इनके प्रति क्षेत्र में सहानुभूति भी है। सूत्रों के हवाले से उनकी टीम पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा निर्वाचित होने वाले विधान परिषद सीट के लिए भी उनकी संभावनाएं तलाश रही है आगामी लोकसभा चुनाव में भी ख्याती सिंह के महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र से उतरने की चर्चा प्रबल विधानसभा वार कमेटियों का गठन हो चुका है उनकी टीम सामाजिक गतिविधियों में पिछले दो वर्षों से कुछ ज्यादा ही सक्रिय नजर आ रही हैं।

एनडीए विधायक दल की बैठक में शराबबंदी को सफल बनाने का संकल्प दिलाया नीतीश ने

न्यूज़ डेस्क:- विधान सभा के बैठक में सभी मंत्रियों, विधायकों और विधान पार्षदों ने दोनों हाथों को उठाकर अपने संकल्प को दोहराया| बैठक की अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को लेकर उन्होंने नौ बार समीक्षा की है और आगे भी उसे जारी रखेंगे| यह सामूहिक पहल है सदन में भी सबने इसकी शपथ ली

आगे कहा कि प्रशासन और पुलिस पदाधिकरियों को सख्त निर्देश है कि शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कारवाई करें, चाहे वह धंधेबाज हो या कोई सरकारी कर्मी| बैठक में सीएम नीतीश ने कहा की शराबबंदी के लिए लोगों को जागरूकता अभियान भी चलेगा उन्होंने मंत्रियो को निर्देश दिया की विधायकों की बात को सुने और उस पर कारवाई करें|

वहीं विधायकों को कहा कि अपने क्षेत्र के विकास के लेकर वे सजग रहें| क्षेत्र को समस्या को सदन में उठायें और सम्बंधित मंत्रियों से भी इस संबंध में बात करे|

साथ ही सर्कार की योजनाओं का पूरा लाभ जनता को प्राप्त हो सके| बैठक में  उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी आदि ने विचार रखे|

राजद विधायक दल की बैठक मे तेजस्वी ने अपने विधायक को शीतकालीन सत्र में जनहित के मुद्दे जोरदार ढंग से उठाने के निर्देश दिये

न्यूज़ डेस्क – शीतकालीन सत्र के पहले दिन  राजद विधायक दल की बैठक 9 एम स्ट्रेन्ड रोड  मे हुई।बैठक मे राजद प्रदेश अध्यक्ष  जगदनानंद सिंह,  शिवानंद तिवारी, अब्दुल बारी सिद्दीक़ी, श्याम रजक सहित राजद के सभी विधायक एवम विधान पार्षद ने भाग लिया।नेता प्रतिपक्ष ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्तमान बिहार की सरकार सभी छेत्र मे नाकाम रही है।राज्य मे बेकारी, बेरोजगारी बढ़ी है,नॉजवान, किसान और छात्र बेहाल है, स्वास्थ्य  व्यवस्था  चरमराई हुई है,नीति आयोग की रिपोर्ट मे भी बिहार को निचले पायदान पर स्थान मिला है,महालेखाकार ने अपनी रिपोर्ट मे कहा है कि 2 लाख करोड़ के खर्च का कोई व्योरा नहीं है,वर्तमान सरकार के कार्यकाल मे 75 घोटाले हुए है।अपराध बेलगाम है,हर दिन समाचार पत्र अपराध, लूट, हत्या एवम बलात्कार की घटनाओं के समाचार से भरे रहते हैं।


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधान सभा का ये सत्र काफी छोटा है फिर भी आपसब पूरी एकता और एक जुटता के साथ विधानसभा मे रहें और सरकार की नाकामयाबियों को सदन मे उठाये।उन्होंने कहा कि शराब बंदी मे भी सरकार नाकाम रही है।


मुख्य सचेतक  ललित यादव ने सदन मे आने वाले विधायकों की जानकारी देते  हुए कहा कि सभी विधायक सदन मे उपस्थित रहें और जहां पर ज़रूरत हो वाद विवाद मे भाग लें।

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बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन वामदलों ने किया जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी

न्यूज़ डेस्क –  बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत वाम दल समेत विपक्षी दलों की नारेबाजी से हुई। पोर्टिको और विधानसभा परिसर में इन दलों के सदस्यों ने विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी की।


उधर, सीएम नीतीश कुमार ने स्पीकर विजय सिन्हा और विधान परिषद के सभापति अवधेश सिंह से शिष्टाचार मुलाकात की।
वहीं, सत्र शुरू होने से पहले वाम दलों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। वैसे शोक प्रकाश के बाद सत्र की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

आज पहले दिन सदन में दिवंगत सदस्यों के निधन पर शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शोक प्रकाश की शुरुआत की. बीजेपी के विधायक संजय सरावगी उठ खड़े हुए. उसके बाद वाम दलों के विधायक भी सदन में खड़े होकर बोलने लगे. शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक उलझते हुए नजर आए.


वहीँ, माले के विधायक कंगना रनौत के बयान को लेकर सदन में उठ खड़े हुए. विधायक महबूब आलम समेत अन्य विधायकों ने इस मामले को लेकर सदन में काफी हो-हल्ला भी किया.
हालांकि अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा शोक प्रकाश को पढ़ते गए और सदन में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई.

माना जा रहा है कि इस बार सत्र हंगामेदार होगा। विपक्ष जहरीली शराब पीने से करीब 50 लोगों की मौत और बेरोजगारी का मुद्दा उठाने की तैयारी कर रहा है। तो सत्ता पक्ष अपनी अलग रणनीति बना रहा है। यह सत्र शुक्रवार तक चलेगा।
सत्र के हंगामेदार रहने के आसार आज से ही मिलने लगे हैं । विधानसभा पोर्टिको के समक्ष विपक्षी दल के सदस्यों ने प्रदर्शन भी किया, नारेबाजी भी की।