विपक्षी सदस्यों के वाकआउट के बाद सदन की कार्रवाही व्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से चली

बिहार विधान परिषद की कार्रवाई जब गुरुवार को शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों ने तेजस्वी नीतीश के सरकार में दस लाख नौकरी दिए जाने के सवाल सहित शिक्षकों के सवाल पर हंगामा करना शुरू कर दिया है भाजपा विधान पार्षद संजय मयूख सहित दर्जनों विधान पार्षदों ने वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और नारा लगाते हुए कहा “लाठी गोली की सरकार नहीं चलेगी नहीं चलेगी “बेरोजगारों को नौकरी दो ।इस बीच नेता प्रतिपक्ष ने सभापति से इन गंभीर मुद्दों पर बहस कराने की मांग की तब सभापति ने कहा कि पहले प्रश्नकाल चलने दें लेकिन सम्राट चौधरी नहीं माने और अपने सभी सदस्यों के साथ वाकआउट कर गए इस बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही व्यवस्थित रूप से चलाते रहे |

प्रश्नकाल पूरी तरह शांतिपूर्ण चलता रहा ,सभी माननीय सदस्यों द्वारा जो भी सवाल पूछे गये उसका सरकार की ओर से सकारात्मक उत्तर दिया गया जिससे प्रश्नकर्ता पूरी तरह से संतुष्ट दिखे |प्रश्नकाल के सभी प्रश्न सदन के सामने आ गये वही मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार लोक सेवा आयोग पटना 2019-20 ,2020-21 का वार्षिक प्रतिवेतन भी सदन पटल पर रखा साथ ही भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक से प्राप्त बिहार सरकार का 31 मार्च 2020 को समाप्त हुए वर्ष 2019-20 एवं 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वर्ष 2020-21 के स्थानीय निकायों पर वार्षिक तकनीकी निरीक्षण प्रतिवेदन तथा 31 मार्च 2022 को समाप्त हुए वर्ष 2021-22 के राज्य के वित प्रतिवेदन की एक-एक प्रति सदन की मेज पर रखी वही ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड पटना का वित्तीय वर्ष दो हजार सत्रह अट्ठारह का वार्षिक प्रतिवेदन की एक प्रतिनिधि सदन की मेज पर रखी साथी प्रभारी मंत्री बिहार राज भंडार निगम पटना के वित्तीय वर्ष 2015-16 2016-17 एवं 2017-18 का 59 वा 60 वा एवं 61 वा वार्षिक प्रतिवेदन की एक-एक प्रति सदन की मेज पर रखी |

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