खुद को अनपढ़ बताना, पराक्रम की बात नहीं, शर्म की बात है
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने स्कूली बच्चों के कार्यक्रम में बयान दिया कि मैं दो-दो सीएम का बेटा हूं लेकिन फिर भी पढ़ाई नहीं की। मैं चाहता तो जाली डिग्री ले लेता लेकिन नहीं ली। ये हास्यास्पद बयान चर्चा में बना हुआ है इस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। इस बयान पर जब जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर से पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने तंज कसते हुए जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अपने आपको अनपढ़ बताना, जिसको आप बहुत समझदारी वाली बात बताते हैं। ये बयान अपने आप में दिखाता है कि जिसके माता-पिता दोनों मुख्यमंत्री रहे हों उनके लड़के रहते हुए तेजस्वी यादव ने पढ़ाई नहीं की, ये तो बहुत बड़े पराक्रम की बात नहीं है, ये तो अपने आप में शर्म की बात है।
दरभंगा के घनश्यामपुर प्रखंड में रविवार को पत्रकार वार्ता के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जहां तक आम आदमी के बच्चों के पढ़ाई- लिखाई से वंचित रहने की बात है तो लोग तो परिस्थितिवश, आर्थिक मजबूरी में पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। वहीं अगर, आपके पास सारी व्यवस्था होते हुए भी आप पढ़ाई नहीं कर पाते हैं तो ये तो दो बातों को दिखाता है, कि आप पढ़ाई की महत्ता को जीवन में नहीं समझते हैं कि शिक्षा का जीवन में कितना महत्व है? या तो आप इतने अहंकारी व्यक्ति हैं कि आप ये समझते हैं कि हमें जो जीवन में चाहिए वो तो मिल ही जाएगा। ये तो अपने मुंह पर खुद से कीचड़ लगाने वाली बात है।