बीजेपी ने फिर कहा “खत्म हो शराबबंदी कानून”
न्यूज़ डेस्क – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितना भी जोर शराबबंदी कानून को कारगर बनाने में लगा रहे हैं , उतना ही भाजपा उसका मुखर विरोध कर रही है ।भाजपा के पहले विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने एक दिन पूर्व ही शराबबंदी कानून को वापस लेने की मांग की थी।
गुरुवार को पुनः भाजपा के दूसरे विधायक ने भी सरकार की परेशानियों को बढ़ाते हुए शराबबंदी कानून को खारिज करने की मांग कर डाली है ।2 विधायकों के इस प्रकार मांग करने से राजनीतिक क्षेत्रों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हम हालांकि जदयू ने आधिकारिक तौर पर इन बयानों का खंडन नहीं किया है । सरकार ने भी विधायकों के इस बयान संज्ञान नहीं लिया है। लेकिन जदयू के दूसरे नेताओं ने यह भी कहा है कि यह गैरजरूरी बयान है । भाजपा को इनसे बचना चाहिए । सरकार इस तरह के हल के बयानों की परवाह भी नहीं करती है।
इधर, भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुंदन सिंह ने कहा है कि शराबबंदी के कारण बिहार में हत्या समेत तमाम अपराध काफी बढ गए हैं। पुलिस कानून लागू करवाने के लिए मनमानी कर रही है। शादी विवाह में दुल्हन के कमरे में घुसकर पुलिस बेइज्जत करती है। यह सरासर अन्याय है। विधायक ने कहा है कि बिहार सरकार शराबबंदी कानून की समीक्षा करे। पटना में दुल्हन के कमरे तक पुलिस छापेमारी कर रही है जो कहीं से भी सही नहीं है। पूरा प्रशासन शराब बंदी कानून को लागू करवाने में लगी है जिससे अन्य अपराध बढ़ रहे हैं, हत्या की घटनाएं बढ़ रही है, इसलिए शराब बंदी कानून की गंभीरता से समीक्षा होनी चाहिए। विधायक ने यह भी कहा की स्कूली बच्चे अपने बैग में लेकर शराब के धंधे में लग गए हैं, होम डिलीवरी कर रहे हैं, जिससे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।शराबबंदी के कारण ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा है।