जातीय जनगणना कराने से नहीं होगा मतभेद, तेजस्वी
न्यूज़ डेस्क:- बिहार में अलग से जातीय जनगणना कराने के लिए विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विधानसभा के उनके कक्ष में मिला| विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट भी बताती है कि बिहार में सबसे अधिक करीब 52% आबादी गरीब है| जातीय जनगणना से यह जानकारी मिलेगी कि कौन सी आबादी अधिक पीछे हैं, जिन्हें आगे लाने के लिए अलग से योजनाएं बनेंगी| यह बात गलत है कि जातीय जनगणना से कोई मतभेद पैदा होगा|
उन्होंने कहा कि हमलोगों ने पहले भी मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि केंद्र जातीय जनगणना नहीं कराता है तो राज्य सरकार अपने खर्च से इसे कराए| मुख्यमंत्री से भी इसको लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही थी, कहा कि जातीय जनगणना तो तय है,पर कैसे होगी इसका निर्णय सर्वदलीय बैठक में होगा| सीएम से मिलने वालों में तेजस्वी यादव के आलावा तेजप्रताप यादव, ललित यादव, कांग्रेस के अजीत शर्मा माले के महबूब आलम, एमआईएमआईएम के अख्तरुल इमान और सीपीएम के अजय शर्मा शामिल थे|