आय़ुक्त कुमार रवि ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया
आयुक्त, पटना प्रमंडल-सह-अध्यक्ष, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री कुमार रवि द्वारा आज इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) का निरीक्षण किया गया ।
आईसीसीसी के अधिकारियों द्वारा आयुक्त श्री रवि के संज्ञान में पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा किए जा रहे कार्यों को लाया गया। कैमरों से शहर की निगरानी, रेड लाईट वायलेशन डिटेक्शन, ऑटोमैटिक नम्बर प्लेट रिकॉग्निशन, ऑप्टिकल फाइवर केवल का अधिष्ठापन, ई-गवर्नेन्स समेत विभिन्न सेवाओं की मॉनिटरिंग, इमरजेन्सी कॉल बॉक्स, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, वैरियबल साईन बोर्ड, इन्वायरमेन्टल सेंसर्स आदि के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया।
प्रमंडलीय आयुक्त श्री रवि ने परियोजना के क्रियान्वयन पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा उत्कृष्ट यातायात प्रबंधन, जीवन सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि, विकास, लोगों के जीवन स्तर में सुधार तथा सुरक्षित पर्यावरण के निर्माण में उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। नागरिकों के लिए संवेदनशील व्यवस्था के निर्माण में यह उत्प्रेरक का काम करेगा।
निरीक्षण के क्रम में प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा गांधी मैदान के अंदर भी कैमरे से निगरानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया. वर्तमान में गांधी मैदान के चारो चरफ कैमरे लगाए जाने हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देशानुसार जेपी गंगा पथ पर भी आईसीसीसी परियोजना के तहत कैमरे, इमरजेंसी कॉल बॉक्स और पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए गए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो, नगर आयुक्त, पटना-सह-प्रबंध निदेशक, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड श्री अनिमेष कुमार पराशर भी उपस्थित थे।
आईसीसीसी कंट्रोल रूम
वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना के गांधी मैदान स्थित कार्यालय परिसर में नवनिर्मित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भवन के पहले तल पर सर्वर रूम और दूसरे तल पर मॉनिटरिंग रूम तैयार किया गया है. सर्वर रूम में शहरभर में लग रहे कैमरों की फीड को 11 पीबी क्षमता की स्टोरेज में सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गई है. वहीं दूसरे फ्लोर पर मॉनिटरिंग रूम है, जिसमें 11.5 × 3.5 मीटर लंबा वीडियो वॉल तैयार किया गया है. इस वीडियो वॉल में कुल 28 यूनिट स्क्रीन है जिससे शहरभर में लगे कैमरों की फीड की मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं, 24 ऑपरेटर के बैठने की व्यवस्था है।
260 कैमरों से शहर की निगरानी शुरू
पटना के गांधी मैदान में अवस्थित पुलिस कार्यालय परिसर में अवस्थित आईसीसीसी भवन में डाटा सेंटर का निर्माण किया गया है जहां से पूरे शहर की निगरानी की जा रही है. परियोजना के अंतर्गत शहरभर में करीब ढाई हजार अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे. वर्तमान में करीब 260 कैमरे विभिन्न जगहों पर लगाए गए हैं जिनकी मॉनिटरिंग शुरू हो गई है. धीरे-धीरे शहरभर में विभिन्न जगहों पर कुल 2588 कैमरे लगाए जाएंगे. इनमें से करीब सर्विलेंस के लिए 824 (फिक्स एवं पीटीजेड 390), 360 रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरे, 854 ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिक्गिनशन कैमरे, 120 वेहिकल डिटेक्शन कैमरे, 10 स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही आईसीसीसी भवन में 30 कैमरे लगाए गए हैं।
कैमरों की नेटवर्किंग के लिए बिछाए जा रहे ऑप्टिकल फाइबर केबल
सभी कैमरों को नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए शहर भर में कुल 220 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल लगाया जाएगा. वर्तमान में 34 किलोमीटर तक केबल बिछाने का काम पूरा हो चुका है।
डायल-100, ई-गवर्नेंस समेत विभिन्न सेवाओं की मॉनिटरिंग
परियोजना के अंतर्गत बिहार पुलिस की डायल-100 सेवा को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ इंटीग्रेड कर पूर्व से लगे कैमरों की फीड की मॉनिटरिंग का कार्य प्रारंभ हो गया है। साथ ही शहरभर में कचरा उठाव एवं पटना नगर निगम की सभी ई-गवर्नेंस सेवाओं को भी डाटा सेंटर के साथ इंटीग्रेट कर दिया गया है।
शहरवासियों को मिलेगी इमरजेंसी कॉल बॉक्स, पब्लिक एड्रेस की सुविधा
परियोजना के अंतर्गत शहर में गांधी मैदान, गोलघर, जीपीओ, कारगिल चौक चिड़ियाघर समेत 50 स्थानों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी। आपदा, आपात, एक्सिडेंट आदि की परिस्थिति में आम नागरिक इमरजेंसी कॉल बॉक्स के माध्यम से सीधे कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकते हैं। वहीं, प्रशासन द्वारा पब्लिक एड्रेस सिस्टम से जनहित में सूचना प्रसारित की जाएगी। साथ ही विभिन्न स्थानों पर वैरियबल साइन बोर्ड एवं इनवॉयरमेंटल सेंसर्स भी लगाए जाएंगे। वर्तमान में 5 जगहों पर ईसीबी और पीएस लगाए जा चुके हैं।
परियोजना के अंतर्गत शहर में पूर्व से लगाए गए कैमरों के फीड की मॉनिटरिंग
माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा दिसंबर 2021 को परियोजना का शिलान्यास किया गया था। परियोजना को जनवरी 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। साथ ही परियोजना की एजेंसी एलएंटी द्वारा पांच वर्षों तक ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस का काम भी किया जाएगा. परियोजना पर 211 करोड़ रुपये की राशि का व्यय होगा।