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मुख्यमंत्री ने बेगूसराय जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में बेगूसराय जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समाहरणालय स्थित कारगिल विजय सभा भवन में समीक्षात्मक बैठक की।

समीक्षात्मक बैठक में बेगूसराय के जिलाधिकारी श्री तुषार सिंगला ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज / परिमार्जन/परिमार्जन प्लस एवं जल जीवन हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समवा जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।

समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी ने जिले में चल रही विकासात्मक कार्यों की जानकारी यहां हम सभी को दी है। यहां उपस्थित जन प्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं। सभी विभागों के अधिकारीगण यहां उपस्थित हैं। वे आपकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक विचार कर उसका निराकरण करेंगे। हमलोगों ने प्रारंभ से ही बिहार के हर क्षेत्र में विकास के लिए काम किया है। प्रगति यात्रा के क्रम में विभिन्न जिलों का दौरा कर विकासात्मक कार्यों को हम देख रहे हैं। लोगों से बातचीत भी कर रहे हैं। जो भी समस्याएं या आवश्यकताएं हैं उन्हें आगामी बिहार विधानसभा सत्र के पहले ही कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति दे दी जाएगी। 24 नवंबर 2005 से बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से निरंतर विकास के काम तेजी से किये जा रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने हमें मुख्यमंत्री बनाया था। उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में मुझे केंद्र में मंत्री बनाया था। हम विकास कार्यों के लिए उनके पास जो भी प्रस्ताव भेजते थे, उसे तत्काल मंजूरी मिल जाती थी। एन०डी०ए० के साथ हमारा जो पुराना रिश्ता है वह आगे भी कायम रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रगति यात्रा के शुरू होने से पूर्व ही अधिकारियों ने बैठक कर प्रत्येक जिले की समस्याओं की जानकारी प्राप्त कर ली थी। इसके समाधान के लिए हमलोगों ने निर्णय ले लिया है। अधिकारियों के साथ-साथ आप सभी जनप्रतिनिधियों का भी दायित्व है कि जो भी आपके क्षेत्र में समस्याएं हैं, स्थानीय लोगों से बातचीत कर उसे पता लगाएं और सरकार को अवगत कराएं। आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है तथा स्थानीय लोगों से बातचीत भी की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले बिहार की हालत काफी खराब थी। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। अब अपने जरूरत के मुताबिक पुरुष हो या महिला जब जहां जाना चाहे निडर होकर जा रहे हैं। वर्ष 2005 से पहले के बिहार की स्थिति भी लोगों को बताना चाहिए। पहले अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें आती थीं। सड़कों का काफी अभाव था। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। हमलोग किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं करते हैं, जिनको जिन्हें वोट देना है, उसे दें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। अब कहीं कोई हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद नहीं है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं। इसको देखते हुए पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संपूर्ण बिहार में विकास का काम हम लोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 8 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2000 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। अब 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। पी०एम०सी०एच० को 5400 बेड का वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया जा रहा है। इसका आधा से अधिक काम पूरा हो चुका है। शेष काम तेजी से किया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस० का भी विस्तार किया जा रहा है, यहां पर 3000 बेड की सुविधा होगी। हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गई है। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना का काम तेजी से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, इसके तहत अब तक 4 चुनाव हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। वर्ष 2006 में जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हम लोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और उसका नाम आजीविका दिया। बिहार में अब शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू कराया गया है। शहरी क्षेत्र में अब तक 26 हजार जीविका स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है, जिनसे 3 लाख जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-2 योजना के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर अब 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। हमलोगों ने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेगूसराय जिले में विकास के अनेक कार्य कराए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, छात्रावास, जी०एन०एम० संस्थान, आवासीय विद्यालय, के साथ ही अनेक पथों एवं पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। बरौनी में 515 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है। अगले वर्ष अप्रैल माह तक इसका काम पूरा हो जाएगा। राजेंद्र सेतु के समानांतर सिक्स लेन का रेल सह सड़क पुल के निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस पुल का नामकरण बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर किया जाएगा। सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्याकरण के लिए कई काम कराए गए हैं। बड़ी संख्या में सालों भर श्रद्धालु वहां पहुंचते हैं। सिमरिया धाम का पौराणिक महत्व है। उसे और विकसित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। आज हम यहां कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखे हैं। पूरे बिहार में जून 2025 तक पंचायत सरकार भवनों के निर्माण का कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा। हमलोगों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरह पंचायत सरकार भवनों के निर्माण कराने का निर्णय लिया ताकि पंचायत प्रतिनिधि एक छत के नीचे बैठकर कार्यों का निष्पादन सहूलियत से कर सकें। बेगूसराय जिले में 5 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन, 39 पावर सब स्टेशन, कृषि कार्य हेतु सिंचाई के लिए 37 डेडिकेटेड फीडर का निर्माण कराया जा चुका है, जिससे अब तक 9,920 किसानों को बिजली कनेक्शन दिया गया है। यहां 28.083 स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है, जिनसे 3 लाख 47 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। यहां 4 दीदी की रसोई भी संचालित की जा रही है। हम जहां भी जाते हैं जीविका दीदियों से जरूर मिलते हैं। उनसे बातचीत भी करते हैं और उनकी जो भी मांगे होती है उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं।

बेगूसराय जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें

सिमरिया से लखमिनिया बलिया वाया बिन्द टोली गुप्ता लखमिनिया बांध तक सड़क (बेगूसराय बाईपास) का चौड़ीकरण किया जायेगा। इससे आसपास की आबादी को आवागमन में सुविधा मिलेगी।

कावर झील का समेकित विकास किया जायेगा, झील को जोड़ने वाले सभी नालों की उड़ाही की जायेगी तथा इसके जल प्रवाह को बहाल किया जायेगा। साथ ही कावर झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा।

मिथिला हाट की तर्ज पर सिमरिया घाट एवं कल्पवास मेला क्षेत्र के द्वितीय चरण का विकास किया जायेगा। इससे यहाँ के लोगों को सुविधा होगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

तेघड़ा-मुबारकपुर पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा।

बेगूसराय जिले में बखरी से बहादुरपुर (खगड़िया) बार्डर तक नये बाईपास का निर्माण किया जायेगा, इससे जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

बेगूसराय जिले के साम्हो में डिग्री कॉलेज स्थापित किया जायेगा। इससे शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

इन सबके अलावा जो भी जरूरते हैं उन्हें चिन्हित कर सरकार को अवगत करायें। हमारा मकसद है बिहार निरंतर आगे बढ़ता रहे। आज हमने एरियल सर्वे कर कावर झील की स्थिति को देखा है। इस समीक्षा बैठक में मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं और बधाई देता हूं।

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्री तुषार सिंगला ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर अभिनंदन किया।

समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री तथा बेगूसराय जिले के प्रभारी मंत्री श्री मंगल पांडेय, खेल मंत्री श्री सुरेंद्र मेहता, विधायक श्री कुंदन कुमार, विधायक श्री राजकुमार सिंह, विधायक श्री सूर्यकांत पासवान, विधान पार्षद श्री सर्वेश कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष श्री सुरेंद्र पासवान, बेगूसराय नगर निगम के महापौर श्रीमती पिंकी देवी, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री रुदल राय, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री राजीव कुमार वर्मा, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त श्री संजय कुमार सिंह, बेगूसराय प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री आशीष भारती, बेगूसराय के जिलाधिकारी श्री तुषार सिंगला, पुलिस अधीक्षक श्री मनीष सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

निफ्ट, बेगूसराय केंद्र की स्थापना से हाशिए पर पड़े समाज के समावेशी विकास में होगा सहायक : गिरिराज सिंह

केंदीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने बहुप्रतीक्षित निफ्ट, बेगूसराय विस्तार केंद्र का मंगलवार (17 सितंबर, 2024) को उद्घाटन किया। उद्घाटन के साथ ही तीन दिवसीय कार्यशाला का भी शुभारंभ हुआ जो प्रतिभागियों को बुनियादी सिलाई और परिधान-निर्माण कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है। इस अवसर पर केंदीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ पैटर्न-मेकिंग सेक्शन, गारमेंट कंस्ट्रक्शन लैब एवं कक्षाओं सहित प्रमुख सुविधाओं का दौरा किया, जहाँ उन्होंने प्रशिक्षुओं से बातचीत की और उन्हें केंद्र पर उपलब्ध सीखने के अवसरों का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।


इस कार्यक्रम के दौरान, भारत सरकार के केंदीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह की उपस्थिति में निफ्ट और एनएसडीसी (राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। अपने संबोधन में श्री गिरिराज सिंह ने निफ्ट, बेगूसराय केंद्र की स्थापना का उल्लेख किया कहा कि यह हाशिए पर पड़े समाज के समावेशी विकास में सहायक होगा। उन्होंने निफ्ट की भूमिका पर जोर दिया, जो एक मजबूत शिल्प-आधारित कुशल कार्यबल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और फैशन उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने वस्त्र क्षेत्र के विकास के लिए अपनी योजनाओं को साझा किया कि कैसे यह भारत को एक आर्थिक महाशक्ति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


उद्घाटन समारोह में निफ्ट, पटना के निदेशक कर्नल राहुल शर्मा ने अनेक विशिष्ट अतिथियों का अभिनंदन किया। निफ्ट के पंजीयक कर्नल विक्रांत लखनपाल ने अपने स्वागत भाषण में नए विस्तार केंद्र के महत्त्व को उजागर किया, जो स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने और बिहार में वस्त्र उद्योग को आगे बढ़ाने में सहायक होगा। इस पहल का उद्देश्य प्रतिभागियों की रोजगार क्षमता में सुधार करने और क्षेत्र में कुशल जनशक्ति के विकास में योगदान देने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है।
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई, जिनमें सुरेंद्र मेहता, खेल मंत्री, बिहार सरकार, कुंदन कुमार, विधायक, बेगूसराय, राज कुमार सिंह, विधायक, मठिहानी, सर्वेश कुमार सिंह, एमएलसी, सुरेंद्र पासवान, अध्यक्ष, जिला परिषद पिंकी देवी, महापौर, नगर निगम, बेगूसराय, सत्येन्द्र कुमार सिंह, आईएएस व नगर आयुक्त, बेगूसराय नगर निगम, तुषार सिंगला, जिलाधिकारी, बेगूसराय, मनीष, एसपी, बेगूसराय. सोमेश बहादुर माथुर, डीडीसी, बेगूसराय शामिल थे। इन सभी के सामूहिक समर्थन ने स्थानीय कौशल को बढ़ावा देने और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देने के केंद्र के महत्व को रेखांकित किया।

बेगूसराय देशभक्तों की धरती, 2024 में 2019 से भी प्रचंड होगी जीत : सम्राट चौधरी

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के उप मुख्यमंत्री आज बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी श्री गिरिराज सिंह के नामांकन समारोह सह आशीर्वाद जनसभा में भाग लेने बेगूसराय पहुँचें।

श्री चौधरी ने आये लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बेगूसराय की धरती देशभक्तों की धरती है और यहां से 2024 में 2019 से भी एनडीए की प्रचंड जीत होगी। उन्होंने लोगों में उत्साह भरते हुए कहा कि नामांकन समारोह सह आशीर्वाद जनसभा में उमड़ा जनसैलाब ऐतिहासिक विजय पर मुहर है।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि तपती गर्मी में भी आमजन का फिर एक बार मोदी सरकार के लिए उत्साह-उमंग देखने योग्य है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी देश को और बिहार को श्रेष्ठ बनाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने की ओर चल पड़े हैं।

उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद के अध्यक्ष सावन में मटन बनाकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को खिला रहे थे। उनके पुत्र उनसे आगे निकलते हुए हेलीकॉप्टर में मछली खाते हुए वीडियो शेयर कर रहे है, वह भी नवरात्रि में। उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि आप कुछ भी खाए लेकिन तुष्टिकरण के लिए सनातनियों का अपमान बंद करना होगा ।

उप मुख्यमंत्री श्री चौधरी ने कहा कि एनडीए जब भी सरकार में रही है, तब ही आरक्षण बढ़ाया गया। प्रधानमंत्री ने सभी की चिंता की। आज तक सामान्य गरीब परिवारों की चिंता किसी ने नहीं की, लेकिन प्रधानमन्त्री ने सवर्ण गरीबों को भी आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष के लिए उनका परिवार ही आरक्षण है। उनकी चिंता अपनी टूरिस्ट बेटी को सांसद बनाने की है।

उन्होंने कहा कि आज देश आगे बढ़ रहा है। देश का सम्मान दुनिया में बढ़ रहा है।

इस अवसर पर लोजपा (रा) के प्रमुख श्री चिराग पासवान जी एवं एनडीए के सभी वरिष्ठ नेतागण और कार्यकर्तागण मौजूद रहें।

मुख्यमंत्री ने बेगूसराय जिले के सिमरिया धाम में 115 करोड़ रूपये की विभिन्न योजनाओं का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज बेगूसराय जिले के सिमरिया धाम स्थल में 115 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न योजनाओं का फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। गंगा नदी के किनारे अवस्थित सिमरिया धाम के निकट सीढ़ी घाट, धर्मशाला, पार्क का निर्माण, स्नान घाट एवं चेंजिंग रूम, धार्मिक अनुष्ठान हेतु मंडप निर्माण एवं गंगा आरती हेतु निर्धारित स्थल, घाट के समानांतर स्नान हेतु सुरक्षा व्यवस्था एवं बैरीकेडिंग, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंड स्केपिंग सहित अन्य सौंदर्गीकरण कार्य किया गया है। लोकार्पण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने सिमरिया घाट का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में सिमरिया धाम स्थल पर लोग उपस्थित थे और कराए गए घाटों के सौंदर्गीकरण को लेकर काफी उत्साहित थे। वहां उपस्थित लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में शंखनाद कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।

ज्ञातव्य है कि बेगूसराय जिले के बरौनी प्रखण्ड अंतर्गत उत्तरवाहिनी गंगा नदी के बाँये तट पर अवस्थित सिमरिया घाट प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से प्रसिद्ध रहा है। सिमरिया स्थल को वैदिक काल से ही कुंभ स्थली एवं कल्पवास के लिए महत्त्वपूर्ण स्थान होने का गौरव प्राप्त है, जहाँ कार्तिक (नवम्बर) माह में प्रतिवर्ष कल्पवास मेला लगता है। श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2012 में कल्पवास मेले को राजकीय मेले के रूप में घोषित किया गया है। सिमरिया घाट में वर्ष 2011 में अर्द्धकुंभ एवं वर्ष 2017 में महाकुंभ के आयोजन के समय से ही इस स्थल के विकास की आवश्यकता महसूस होने लगी थी। 16 फरवरी, 2023 को समाधान यात्रा के दौरान बेगूसराय जिले की समीक्षात्मक बैठक में मुख्यमंत्री ने सिमरिया धाम को विकसित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री द्वारा 30 मई 2023 को इस योजना का शिलान्यास किया गया था जिसका आज लोकार्पण किया गया।

इन कार्यों के पूर्ण होने से सिमरिया घाट को गंगा नदी के कटाव से पूर्ण रूपेण सुरक्षित किया जा सकेगा। इस स्थल के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे एवं क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास संभव होगा।

इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह, उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन विभाग के पूर्व मंत्री श्री संजय कुमार झा, राज्यसभा सांसद श्री राकेश सिन्हा, विधायक श्री राजकुमार सिंह, विधायक श्री रामरतन सिंह, विधायक श्री कुंदन सिंह, विधायक श्री सुरेंद्र मेहता, जिलाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री श्रीमती मंजू वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव श्री चंद्रशेखर सिंह, मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त श्री संजय कुमार सिंह, मुंगेर प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री संजय कुमार, बेगूसराय के जिलाधिकारी श्री रोशन कुशवाहा और बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक श्री योगेंद्र कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

जेडीयू को आगामी विधानसभा चुनाव में 20 विधायक आने पर प्रशांत किशोर सन्यास ले लेगें

नीतीश कुमार के इतनी बार पलटने के बाद भी क्या जनता सुधरेगी या नहीं, बेगूसराय में पूछे गए इस सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आप लिखकर रखिए कि नीतीश कुमार अब चाहे जिस गठबंधन में लड़े या भाजपा के साथ लड़े, अगली बार विधानसभा चुनाव में इन्हें 20 से कम विधायक आएंगे। जेडीयू को आगामी विधानसभा चुनाव में 20 विधायक भी नहीं आएंगे, अगर आएंगे तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। नीतीश कुमार चाहे भाजपा के साथ लड़े, महागठबंधन के साथ लड़े या किसी के साथ लड़े, बिहार की जनता इतनी बेवकूफ नहीं है। आज जनता इतनी व्याकुल है, जनता ने नीतीश कुमार को वोट किया, लेकिन ये आदमी बार-बार पलटा है। जनता आज कितना असहाय महसूस कर रही है और नीतीश कुमार खुद को चतुर समझ रहे हैं, लेकिन ये आदमी चतुर नहीं निहायत धूर्त आदमी है। जो पूरे बिहार की 13 करोड़ की जनता को मूर्ख बनाकर ठग रहा है। अगले चुनाव में बिहार की जनता सूध समेत इसका हिसाब करेगी।

 

प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं दावे के साथ कैमरे पर कह रहा हूं कि अगर किसी एक नेता के खिलाफ जनता में सबसे ज्यादा गुस्सा है, तो वे है नीतीश कुमार। आप किसी भी वर्ग से बात कीजिए, किसी सामान्य नेता से बात कीजिए, पब्लिक से बात कीजिए, नीतीश कुमार के अपने सपोटर, वोटर और पार्टी के नेताओं से बात कीजिए हर आदमी आज नीतीश कुमार के खिलाफ अपशब्द और गलत बात कह रहा है। ऐसा मत समझिए कि बिहार की जनता समझती नहीं है। यही नीतीश कुमार हैं जिन्हें 2010 में इनके नाम और चेहरे पर बिहार की जनता ने 206 विधायकों को जिताया था और आज यही नीतीश कुमार हैं, जिनके 42 विधायक जीते हुए हैं और एमपी के चुनाव में हारने के डर से भाजपा की शरण में गए हैं। अगर, मोदी जी और भाजपा का साथ नहीं रहा तो खाता भी नहीं खुलेगा।

मैंने पहले कहा था, लोकसभा चुनाव में नीतीश को नहीं आएंगी 5 सीटें, इसी डर से वो भाजपा में भागे

नीतीश कुमार ने महागठबंधन की सरकार तोड़कर एनडीए के साथ नई सरकार बनाई है। इसका आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में क्या असर पड़ेगा इस मुद्दे पर बेगूसराय में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपना पक्ष रखा है। प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि इस गठबंधन की सबसे बड़ी कीमत भाजपा और उनके दल वालों को विधानसभा के चुनाव में चुकानी पड़ेगी। क्योंकि जो भाजपा का समर्थक है, नेता है, वोटर है, कैडर है… आज उसके पास कोई भी जवाब नहीं है आखिर आपने जिस नीतीश कुमार को 2020 में थोपा, उस वक्त भी भाजपा के 75 और जेडीयू के 42 एमएलए थे, भाजपा की ओर से आपने क्यों नहीं मुख्यमंत्री बनाया और बिहार को सुधारने का जिम्मा लिया। वहीं, लोकसभा चुनाव के नजरिए मैंने पहले भी कैमरे पर कहा है कि नीतीश बाबू अगर महागठबंधन में लड़ते तो उन्हें 5 सीटें भी नहीं आती। जब मैं ये बात कह रहा था तो उस वक्त उनके दल के लोग चिल्लाते थे कि प्रशांत किशोर को क्या आता है। मैं बिहार का कोई नेता तो हूं नहीं, अगर मैं कह रहा हूं कि उन्हें 5 सीटें भी नहीं आएंगी तो उन्हें नहीं आएंगी। इसी डर से नीतीश कुमार भाजपा में भागे हैं, उनको मालूम था कि महागठबंधन के साथ में खाता तो खुलने वाला नहीं है। नई व्यवस्था में जरूर एनडीए के नाम पर, मोदी और भाजपा के नाम पर उन्हें कुछ सीटें मिल जाएंगी।

प्रशांत किशोर ने भाजपा पर कंज कसते हुए कहा कि एक बार फिर नीतीश कुमार भागे तो आपने कहा कि नीतीश कुमार धोखेबाज हैं, और आज फिर उसी नीतीश कुमार को बिहार पर थोप रहे हैं। तो जिस तरह से कांग्रेस और कांग्रेस के नेतृत्व ने चंद सांसदों के लालच में बिहार को लालू को बेचा, इस बात की चिंता नहीं की कि बिहार के लोगों का क्या होगा। यूपीए के 10, 15, 20 सांसद जीतकर आते रहे और लालू जी पूरे बिहार को लूट कर बर्बाद करते रहे, तो उसकी सोनिया गांधी और कांग्रेस के लीडरशिप को कोई चिंता नहीं थी। वही हाल आज भाजपा के लीडरशिप का है। उनकी चिंता बस इतनी है कि अगले लोकसभा चुनाव में हमारे 30 से 35 सांसद जीतकर आ जाए। अगर, नीतीश कुमार ने पूरे बिहार को बर्बाद कर दिया है, बिहार को चलाने की उनकी मानसिक हालत नहीं है इसकी कोई चिंता उन्हें नहीं है। विधानसभा में इसका ज्यादा असर तो नहीं दिखेगा, लेकिन लोकसभा में भाजपा को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

दो लाख इनामी रकम के मोस्ट वांटेड नक्सली कारे लाल कोड़ा उर्फ़ प्यारे लाल कोड़ा गिरफ्तार

सीमांत मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, पटना के अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्यरत 32वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए रविवार (28.01.2024) को दो लाख इनामी रकम के मोस्ट वांटेड नक्सली कारे लाल कोड़ा उर्फ़ प्यारे लाल कोड़ा को कजरा पुलिस थाना क्षेत्र के कानिमोह गाँव से गिरफ्तार किया गया।


32वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल, डोभी के डी-समवाय बन्नू बगीचा ने अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) लखीसराय, सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, लखीसराय की अगुवाई में स्थानीय पुलिस के सहयोग से कजरा पुलिस थाना क्षेत्र के कानिमोह गाँव में संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया और मोस्ट वांटेड नक्सली कारे लाल कोड़ा उर्फ़ प्यारे लाल कोड़ा को कानिमोह गाँव से गिरफ्तार है।


गिरफ्तार नक्सली कारे लाल कोड़ा पर लखीसराय जिले के विभिन्न थानों में अब तक ज्ञात 11 नक्सल कांड दर्ज है तथा वह पिछले 10 वर्षों से फरार चल रहा था। गहन पूछताछ के बाद, उसे अगली कार्रवाई के लिए पुलिस थाना बन्नू बगीचा को सौंप दिया गया है ।

नीतीश जी को उनके मन की खुशफहमी है कि देश चाहता है कि पीएम बना दिया जाए

बेगूसराय: INDIA गठबंधन की बीते शनिवार को वर्चुअल बैठक हुई। इस बैठक में नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने का प्रस्ताव आया था। जिसे नीतीश कुमार ने इनकार कर दिया। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर से मामले में पूछे गए सवाल पर इन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पारी ये अंतिम दौर चल रहा है। नीतीश कुमार को खुद ही नहीं मालूम कि वे क्या बनना चाहते हैं, कहां रहना चाहते हैं। वो कभी एनडीए में, कभी यूपीए में, कभी कन्वीनर, तो कभी प्रधानमंत्री के दावेदार, ये उनके मन की खुशफहमी है कि पूरा देश चाहता है कि उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया जाए। आरजेडी का एक भी सांसद लोकसभा में नहीं है, लेकिन लोग उनसे पूछते हैं कि लालू जी या तेजस्वी जी बताइए कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा। जब आपका एक भी सांसद नहीं है तो आप देश के प्रधानमंत्री को कैसे तय करेंगे।

बेगूसराय के बछवाड़ा प्रखंड में प्रेस वार्ता के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि जहां तक इंडिया का सवाल है, इंडिया में सबसे बड़ा दल कांग्रेस है, दूसरा सबसे बड़ा दल टीएमसी है, तीसरा सबसे बड़ा दल डीएमके है। तो नीतीश कुमार को संयोजक कैसे बना दिया जाएगा। नीतीश कुमार को स्वयं पता है कि वो नहीं बन सकते हैं। जो खानापूर्ति की गई उसमें बेइज्जती से बचने के लिए उन्होंने मना कर दिया। इससे पहले कांग्रेस ने अपना चेयरमैन बना दिया। इंडिया के चार बड़े राज्यों के चार दल उस मीटिंग में शामिल ही नहीं हुए, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे मीटिंग में शामिल ही नहीं हुए। जो लोग शामिल हुए उसमें कांग्रेस से अपना चेयरमैन बना दिया और नीतीश कुमार को कहा कि आप कन्वीनर बन जाइए। तो नीतीश कुमार को इतना अनुभव तो है ही इसमें कुछ है नहीं, मिट्टी पलीद ही होना है। इसलिए उन्होंने मना कर दिया।

बिहार को फर्जी डाटा बांट रहे चाचा-भजीता- प्रशांत किशोर

बेगूसराय: पटना के गांधी मैदान में शनिवार को शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह हुआ। जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने 2 लाख से अधिक नौकरी देने की बात की है। बेगूसराय के बछवाड़ा प्रखंड में हुए प्रेस वार्ता में शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण के सवाल पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि दोनों लोगों को ये बताना चाहिए कि कितने नए लोगों को नौकरी दी गई। दोनों चाचा-भजीता पूरे बिहार को फर्जी डाटा बांट रहे हैं। ये नई नौकरी नहीं दी गई है, पहले दौर में 1 लाख 25 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया, उसमें आधे से ज्यादा लोग पहले से नियोजित शिक्षक थे, उन्हें राज्यकर्मी बनाया गया। दूसरा, जो आधे बच गए जिन्हें नई नौकरी मिली उनमें करीब-करीब 60 फीसदी लोग, जिसे मुख्यमंत्री भी गिनवा रहे थे कि 11 से ज्यादा अलग-अलग राज्यों के लोग यहां आकर शिक्षक बने हैं, वो थे। ये चाचा-भतीजा की सरकार की नीतियों का ही परिणाम है कि बिहार के बच्चे दूसरे राज्यों में जाकर ठेला लगाएंगे, मजदूरी करेंगे, नाली साफ करेंगे और दूसरे राज्यों के लोग यहां आकर शिक्षक बनेंगे। इस गलत आंकड़े पर दोनों दावा कर रहे हैं कि हमारा है, हमारा है। बिहार के बच्चों का इससे कोई फायदा नहीं है।

सरकार नहीं बता रही तीन आंकड़े, कितने नए लोगों को नौकरी दी, कितने बाहरियों को दिया रोजगार और कितने नियोजित शिक्षकों को बनाया राज्यकर्मी

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में करीब-करीब 10 लाख शिक्षकों की जरूरत है। बिहार में नियोजित, नए शिक्षक, अतिथि शिक्षक सहित सभी को मिलाकर 3 लाख 95 हजार शिक्षक हैं। यहां आधे से ज्यादा पद अभी भी खाली हैं। कोई भी स्कूल में स्थिति बदली नहीं है। नियुक्ति पत्र बांटने के कार्यक्रम में पत्रकारों ने जब कुछ शिक्षकों से सवाल पूछा कि उप राष्ट्रपति कौन हैं, बीपीएससी का फुल फॉर्म क्या है तो 10 में से 9 शिक्षक उसका सही जवाब नहीं दे पाए। क्या इन्हीं के भरोसे बिहार की शिक्षा व्यवस्था को सुधारा जाएगा। अंधे में काणा राजा वाली बात है। अभी तक सरकार ने नहीं बताया है कि 2 लाख 25 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया उनमें कितने पहले से नौकरी कर रहे थे, कितने बिहार के लोगों को नौकरी मिली, कितने दूसरे राज्यों के लोगों को नौकरी दी। ये तीन आंकड़े कोई नहीं बता रहा है।

तेजस्वी यादव से कोई नहीं पूछने वाला कि उनके मां-बाबू जी 15 साल सत्ता में थे तो कितनों को दी नौकरी

प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव वही आदमी है जो कह रहे थे एक कैबिनेट में बैठेंगे तो 10 लाख लोगों को नौकरी दे देंगे। कोई उनसे पूछने वाला नहीं है आपके मां-बाबू जी 15 वर्षों तक सत्ता थे तो एक भी आदमी को नौकरी नहीं दी। नीतीश कुमार 18 वर्षों से मुख्यमंत्री हैं और एक भी आदमी को नौकरी नहीं दी। अब अचानक से उनको ज्ञान हो गया है कि 2 लाख 25 हजार को नौकरी दे रहे हैं। ये 2 लाख 25 हजार का आंकड़ा गलत है। इसमें बड़ी संख्या उन शिक्षकों की है जो पहले से नौकरी कर रहे थे, उनका सर्विस कंडीशन बदला है। पहले नियोजित शिक्षक थे, अब उन्हें राज्यकर्मी बताया जा रहा है। अभी भी उन शिक्षकों को कोई फायदा नहीं है। दूसरा बाहर के राज्यों के लोगों को नौकरी दी है, तीसरा कितने बिहार के लोगों को नौकरी दी है वो संख्या किसी को नहीं मालूम है, लेकिन जो भी है वो संख्या पर्याप्त नहीं है, उससे बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।

एनटीपीसी बरौनी के सामुदायिक विकास पहल के तहत 122 मेधावी छात्र- छात्राओं ने पाया उत्कर्ष मेरिट छात्रवृत्ति

एनटीपीसी बरौनी ने शनिवार (30/12/2023) को अपने सामुदायिक विकास के तहत 23 सरकारी उच्च विद्यालय के 122 मेधावी छात्र- छात्राओं को उत्कर्ष मेरिट छात्रवृत्ति वितरित की, जिन्होंने 10वीं व 12 वीं कक्षा में उत्कृष्ट अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को रौशन कुशवाहा ,जिला अधिकारी और राजीव खन्ना,एनटीपीसी बरौनी परियोजना प्रमुख द्वारा सम्मानित किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई और उसके बाद एनटीपीसी गीत गाया गया।इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि, राजीव खन्ना, मुख्य महाप्रबंधक, एनटीपीसी बरौनी ने मेधावी छात्रों को बधाई दी और शिक्षा को सर्वोत्तम मानव अधिकार बताया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए भी शिक्षा के महत्त्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने अपने भाषण में एनटीपीसी बरौनी द्वारा कराये जा रहे विभिन विकास गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला ।


जिला अधिकारी, रौशन कुशवाहा ने भी सभा को संबोधित किया और समाज को मजबूत करने और प्रोत्साहित करने में एनटीपीसी की पहल की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, शिक्षा विभाग और एनटीपीसी समूह द्वारा छात्रों को प्रोत्साहित करके देश को रोशन करने और देश के भविष्य को उज्ज्वल करने के एक ही उद्देश्य के लिए दृढ़ हैं।


तत्पश्चात, एनटीपीसी द्वारा डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने हेतु 10 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास का भी उदघाटन डीएम रौशन खुश्वाहा द्वारा औपचारिक रूप से किया गय।
कार्यकर्म में उपस्थित छात्र-छात्राओं के लिए एनटीपीसी बरौनी द्वारा एक प्रदर्शनी स्टॉल भी लगायी गयी थी जिसमें उन्हें एनटीपीसी के बारे में बताया गया एवं, एनटीपीसी बरौनी के इतिहास, कार्य प्रक्रिया व् उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गयी साथ ही, एनटीपीसी द्वारा चल रहे अन्य कल्याणकारी कार्यों में बारें में बताया गया।

उत्कर्ष मेरिट स्कॉलरशिप
एनटीपीसी-सीएसआर पहल का उद्देश्य, छात्रों को प्रेरित करना और ग्रामीण भारत के बच्चों को मौद्रिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना का उद्देश्य लड़कियों में शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्राओं को प्रोत्साहन प्रदान करने में माता-पिता के प्रयासों को मान्यता देना भी है।