डेहरी के सीमेंट व्यवसायी हत्याकांड को रोहतास पुलिस ने सुलझाया

न्यूज़ डेस्क:- रोहतास जिले के डेहरी मुफस्सिल क्षेत्र में गत 25 नवंबर को हुए सीमेंट व्यवसायी हत्याकांड को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस का दावा है कि अवैध संबंध और पैसों में के लेनदेन के कारण हत्या हुई है। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गरिफ्तार कर लिया है। एसपी आशीष भारती ने यह जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दी ।

बाइक पर सवार अपराधियो ने सासाराम के सपुलागंज निवासी विवाहिता निशि कुमारी उर्फ गुड़िया को गोली मारकर हत्या कर दिया गया था । उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले को काफी गंभीरता से लिया गया। इस घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम द्वारा इस घटना में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी किया जा रहा था। अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद भागे फिर रहे थे। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि उक्त कांड में शामिल अभियुक्त अपने घर में छिपा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी की और इस घटना में शामिल राजेश कुमार उर्फ लड्डू लाखनुसराय, महेंद्र कुमार, धीरज कुमार ,धनजी कुमार सभी सपोलागंज निवासी  सासाराम नगर थाना को गिरफ्तार किया ।उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से दो देशी कट्टा एक जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल जप्त किया है।उन्होंने कहा कि अवैध संबंध और पैसों के लेनदेन के कारण हत्या हुई है। ज्ञात हो कि सासाराम के सफुल्लागंज निवासी सुनील कुमार की पत्नी निशी कुमारी कि  26 नवंबर को दिन-दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

मुख्यमंत्री ने एन0टी0पी0सी0 बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज-1 की इकाई-1 (660 मेगावाट) का किया लोकार्पण

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज रिमोट के जरिये शिलापट्ट का अनवारण कर एन0टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज-1 की इकाई-1 (660 मेगावाट) का लोकार्पण किया। बाढ़ एन०टी०पी०सी० प्रांगण स्थित हेलीपैड पर मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री ने एन०टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री के समक्ष एन०टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने एन०टी०पी०सी० बाद प्रांगण में पौधारोपण भी किया। लोकार्पण के अवसर पर एन0टी०पी०सी० बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट प्रांगण स्थित क्रिकेट मैदान में आयोजित कार्यक्रम के मंच पर एन0टी0पी०सी० परिवार की तरफ से


मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में मुझे उपस्थित होने का अवसर मिला है। इसके लिए मैं केंद्रीय मंत्री श्री आर०के० सिंह जी का और एन०टी०पी०सी० को विशेष तौर पर धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित सभी लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। आज के इस उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। नई पीढ़ी के लोगों को यह जानना चाहिए कि इसे बनाने में कितनी मेहनत करनी पड़ी है और किस-किस प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हुई थीं। उन्होंने कहा कि इस इलाके के लोगों ने मुझे 1989 से 5 बार एम०पी० बनाया है। यह मेरा पुराना चुनावी क्षेत्र है। एक बार फिर से हम इस पूरे इलाके में घूमेंगे। कोरोना के कारण कहीं जाना संभव नहीं था। जब तक जीवन है हम यहां के लोगों को कभी नहीं भूलेंगे। जब तक काम करने का मौका मिलेगा आपकी हर जरूरतों को पूरा करेंगे। आज फिर से पुराने क्षेत्र में आकर मुझे काफी प्रसंन्नता हो रही है। उद्घाटन के मौके पर आप सबों के बीच आकर मुझे बेहद खुशी हुयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1998 में श्रद्धेय अटल जी की सरकार रूप में काम करने का मौका मिला था। केंद्रीय मंत्री के में जो भी संभव था मैंने यहां के रुप मुझे रेल मंत्री के लिए किया। उस समय रंगराजन कुमार मंगलम जी केंद्रीय ऊर्जा मंत्री थे जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। स्वर्गीय रंगराजन कुमार मंगलम अपने इलाके में रेल से संबंधित 5 कार्यों को लेकर मुझसे मिले थे। मैंने उनके सभी कामों का सैक्शन कर दिया था। कुछ दिनों के बाद जब उनसे पुनः मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि हम आपके यहां थर्मल पावर प्लांट लगाना चाहते हैं। आप जगह चिन्हित कर बता दीजिए। तब हमने उनसे कहा था कि पटना से 20 किलोमीटर आगे जाकर 100 किलोमीटर तक अपनी टीम भेजकर जहां उपयुक्त लगे जगह का चयन कर लीजिए। टीम के लोगों ने जगह देखने के बाद बाद में पावर प्रोजेक्ट लगाना तय किया। वर्ष 1998-99 में इस जगह का चयन हुआ। उसके बाद यहां 660 मेगावाट की 3 यूनिट लगाने का ऊर्जा विभाग ने निर्णय किया। उन्होंने कहा कि बिहार में 12 फरवरी 1999 से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था। उस समय यहां के राज्यपाल सुंदर सिंह भंडारी थे। हमने तत्कालीन राज्यपाल महोदय से मिलकर यहां के कृषि फॉर्म की 25 एकड़ जमीन को एन०टी०पी०सी० को ट्रांसफर करने का अनुरोध किया। उन्होंने 24 घंटे के अंदर जमीन को एन0टी०पी०सी० को ट्रांसफर कर दिया। 6 मार्च 1999 को बाढ़ थर्मल पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया। यह देश का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम काफी तेजी से किया गया। शुरू में एक गांव के लोग यहां बिजली घर बनाने का विरोध कर रहे थे। सालिम अली प्राकृतिक पक्षी विज्ञान केंद्र ने भी वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी थी कि यहां पक्षी अभ्यारण्य है। तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री टी०आर० बालू साहब से मुलाकात कर हमने कहा कि यह टाल का इलाका है और यहां 10 लाख की आबादी है। बरसात को छोड़कर बाकी समय में लोग यहां खेती करते हैं। हमने एक-एक डिटेल उनके समक्ष रखा। उस डिटेल के आधार पर प्रस्ताव तैयार किया गया। तब जाकर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इसकी अनुमति मिली। उसके बाद इसका टेंडर हुआ।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 नवंबर को 660 मेगावाट की तीन यूनिट में से एक यूनिट ने काम करना शुरु कर दिया है। आज इसका औपचारिक उद्घाटन हुआ है। अगले साल दूसरे यूनिट का जबकि उसके अगले साल तीसरे यूनिट का भी शुभारंभ कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज हमने जाकर देखा है कि 660 मेगावाट की जगह 678 मेगावाट यूनिट का उत्पादन हो रहा है, यह काफी खुशी की बात है। इसके लिए पूरे एन0टी०पी०सी० परिवार और में विशेष तौर पर श्री आर0के0 सिंह जी को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि शूरु में कुछ लोगों ने अफवाह फैलायी कि पहले औरंगाबाद में बिजली घर बनाना तय हुआ था जिसे अब बाढ़ में बनाया जा रहा है। जब मैं केंद्रीय रेल मंत्री था तो हमने औरंगाबाद में 1000 मेगावाट यूनिट का पावर स्टेशन बनाने का निर्णय लिया था। वर्ष 2012 में बिहार सरकार हमलोगों ने 660 मेगावाट की तीन यूनिट एन०टी०पी०सी० के साथ समझौता 50-50 के आधार तरफ से भी पर कर औरंगाबाद में लगाने का निश्चय किया। हमलोगों ने बाद में बिहार सरकार की तरफ से इसे एन०टी०पी०सी० को ट्रांसफर दिया। बिहार में एन0टी०पी०सी० की तरफ से 7300 मेगावाट का पावर प्लांट लग गया है। वर्ष 2005 में मात्र 700 मेगावाट बिजली की खपत थी। हमलोगों ने हर घर बिजली पहुंचाने का निर्णय लिया जिसे अब केंद्र सरकार ने भी एडॉप्ट कर लिया है। अब 6600 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है। उन्होंने कहा क कुछ लोग दुष्प्रचार करने में लगे रहते हैं। दुष्प्रचार करने वाले लोगों को यह बताना चाहिए कि उनके राजपाट में बिहार में बिजली की कितनी खपत थी। हमलोगों ने वर्ष 2018 दिसंबर माह तक हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया था जिसे दो माह पूर्व ही पूरा कर लिया गया। अक्टूबर 2018 में ही हर इच्छुक व्यक्ति तक बिजली पहुंचा दी गई। बिजली बिल पर हमलोग अनुदान भी दे रहे हैं। बिहार में विकास के जो कार्य हुए हैं उसकी जानकारी हर लोगों तक पहुंचनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री आर0के0 सिंह जी ने यहां कह दिया है कि एन०टी०पी०सी० की तरफ से बिहार में बिजली का उत्पादन इतना अधिक किया जायेगा कि राज्य सरकार को किसी प्राइवेट कंपनी से बिजली की खरीद नहीं करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सांसद श्री ललन बाबू ने भी सभी राज्यों को एक रेट पर बिजली देने की बात कही है। ऐसा होने से • बिजली की दरों में और कमी आयेगी। उन्होंने कहा कि 15 साल राजपाट चलाने का जिनको मौका मिला, उन लोगों ने बिहार के लिए क्या किया। उस समय बिहार में सड़के टूटी हुई थीं और बिजली गुल थी। आज हर क्षेत्र में विकास का कार्य हो रहा है। श्री आर०के० सिंह जी बिहार के हैं तो जो भी जरूरतें यहां की होंगी वे पूरा करेंगे। इनको मैं धन्यवाद देता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी को भी मैं धन्यवाद देता हूं कि वे सभी चीजों के बारे में सोचते हैं। • लोकार्पण समारोह को केंद्रीय मंत्री विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा श्री आर0के0 सिंह, सांसद श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और एन०टी०पी०सी० के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री गुरदीप सिंह ने भी संबोधित किया।


इस अवसर पर विधायक श्री ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू विधान पार्षद श्री नीरज कुमार, सचिव ऊर्जा, भारत सरकार श्री आलोक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, सचिव ऊर्जा बिहार श्री संजीव हंस निदेशक परियोजना एन०टी०पी०सी० श्री उज्ज्वल क्रांति भट्टाचार्य, जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेंद्र शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं एन0टी०पी०सी० परिवार से जुड़े अन्य अधिकारीगण / अभियंतागण एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने नालंदा में दो दिवसीय आजादी का अमृत महोत्सव फोटो प्रदर्शनी का किया शुभारंभ

न्यूज़ डेस्क –  देश की आजादी के महान स्वतंत्रता सेनानियों व नायकों को याद करने और नई पीढ़ी को इनके बारे में बताने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के रीजनल आउटरीच ब्यूरो, पटना द्वारा नालंदा स्थित महाबोधि महाविद्यालय (बीएड) कॉलेज में आज आजादी का अमृत महोत्सव फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने किया। कार्यक्रम में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निदेशक विजय कुमार एवं क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार सिन्हा, राजगीर की अनुमंडल पदाधिकारी अनिता सिन्हा उपस्थित थे।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि आज के इस डिजिटल युग में फोटो प्रदर्शनी की अपनी एक अलग महत्ता है। उन्होंने कहा कि आज हम लोग आजाद भारत के नागरिक हैं, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि किनकी कुर्बानियों और शहादतों के बाद हमें यह आजादी मिली है। उन नायकों और स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने और उनके बारे में बताने के लिए ही इस दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बेहद कम लोगों को मालूम होगा कि गांधीजी बिहार में 1917 से लेकर 1947 तक लगभग 27 बार आए थें। इस फोटो प्रदर्शनी में कई ऐसे दुर्लभ तस्वीरें लगाई गई हैं, जो बच्चों को और उनके अभिभावकों को जरुर देखना चाहिए और उनसे सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहना आज की सबसे बड़ी चुनौती है। जिस प्रकार प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, लोगों में स्वास संबंधी बीमारियां अधिक हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां देशभर में 33% हरियाली है, वहीं बिहार में 15% है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण ही पशु-पक्षियों सहित मनुष्यों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। हमें अपने हरियाली के लक्ष्य को बढ़ाकर 17% करना है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि आज हम जिनकी वजह से खुली हवा में सांस ले रहे हैं, उनको याद करने के लिए यह अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने नालंदा के दो स्वतंत्रता सेनानियों – श्याम नारायण सिंह और मौलाना सैयद अरशद मदानी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल देश की आजादी में अपनी महत्ती भूमिका निभाई बल्कि वे राष्ट्रीय कौमी एकता के भी प्रतीक हैं, जिन्होंने लोगों को एकता में पिरोने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि हमें देश में ही निर्मित बुनकरों के वस्त्रों व सामानों का इस्तेमाल करना चाहिए इससे लोकल फॉर वोकल और आत्मनिर्भर भारत को बल मिलेगा।

नव नालंदा महाविहार के संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार कर्ण ने कहा कि हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों, महानायकों के आदर्शों और जीवन से सीख लेने और उसे आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की समाज के प्रति अपनी एक जिम्मेदारी होती है और हर व्यक्ति को समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है जब देश के नायकों को एक जगह फोटो के माध्यम से बताने और समझाने की कोशिश नई पीढ़ी के लिए की जा रही है। निसंदेह एक सार्थक पहल है।

कार्यक्रम स्थल पर मुफ्त टीकाकरण के लिए स्टॉल की भी व्यवस्था की गई थी। साथ ही यहां हथकरघा का भी एक स्टॉल लगाया गया था। इसके साथ ही मंत्रालय के पंजीकृत सांस्कृतिक दल के कलाकारों ने लोकगीत और नाटक का मंचन किया।

मौके पर महाबोधि महाविद्यालय नालंदा के प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी सर्वजीत सिंह एवं अमरेंद्र मोहन सहित कॉलेज के शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री ने एनटीपीसी की बरौनी और बाढ़ बिजली इकाइयां राष्ट्र को समर्पित कीं

न्यूज़ डेस्क –  केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर. के. सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने एनटीपीसी बरौनी ताप विद्युत केन्द्रों (थर्मल पावर स्टेशन) के चरण- II 500 मेगावाट (2×250 मेगावाट) और एनटीपीसी बाढ़ सुपर थर्मल पावर की यूनिट # 1 (660 मेगावाट) परियोजना को आज राष्ट्र को समर्पित किया।

श्री राजीव रंजन, सांसद (लोकसभा), मुंगेर; श्री राम रतन सिंह, विधान सभा सदस्य, तेघरा, बिहार; श्री राज कुमार सिंह, विधान सभा सदस्य, मटिहानी, बिहार; श्री ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, विधान सभा सदस्य, बाढ़, और बरह तथा बरौनी क्षेत्र के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति के साथ समारोह में भाग लिया। इस समारोह में बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, भारत सरकार के अधिकारी और बिहार की प्रतिष्ठित हस्तियां भी सम्मिलित हुईं।

केंद्रीय सचिव विद्युत श्री आलोक कुमार, और एनटीपीसी के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री गुरदीप सिंह, एनटीपीसी के निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इन कार्यक्रमों में उपस्थित थे।

एनटीपीसी समूह की बिहार राज्य में 7970 मेगावाट की स्थापित क्षमता है और इसके अतिरिक्त अन्य 1980 मेगावाट क्षमता निर्माणाधीन है।

बाढ़ की कुल स्थापित क्षमता 3300 मेगावाट है, जिसमें से 1320 मेगावाट पहले से ही 16 मार्च से वाणिज्यिक संचालन के अधीन है ।

 

बिजली क्षेत्र के विकास में तेजी लाने और बिहार राज्य में लोगों के व्‍यापक लाभ के लिए बिजली की उपलब्धता और लागत दक्षता बढ़ाने के लिए, राज्य सरकार ने 15 दिसम्बर 2018 को बरौनी थर्मल पावर स्टेशन को एनटीपीसी लिमिटेड को स्थानांतरित कर दिया था।

अपनी कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी (सीएसआर) पहल के एक हिस्से के रूप में, एनटीपीसी ने बिहार राज्य में कई सामुदायिक विकास (सीडी) गतिविधियां शुरू की हैं। ये गतिविधियां मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे के विकास, पेयजल, स्वच्छता, कौशल विकास / व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों, दिव्यांगजनों को सहायता आदि के क्षेत्र में केंद्रित हैं। इसके अलावा, विभिन्न सामुदायिक विकास गतिविधियां पड़ोसी राज्यों में कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। एनटीपीसी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना में एक विशेष बर्न यूनिट भी स्थापित कर रहा है और इसके साथ ही औरंगाबाद जिले में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई ) का निर्माण कर रहा है ।

एनटीपीसी, भारत सरकार की एक महारत्न कंपनी है जिसकी वर्तमान में 67907 मेगावाट (संयुक्त उद्यम (जेवी) / सहायक कंपनियों सहित) की स्थापित क्षमता है और 2032 तक 130 गीगावॉट क्षमता वाली कंपनी बनने की योजना है ।

मुख्यमंत्री ने बरौनी थर्मल पावर स्टेशन स्टेज-2 के 500 मेगावाट ( 2×250) का किया लोकार्पण

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने आज बेगूसराय में बरौनी थर्मल पावर स्टेशन स्टेज-2 के 500 मेगावाट (2×250) का रिमोट के माध्यम से लोकार्पण कर देश को समर्पित किया।इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आप सभी को बधाई देता हूं और यहां उपस्थित लोगों का अभिनंदन करता हूं। केंद्रीय मंत्री विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा श्री आर0के0 सिंह एवं एन0टी०पी०सी० को विशेष तौर पर बरौनी में थर्मल पावर स्टेशन स्टेज-2 के 500 मेगावाट के लोकार्पण के लिए बधाई। इस कार्यक्रम में मुझे शामिल होने के लिए आप लोगों ने आमंत्रित किया इसके लिए आप सबको धन्यवाद देता हूं।

• मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने देश के ऊर्जा के क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी आप सबों को दी है। देश के ऊर्जा क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यों के लिए मैं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एवं प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि बरौनी थर्मल पावर स्टेशन के स्टेज-2 का संचालन 1 नवंबर 2021 से ही शुरू हो चुका है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे बेगूसराय की पावन धरती पर आने का मौका मिला है। आदरणीय डॉक्टर श्रीकृष्ण बाबू के कार्यकाल के प्रारंभ से ही इस क्षेत्र का विकास शुरु हुआ। 26 जनवरी 1960 को 15 मेगावाट की तीन इकाईयों का डॉ० श्रीकृष्ण सिंह ने शिलान्यास किया था लेकिन वर्ष 1961 में उनकी मृत्यु हो गई। वर्ष 1962 में इस थर्मल पावर स्टेशन की शुरुआत के बाद इसका संचालन शुरू हो गया। बाद में कुछ कारणों से इसका देखभाल ठीक से नहीं होने लगा। 24 नवंबर 2005 को जब हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो सड़क सहित अन्य बुनियादी आधारभूत ढांचे के साथ ही विद्युत क्षेत्र में विकास के लिए कार्य शुरु किये गये। वर्ष 2006 में बरौनी थर्मल पावर स्टेशन का 2X110 मेगावाट का यूनिट बंद पड़ा था। इसके संचालन के लिए हमलोगों ने काम शुरु किया। इसकी एक इकाई वर्ष 2016 में कार्यरत हो गई। 250 मेगावाट की दो यूनिट बनाने का कार्य वर्ष 2012 में प्रारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर के कांटी थर्मल पावर स्टेशन का काम वर्ष 1978 में स्वर्गीय जार्ज फर्नांडिस साहब द्वारा शुरु किया गया था। उस समय जार्ज साहब मोरारजी भाई देसाई की सरकार में केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरपुर से सांसद थे। इस थर्मल पावर स्टेशन का काम वर्ष 1985 में पूर्ण हुआ। कांटी थर्मल पावर स्टेशन को एन0टी०पी०सी० को सौंपने के लिए हमलोगों ने बातचीत की और अंततः इसे एन0टी०पी०सी० को सौंप दिया गया। कांटी थर्मल पावर स्टेशन में पहले 2X110 मेगावाट की यूनिट और इसके बाद 2X195 मेगावाट की अतिरिक्त इकाई लगाई गई, जो वर्ष 2017 में शुरू हो गयी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने, राज्य में विद्युत की उपलब्धता बढ़ाने, इनकी लागत कम करने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2018 में बरौनी थर्मल पावर स्टेशन को एन0टी०पी०सी० को हस्तांतरित कर दिया। उन्होंने कहा कि जब हम केंद्र में श्रद्धेय अटल जी की सरकार में मंत्री थे उस समय से एन0टी०पी०सी० से हमारा संबंध है। आज के बरौनी थर्मल पावर स्टेशन की विस्तारित इकाई से इस इलाके का विकास होगा और यहां के लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि एन0टी०पी०सी० ने बिजली उत्पादन का काम शुरू कर दिया है, केंद्रीय मंत्री ने इसके और एक्सटेंशन की बात की है, इसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 में सात निश्चय कार्यक्रम की शुरुआत की गई जिसमें एक निश्चय के रूप में दिसंबर 2018 तक हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया। लेकिन हमलोगों ने दो माह पूर्व यानि अक्टूबर 2018 को ही हर घर तक बिजली पहुंचा दी। बिहार के इस कार्य की सराहना करते हुए केंद्र सरकार ने भी इसे स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में बिहार में बिजली की खपत मात्र 700 मेगावाट ही थी। जो अब बढ़कर 6000 मेगावाट से भी ज्यादा हो गई है। लोगों को बिजली बिल कम देना पड़े इसको लेकर प्रति उपभोक्ता 50 प्रतिशत से ज्यादा का अनुदान राज्य सरकार देती है। उन्होंने कहा कि हमलोग ऊर्जा के क्षेत्र में और सुधार तथा लोगों को सुविधा देने के लिए लगातार काम करते रहेंगे। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जितनी जरुरत हो लोग बिजली का उतना ही उपयोग करें, इसका सदुपयोग करें, बिजली का दुरुपयोग बिल्कुल न करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो पा रहे थे जिसकी वजह से हम लोगों से भेंट नहीं कर पा रहे थे। मुझे लोगों से मिलने में काफी खुशी और संतोष होता है। आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर मुझे खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना का टीकाकरण अभियान पूरे देश और राज्य में तेजी से चलाया जा रहा है। सभी लोग कोरोना का टीका अवश्य लें। जिन लोगों ने कोरोना टीके का पहला डोज ले लिया है वे लोग निर्धारित समय पर दूसरा डोज भी अवश्य लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से जितनी जल्दी मुक्ति मिले, स्थिति सामान्य हो, सभी गतिविधियां ठीक ढंग से संचालित होने लगे, इसके लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोना के प्रति सभी को सचेत एंव सजग रहना होगा।

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कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, एन०टी०पी०सी० श्री गुरदीप सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा श्री आर0के0 सिंह, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, एन०टी०पी०सी०, श्री गुरदीप सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम विधायक श्री राम रतन सिंह, विधायक श्री राजकुमार सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, भारत सरकार के ऊर्जा विभाग के सचिव श्री आलोक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, बिहार सरकार में ऊर्जा विभाग के सचिव श्री संजीव हंस, आयुक्त मुंगेर प्रमंडल श्री प्रेम सिंह मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक, बेगूसराय रेंज, श्री राजेश कुमार, जिलाधिकारी श्री अरविंद कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री अवकाश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण, एन0टी0पी0सी0 के अभियंतागण, कर्मीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने बरौनी थर्मल पावर स्टेशन स्टेज-2 के 500 (2X250 मेगावाट) के एक्सटेंशन प्रोजेक्ट का स्थल निरीक्षण किया। परिसर के सेवा भवन में टरबाईन फ्लोर का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया और विद्युत उत्पादन के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री के समक्ष कंट्रोल रुम में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बरौनी थर्मल पावर स्टेशन की उपलब्धियां, सामुदायिक विकास पहल, लक्ष्य तथा विजन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।

29 नवंबर को होने वाले फतुहा एवं बख्तियारपुर प्रखंड के पंचायत चुनाव में चप्पे चप्पे पर रहेगी पुलिस

न्यूज़ डेस्क –  फतुहा एवं बख्तियारपुर प्रखंड का पंचायत आम चुनाव 29 नवंबर को सुबह 7:00 बजे से संध्या 5:00 बजे तक होगा। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि पंचायत चुनाव हर हाल में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण होंगे तथा सभी संबंधित अधिकारियों को सक्रिय एवं तत्पर होकर पूरी जवाबदेही से विधि व्यवस्था संधारित रखने तथा स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने का सख्त निर्देश दिया है । उक्त आदेश के अनुपालन हेतु उप विकास आयुक्त श्री रिचि पांडे द्वारा बख्तियारपुर के प्रखंड सभागार में सेक्टर दंडाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी के साथ बैठक की गई तथा आवश्यक निर्देश दिया गया । फतुहा प्रखंड अंतर्गत 19 पंचायत है । प्रत्येक पंचायत को सेक्टर में विभक्त किया गया है तथा प्रत्येक सेक्टर में दो पदाधिकारी की तैनाती की गई है। फतुहा मे 110पीसीसीपी के अतिरिक्त सेक्टर दंडाधिकारी सेक्टर पुलिस पदाधिकारी सुपर सेक्टर दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी एवं सुपर जोनल दंडाधिकारी की तैनाती की गई है ।फतुहा मे कुल मतदान केंद्र की संख्या 189 है । चलंत मतदान केंद्र 3 हैं। कुल मतदान केंद्र भवनों की संख्या 127 है। छ: चेकपोस्ट बनाये गये है । 116 शस्त्र का सत्यापन किया गया है। विभिन्न कांडो मे 427 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई है। शराबबंदी कानून के प्रभावी अनुपालन हेतु 100मामले दर्ज कर 82 व्यक्तियों की गिरफ्तारी तथा 4735 लीटर देशी तथा 13174 लीटर विदेशी शराब की जब्ती की गई है। 107 के तहत 1609 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गई है तथा 1082 बंधपत्र दाखिल किये गये हैं। आदर्श मतदान केंद्र/ लाइव बेवकास्टिंग का कार्य मध्य विद्यालय डुमरी तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय रसलपुर है।
बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत 16 पंचायत है । प्रत्येक पंचायत को सेक्टर में विभक्त किया गया है तथा प्रत्येक सेक्टर में दो पदाधिकारी की तैनाती की गई है। इस प्रकार बख्तियारपुर में 16सेक्टर ,32 सेक्टर दंडाधिकारी, 32सेक्टर पुलिस पदाधिकारी, 117 पीसीसीपी के अतिरिक्त सुपर सेक्टर दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी एवं सुपर जोनल दंडाधिकारी की तैनाती की गई है। बख्तियारपुर मे कुल मतदान केंद्र की संख्या 239है ।चलंत मतदान केंद्र 6 हैं। कुल मतदान केंद्र भवनों की संख्या 156 है। 154 शस्त्र का सत्यापन किया गया है। विभिन्न कांडो मे 225 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई है। शराबबंदी कानून के प्रभावी अनुपालन हेतु 53मामले दर्ज कर 93 व्यक्तियों की गिरफ्तारी तथा 1610लीटर देशी एवं 2443 लीटर विदेशी शराब की जब्ती की गई है। 107 के तहत 1077व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गई है तथा 372 बंधपत्र दाखिल किये गये हैं। चेक पोस्ट 3 तथा सीमा सील 3 जगहों पर की गई है। आदर्श मतदान केंद्र/ लाइव बेवकास्टिंग का कार्य देदौर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के छ: तथा घोसवरी मध्य विद्यालय के एक मतदान केंद्र पर होगी।

शराब की होम डिलीवरी को शत प्रतिशत रोकने का सख्त निर्देश

न्यूज़ डेस्क –  अपर मुख्य सचिव मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार, श्री के के पाठक की अध्यक्षता में शराबबंदी कानून तथा नई उत्पाद नीति के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु समाहरणालय सभागार में बैठक की गई। बैठक में प्रमुख रूप से होम डिलीवरी को शत प्रतिशत रोकने का सख्त निर्देश दिया गया। इसके लिए कार्य योजना तैयार करने तथा एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करने को कहा ताकि त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने रेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। विशेषकर शहरी क्षेत्र में छापेमारी अभियान को तेज करने तथा कड़ी कार्रवाई करने को कहा। उक्त कार्य को सफल एवं प्रभावी बनाने हेतु आवश्यक संसाधन की जरूरत के अनुसार डिमांड करने का निर्देश दिया । इसके अतिरिक्त शराब की जब्ती एवं विनष्टीकरण, वाहन की जब्ती एवं नीलामी , कॉल सेंटर से प्राप्त शिकायत पर त्वरित कार्रवाई, सतत जीविकोपार्जन आदि बिंदुओं पर भी समीक्षा की गई तथा कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने शराबबंदी कानून का व्यापक प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त पटना श्री संजय कुमार अग्रवाल आईजी पटना श्री संजय सिंह उत्पाद आयुक्त श्री बी कार्तिकेय धनजी संयुक्त आयुक्त श्री कृष्णा पासवान जिलाधिकारी पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेंद्र कुमार शर्मा एसपी ट्रैफिक श्री डी अमरकेश सहायक आयुक्त उत्पाद पटना सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

तानाशाह की तरह बोल रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार- शिवानन्द तिवारी

न्यूज़ डेस्क –  राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी ने कहा है कि बहुत पहले महाभारत को किस्सा-कहानी की तरह पढ़ा था. हमारी परंपरा में महाभारत को पांचवे वेद की संज्ञा दी गई है. कहा जाता है कि जो दुनिया में है वह महाभारत में है और जो महाभारत में नहीं है वह कहीं नहीं है.
उस महाभारत की एक बात अभी तक मेरे स्मरण में है.
महाभारत कहता है कि सत्ता के मद जैसा अन्य कोई मद नहीं होता है. चाहे वह शराब का मद हो या अफीम का.
कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों तथा पदाधिकारियों सहित सरकार के कर्मचारियों को शपथ दिलवायी कि न तो शराब न पिएंगे न पीने देंगे. पता नहीं इस शपथ समारोह में नीतीश जी के वह मंत्री शामिल थे या नहीं,
जिनके परिवार द्वारा संचालित विद्यालय के हाते से एक ट्रक शराब पकड़ा गया था. लेकिन उनके परिवार के एक सदस्य के नामजद होने के बावजूद उनका बाल तक बांका नहीं हुआ.


इस मौके पर उन्होंने जो भाषण दिया है उससे गंभीर चिंता पैदा होती है. क्या बोलते हैं नीतीश कुमार ! आज के हिंदुस्तान अखबार में छपा उनके भाषण का एक अंश यहाँ उद्धृत कर रहा हूं. ‘नितीश जी कहते हैं कि शादी हो या और कोई समारोह जब भी सूचना मिलेगी तो पुलिस वहाँ जाएगी. नियमानुसार कार्रवाई हो इसका ख्याल रखना जरूरी है. एक जगह देखने के लिए चला गया तो कहीं पर महिला थी तो उसको लेकर लोग बोल रहे हैं. पुलिस अथवा उत्पाद वालों को पता चलेगा तो वह जाएंगे नहीं क्या ?
कहीं से जानकारी मिली और देखने गया तो यह गुनाह है क्या ?’
यह भाषा क्या किसी लोकतांत्रिक सरकार के मुख्यमंत्री की भाषा है या सत्ता के मद में मदांध एक तानाशाह की भाषा हम सुन रहे हैं ! नीतीश जी इस भाषण के जरिए पुलिस को संदेश दे रहे हैं कि बगैर महिला पुलिस के भी दुल्हन के कमरे में घुस सकते हो. यह तो बिहार को पुलिस राज में तब्दील करने की घोषणा है !
बिहार में शराब बंदी है कहाँ? शराबबंदी सचमुच यहाँ कारगर होती तो बिहार की सीमा में शराब का प्रवेश ही नहीं होता. शराब मिलेगी तो लोग पिएँगे. अपनी असफलता को छुपाने के लिए पुलिस को दुल्हन के कमरे तक में घुस जाने की इजाज़त देकर आप न सिर्फ़ दुल्हन का बल्कि उसके संपूर्ण परिवार का अपमान करवा रहे हैं.
हमारी परंपरा में विवाह को धार्मिक अनुष्ठान माना जाता है. उसको यज्ञ का ही छोटा रूप माना जाता है. और यज्ञ में विघ्न डालने वाले को इस परंपरा में असुर की संज्ञा दी गई है.
शराबबंदी को नाक का सवाल बना कर नीतीश जी लोगों को अपमानित करवा रहे हैं ! चौक चौराहों पर राह चलते लोगों के मुँह में मशीन डालकर वे शराबी हैं या नहीं पुलिस इसकी जाँच कर रही है. नीतीश जी के अहम को तुष्ट करने के लिए उनकी पुलिस सरेआम नागरिकों को ज़लील कर रही है. तानाशाह की तरह नीतीश कुमार सत्ता की ताक़त का इस्तेमाल कर रहे हैं.
दूसरी ओर बिहार में धड़ल्ले से शराब की आपूर्ति हो रही है.
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक़ बिहार में शराब की खपत महाराष्ट्र से ज़्यादा है. जबकि वहाँ शराबबंदी नहीं है. यह मान्यता प्राप्त सर्वेक्षण है. इसको आप झूठा नहीं ठहरा सकते हैं.
अंत में नीतीश जी से एक सवाल का जवाब लोग जानना चाहेंगे. जब आप शपथ दिलवा रहे थे उस समय बिहार की विधानसभा में लिया गया मिट्टी में मिल जाऊँगा वाला अपना शपथ आपको याद आ रहा था या नहीं ।

राजनीति से अलग-थलग हो ननिहाल की सैर कर रहे हैं तेज प्रताप यादव

न्यूज़ डेस्क:-  पटना| राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव इन दिनों अपने ननिहाल की सैर कर रहे हैं। हाल के दिनों
के घटनाक्रम के बाद वह राजद की राजनीति से भी कुछ अलग-थलग पड़ गए हैं। उन्होंने स्वयं भी ऐसे राजनीतिक कार्यक्रमों से थोड़ा दूर रहना पसंद किया है। इसी बीच अचानक ही वे अपने ननिहाल पहुंच गए और वहां पर अपने तथा अपने माता के स्मृतियों को शेयर किया।

तेजप्रताप यादव ने अपने फेसबुक पेज पर तस्‍वीर शेयर की है, इसमें तेजप्रताप अपनी माँ राबड़ी देवी को उनके पैतृक आवास यानि अपने ननिहाल की सैर कराते नजर आ रहे हैं..


उन्‍होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि मेरी मां का जन्‍मस्‍थल सेलारकला है। सेलारकला जाकर वीडियो कॉल कर मां को दोबारा उनके बचपन की याद दिलाई. अंत में कहा मेरी मां को मेरा प्रणाम.

गौरतलब है कि तेजप्रताप यादव तस्वीरों के माध्यम से भी अपने चाहनेवालों तक अपने संदेश पहुंचाते रहते हैं चाहे वो किसी खाश एक्टर से मिले हों या फिर कुछ और

पिछले दिनों लालू प्रसाद यादव जब दिल्ली से पटना आए थे तो लालू प्रसाद सीधे तेज प्रताप से मिलने उनके सरकारी आवास पर गए। लेकिन तेज प्रताप ने उनसे मिलना उचित नहीं समझा और उनके आने से पहले ही घर से बाहर निकल गए फिर बाद लालू और उनके बिच मुलाक़ात भी हुयी और लम्बी बात भी हुई |

तेज प्रताप समर्थकों का कहना है कि तेजस्वी के मुकाबले लालू प्रसाद यादव  तेजप्रताप को कम तरजीह देते हैं। इसलिए तेज प्रताप रूठे हुए हैं और वे राजद की गतिविधियों से दूर ही रहते हैं।

तेजस्वी यादव ने शनिवार को पुनः साक्ष्यों के साथ अपने आरोपों का पुलिंदा खोला

न्यूज़ डेस्क – बिहार के  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने एक बार फिर सरकार के कामकाज पर हमला किया  है ।इस बार तेजस्वी यादव पूरे आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आ रहे हैं और सभी विश्वस्तरीय संगठनों की रिपोर्ट के आधार पर वे अपनी बातें रख रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार सरकार निरंतर सफेद झूठ बोल रही है और अपने जनता को भरमा रही है। अपनी जनता को दिग्भ्रमित कर रही है, क्योंकि विश्व के लगभग एक दर्जन संस्थाओं ने बिहार के प्रगति को बेहद कमजोर बताया है और यहां के पिछड़ेपन को ही रेखांकित किया है ।नीति आयोग ने भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य बताया है, लेकिन नीतीश कुमार और उसके कुछ मंत्री निरंतर झूठ पर झूठ बोल रहे हैं और जनता को भरमा रहे हैं ।
तेजस्वी यादव ने शनिवार को पुनः साक्ष्यों के साथ अपने आरोपों का पुलिंदा खोला। उन्होंने कहा कि देश-विदेश के सभी प्रतिष्ठित मूल्यांकन व मानक संस्थानों जैसे नीति आयोग, कैग, एनसीआर बी, एनएचआरएम, एन एफ एच एस,एनएसएसओ, सीपीसीबी ,डब्लूएच ओ , संयुक्त राष्ट्र इत्यादि ने बिहार के बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, गरीबी, बेरोजगारी, शराबबंदी, भ्रष्टाचार, पलायन, प्रदूषण, सत्तत विकास सहित अनेक सूचकांकों से संबंधित रिपोर्ट्स पेश की है। यह सारी रिपोर्ट बिल्कुल वैज्ञानिक आधार पर जमीनी स्तर पर गहन शोध और तकनीकी छानबीन के बाद तैयार की गई है ।इन रिपोर्ट को पूरे विश्व में सभी सरकारों ने माना भी है।
लेकिन बकौल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा सभी रिपोर्ट्स झूठी है और केवल और केवल वो और उनकी मुँह जुबानी वाली रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है।

तेजस्वी ने कहा कि डबल इंजन सरकार की मानक संस्थाएं ही आँकड़ों और साक्ष्य सहित इनकी 16 वर्षों की विफलता एवं कागजी विकास को आइने में दिखा रही है। लेकिन फिर भी अहंकार में डूबी एनडीए सरकार अपनी गलतियों को मानने के लिए तैयार नहीं है। ये विपक्ष के नहीं आपकी सरकार और उनकी एजेंसियों के ही आँकड़े है।

तेजस्वी ने आगे कहा कि बताइए, जो अपनी गलती ही स्वीकार नहीं करेगा वह उन ख़ामियों को दूर कैसे करेगा?
30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाले मुखिया को वर्तमान के आँकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान एवं अपने भूत के 16 वर्षों का आकलन अवश्य करना चाहिए कि उन्होंने उदारीकरण के बाद भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है?
उन्होंने कहा कि सबसे बुरी बात यह है कि भाजपा के समान मुख्यमंत्री भी अपनी विश्वसनीयता खो रहे हैं और निरंतर सफेद झूठ बोल रहे हैं। बिहार की गरीबी, पिछड़ापन और करोड़ों लोगों का पलायन सबको दिख रही है। यह एक वृद्ध राज्य बन चुका है ।