कुंभकरण की निद्रा टूटी तो विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने लगे नीतीश

बिहार के सीएम नीतीश कुमार के विशेष राज्य के दर्जे के मांग की जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पोल खोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार जब भाजपा के साथ सत्ता में रहते हैं, तो कंबल ओढ़कर क्यों सोए रहते हैं? इनको ये सूट करता है कि जब आप केंद्र की सरकार में नहीं हैं, तो केंद्र पर दोषारोपण करिए। अभी नीतीश कुमार की कुछ दिन पहले कुंभकरण की निद्रा टूटी और कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने के लिए आंदोलन होना चाहिए। कोई उनसे पूछने वाला नहीं है कि आप जो 18 सालों तक मुख्यमंत्री रहे, उसमें से 15 सालों तक तो बीजेपी के साथ ही सीएम रहे। साल 2017 से लेकर 2022 तक एनडीए की सरकार बिहार में भी थी और केंद्र में भी थी। उस समय का कोई ऐसा वक्तव्य दिखा दीजिए कि नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ रहते हुए विशेष राज्य के दर्जे की चर्चा की हो या बात तक भी की हो।

नीतीश कुमार का चरित्र बिहारियों ने बहुत देख लिया और नहीं आएंगे अब झांसे में : प्रशांत किशोर

दरभंगा के केवटी प्रखंड में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी के किसी नेता ने संसद में कहा हो कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। उस समय उनकी पार्टी के नेता संसद में खड़े होकर मोदी का महिमामंडन कर रहे थे। आज जब लालटेन के साथ आ गए तो भाजपा पर दोषारोपण कर रहे हैं। दो महीने के बाद भाजपा के साथ ये आदमी आ जाएगा, तो लालटेन को गाली देने लगेगा। नीतीश कुमार का चरित्र इस राज्य के लोगों ने तो बहुत देख लिया और अब झांसे में आने वाले नहीं हैं। ये नीतीश कुमार के राजनीतिक करियर का अंतिम दौर चल रहा है।

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