राजद के सुनील सिंह के बोल पर विपक्ष ने सदन से किया बहिर्गमन फिर भी सदन से पारित हुआ विधेयक
नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने और निंदा प्रस्ताव वापस लेने के सवाल पर बुधवार को बिहार विधान परिषद में विपक्षी सदस्यों ने सदन नहीं चलने दिया और जमकर हंगामा किया पहली पाली में मात्र 9 मिनट और दूसरी पाली में 20 मिनट से भी कम सदन चली इस बीच सभापति देवेश चंद्र ठाकुर की ओर से निंदा प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही नहीं की गई हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने की जरूरत है
बुधवार को सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विपक्षी सदस्य बेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे तब राष्ट्रीय जनता दल के सुनील सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने गुंडागर्दी शब्द का उल्लेख किया है वही नीरज कुमार ने कहा कि जिन शब्दों का प्रयोग नेता प्रतिपक्ष ने किया है वह असंसदीय है
सदन की कार्यवाही जब दूसरी बार 2.30 बजे शुरू हुई विपक्षी नेता नवल किशोर यादव ने फिर कहा कि जो भी घटनाएं हुई है वह भूल बस हुई है कोई नई बात नहीं है इसलिए आसन स्वयं निर्णय लेने में सक्षम है, इस पर सत्ता पक्ष के विजय चौधरी ने कहा जिसने भूल की है अगर वह खेद व्यक्त करें तो आसन उस पर उचित निर्णय ले सकता है इस पर नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने नाराजगी जताई और कहा कि सम्राट चौधरी किसी से डरने वाला नहीं है इसके बाद सदन में भारी शोर-शराबा हुआ सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से शोर-शराबा के बीच सभापति ने मामले को खत्म करने की बात कही इस पर विपक्षी सदस्य बैठ ही रहे थे कि राजद के सुनील कुमार सिंह के कुछ बोलने पर पूरा विपक्ष सदन से वकआउट कर गया बाद में वित्त एवं वाणिज्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक 2023 पेश किया जिसे सदन ने पारित कर दिया |