आरजेडी एमएलसी सुनिल कुमार सिंह की सदस्यता समाप्त किया जाना संसदीय इतिहास का काला अध्याय
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुनिल कुमार सिंह को बिहार विधान परिषद की सदस्यता समाप्त किए जाने के निर्णय को संसदीय इतिहास का काला अध्याय बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि सुनील कुमार सिंह का पक्ष सुने बिना एकपक्षीय कार्रवाई कर सत्ता में बैठे लोगों ने अपने तानाशाही और सामंतवादी मानसिकता का परिचय दिया है। सत्ता और बहुमत के बल पर विपक्ष को डराया जा रहा है कि कोई भी सदस्य सरकार की गलत कामों का सदन के अन्दर विरोध नहीं करे।
इसी सदन में सदन के नेता द्वारा महिलाओं के बारे में कैसे अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, अभी दो दिन पहले निचले सदन में एक दलित महिला के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणियां की गई आसन द्वारा उसपर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। पर जब विपक्ष का कोई सदस्य सरकार के नीतियों और उसकी नाकामियों की आलोचना करता है तो तथाकथित अनुशासन के आड़ में सारे लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोड़ते हुए अनुचित प्रक्रिया के द्वारा उसकी सदस्यता समाप्त कर दी जाती है। सत्ता पक्ष के इस लोकतंत्र विरोधी फैसले के खिलाफ जनता इसका माकूल जवाब देगी।