डीएम व एसएसपी द्वारा कार्तिक पूर्णिमा की तैयारियों की समीक्षा की गयी; अधिकारियों को सजग एवं तत्पर रहने का निदेश दिया गया
जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में कार्तिक पूर्णिमा, 2023 के आयोजन के संबंध में बैठक आयोजित हुई। अधिकारीद्वय द्वारा अनुमंडलवार एवं सेक्टरवार तैयारियों की समीक्षा की गयी। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों एवं प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारियों से एक-एक कर तैयारी की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग एवं तत्पर रहें।
विदित हो कि इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा दिनांक 27 नवम्बर को मनाया जाएगा। डीएम डॉ सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए उत्कृष्ट प्रशासनिक व्यवस्था रहेगी।
आज की बैठक में सभी सेक्टर पदाधिकारियों, अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों, तकनीकी विभागों के अभियंताओं, भूमि सुधार उप समाहर्ताओं, प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों एवं अन्य को निदेशित करते हुए डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि इस पर्व के अवसर पर गंगा नदी के विभिन्न महत्वपूर्ण घाटों पर काफी संख्या में श्रद्धालु अपने परिवार के साथ स्नान करने आते हैं। घाटों पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है। श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए सभी पदाधिकारियों को मुस्तैद रहना पड़ेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में निजी बोट/नावों का परिचालन बंद रहेगा। अनुमंडल पदाधिकारी दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अनुसार निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए इसके अवैध परिचालन पर सख्ती से रोक लगाएंगे।
गौरतलब है कि कार्तिक पूर्णिमा, 2023 के अवसर पर सम्यक तैयारी हेतु डीएम डॉ. सिंह द्वारा पटना सदर, दानापुर एवं पटना सिटी अनुमंडलों में स्थित 64 घाटों पर विधिवत तैयारी संपन्न करने के लिए पूर्व में ही सेक्टर पदाधिकारियों के 16 टीम का गठन किया गया था। साथ ही सभी अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत घाटों पर तैयारी करने का निदेश दिया गया था।
डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को टीम भावना से काम करना होगा। नगर निकाय, जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, प्रशासन, विद्युत, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण, पुल निर्माण, अग्निशमन सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता एवं कुशलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। संबंधित पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु घाटों/पहंुच पथों पर किए जाने वाले आवश्यक तैयारियों को त्रुटिहीन ढंग से ससमय सम्पन्न करंे।
नदी घाटों की तैयारी, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा, शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था, विधि-व्यवस्था संधारण सहित विभिन्न बिन्दुओं पर आवश्यक निदेश दिया गया। खतरनाक घाटों को प्रतिबंधित करने तथा श्रद्धालुओं को इन घाटों की ओर आने से रोकने के लिए व्यवस्था करने का निदेश दिया गया। डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों द्वारा घाटों की तैयारी तथा बैरिकेडिंग की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पटना नगर निगम द्वारा घाटों एवं सम्पर्क पथों तथा पेसू द्वारा मुख्य पथों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि इस अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। आपदा प्रबंधन कोषांग द्वारा एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। सिविल डिफेंस के कर्मी भी निर्धारित ड्रेस में मुस्तैद रहेंगे तथा विभिन्न घाटों पर स्नान करने आए श्रद्धालुओं की सहायता एवं भीड़ नियंत्रण के कार्य में सहयोग प्रदान करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी उत्कृष्ट कॉम्युनिकेशन प्लान के साथ मुस्तैद रहेंगे।
विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह द्वारा गंगा नदी के घाटों एवं पहुंच पथ पर आवश्यक तैयारी ससमय करने के लिए पूर्व में ही विभिन्न पदाधिकारियों का दायित्व निर्धारण किया गया था:-
1. गंगा नदी के महत्वपूर्ण घाटों, खतरनाक एवं अनुपयोगी घाटों पर नदी में बैरिकेडिंग- पटना नगर निगम एवं अन्य नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी।
2. प्रकाश व्यवस्था- पेसू, पटना नगर निगम एवं अन्य नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी।
3. घाटों की सफाई- पटना नगर निगम एवं जिले के अन्य क्षेत्रों हेतु संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्/नगर पंचायत।
4. घाटों पर पेयजल/अस्थाई प्रसाधन की व्यवस्था- लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग
5. खतरनाक घाटों की पहचान/गंगा स्नान के लिए चिन्हित नदी घाटों की पहचान- अनुमंडल पदाधिकारीगण, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग ।
6. आपदा प्रबंधन- अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, पटना।
7. चिकित्सा व्यवस्था- सिविल सर्जन, पटना।
8. विधि व्यवस्था संधारण- अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था/प्रभारी दंडाधिकारी, जिला नियंत्रण कक्ष/विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा।
9. घाटों पर ज़रूरत के अनुसार नियंत्रण कक्ष एवं वाच टावर की व्यवस्था- अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर/पटना सिटी एवं संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल/नजारत उप समाहर्ता।
10. यातायात प्रबंधन- पुलिस अधीक्षक, यातायात, पटना/कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल।
11. अग्निशमन- जिला अग्निशाम पदाधिकारी, पटना।
12. पटना जिले के अन्य अनुमंडल क्षेत्रों की व्यवस्था-अनुमंडल पदाधिकारी/संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी।
13. महत्वपूर्ण घाटों पर सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन- नगर निकाय/नजारत उप समाहर्ता