जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त एवं प्रबंध निदेशक, बुडको के साथ की छठ महापर्व की तैयारी की समीक्षा
जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि छठ महापर्व, 2024 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, सक्रिय एवं तत्पर रहें। वे आज नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर तथा प्रबंध निदेशक, बुडको श्री योगेश कुमार सागर के साथ समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में इस विषय पर आयोजित एक बैठक में छठ महापर्व की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का महापर्व है। बाहर रहने वाले बिहार के निवासी बड़ी संख्या में अपने घर आते हैं। विदेशी पर्यटक भी पटना में छठ पूजा देखने आ रहे हैं। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानकों के अनुसार घाटों पर काफी तेजी से तैयारी चल रही है। इसे समय से पूरा कर लिया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आप लोगों ने पूर्व में विभिन्न अवसरों पर उत्कृष्टतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन किया है, फिर भी हम सब को हरेक आयोजन के अवसर पर सजग एवं सर्तक रहने की आवश्यकता है। एसओपी का अनुपालन कर छठ महापर्व, 2024 का भी हम सभी सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी पदाधिकारियों को टीम भावना से काम करना होगा। नगर निकाय, जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, प्रशासन, विद्युत, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण, पुल निर्माण, अग्निशमन सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता एवं कुशलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने घाटों एवं एप्रोच रोड का पैदल चल कर निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्था सुनिश्चित करें। सम्पर्क पथ पूरी तरह से अवरोधमुक्त होना चाहिए। घाटों पर स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, प्रकाश, शौचालय, चेंजिंग रूम एवं अन्य बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहनी चाहिए। घाटों पर लिए गए अस्थायी विद्युत कनेक्शन की ठोसता को पेसू के कनीय अभियंता प्रमाणित करेंगे। उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को निदेश दिया कि घाटों पर लगातार कैम्प कर यह सुनिश्चित करें कि सभी व्यवस्था ससमय हो।
आज की इस बैठक में छठ महापर्व के आयोजन हेतु एजेंडावार विस्तृत समीक्षा की गई। छठ घाटों की तैयारी, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, घाटों पर नियंत्रण कक्ष एवं वाचटावर की स्थापना, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन, शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था, विधि-व्यवस्था संधारण सहित विभिन्न बिन्दुओं पर एक-एक कर विस्तार से चर्चा की गई एवं आवश्यक निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा अनुमंडलवार तैयारियों एवं आवश्यकताओं के बारे में सभी अनुमंडलाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों से एक-एक कर जानकारी ली गई। साथ ही सभी 21 सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों से उनके क्षेत्रांतर्गत आवंटित घाटों पर तैयारी की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया।
विदित हो कि छठ महापर्व के अवसर पर सम्यक तैयारी हेतु घाटों का निरीक्षण, खतरनाक घाटों की पहचान एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु पदाधिकारियों के 21 टीम का गठन किया गया है। इन पदाधिकारियों द्वारा 109 घाटों पर कैम्प किया जा रहा है एवं तैयारियाँ सुनिश्चित की जा रही है।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा छठ महापर्व के आयोजन हेतु उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में त्रि-सदस्यीय छठ पर्व कोषांग का भी गठन किया गया है। यह कोषांग छठ पर्व के अवसर पर छठव्रतियों की सुविधा हेतु घाटों/पहंुच पथों पर किए जाने वाले आवश्यक तैयारियों से सम्बद्ध विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए अपेक्षित कार्यों को ससमय सम्पन्न कराएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि घाटों पर युद्ध-स्तर पर तैयारी चल रही है। समय से इसे पूरी कर ली जाएगी। पदाधिकारियों द्वारा जिला अन्तर्गत सभी घाटों का सम्यक निरीक्षण किया जा रहा है। घाटों पर बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेगी। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल की सुविधा, पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम, छठव्रतियों के ठहरने हेतु यात्री शेड, घाटों के नज़दीक वाहन पार्किंग की सुविधा रहेगी। मानकों के अनुसार घाटों की बैरिकेडिंग की जा रही है। घाटों पर जाने के लिए सम्पर्क पथ की अच्छी स्थिति सुनिश्चित की जाएगी। वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जा रहा है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि घाटों पर सफाई की उतम सुविधा रहेगी। उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित रखने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सफाई निरीक्षक के नेतृत्व में घाटवार टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है।
नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लि. द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्थायी सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया गया है। साथ ही पटना नगर निगम द्वारा घाटों एवं रिवर-फ्रंट पर अस्थायी सीसीटीवी लगाया जा रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इससे भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी तथा अचूक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर साईनेज लगा रहेगा। विद्युत विभाग द्वारा घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाएगी। सिविल सर्जन द्वारा पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस, पारा मेडिकल स्टाफ तथा चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। आपदा प्रबंधन कोषांग द्वारा एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। यातायात पुलिस अधीक्षक द्वारा समाचार पत्रों में यातायात प्रबंधन से संबंधित सूचना प्रकाशित की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को घाटों पर नियंत्रण कक्ष, वाच टावर, चेंजिंग रूम एवं यात्री शेड की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इस अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। सिविल डिफेंस के कर्मी भी समुचित ड्रेस में मुस्तैद रहेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने अनुमंडल अधिकारियों को सभी निर्माण एजेंसियों से यह सुनिश्चित कराने को निदेश दिया कि सभी सड़कों को मोटरेबुल रखें।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी उत्कृष्ट कॉम्युनिकेशन प्लान के साथ मुस्तैद रहेंगे।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, पटना, सभी अपर जिला दंडाधिकारी, अभियंता जल संसाधन विभाग, नगर दंडाधिकारी, जिला नियंत्रण कक्ष, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, महाप्रबंधक पेसू, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं अन्य भी उपस्थित थे।