पटना में स्कूलों का सर्वेक्षण कर स्कूली वाहनों की जांच के लिए 15 एमवीआई की बनायी गई है टीम
राज्य के विभिन्न स्कूलों में परिचालित स्कूली वाहनों की जांच की जायेगी। जांच के दौरान स्कूली वाहनों का परमिट, फिटनेस, पॉल्यूशन, इंष्योरेंस, स्पीड गर्वनर, वीएलटीडी इत्यादि मानकों की जांच की जायेगी। जांच में कोई कमी पाये जाने पर कार्रवाई की जायेगी। इस संबंध में परिवहन विभाग ने सभी जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया है।
परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह जांच कराई जा रही है । कई बस में यह शिकायतें प्राप्त हो रही है कि उसमें स्पीड के मानकों का पालन नहीं किया जाता है तथा स्कूल बसों के लिए जो सुरक्षा मानक है उसका पालन नहीं किया जा रहा है।
जांच के दौरान स्कूली वाहनों के सभी पैरामीटर्स की जांच की जायेगी। विशेषकर पटना में स्कूलों के सर्वेक्षण के लिए 15 एमवीआई की टीम बनाई गई है, जो सुनिश्चित करेगी कि स्कूली वाहनों में कोई कमी नहीं है और सभी निर्दिष्ट मानकों का पालन हो रहा है। वाहनों में कमी पाये जाने की स्थिति में जुर्माना लगाते हुए विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी।
स्कूली वाहनों की जांच में देखा जायेगा कि जिस वाहन का परिचालन किया जा रहा है उसमें स्पीड गवर्नर लगा है या नहीं, वीएलटीडी सक्रिय है या नहीं, परमिट के शर्ताें का पालन किया जा रहा है या नहीं। इसके साथ फिटनेस, प्रदूषण प्रमाण पत्र एवं बीमा प्रमाण पत्रों आदि की भी जांच की जायेगी।
सभी जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारी से स्कूलों के नियंत्रणाधीन या विद्यार्थियों को लाने-ले जाने के लिए प्रयुक्त सभी प्रकार के वाहनों की विवरणी प्रपत्र में तैयार कर एक सप्ताह के अंदर मांगी गई है।