शहरी क्षेत्र में आईसीसी के माध्यम से यातायात को नियंत्रित किया जा रहा है -ट्रैफिक एसपी
भारत में प्रतिवर्ष 1.5 लाख से अधिक लोगों की मौत सड़क दुर्घटना के कारण होती है। बिहार में यह आंकड़ा 10000 से भी अधिक है। जिसमें युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। यह एक चिंताजनक विषय है। शहरी क्षेत्र में आईसीसी के माध्यम से यातायात को नियंत्रित किया जा रहा है। साथ ही सघनता के साथ वाहन जांच भी किया जा रहा है। परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी जागरूकता का अभाव है। इस कमी को मीडिया बन्धुओं की मदद से दूर किया जा सकता है।उक्त बातें बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन पटना के परिसर में मीडिया एडवोकेसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ट्रैफिक एसपी श्री पूरण कुमार झा ने कही। साथ ही उन्होंने सभी मीडिया कर्मियों से आग्रह करते हुए ग्रामीण इलाकों के लोगों को जागरूक करने को भी कहा। वहीं यातायात पुलिस उपाधीक्षक पश्चिमी श्री अनिल कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क दुर्घटना में पटना का भारत में चौथा स्थान है तथा संवेदनशीलता में दूसरा स्थान है। अनियंत्रित जाम एवं पार्किंग की समस्या से भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। मीडिया बंधु इसमें अपनी अहम भूमिका निभाकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने में मदद करें।बता दें कि शनिवार को बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन पटना के परिसर में संकल्प ज्योति संस्था के द्वारा सड़क सुरक्षा विषय पर मीडिया एडवोकेसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में ट्रैफिक एसपी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में यातायात पुलिस उपाधीक्षक पश्चिमी उपस्थित हुए। इस मौके पर एसजी नेत्र चिकित्सालय के द्वारा निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। साथ ही मुख्य अतिथि के द्वारा सभी मीडिया कर्मियों को सम्मनित भी किया गया। सभा का समापन वॉइस ऑफ पाटलिपुत्र न्युज के संपादक सूरज कुमार ने किया।
ए एस जी नेत्र चिकित्सालय के डाक्टर
सुचित्रा गुप्ता – ऑप्शमेट्रीस्ट
दीप नारयण – जोनल मैनेजर
राजीव रंजन – ऑपरेशन मैनेजर
विमल कुमार – जोनल मैनेजर