रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत पूर्व मध्य रेल द्वारा अब तक 1883 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया
रेल कौशल विकास योजना‘ के अन्तर्गत युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार और स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौशल को उन्नत करने के लिए दिनांक 05.12.2023 से 28.12.2023 तक पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र एवं यांत्रिक कारखाना/समस्तीपुर, सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना/हरनौत, इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रशिक्षण केंद्र/पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल तथा सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र/दानापुर में प्रशिक्षण प्राप्त कुल 33 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तथा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गयी । इस योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के इन प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा अब तक कुल 1883 युवाओं को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है ।
पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केन्द्र तथा यॉंत्रिक कारखाना समस्तीपुर में फिटर ट्रेड में प्रशिक्षण केे उपरांत 17 युवकों को प्रमाण पत्र दिया गया। इस दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार के माप, कटिंग, फाइलिंग, ड्रिलिंग, चुड़ी कटिंग इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया। इसी क्रम में सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना, हरनौत में 06 युवकों को मशीनिष्ट ट्रेड में प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र में 04 युवकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । प्रशिक्षण के दौरान इन्हें विद्युत आयरन, विद्युत हीटर,स्टेयर केस वायरिंग, सीलिंग फैन, विद्युत बोर्ड बनाना एवं कनेक्शन करना, विभिन्न उपकरणों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र, दानापुर में 06 युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । इस दौरान उन्हें डायोड, आईसी, पावर सप्लाई, सोल्डिंग, मल्टीमीटर ट्रांसफार्मर के उपयोग एवं मरम्मत इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया ।
प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर काफी संतोष व्यक्त किया । उन्होंने ज्ञानवर्द्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया । आवेदक https://railkvy.indianrailways.gov.in पर विजिट कर ट्रेड से जुड़ी समस्त जानकारी, प्रशिक्षण संस्थान का विवरण, ऑनलाइन आवेदन पत्र सहित अन्य सभी सूचनाएं आसानीपूर्वक प्राप्त कर सकते हैं ।
रेल कौशल विकास योजना कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षुओं का चयन खुले विज्ञापन और पारदर्शी शॉर्ट-लिस्टिंग तंत्र के माध्यम से किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद, सभी प्रशिक्षुओं का एक मानकीकृत मूल्यांकन किया जाता है और सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।