जो 17 महीने में 4 लाख बेरोजगारों को नौकरी दे सकता है वो मुख्यमंत्री बनने पर क्या नहीं कर सकता
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि उन्हें सिर्फ 17 महीने का मौका मिला और उस अवस्था में उन्होंने जितने नौजवानों को नौकरियां दी है अगर उन्हें सीएम बनने का मौका मिलेगा तो क्या कर सकते हैं इसका अनुमान जनता खुद लगा सकती है ,जन विश्वास यात्रा के दौरान शनिवार को तेजस्वी प्रसाद यादव नालंदा जिले की एकंगरसराय पहुंचे हुए थे जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा की 17 महीने में उन्होंने जो करके दिखाया है वह उनकी क्षमता का मात्र 10% ही है तेजस्वी यादव जनसभा के संबोधित करते हुए अपने नीतीश चाचा को याद करने से नहीं चुके उन्होंने कहा कि जब वह नौजवानों को नौकरी देने के संदर्भ में अपने नीतीश चाचा से कहते थे तब वह हमेशा संभव नहीं होने का रट लगाए रहते थे और कहते थे कि कहां से पैसा लायेगें लेकिन हमने इन 17 महीना में अपने वादे के मुताबिक 10 लाख नौकरी देने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए और इसका असर यह हुआ कि हमने अपने कार्यकाल के दौरान चार लाख से ऊपर नौजवानों को नौकरी दी |
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चर्चा करते हुए कहा कि अब उनसे बिहार चलने वाला नहीं है वह अब थक चुके हैं उनका ना तो कोई विचारधारा है और ना ही कोई सिद्धांत और ना उनके पास अब नैतिकता ही बची है वह इधर-उधर आते-जाते रहते हैं और अगर बिहार का विकास चाहिए तो एक स्थिर सरकार होना बहुत ही जरूरी है उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मौका मिला तो वह अपने किए हुए वादों को पूरा करेंगे और प्रत्येक बेरोजगार नौजवानों को नौकरी देंगे इसके साथ ही आशा आंगनबाड़ी जैसे जितने भी वर्कर हैं उन सभी को भी नियमित करेंगे | उन्होंने कहा कि हम तो पूरी मेहनत से बिहार को विकसित बनाने में लगे हुए थे लेकिन पता नहीं चाचा के मन में क्या था वह हमसे अलग हो गए और उनका आरोप था कि उन्हें यहां मन नहीं लग रहा था नीतीश कुमार ने सबको ठगने का काम किया है ,तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार इधर-उधर पलटी मार रहे हैं ऐसे में क्या मोदी गारंटी लेंगे कि नीतीश चाचा इस बार पलटी नहीं मारेंगे |
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी कर रही है नीतीश कुमार चार लाख नियोजित शिक्षकों को बिना किसी शर्त के राज्यकर्मी का दर्जा देने का भरोसा दिया था लेकिन अब उनके सामने सक्षमता परीक्षा की बात कही जा रही है यह नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा है उन्होंने सभा के अंत में आगामी 3 मार्च को होने वाले पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन रैली में शामिल होने के लिए लोगों को न्योता भी दिया और हाथ उठाकर यह हामी भी भरवाई की वे लोग पटना आ रहे हैं कि नहीं | जनसभा को संबोधित करने के बाद तेजस्वी यादव जहानाबाद की और कुच कर गए…………….