नीतीश जी के नौकरी दिए जाने की घोषणा … जुमला बाजी,छलावाऔर भ्रम की राजनीति
बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने नीतीश जी के नौकरी की दिए जाने की घोषणा को जुमला बाजी,छलावा और भ्रम की राजनीति बताया।और कहा कि यह उसी तरह से है जिस तरह से भाजपा ने केंद्र की सत्ता में आने से पहले हर साल 2 करोड़ नौकरी और रोजगार की बात की थी ,और 2020 के चुनाव में तेजस्वी जी ने जब 10 लाख नौकरी देने की बात की थी तो भारतीय जनता पार्टी और नीतीश जी ने 19 लाख रोजगार की बातें की थी। लेकिन केंद्र के स्तर से 10 वर्षों में सिर्फ 7 लाख 22 हजार 311 लोगों को नौकरियां ही मिली ।
बिहार सरकार के स्तर से एनडीए सरकार ने 19 लोगों को भी नौकरियां नहीं दी, जबकि तेजस्वी जी ने महागठबंधन सरकार के माध्यम से 5 लाख से ऊपर नौकरियां दी ये बात आज स्वयं नीतीश कुमार जी भी कुबुल कर रहे हैं। और जब चुनाव मैदान में एनडीए के नेता गए तो उन्हें सभी ओर से एक ही बातें सुनाई दी की बिहार में रोजगार का मतलब तेजस्वी, नौकरी का मतलब तेजस्वी, बिहार को विकास के आयाम देने का मतलब तेजस्वी और हर और जब तेजस्वी, तेजस्वी की चर्चा होने लगी तो कहीं ना कहीं एनडीए नेताओं को बेचैनी हुई और इसी बेचैनी में आज मुख्यमंत्री जी ने जुमलेबाजी वाले नौकरी की घोषणा की जिसे सरजमीन पर उतारना एनडीए के लिए मुमकिन नहीं है