नीतीश के नाम के सहारे कब तक राजनीति करेंगे तेजस्वी, राजद के 15 वर्षों के कुशासन पर बोलने की दिखाएं हिम्मत: राजीव रंजन
तेजस्वी पर निशाना साधते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आज कहा है कि नीतीश कुमार की कृपा से चंद महीनों का सत्ता सुख भोग लेने वाले तेजस्वी जी की राजनीति आज भी नीतीश नाम के सहारे ही चल रही है. अभी भी उनका पूरा समय नीतीश सरकार में गुजारे 17 महीनों और उस दौरान हुए कामों की माला जपने में ही गुजर रहा है. लेकिन पाने माता-पिता माता-पिता के 15 वर्षों के कुशासन पर उनसे दो शब्द निकलवाना भी मुश्किल है. यह दिखाता है कि वह भी लालू-राबड़ी काल से अपना पीछा छुड़ाना चाहते हैं।
चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा है कि तेजस्वी जी बोलते नहीं है लेकिन वह भी दिल से मानते हैं कि उनके माता-पिता के राज जंगलराज के समान था, जिसमें सिर्फ उनके परिवार की संपत्ति और दुर्दांत अपराधियों का विकास हुआ. उन्हें पता है कि राजद राज की उपलब्धियों में सिर्फ घोटाला करना रहा है. इनके राज में घोटाला करने की ऐसी प्रतियोगिता थी कि मासूम जानवरों का चारा तक नहीं बचा. इनके नेता इतने प्रतिभावान थे कि उन्होंने स्कूटर से गाय-भैंस तक को उठवा लिया था. इसके अतिरिक्त इन्होने अलकतरा घोटाला, बाढ राहत घोटाला, चरवाहा विद्यालय घोटाला, रेलवे होटल घोटाला, जमीन के बदले नौकरी घोटाला, मिट्टी घोटाला समेत न जाने कितने घोटाले किये हैं।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इनके अलावा राजद का राज अपहरण और रंगदारी को उद्योग सरीखा बनाने के लिए प्रसिद्ध रहा है. युवाओं को बरगला कर उनसे गलत काम करवाने की होड़ मची रही. इनके कुशासन के कारण होने वाले जातीय नरसंहारों ने न जाने कितनी जानों को लील लिया. तेजस्वी चुप्पी साध कर इन सब पर पर्दा डालना चाहते हैं।
उन्होंने लिखा कि तेजस्वी जी को बताना चाहिए कि यदि राजद विकास में विश्वास रखती है तो अपने राज में हुए कामों की तुलना नीतीश सरकार के कामों से करने की हिम्मत वह लोग क्यों नहीं जुटा पाते? क्यों वह नीतीश सरकार के कामों को अपना बताने का झूठ लोगों के सामने परोसते हैं. आखिर नीतीश नाम के सहारे वह कब तक राजनीति करेंगे?