HMPV बीमारी से बचाव हेतु बिहार सरकार द्वारा निर्गत हेल्थ एडवायजरी जिलाधिकारी ने किया जारी
1. जिलाधिकारी, पटना ने लोगों से एचएमपीवी (Human metapneumovirus -HMPV)) बीमारी से बचाव हेतु सरकार द्वारा निर्गत हेल्थ एडवायजरी का पालन करने का आह्वान किया है। साथ ही उन्होंने सिविल सर्जन, पटना को श्वसन-तंत्र एवं बुखार के मरीजों के समुचित उपचार के लिए अस्पतालों का बेहतर ढंग से संचालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
2. जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों को पैनिक होने की कोई आवश्यकता नहीं है। मानकों के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारी की गई है। मॉनिटरिंग की भी सुदृढ़ प्रणाली विकसित की गई है। आप सतर्क रहें, सजग रहें तथा एडवायजरी का अनुपालन करें।
3. एचएमपीवी एक सामान्य Respiratory Virus है, जिसका लक्षण कोविड-19 के समान है। विगत कई दिनों से चीन के कुछ प्रदेशों में Respiratory Symptoms वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखा जा रहा है। चीन द्वारा इसे Seasonal Influenza माना जा रहा है। वर्ष 2024 में मलेशिया में 327 MPV केस प्रतिवेदित हुआ था। भारत में दिसम्बर, 2024 में SARI का 714 केस प्रतिवेदित हुआ था जिसमें 9 मामले Lab Test में HMPV Positive पाये गये थे।
4. एचएमपीवी से संबंधित संक्षिप्त जानकारी निम्न हैः-
* History:- एचएमपीवी एक Respiratory Virus है जो सबसे पहले Netherlands में वर्ष 2001 में पाया गया।
* Symptoms/लक्षणः- Most Common-Cough, Fever, Nasal Congestion, Sore throat, Shortness of breath; in Severe Cases:- Bronchitis, Pneumonia
* Transmission (संक्रमण)ः- एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने अथवा छींकने से फैलता है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति को छूने एवं संक्रमित वस्तुओं के मुँह, आँख अथवा नाक के सम्पर्क होने से फैल सकता है।
* Incubation Period:- 3-6 दिन, Seasonality-Winter (जाड़ा) एवं Early Spring
* Prevention (बचाव):- एचएमपीवी से बचाव कोविड-19 के समान ही है जिसमें प्रमुख विधि निम्न हैः-
> हाथों को साबुन एवं पानी से लगातार धोना
> गंदे हाथों से आँख, नाक अथवा मुँह को नही छूना
> संक्रमितव्यक्ति से दूरी बनाए रखना
> खांसते एवं छींकते वक्त मुँह को रूमाल से ढँकना
> संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए वस्तुओं को लगातार साफ करना
> संक्रमणकी अवधि में खुद को घर में ही Isolate करना
> छोटेबच्चे, 60 वर्षों से अधिक उम्र वाले व्यक्ति तथा weak immunity वाले व्यक्ति के लिए विशेष एहतियात बरतने का सुझाव
* Treatment (ईलाज):-एचएमपीवी के संक्रमण से बचने के लिए कोई Specific antiviral treatment या Vaccine अब तक उपलब्ध नहीं है। अतः इससे बचने के लिए Symptomatic treatment जैसेः खूब पानी पीना, आराम करना, दर्द अथवा Respiratory Symptoms को कम करने के लिये prescribed दवा लेना एवं Severe मामलों में ऑक्सीजन Support देना है।
* Diagnosis/Lab Confirmation:- RT-PCR
5. जिलाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन को निदेश दिया गया है कि एचएमपीवी के किसी भी तरह के Outbreak को रोकने के लिये निम्न निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें:
* जिलांतर्गत सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा Influenza Like Illness (ILI) एवं Severe Acute Respiratory Pneumonia (SARI) का Surveillance सुनिश्चित करते हुए इसको IHIP Portal पर प्रतिदिन प्रतिवेदित किया जाए।
* कोविड-19 से संबंधित Drugs/Kits/Ventillator/Oxygen/Masks इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित एखें।
* ILI/SARI के Trend पर लगातार ध्यान रखें और Upsurge की स्थिति में सभी स्वास्थ्य संस्थानों में Flu-Corner को Activate किया जाए।
* सभी हेल्थ वर्कस को एचएमपीवी से बचाव के बारे मे प्रशिक्षित किया जाए।
* सभी स्वास्थ्य संस्थानों में Infection Control Practices की सघन Monitoring की जाए।
* अस्पताल में गंभीर रुप से भर्ती SARI केसेज के Samples NIV, पूणे भेजा जाए ताकि HMPV का Lab Confirmation हो सके।
6. जिलाधिकारी द्वारा सभी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, अनुमंडलीय अस्पतालों के उपाधीक्षकों, अस्पताल अधीक्षकों सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के नियंत्री पदाधिकारियों को एचएमपीवी के बारे में लोगों को जागरूक करने तथा सरकार के निदेश के अनुसार त्रुटिहीन व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।