मुख्यमंत्री ने दरभंगा में प्रस्तावित एम्स एवं डी०एम०सी०एच० के पुनर्गठन को लेकर की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
न्यूज़ डेस्क :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दरभंगा में प्रस्तावित एम्स की अधिग्रहित की गई भूमि का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके पश्चात डी०एम०सी०एच० ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने दरभंगा एम्स तथा अवशेष भूमि पर डी०एम०सी०एच० के पुनर्गठन हेतु समीक्षा बैठक की। उन्होंने डी०एम०सी०एच० के पुनर्गठन के मद्देनजर संस्थानों के स्थानांतरण, फेज वाइज प्लान, डेवलपमेंट प्लान, स्टूडेंट स्ट्रेंथ, मास्टर प्लान आदि के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दरभंगा एम्स के लिए 200 एकड़ भूमि की कोई उपयोगिता नहीं है। इसके लिए 150 एकड़ भूमि पर्याप्त है। डी०एम०सी०एच० के पास जितनी जमीन है उसमें से एम्स के लिए जितनी जरुरी हो उतनी जमीन दी जाय। उन्होंने कहा कि मेरी पहल पर ही दरभंगा में एम्स का निर्माण होने जा रहा है। मेरी इच्छा थी कि डी०एम०सी०एच० को ही एम्स में अपग्रेड कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि पी०एम०सी०एच० पटना के बाद बिहार का दूसरा मेडिकल कॉलेज दरभंगा में बना था। पी०एम०सी०एच० में पढ़ने वाले डॉक्टर जिस तरह से आज विदेशों में हैं, वैसे ही डी०एम०सी०एच० से पढ़े हुए डॉक्टर भी अनेक जगहों पर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा शहर में तीन बड़े तालाब डिस्टर्व हो रहे हैं।जल-जीवन- हरियाली अभियान के तहत जिस प्रकार से तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, उसी तरह से इन तालाबों का भी सौन्दर्यीकरण हो ताकि इन तालाबों के चारों तरफ वृक्षारोपण के साथ ही लोगों के टहलने की भी व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि दरभंगा में एयरपोर्ट होने से दूर दराज से आने वाले लोगों को काफी सहूलियत हो रही है। एयर एंबुलेंस भी आसानी से आ सकती है।
पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मिथिलांचल के साथ हमारा शुरु से रिश्ता रहा है। दरभंगा एम्स के लिए सभी तरह के इंतजाम किये जा रहे हैं। एम्स के लिए 150 एकड़ जमीन दी जायेगी। असामाजिक तत्व कुछ गड़बड़ नहीं कर सके, इसे ध्यान में रखते हुए डी०एम०सी०एच० की बाउंड्रीवाल को ऊंचा किया जायेगा। जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए मिट्टी भराई का कार्य भी किया जायेगा। ड्रेनेज सिस्टम को भी दुरुस्त किया जायेगा ताकि जल निकासी आसानी से हो सके।
रिपोर्ट :- प्रतिमा