मांझी आवास पर ब्राह्मण भोज काआयोजन ,बगैर खाए लौटे ब्राहमण
न्यूज़ डेस्क:- पिछले दिनों एक कार्यक्रम में ब्राहमण समाज के खिलाफ की गयी टिप्पणी के बाद से ही मांझी की मुसीबते बढ़ी हुई थी जिसे ठीक करने की सोच मांझी ने आवास पर ब्राह्मण भोज का आयोजन किया था लेकिन हुआ ठीक उल्टा ,मांझी के आवास से ब्राहमण बगैर खाए ही वापस लौट गए |
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने आवास पर ब्राह्मण को भोज के लिये आमंत्रित किया| उन्होंने कहा कि कालिदास रंगालय में अखिल भारतीय मुसहर कल्याण संघ की बैठक में मैं मुख्य अतिथि के रूप में था |मैने अपने समाज को चेताते हुए कहा कि क्या हमारे पूर्वज पहले पूजा-पाठ नही करते थे तो क्या वे मजबूत नहीं होते थे| लेकिन तुमलोग आज सत्यनारायण की पुजा ऐसे पंडित से कराते हो जो लोग मांस-मदिरा का सेवन करते हैं, खाना नहीं खाते हैं,वैसे लोगों से क्यों पूजा कराते हो| अपने समाज को मैंने ये समझाया| ब्राह्मण समाज का नाम भी नहीं लिया गया था| उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज का जो दुष्प्रचार हुआ है, इसका क्या दुष्परिणाम होगा ब्राह्मण समाज पर इसलिए मैंने ब्राह्मणों को आमंत्रित किया और दलितों के साथ उनको भोजन अपने हाथो से खिलाएंगे| अगर आते हैं तो मैं समझूंगा कि आपलोगों को दुष्प्रचार का कोई मतलव नहीं है| ब्राह्मण के प्रति हमारी श्रधा है,ब्राह्मण ही हममे विश्वास रखते हैं और जो मैंने जो कुछ भी कहा है वो ब्राह्मण में सुधार के लिए कही है|