हिलसा पुलिस की सक्रियता पर प्रश्न चिन्ह ,सात दिन चक्कर लगाने के बाद भी आखिर क्यों नहीं दर्ज हुआ प्राथमिकी ?
न्यूज़ डेस्क – कहने को नालंदा सूबे के मुखिया नीतीश कुमार का गृह जिला है लेकिन इस बात से यहाँ की पुलिस को कोई मतलब है क्योंकि जिस प्रकार यहाँ के पुलिस की कार्यशैली देखने को मिलती है उससे तो नीतीश जी सर हमेशा झुकता ही रहा है क्योंकि विरोधी खेमा अक्सर ये आरोप नीतीश कुमार पर लगाते रहा है कि नीतीशजी सिर्फ नालंदा की चिंता करते हैं लेकिन नालंदा की पुलिस का व्यवहार ठीक इसके उल्टा ही हमेशा से दीखता रहा है ताजा मामला नालन्द अजिले के हिलसा थाना से जुड़ा है ………
हिलसा थाना क्षेत्र के गौरा भट्ट बिगहा गांव से विगत 30 जनवरी को हुई बोलेरो की चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए वाहन मालिक हिलसा थाना का 7 दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन सोमवार तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है।
बताया जाता है कि वेना थाना क्षेत्र के कोरनामा बाजार निवासी बाल शरण सिंह के पुत्र भोगल प्रसाद ने विगत 6 जनवरी को रहुई थाना क्षेत्र के मोहरा तालाब गांव निवासी स्वर्गीय माधो सिंह के पुत्र रंजन सिंह से बोलेरो की खरीदारी की थी और 30 जनवरी को भोगल प्रसाद ने हिलसा थाना क्षेत्र के गौरा भट्ट बिगहा गांव निवासी रंजीत प्रसाद के घर के पास बोलेरो लगाया था जिसे रात्रि में अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली।
इस संदर्भ में भोगल प्रसाद ने 1 फरवरी को बोलेरो चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए हिलसा थाना में आवेदन दिया। इसके बावजूद पुलिस ने 7 फरवरी तक बोलेरो चोरी की प्राथमिकी दर्ज नहीं की । इस बीच वाहन मालिक 7 दिनों से हिलसा थाना का चक्कर लगा रहे हैं।
इससे पुलिस की कार्यशैली की झलक स्पष्ट रूप से मिल रही है। इस संदर्भ में पूछे जाने पर प्रभारी थानाध्यक्ष कुणाल चंद्र सिंह ने बताया कि बोलेरो चोरी के मामले में थाना में कोई आवेदन प्रेषित नहीं किया है। आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी।
रिपोर्ट – धनपत