खनन मंत्री के आप्त सचिव के ठिकानों पर छापेमारी में पौने दो करोड़ की संपत्ति का पता चला
न्यूज़ डेस्क – बिहार के खनन मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव मृत्युंजय कुमार के ठिकानों पर छापे मारी में एक करोड़ 73 लाख से अधिक संपत्ति का पता चला।
आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। शुक्रवार सुबह ही मंत्री के सरकारी आप्त सचिव, भाई और महिला मित्र रत्ना चटर्जी के ठिकानों पर छापेमारी की.
पटना में जब आरोपी अधिकारी मृत्युंजय कुमार के आवास की तलाशी लेने एसवीयू की टीम पहुंची तो महिला अभियुक्त रत्ना चटर्जी भी उनके आवास में ही मिली.
विशेष निगरानी इकाई की ओर से जो जानकारी दी गई है उसमें अधिकारी मृत्युंजय कुमार की पत्नी आरती का 2013 में ही मृत्यु हो गई है. आज की तलाशी में अभियुक्त रत्ना चटर्जी उनके पटना निवास में रहते पाई गई।
जांच में रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास 30 लाख रुपए नगद मिले. इन अभियुक्तों के खाते से मोटी रकम आदान प्रदान की गई है. मनी लॉन्ड्रिंग भी किया गया है।
एसवीयू ने बताया है कि रत्ना चटर्जी सीडीपीओ थी, लेकिन 2011 में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुई उसके बाद सरकार ने बर्खास्त कर दिया था. अधिकारी मृत्युंजय कुमार ही महिला मित्र का घर बनवा रहे जिनका सारा खर्च वे खुद उठा रहे हैं. रत्ना चटर्जी के नाम एक फ्लैट पावर हाउस रोड सिलीगुड़ी में है. जिसको खरीदने में भी मृत्युंजय कुमार ने अवैध कमाई से मोटी राशि भुगतान किया है . सिलीगुड़ी में फ्लैट की कीमत 35 लाख है। कटिहार से एक प्लॉट तीन लाख का है। 30 सोने का बिस्कुट तथा पॉर्न सीडी एवं अश्लील साहित्य बड़ी मात्रा में बरामद हुआ है.
रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास से तलाशी में ₹45 लाख के जेवरात बरामद हुए हैं. तीन एलआईसी की पॉलिसी मिली है जिसका प्रत्येक का मासिक प्रीमियम ₹40 हजार है. कई बैंक पासबुक भी बरामद किए गए हैं. विशेष निगरानी इकाई ने बताया है कि मृत्युंजय कुमार वर्तमान में खनन मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव हैं. पूर्व में वे कटिहार जिला के कई प्रखंडों में बीडीओ रह चुके हैं। खबर लिखने तक छापेमारी और छानबीन चल रही थी।