राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी “बिहार डिज़ीपेक्स-2022” का हुआ समापन
बिहार में राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी बिहार डिज़ीपेक्स-2022 (BIHAR DIGIPEX-2022) का का आज समापन हो गया। इसका आयोजन 24 से 27 फरवरी तक किया गया जिसका थीम “ इंडिया रिच कल्चरल हेरिटेज” था। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन राज्यपाल,बिहार फागू चौहान के करकमलों द्वारा महामना मदन मोहन मालवीय डाक सांस्कृतिक केंद्र में किया गया थाl
आज पुरस्कार वितरण समारोह के साथ ही इस समारोह का समापन हो गयाl समापन समारोह के मुख्य अतिथि जे. चारुकेसी , मुख्य पोस्टमास्टर जनरल , पश्चिम बंगाल,बिहार एवं झारखण्ड परिमंडल तथा एम. ई . हक , सेवानिवृत मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, बिहार परिमंडल, राज कुमार नाहर, हेड ऑफ़ प्रोग्राम, दूरदर्शन केंद्र , बिहार, पटना एवं परिमल सिन्हा उपनिदेशक (प्रशासन) अखिल आयुर्विज्ञान भारतीय संस्थान, पटना विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे l
इस पुरस्कार वितरण समारोह में मुख अतिथि के द्वारा “शराव बंदी” पर विशेष आवरण का विमोचन किया गया l साथ ही साथ गंडक नदी के घड़ियाल तथा उल्लू पर ऑडियो पोस्टकार्ड का भी अनावरण किया गया जिसमे एक विशेष QR कोड का प्राबधान किया गया जिसे स्कैन करने पर इन जीवों की मधुर आवाज सुनाई देती है l
बिहार डिज़ीपेक्स-2022 के अंतर्गत बिहार डाक परिमंडल के 25 मंडलों के 125 विद्यालयों में पत्र लेखन एवं स्टाम्प डिज़ाइनींग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था l इन सभी 25 डाक मंडलों से पत्र लेखन एवं स्टाम्प डिज़ाइनींग प्रतियोगिता में एक-एक उत्कृष्ट विद्यार्थियों का चयन किया गया तथा इनमें से प्रथम तीन को इस समापन समारोह में उत्कृष्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया l पत्र लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अमीषा कुमारी (वर्ग-X), सदर आलम मेमोरियल से. स्कूल , बिहारशरीफ ; द्वितीय स्थान गुंजन भारती (वर्ग-VIII), परमहंस पब्लिक स्कूल,बेगुसराय एवं तृतीये स्थान अनन्या अंश(वर्ग- IX), गनपत राय सलार पुरिया , एस.वी.एम. भागलपुर को उत्कृष्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया l वहीँ स्टाम्प डिज़ाइनींग प्रतियोगितामें प्राप्त प्रथम स्थानअंजली भारती (वर्ग-X), सदर आलम मेमोरियल से. स्कूल , बिहारशरीफ; द्वितीय स्थान श्रुही (वर्ग-VI) हेरिटेज स्कूल बक्सर एवं तृतीये स्थान पूनम कुमारी (वर्ग-IX), के.वि.कंकरबाग, पटना को उत्कृष्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया l
इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले फिलैटेलिस्टों को भी मैडल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिसमे प्रतियोगी वर्ग में प्रदीप कुमार मलिक एवं कार्तिक जैन को गोल्ड मेडल , सुरभि सिंह को सिल्वर मेडल तथा जूही झा एवं अलोक कुमार को ब्रौंज मेडल से नवाजा गया l इस प्रदर्शनी प्रतियोगिता में दिनेश चन्द्र शर्मा जो की रास्ट्रीय स्तर के तथा नन्द किशोर अग्रवाल एवं श्री संजय कुमार जैन राज्य स्तरीय ज्यूरी थे l
इस चार दिवसीय प्रदर्शनी के दौरान बाल पुरस्कार से सम्मानित धीरज कुमार, पटना के बबीता देवी को स्वछता में अनुकरणीय कार्य हेतु एवं तनु प्रिया को महिला सशक्तिकरण पर विशेष आवरण के प्रारूप बनाने के लिए सम्मानित भी किया गया l
इस चार दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी के अलग अलग कार्यक्रमों में राजभवन बिहार, सुखेत मॉडल, अनसंग हीरोज ,भारतीय डाक- रेलवे संबंध , मगही पान , महिला शशक्तिकरण , बालिका शिक्षा, ईपिक + वोट, पाटली वृक्ष, पंचायती राज संस्थान, कोविड मेडिकल किट जैसे विषयों पर विशेष आवरण का विमोचन हुआ वहीँ बिहार के राजकीय पक्षी गौरैया, ग्रे होर्नबिल, जलकाग ( cormorant) एवं ब्लैक क्राउन नाइट हेरान जैसे विलुप्त होती जा रही पक्षी पर जिसमे ऑडियो पोस्टकार्ड का भी अनावरण किया गया एक विशेष QR कोड का प्राबधान किया गया जिसे स्कैन करने पर इन पक्षियों की मधुर आवाज सुनाई देती है l
भारतीय डाक विभाग पर्यावरण, नदी, जल एवं जलीय विलुप्तप्राय प्राणियों के संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है और इसी के तहत ‘डिजिपेक्स २०२२’ के दौरान गंगा नदी से जुड़े हुए जलीय जीवों जैसे डॉलफिन, घरियाल आदि के बारे में छात्रों एवं आम नागरिकों विशेषकर वो जो नदियों के किनारे बसे शहरों में प्रवास करते हैं, उन्हें जागरूक किया गया एवं इन विलुप्तप्राय प्राणियों के संरक्षण को फिलाटेली एवं विशेष डाक टिकटों के माध्यम से संरक्षण हेतु उत्साहित किया गया l
इसी कार्यक्रम के तहत डाक विभाग द्वारा ‘डिजिपेक्स 2022 बोट’ का भी परिचालन किया गया जिसे बक्सर, पटना , बेगुसराय , मुंगेर और अंतिम दिन भागलपुर में चलायी गयी और विभिन्न पड़ावों पर छात्र- छात्राओं एवं स्थानीय नागरिकों को उपरोक्त विषय पर फिलैटेलिक थीम आधारित एवं पर्यावरण आधारित जागरूकता प्रदान की गयी ताकि नदी किनारे बसे लोगों को जनचेतना से जोड़ा जा सके l
इस समरोह के अलग अलग कार्यक्रम में केंद्र एवं राज्य के भिन्न भिन्न विभागों के वरिष्ट अधिकारी अतिथियों के रूप में मौजूद रहे l अतिथियों ने डाक विभाग को सांस्कृतिक धरोहर के बचाव हेतु इस तरह के कार्यक्रम के लिये सराहा।