” सिग्नल पास्ड एट डेंजर”(SPAD) विषय पर हुआ सेफ्टी सेमिनार

आज दानापुर मंडल मुख्यालय के अधिकारी क्लब में “खतरे की स्थिति में सिग्नल पार कर जाना “(SPAD) के विषय पर सेफ्टी सेमिनार का आयोजन किया गया।
जिसमें रेलवे बोर्ड/नई दिल्ली के कार्यपालक निदेशक(संरक्षा) श्री के.पी.यादव के द्वारा पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम से पुरे भारतीय रेल में हो रहे ,स्पैड और दुर्घटना पर विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया।
इस सेमिनार को दानापुर रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री प्रभात कुमार द्वारा भी संबोधित किया गया।


खतरे की स्थिति में सिगनल पार कर जाना (SPAD):-
1)गाङी के चालक द्वारा किसी सिगनल को खतरे की स्थिति में पार कर जाना एक सांकेतिक दुर्घटना है।
2) तमाम संरक्षा अनुदेशों और नियमों के बावजूद खतरे की स्थिति में सिगनल पार करने की घटनाओं में भारी जोखिम है। इन घटनाओं से भयंकर दुर्घटनाएँ की सम्भावना बनी रहती है एवं इससे कभी कभार जान- माल का नुकसान भी हो सकता है।

इस सेमिनार में मंडल के संरक्षा एवं परिचालन से जुङे सभी अधिकारी सहित 19 मुख्य लोको निरीक्षक,48 लोको पायलट,35 सहायक लोको पायलट,5 लोको पायलट शन्टर, 11यातायात निरीक्षक, 7 स्टेशन मास्टर,8 गार्ड एवं 11पोर्टर/प्वाईंटमैन मौजूद हुए।

इस संरक्षा संगोष्ठी में SPAD के प्रमुख कारणों पर चर्चा किया गया एवं विगत दिनों में पूर्व मध्य रेल एवं अन्य रेलवे में गठित घटनाओं का विशेष जिक्र किया गया।
इसके साथ हमारे लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर (गॉर्ड) के द्वारा बताई गई कुछ समस्याओं का तत्काल समाधान हेतु मंडल रेल प्रबंधक महोदय द्वारा सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया।
जबकि दानापुर रेल मंडल में स्पेड (SPAD) की घटनाओं में काफी सुधार हुआ है। 2020-21 में केवल दो स्पेड (SPAD) की घटना हूई जो कि 2021-22 में घटकर सिर्फ एक हुआ। 2022-23 में ऐसी घटना न घटे इसके लिए सभी लोको पायलट, गार्ड एवं अन्य कर्मचारी ने आश्वस्त किया।
इस संरक्षा संगोष्ठी में अपर मंडल रेल प्रबंधक(परिचालन),वरीय मंडल संरक्षा अधिकारी,वरीय मंडल संकेत व दूरसंचार ईन्जीनियर,वरीय मंडल अभियंता(समन्वय),वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक एवं मंडल विद्युत अभियंता(परिचालन)मौजूद हुए।

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