गलत तरीके से फँसाने वाले मुकदमे से निर्दोष लोगों को 10 दिनों में करें आजाद, वरना होगा बड़ा आंदोलन : अनिल कुमार

जनतान्त्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने प्रदेश में डेंगू को लेकर सरकार द्वारा चलाए जा रहे कदम पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार की कहनी – कथनी में विरोधाभासी है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए दवाओं को छिड़काव नियमित रूप से होगा। मैं भी पटना में रहता हूँ, लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है। शहर में डेंगू का कहर है। सरकार झूठ का पुलिंदा बांधने में मस्त हैं। उन्होंने ये बातें आज पटना मे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी, जहां संजय मंडल, रंजन कुमार और राजकमल सिंह उपस्थित रहे।

अनिल कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री रहते उन्होंने बहुत घोषणा की। उन घोषणाओं का असर यही है कि लगातार पटना के अस्पतालों में जगह नहीं मिलने से लोग मर रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है। इस पर सरकार को कार्रवाई करना चाहिए। डेंगू से बचाव के लिए सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में हो रहे अपराध पर भी सरकार को घेरा और बेगूसराय में दुष्कर्म व अंबेडकर छात्रावास के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार में शोषित दलित वंचित को रहने का अधिकार नहीं है।

 

उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार अपराधियों के साथ है। यहाँ पीड़ित पर ही कार्रवाई हो रही है। उन पर पसको ऐक्ट लगाया जा रहा है। प्रदेश की सरकार लोगों को डरा – धमाका कर न्याय को दबाने का काम कर रही है। चाहे अंबेडकर छात्रा वास में अमर आजाद की गलत गिरफ़्तारी हुई। बिहार में दूसरे निर्दोष लोगों पर भी गलत गिरफ़्तारी की, उन सबों को बाहर निकालने का काम किया जाए। अगर सही में प्रदेश में सुशासन है, तो सरकार को इस बात को सामने लाने की जरूरत है कि कौन ऐसे लोग हैं, जो पीड़ित लोगों को ही जेल मे डाल रही है। उन्होंने कहा कि शोषित, दलित, वंचित वर्ग पर गलत तरीके से किए मुकदमे 10 दिनों मे वापस लें, अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम व्यापक आंदोलन करेंगे।

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