आदित्य ठाकरे से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने कहा ,देश के सामने लोकतंत्र को बचाने की चुनौती
शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्टÑ सरकार के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे बुधवार को पटना पहुंचे और उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। इस दौरान शिवसेना की सांसद सह मुख्य प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी भी साथ में थी। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और आदित्य ठाकरे के बीच काफी देर बातचीत हुई।
पटना में करीब दो घंटे तक रहे। एयरपोर्ट से सीधे वे तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचे। इस दौरान तेजस्वी यादव ने श्री ठाकरे का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने मिथिला पेंटिंग की चादर आदित्य ठाकरे को भेंट किया और लालू यादव पर लिखी दो किताबें दीं। वहीं तेजस्वी यादव को आदित्य ठाकरे ने मराठी शॉल और शिवाजी महाराज की मूर्ति भेंट की। कुछ देर बातचीत के बाद तेजस्वी यादव उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलाने के लिए एक अणे मार्ग ले गए। हालांकि पहले आदित्य के दौरे में सीएम से मिलने का कार्यक्रम तय नहीं था। तेजस्वी ने इस मुलाकात के बाद कहा कि अभी लोकतंत्र और संविधान को बचाने की चुनौती हमारे सामने है और इसे बचाने के लिए हमसे जो बनेगा वो हम करेंगे। वहीं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज अलग-अलग विषयों पर चर्चा हुई है। देश में जो भी युवा महंगाई, रोजगार और संविधान के लिए काम करना चाहते हैं। अगर वे आपस में बातचीत करते रहें तो देश में कुछ अच्छा कर सकेंगे। आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना सचिव अनिल देसाई, शिवसेना के सांसद और उप नेता प्रियंका चतुर्वेदी सहित कई पदाधिकारी इस मौके पर मौजूद थे। शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुवेर्दी ने बताया कि आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव की यह मुलाकात काफी अहम है। दोनों नेता युवा है। दोनों लीडर्स में आगे की राजनीति की पूरी संभावना है। प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि अब देश आगे बढ़ा है। राजनीति आगे बढ़ी है। तो पुरानी बातों को भूल कर नए स्तर पर राजनीति करनी चाहिए। आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव अपनी-अपनी क्षेत्र के युवा नेता है।
आदित्य ठाकरे के मुलाकात पर आरजेडी के प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि दोनों नेता युवा हैं। एक उम्र के हैं। जाहिर सी बात है उनकी सोच भी एक जैसी है। देश में आगे की राजनीति कैसे हो। विपक्षी एकता कैसे मजबूत हो। इस पर चर्चा होगी।