पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल मे ‘विप्पल ऑपरेशन’ को सफलतापूर्वक दिया अंजा
पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल, पटना में दूरबीन विधि से पेट के सबसे जटिलतम ऑपरेशन ‘विप्पल ऑपरेशन’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया और पेट के दुर्लभ कैंसर से जूझ रही महिला की जान बचा ली गयी। बिहार के किसी भी निजी अस्पताल में इस तरह का यह पहला सफल ऑपरेशन है। दानापुर की 60 वर्षीय महिला को अग्न्याशय ( पैनक्रियाज) में कैंसर था। वह लगातार बीमार रहती थीं। उनको खाना ठीक से नहीं पचता था। वह पेट में दर्द और बुखार की शिकायत लेकर पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल पटना पहुंचीं। यहां जांच के लिए उनका सीटी स्कैन और एमआरआई कराया गया। इस जांच में पता चला कि उन्हें ‘पेरीएम्पुलरी कैंसर’ है। उनकी पैनक्रियाज ग्रंथी में गांठ हो गया था। इस कैंसर के ऑपरेशन के लिए पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल पटना के गैस्ट्रो सर्जन डॉक्टर नितिन कुमार ने दूरबीन विधि अपनाने का फैसला किया। इस ऑपरेशन को ‘विप्पल ऑपरेशन’ कहा जाता है। यह ऑपरेशन करीब 9-10 घंटे चला। इस दौरान मरीज को सिर्फएक बोतल खून चढ़ाया गया। इस ऑपरेशन में पैनक्रियाज ग्रंथी से गांठ को निकालने के लिए ही सिर्फचीरा लगाया गया। इसके अलावा पूरा ऑपरेशन दूरबीन की मदद से हुआ। ऑपरेशन के बाद मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से हुई। उनका कैंसर पूरी तरह से निकल गया और वह अब बिल्कुल ठीक हैं। अब आगे उनकी कीमो थेरेपी की जाएगी।
डॉ. नितिन ने बताया कि यह काफी दुर्लभ ऑपरेशन है। दूरबीन विधि से ‘विप्पल ऑपरेशन’ पेट का सबसे जटिल ऑपरेशन माना जाता है। दूरबीन से यह ऑपरेशन बहुत कम होता है। बिहार में इससे पहले किसी भी निजी अस्पताल में ऐसा ऑपरेशन नहीं हुआ है। यहां तक कि दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी बहुत कम ही अस्पतालों में यह ऑपरेशन होता है। हमारे लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हमने इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
पारस अस्पताल के बारे में
पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई अस्पताल में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा, तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।