नॉलेजग्राम ने कैरियर काउंसलिंग के साथ साथ कक्षा 1 से ही कोडिंग शिक्षा की शुरुआत की
मंगलवार को राजधानी पटना स्थित नॉलेजग्राम विद्यालय के कैंपस में आयोजित प्रेसवार्ता में विद्यालय की अवधारणा और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही आज से प्रारंभ होने वाली दो अतिविशिष्ठ सुविधाओं के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संसथान के निदेशक ने कहा कि बिहार की उर्वरा मेधाभूमि जहां से समस्त संसार के संचालक उत्पन्न होने चाहिए, वहां बेरोजगारों की तथा पथभ्रमित लोगों की पूरी फौज़ मिलती है, इसी के मद्देनजर नॉलेजग्राम को विकसित किया गया ताकि सही मेधा को सही स्थान मिल सके।
बिहार में विद्यार्थियों को अपने विषय अथवा करियर चुनने की आज़ादी आज भी नहीं है। सदियों से बच्चों की मेधा पर अभिभावकों की इच्छा भारी पड़ती रही है। कई बार सहपाठियों का दबाव (Peer Pressure) में आकर विद्यार्थियों का अपने जीवन की मूलधार से कहीं दूर चले जाना नितान्त स्वाभाविक है जबकि ईश्वर ने प्रत्येक व्यक्ति को अलग अलग क्षमताएं दी हैं और प्रत्येक व्यक्ति में इतनी क्षमता ज़रूर होती है कि वह संसार को एक नया आयाम देकर जाए।
उपरोक्त स्थिति को ध्यान में रखते हुए नॉलेजग्राम ने कैरियर काउंसलिंग के साथ साथ डी एम आई टी (DMIT) की सेल का निर्माण किया है, जिसका उद्घाटन आज ही हो रहा है। DMIT सेल के द्वारा हम बच्चों को उनकी मंजिल तक पहुंचाएंगे। फिंगरप्रिंट के द्वारा प्रत्येक बच्चे की गुह्य प्रतिभा को बाहर निकालकर उसे पल्लवित, पोषित और पूर्णविकसित करेंगे। ज्ञातव्य हो कि यद्यपि अमेरिकी पैटेंट की यह सेवा बहुत महंगी है, किंतु इसकी महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए और अभिभावकों को वित्तीय बोझ से बचाने के लिए विद्यालय प्रबंधन ने इसे प्रत्येक बच्चे के लिए निशुल्क कर दिया है।
आजके समय में Artificial Intelligence (अजीव बुद्धिमत्ता) से दूर रहना घातक सिद्ध होगा। इसकी ट्रेनिंग पर भारत सरकार लगातार ज़ोर दे रही है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इसे कक्षा 6 से लागू भी करने जा रही है।
समय की धार को भांपते हुए नॉलेजग्राम ने कक्षा 1 से ही कोडिंग की शिक्षा की शुरुवात का निर्णय लिया है, जिसका उद्घाटन भी आज ही हुआ है। टेकी युओलो (Techie Yuolo) कंपनी के पूर्वी भारत के प्रमुख श्री मोहम्मद खालिद ने इसके संदर्भ में आप सबको अवगत कराया है। विद्यालय पूरे बिहार के लिए एक निशुल्क कोडिंग ओलंपियाड का आयोजन भी प्रतिवर्ष कराएगा और पुरस्कार देकर विजयी विद्यार्थियों को सम्मानित भी करेगा।
प्रेस कांफ्रेंस के दरम्यान बताया गया कि विद्यालय आंतरिक रूप से तीन भागों में विभक्त है:
सेवा नॉलेजग्राम
शिक्षा नॉलेजग्राम
रक्षा नॉलेजग्राम
इन तीनों के मध्य संस्कृति नॉलेजग्राम की गंगा- जमुना सदैव प्रवाहित होती रहती है।
इस तरह के समूह बनाकर बच्चों को रुचि अनुरूप शिक्षा देने का विश्व में यह प्रथम प्रयास है।
विद्यालय प्रमुख ने बताया नॉलेज ग्राम विद्यालय की कुछ अन्य विशेषताएं निम्नवत हैं:
1. Motto: मनुर्भव जनया दैव्यम जनम्
2. Mission: ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय
3. शिक्षा शिक्षार्थ, शिक्षा सेवार्थ, शिक्षा संस्कारार्थ
4. Map the Mind: Tap the Prime (DMIT)
5. Creating Rise before the Sun Community
6. NO Private Tuitions for Kids
7. Life Skills
8. Home Skills
9. Unique Concept of Theory & Practicals
10. Happiness Comes with Good Health
11. Gateway to the World
12. Pinnacle of Technology
13. Scholarship Programs
14. Philanthropic Gestures
इस प्रकार नॉलेजग्राम के निदेशक ने दावा किया कि ये विद्यालय पुरे विश्व में अपनी तरह का एक अनूठा विद्यालय है जो बिहार प्रदेश के लिए वरदान स्वरूप है।