निजीकरण के बाद बिजली के दरों में 24.10% की बढ़ोतरी है जनता की जेब काटने जैसा : राजू दानवीर
बिजली के दरों में 24.10% की बढ़ोतरी खिलाफ आज जन अधिकार युवा परिषद ने पटना के आयकर गोलंबर से विद्युत भवन तक विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला, जिसका नेतृत्व युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने किया। इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और बिजली विभाग व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्हें मिलकर सरकार से मांग की कि बिजली की बढ़ी हुई दरों को वापस लिया जाए। साथ ही निजी करण से हो रही समस्या का समाधान जल्द से जल्द हो।
मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजू दानवीर ने कहा कि बिजली की दरों में 24.10% की बढ़ोतरी आम जनता का जेब काटने जैसा है। पहले ही बिहार की जनता बिजली के निजीकरण का खामियाजा भुगत रही है। निजी कंपनियों द्वारा लगाए गए प्रीपेड मीटर से आम उपभोक्ताओं तो काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें पहले से ज्यादा बिजली की कीमत उतनी ही खपत के लिए चुकानी पड़ रही है। अब यह एक बार फिर से जनता के जेब पर हमला किया गया है। दानवीर ने कहा कि जो लोग 1000 देते थे है, वो लोग 1240 रुपए का बिजली बिल कैसे चुकाएंगे। वो इनकम कैसे कहां से आएगा। दानवीर ने कहा कि जो लोग बिजली ऑफिस के दफ्तरों में बैठकर बिजली का रेट तय करते हैं और जो माननीय बिजली का मुफ्त उपभोग करते हैं उन्हें कहां पता होगा कि बिजली की दरों में बढ़ोतरी का बोझ प्रदेश की आम जनता कैसे वाहन कर पाएगी, जहां पहले से ही बेरोजगारी और महंगाई की मार सहने को जनता मजबूर है।
राजू दानवीर ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के लिए केंद्र की सरकार भी बराबर की हिस्सेदार है या यूं कहें कि केंद्र की सरकार ने तो महंगाई को देश की जनता का नसीब बना दिया है। ऊपर से बिहार की जनता पर अब सरकार के द्वारा बिजली का भारी-भरकम बोझ डाल दिया गया है। यह जनता को बिजली के करंट के झटके से कम नहीं है। जन अधिकार युवा परिषद आदरणीय श्री पप्पू यादव जी के निर्देशानुसार बिजली की बढ़ी हुई दरों का जनहित में विरोध करती है और सरकार से इसे अविलंब वापस लेने की मांग करती है। वरना आने वाले दिनों में प्रदर्शन और उग्र होगा।