गंदे मुंह से गंदी बातें ही निकल सकती है- जगदानंद सिंह

न्यूज़ डेस्क:– राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह पुरानी बातें जो गिनाते हैं ..वह बता दें कि उनके शासनकाल में कितने शिक्षकों की बहाली हुई या जब वह वैद्य थे तो कितनी पुड़िया में कितने करोड़ रुपए लेकर आए थे , चुनाव में हेलीकॉप्टरों का पैसा कहां से आता है |

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के 15 साल के शासनकाल पर भी प्रदेश अध्यक्ष ने जमकर हंगामा बोला उन्होंने यहां तक कह दिया कि गंदे मुंह से गंदी बातें ही निकल सकती है

तेजस्वी यादव ने शनिवार को पुनः साक्ष्यों के साथ अपने आरोपों का पुलिंदा खोला

न्यूज़ डेस्क – बिहार के  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने एक बार फिर सरकार के कामकाज पर हमला किया  है ।इस बार तेजस्वी यादव पूरे आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आ रहे हैं और सभी विश्वस्तरीय संगठनों की रिपोर्ट के आधार पर वे अपनी बातें रख रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार सरकार निरंतर सफेद झूठ बोल रही है और अपने जनता को भरमा रही है। अपनी जनता को दिग्भ्रमित कर रही है, क्योंकि विश्व के लगभग एक दर्जन संस्थाओं ने बिहार के प्रगति को बेहद कमजोर बताया है और यहां के पिछड़ेपन को ही रेखांकित किया है ।नीति आयोग ने भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य बताया है, लेकिन नीतीश कुमार और उसके कुछ मंत्री निरंतर झूठ पर झूठ बोल रहे हैं और जनता को भरमा रहे हैं ।
तेजस्वी यादव ने शनिवार को पुनः साक्ष्यों के साथ अपने आरोपों का पुलिंदा खोला। उन्होंने कहा कि देश-विदेश के सभी प्रतिष्ठित मूल्यांकन व मानक संस्थानों जैसे नीति आयोग, कैग, एनसीआर बी, एनएचआरएम, एन एफ एच एस,एनएसएसओ, सीपीसीबी ,डब्लूएच ओ , संयुक्त राष्ट्र इत्यादि ने बिहार के बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, गरीबी, बेरोजगारी, शराबबंदी, भ्रष्टाचार, पलायन, प्रदूषण, सत्तत विकास सहित अनेक सूचकांकों से संबंधित रिपोर्ट्स पेश की है। यह सारी रिपोर्ट बिल्कुल वैज्ञानिक आधार पर जमीनी स्तर पर गहन शोध और तकनीकी छानबीन के बाद तैयार की गई है ।इन रिपोर्ट को पूरे विश्व में सभी सरकारों ने माना भी है।
लेकिन बकौल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा सभी रिपोर्ट्स झूठी है और केवल और केवल वो और उनकी मुँह जुबानी वाली रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है।

तेजस्वी ने कहा कि डबल इंजन सरकार की मानक संस्थाएं ही आँकड़ों और साक्ष्य सहित इनकी 16 वर्षों की विफलता एवं कागजी विकास को आइने में दिखा रही है। लेकिन फिर भी अहंकार में डूबी एनडीए सरकार अपनी गलतियों को मानने के लिए तैयार नहीं है। ये विपक्ष के नहीं आपकी सरकार और उनकी एजेंसियों के ही आँकड़े है।

तेजस्वी ने आगे कहा कि बताइए, जो अपनी गलती ही स्वीकार नहीं करेगा वह उन ख़ामियों को दूर कैसे करेगा?
30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाले मुखिया को वर्तमान के आँकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान एवं अपने भूत के 16 वर्षों का आकलन अवश्य करना चाहिए कि उन्होंने उदारीकरण के बाद भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है?
उन्होंने कहा कि सबसे बुरी बात यह है कि भाजपा के समान मुख्यमंत्री भी अपनी विश्वसनीयता खो रहे हैं और निरंतर सफेद झूठ बोल रहे हैं। बिहार की गरीबी, पिछड़ापन और करोड़ों लोगों का पलायन सबको दिख रही है। यह एक वृद्ध राज्य बन चुका है ।

बिहार के मुख्यमंत्री करेंगे एनटीपीसी बरौनी और बाढ़ की पावर युनिट्स का लोकार्पण

न्यूज़ डेस्क –  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 27 नवम्बर 2021 को केन्द्रीय विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्री  आर.के. सिंह की गरिमामय उपस्थिति में एनटीपीसी बाढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन, पटना की युनिट-1 (660 मेगावॉट) और एनटीपीसी बरौनी थर्मल पावर स्टेशन की स्टेज-2 (500 मेगावॉट) का लोकार्पण करेंगे।
गिरीराज सिंह, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, श्री राजीव रंजन, विधायक, लोकसभा, मुंगेर, श्री नीरज कुमार, विधान परिषद के सदस्य, बिहार, श्री राम रतन सिंह, विधानसभा सदस्य, तेघरा, बिहार, श्री राज कुमार सिंह, विधानसभा सदस्य, मटीहानी, बिहार, श्री ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, विधानसभा सदस्य, बाढ़ तथा बाढ़ एवं बरौनी क्षेत्र के अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। बिहार के नागरिकों, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तथा विद्युत मंत्रालय के अधिकारियों को भी समारोह में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।


श्री गुरदीप सिंह, सीएमडी, एनटीपीसी लिमिटेड, एनटीपीसी के निदेशक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी दोनों कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे।
एनटीपीसी समूह ने बिहार राज्य में 7970 मेगावॉट क्षमता स्थापित की है और 1980 मेगावॉट अतिरिक्त क्षमता निर्माणाधीन है।
एनटीपीसी द्वारा बाढ़ में 3300 मेगावॉट क्षमता स्थापित की गई है, जिसमें से 1320 मेगावॉट का वाणिज्यिक संचालन मार्च 2106 से जारी है।
विद्युत क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने तथा बिहार राज्य में विद्युत की उपलब्धता बढ़ाने, इसकी लागत को कम करने के लिए राज्य सरकार ने 15 दिसम्बर 2018 को बरौनी थर्मल पावर स्टशन, बरौनी को एनटीपीसी लिमिटेड को हस्तांतरित किया था।


अपनी सीएसआर पहल के तहत एनटीपीसी द्वारा बिहार राज्य में सामुदायिक विकास की कई गतिविधियां चलाई जा रही हैं। ये गतिविधियां मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं के विकास, पेयजल, सेनिटेशन, कौशल विकास/ व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रोग्रामों को बढ़ावा देने तथा दिव्यांगजनों को सहयोग प्रदान करने के लिए की गई हैं। साथ ही एनटीपीसी की स्थापित परियाजाओं द्वारा विभिन्न सामुदायिक विकास गतिविधियां आस-पास के गांवों में कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। एनटीपीसी एम्स पटना में विशेष बर्न युनिट की स्थापना भी कर रही है और औरंगाबाद ज़िले में आईटीआई का निर्माण कर रही है।
एनटीपीसी भारत सरकार की एक महारत्न कंपनी है, वर्तमान में इसकी स्थापित क्षमता 67,907 मेगावॉट है (संयुक्त उद्यम सब्सिडरियों सहित) और 2032 तक एनटीपीसी ने 130 गीगावॉट की कंपनी का बनने का लक्ष्य तय किया है।

खनन मंत्री के आप्त सचिव के ठिकानों पर छापेमारी में पौने दो करोड़ की संपत्ति का पता चला

न्यूज़ डेस्क –  बिहार के खनन मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव मृत्युंजय कुमार के ठिकानों पर छापे मारी में एक करोड़ 73 लाख से अधिक संपत्ति का पता चला।
आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। शुक्रवार सुबह ही मंत्री के सरकारी आप्त सचिव, भाई और महिला मित्र रत्ना चटर्जी के ठिकानों पर छापेमारी की.
पटना में जब आरोपी अधिकारी मृत्युंजय कुमार के आवास की तलाशी लेने एसवीयू की टीम पहुंची तो महिला अभियुक्त रत्ना चटर्जी भी उनके आवास में ही मिली.

विशेष निगरानी इकाई की ओर से जो जानकारी दी गई है उसमें अधिकारी मृत्युंजय कुमार की पत्नी आरती का 2013 में ही मृत्यु हो गई है. आज की तलाशी में अभियुक्त रत्ना चटर्जी उनके पटना निवास में रहते पाई गई।
जांच में रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास 30 लाख रुपए नगद मिले. इन अभियुक्तों के खाते से मोटी रकम आदान प्रदान की गई है. मनी लॉन्ड्रिंग भी किया गया है।

एसवीयू ने बताया है कि रत्ना चटर्जी सीडीपीओ थी, लेकिन 2011 में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुई उसके बाद सरकार ने बर्खास्त कर दिया था. अधिकारी मृत्युंजय कुमार ही महिला मित्र का घर बनवा रहे जिनका सारा खर्च वे खुद उठा रहे हैं. रत्ना चटर्जी के नाम एक फ्लैट पावर हाउस रोड सिलीगुड़ी में है. जिसको खरीदने में भी मृत्युंजय कुमार ने अवैध कमाई से मोटी राशि भुगतान किया है . सिलीगुड़ी में फ्लैट की कीमत 35 लाख है। कटिहार से एक प्लॉट तीन लाख का है। 30 सोने का बिस्कुट तथा पॉर्न सीडी एवं अश्लील साहित्य बड़ी मात्रा में बरामद हुआ है.
रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास से तलाशी में ₹45 लाख के जेवरात बरामद हुए हैं. तीन एलआईसी की पॉलिसी मिली है जिसका प्रत्येक का मासिक प्रीमियम ₹40 हजार है. कई बैंक पासबुक भी बरामद किए गए हैं. विशेष निगरानी इकाई ने बताया है कि मृत्युंजय कुमार वर्तमान में खनन मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव हैं. पूर्व में वे कटिहार जिला के कई प्रखंडों में बीडीओ रह चुके हैं। खबर लिखने तक छापेमारी और छानबीन चल रही थी।

बिहार में मजबूत हुआ आम आदमी पार्टी-बिष्णु पाठक

न्यूज़ डेस्क –  बिहार में आम आदमी पार्टी ने अपने स्थापना दिवस के साथ-साथ संविधान दिवस पर आज पटना के मिरर हाई स्कूल मैदान से गांधी मैदान जेपी गोलम्बर तक तिरंगा यात्रा निकाला।बिहार के जिलों से आये कार्यकर्ताओं में काफी जोश था।राजधानी पटना में दिखा अरसे बाद आम आदमी पार्टी की दस्तक दिखी है।तिरंगा यात्रा का नेतृत्व दिल्ली विधानसभा के सदस्य सह बिहार प्रभारी संजीव झा कर रहे थे तो वही सह प्रभारी बिपिन राय ने टीम के सदस्यों को कोर्डिनेट कर रहे थे।


दिल्ली प्रदेश पूर्वांचल शक्ति के उपाध्यक्ष बिष्णु पाठक ने भीड़ देख कर कहा कि बिहार में आम आदमी पार्टी माननीय विधायक सह बिहार के प्रभारी संजीव झा जी के कुशल नेतृत्व में मजबूत हुआ है।तिरंगा यात्रा में शामिल सभी साथियों का अभिनंदन किया है।मीडिया प्रभारी शशिकांत सहित बिहार व दिल्ली के आम आदमी पार्टी के वरीय पदाधिकारी भी यात्रा में शामिल रहे।

नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए- लालू यादव

न्यूज़ डेस्क –  आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पटना से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश सरकार पर हमला बोला  है  लालू ने कहा है शराबबंदी कानून को लेकर सरकार एक बार फिर सरकारी कर्मचारी अधिकारियों को कल शपथ ग्रहण दिलाने वाली है , लालू यादव ने सरकार के फैसले पर निशाना साधते हुए कहा है कि बिहार में संघ की सरकार चल रही है शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था सब चौपट है.

वही नीति आयोग की रिपोर्ट पर बोलते हुए कहा कि  नीति आयोग रिपोर्ट के अनुसार बिहार एक बार फिर सबसे फिसड्डी राज्य साबित हुआ है लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि नीति आयोग की जो रिपोर्ट आई है इसके अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए.

भाजपा नेता नीलेश यादव के ठिकानों पर बड़ी मात्रा में शराब बरामद ,भाजपा नेता अब तक है फरार

न्यूज़ डेस्क –  पटना पुलिस ने बुधवार की देर रात दीघा थाना क्षेत्र में बीजेपी नेता नीलेश यादव के कोका कोला एजेंसी में छापेमारी कर शराब की बड़ी खेप को बरामद की है।
पुलिस ने जब भाजपा नेता के कोको-कोला एजेंसी में छापेमारी किया तो कीमती शराब के 17 बड़ी बोतल बरामद हुए।
शराब तस्करी से जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं । पुलिस बीजेपी नेता के गिरफ्तारी में विभिन्न जगहों पर छापे मार रही है ।
भाजपा नेता की पत्नी दीघा पश्चिमी से वार्ड पार्षद है और हाल में उप मेयर की चुनाव लड़ा था,जिसमें वे हार गयी थीं ।
भाजपा नेता के ठिकाने पर अवैध शराब शराब के कारोबार की खबर सुबह राजधानी में जंगल की आग की तरह फैल गई। लोगों में इस बात को लेकर गहरा रोष था कि सत्तारूढ़ दल के लोग ही शराब की तस्करी में शामिल हैं।
खुद भाजपा के नेता इस तस्करी में शामिल होने से लोगों में गुस्सा भी गहरा रहा है । लोगों का मानना है कि भाजपा के लोग शराब , ड्रग्स आदि की नशीली वस्तुओं की तस्करी कर युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं और नशे के जाल में ढकेल रहे हैं ।


राष्ट्रवाद, शूचिता आदि की दुहाई देने वाले पार्टी भाजपा के लोग इस प्रकार के धंधे में लिप्त हैं।
पुलिस सूत्रों की माने तो भाजपा से जुड़े एवं दिनेश यादव से जुड़े तमाम लोगों की गहराई से छानबीन की जाएगी।
दरअसल , सरकार के निर्देश पर पुलिस ने राजधानी में शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई पुलिस ने शुरू कर दी है । इसी क्रम में पुलिस को सूचना मिली की दीघा स्थित कोको-कोला एजेंसी से विदेशी कीमती शराब की तस्करी की जा रही हैं ।
वरीय पुलिस अधिकारियों को सूचना देते हुये थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने भारी पुलिस बल के साथ कोको-कोला एजेंसी में रेड किया । पुलिस को देखते ही इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर 7 लोगों को दबोच लिया ।
कई भागने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस के हाथ सीसीटीवी हाथ लग गयी हैं ।  पुलिस ने कोको-कोला एजेंसी में तलाशी लेना शुरू किया तो कीमती शराब 100 पाइपर और रॉयल स्टेज की 17 बड़ी अंग्रेजी शराब बरामद किया हैं ।  गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को बताया की कोको-कोला एजेंसी बीजेपी नेता सह पूर्व मुखिया नीलेश यादव उर्फ निलेश मुखिया का हैं ।
सूत्रों की मानें निलेश मुखिया पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे । पुलिस का कहना है की कोको-कोला एजेंसी नीलेश यादव की है। अब विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी । एजेंसी को सील किया जायेगा । पुलिस की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है । लोगों में आश्चर्य है कि शराबबंदी कानून का माखौल उड़ाने में खुद सत्तारूढ़ दल के नेता ही शामिल हो रहे हैं।

शीतकालीन सत्र में शिक्षा व रोजगार के सवाल पर सरकार को घेरेगा माले

न्यूज़ डेस्क –   विधानसभा के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर माले विधायक दल कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में माले विधायक दल के प्रभारी राजाराम सिंह, विधायक दल के नेता महबूब आलम सहित सत्यदेव राम, अरूण सिंह, महानंद सिंह, रामबलि सिंह यादव, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, अमरजीत कुशवाहा, अजीत कुशवाहा, संदीप सौरभ, सुदामा प्रसाद, मनोज मंजिल आदि विधायक उपस्थित हुए.
विधायक दल ने शीतकालीन सत्र में ज्वलंत सवालों पर सरकार को घेरने और इन मुद्दों पर विपक्षी दलों के बीच एकता बनाने का निर्णय लिया.
बैठक से लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि शराबबंदी पर सरकार के ढोंग को हमने एक नंबर पर रखा है. जहरीली शराब ने विगत कुछ महीनों में 64 से अधिक लोगों की जिंदगी हमसे छीन ली. हमने बार-बार कहा है कि इसके पीछे राजनेताओं-प्रशासन व शराब माफियाओं का गठजोड़ है, इसलिए उसकी जांच कराई जाए. लेकिन सरकार इससे लगातार पीछे भागते रही है और गरीबों पर जुल्म ढा रही है. जहरीली शराब कांड के बाद एक बार फिर से पुलिस आम लोगों व गरीबों पर कहर बनकर टूट पड़ी है.
पुलिस की बेशर्मी यहां तक बढ़ गई है कि बिना महिला पुलिस के शादी के लिए तैयार हो रही दुल्हन के कमरे में छापामारी करके लोगों को परेशान व लज्जित कर रही है. दूसरी ओर, शराब माफियाओं को बचाया जा रहा है. हम एक बार फिर से राजनेता-प्रशासन-शराब माफियाओं के गठजोड़ की जांच की मांग करेंगे. जहरीली शराब से मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवाजा का भी सवाल हमारा एक मुद्दा होगा.

पलायन बिहार की एक सामान्य परिघटना बनी हुई है. जम्मू-कश्मीर से लेकर हर जगह बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले हो रहे हैं. उत्तराखंड में भूस्वखलन से प्रवासी मजदूर मारे गए. प्रवासी मजदूरों के लिए कानून बनाने और मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजा हमारा दूसरा प्रमुख मुद्दा होगा.

बिहार में बदतर हालत में पहंुच चुकी शिक्षा व्यवस्था दिन-प्रतिदिन और लगातार नीचे गिरते जा रही है. कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लग रहे हैं. राजभवन भी इस घेरे में है. शिक्षक समुदाय से लेकर हर तबका रोजगार के लिए सड़क पर है, लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. शिक्षा व रोजगार के सवाल पर सरकार को जबरदस्त रूप से घेरा जाएगा.

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून वापस ले लिए गए हैं. लेकिन एमएसपी को कानूनी दर्जा देने व बिहार में मंडी व्यवस्था लागू करने, धान खरीद, खाद, गन्ना किसानों आदि के सवाल अभी शेष हैं. विधानसभा में हम इन सवालों पर सरकार से जवाब मांगने आ रहे हैं.

रोसड़ा से लेकर राज्य के विभिन्न इलाकों में बढ़ती पुलिसिया कार्रवाई व अपराध आज के बिहार का सच है. तथाकथित सुशासन की सरकार आज पुलिस राज में तब्दील हो गई है. जब से ड्रैकोनियन पुलिस एक्ट आया है, पुलिस की तानाशाही और बढ़ गई है. लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की हिफाजत हेतु भाकपा-माले सदन से लेकर सड़क तक प्रतिबद्ध है.

भाकपा-माले विधायक दल भाजपा समर्थक फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत से पद्मश्री का अवार्ड वापस लेने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करने का मुद्दा उठाएगी. हम भाजपा-संघ द्वारा देश के शहीदों के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह विडंबना है कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने वाली सरकार ऐसे लोगों को सम्मानित कर रही है जो देश की आजादी को ही खारिज करने पर ही तुले हुए हैं.

पार्टी कार्यालय और विधायकों के आवास को लेकर सरकार और विधानसभा के अध्यक्ष की दोहरी और भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ माले के विधायक विधानसभा के मुख्यमंत्री कक्ष के समक्ष धरना देंगे.

किसानों के संयुक्त संघर्ष के प्राथमिक जीत पर हिलसा में विजय जुलूस निकाला गया

न्यूज़ डेस्क –  भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2020 में पहली बार आदेश के रूप में लाकर तीनों किसान विरोधी काले कानून कारपोरेट परस्त नीति को आज निरस्त करने की घोषणा की है, इस अवसर पर अखिल भारतीय किसान महासभा ने हिलसा में विजय जुलूस निकाल कर किसान महासभा के संघर्ष की जीत में खुशी इजहार किया यह विजय जुलूस भाकपा माले के प्रखंड कार्यालय से निकलकर सिनेमा मोड़ होते हुए योगीपुर मोड़ के पास पहुंचकर नुक्कड़ सभा की गई इस नुक्कड़ सभा का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुनीलाल यादव किसान महासभा के प्रखंड सचिव हिलसा दिनेश कुमार यादव ने संयुक्त रूप से किया उक्त नेताओं ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसान विरोधी तीनों काले कानून जो सरकार ने वापस लेने की घोषणा की है वह देश के मेट्रो किसानों की शहादत और किसानों के लंबे संघर्षों की जीत है। यह जीत देश के लिए ऐतिहासिक जीत है उन्होंने यह भी कहा कि कुछ मांगों पर एमएसपी को कानूनी दर्जा देने सीटू जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने और किसानों पर से सभी तरह का कर्ज माफ करने आदि मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने जो इतनी लंबी लड़ाई लड़ी उनके जज्बे को आज अखिल भारतीय किसान महासभा संग्रामी अभिनंदन करती है इस मौके पर भाकपा माले के प्रखंड कमेटी सदस्य कम्मू राम इंकलाबी नौजवान सभा के जिला उपाध्यक्ष शैलेश यादव खेत ग्रामीण मजदूर सभा के जिला समिति सदस्य शिव शंकर प्रसाद खेत ग्रामीण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष प्रमोद यादव किसान नेता द्वारिका यादव आदि लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए,

आख़िर गांधी को निशाना क्यों बनाया जा रहा है ! शिवानन्द तिवारी

न्यूज़ डेस्क –  आख़िर गांधी को निशाना क्यों बनाया जा रहा है ! उनकी हत्या तो 73 वर्ष पूर्व हो गई थी. जीवित गांधी किसी व्यक्ति या विचारधारा के रास्ते में अवरोध थे यह बात तो समझ में आती है. लेकिन मृत गांधी पर एक समूह इतना हमलावर क्यों है ? इसकी एक ही वजह समझ में आती है. जिस विचारधारा ने गांधी को अपने रास्ते का सबसे गंभीर अवरोध मानकर अपना मार्ग निष्कंटक बनाने के लिए उनकी हत्या की थी, उनका वह मक़सद पुरा होता हुआ दिख नहीं रहा है. मृत गांधी भी उनके और उनके जैसे विचारधारा के रास्ते में उसी तरह अवरोध के रूप में खड़े हैं जैसे जीवित गाँधी खड़े थे.
लेकिन कोई लाख छटपट करे, गांधी को मिटा पाना संभव है क्या ! माना जाता है कि गांधी ने भारत को आजादी दिलाई थी. लेकिन कृष्णनाथ जी कहते हैं कि यह उनकी महत्वपूर्ण देन नहीं थी. क्योंकि बगैर गांधी के भी कई मुल्क उस समय आजाद हुए थे.
तब अधिकांश दुनिया उनको आज भी महान क्यों मानती है ! दरअसल दुनिया को गांधी ने एक नई ताबीज दी थी, नया मंत्र दिया था. सत्याग्रह, सिविल नाफरमानी और अहिंसा का ताबीज. बड़े से बड़े ताकतवर जुल्मी के खिलाफ कमजोर से कमजोर आदमी भी खड़ा होकर कह सकता है कि, नहीं, अब तुम्हारे अन्याय को सहन नहीं करूंगा. इसके एवज में तुम जो सजा मुझे दो, वह भुगतने के लिए मैं तैयार हूं. इसके पूर्व दुनिया के सामने विरोध का एक ही रास्ता था. बंदूक का रास्ता. जो कमजोर लोगों का रास्ता नहीं हो सकता था.
दुनिया भर में इसका नजीर दिखाई देता है. जहां-जहां भी अन्याय, जुल्म और भेदभाव के विरुद्ध नागरिक आजादी और बराबरी के लिए संघर्ष हो रहा है वहाँ प्रेरणा के स्रोत के रूप में गांधी ही नजर आते हैं.
इसलिए भले ही गांधी के शहादत दिवस के मौके पर कुछ सिरफिरे उनका पुतला बनाकर उसको गोली मारने का नाटक करें. उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के जिंदाबाद का नारा लगाएं या फिर उनका उपहास उड़ाकर उन्हें मिटाने की कोशिश हो, गांधी तो जिंदा रहेंगे. जैसे हत्या के 73 वर्ष बाद आज भी गांधी जिंदा हैं और वैसे लोगों के छाती पर सवार हैं जो नफरत, घृणा और भेदभाव पर आधारित भारत बनाने का प्रयास कर रहे हैं.