फिर से जीवंत हो उठा 1971 का भारत-पाक युद्ध

गुलमोहर मैत्री संस्था द्वारा बापू सभागार, पटना में 1971 भारत पाक युद्ध के शहीद सैनिकों के परिवारों के सम्मान में “वीर नारी सम्मान समारोह का सफल आयोजन किया गया। आयोजन की 1971 भारत पाक युद्ध के स्वर्णिम वर्ष के उपरांत आयोजित की गई । कार्यक्रम में 1971 के बिहार झारखंड के शहीद सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए उनकी वीर नारियों को सम्मानित किया गया । सम्मान स्वरूप वीर नारी सम्मान मेडल, अंगवस्त्रम के साथ ₹51000 का चेक सौंपा गया। कुल बिहार झारखंड से 19 वीर नारियां अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहुंची थी।

कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर , चीफ ऑफ स्टाफ, हेड क्वार्टर -दक्षिण भारत मेजर जनरल एम इंद्र बालन के अलावा संस्था की ब्रांड एंबेसडर विधानसभा सदस्या सुश्री श्रेयसी सिंह संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह सचिव मंजू सिन्हा आदि मौजूद रहे।

समारोह द्वारा 1971 के ऐतिहासिक युद्ध की घटनाओं, स्मृतियों और स्थितियों को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से 1971 युद्ध का जीवंत और अभिनव मंचन किया गया और तात्कालिक परिस्थितियों को पुनः जीवित करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम के सबसे अद्भुत और रोमांचकारी दुनिया के प्राचीनतम वैज्ञानिक युद्ध कला “क्लारीपट्टू” की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया । यह प्रस्तुति सेना के जवानों द्वारा की गई थी। राजधानीवासियों को पहली बार आयोजित इस तरह के कार्यक्रम ने राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया । बिहार रेजीमेंट दानापुर की आर्मी बैंड की देशभक्ति गायन की प्रस्तुति भी शानदार रही।

अपने अभिभाषण में मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा की … बिहार में पदभार ग्रहण करने के बाद कई सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिला परंतु यह अपने आप में अनोखा अद्भुत और ऐतिहासिक कार्यक्रम है। वीर नारियां हमारी वीर माताएं हैं आज हम अपनी माता का सम्मान नहीं कर रहे थे आज खुद को सम्मानित महसूस कर रहे थे आज मेरे नयन ने भी उस भावुक पल को समझा। जब सेना के जवान नींद का सुख छोड़ देते हैं तब हम नींद का सुख लेते हैं। ऐसे कार्यक्रम केवल वीर शहीदों को याद नहीं दिलाता बल्कि अपनी युवा पीढ़ी को राष्ट्रवाद की भावना में बांधने का भी कार्य करता है।
यह आयोजन सिर्फ कृतज्ञता दिखाने का मौका नहीं है, बल्कि यह भारतीय इतिहास के महान विजयों, रण कौशल और स्मृतियों से नई पीढ़ी को परिचय कराने का अवसर है। राष्ट्रभक्ति मन में होने की आवश्यकता है और उसे हर रोज जगाने की आवश्यकता है । हम ऐसे कार्यक्रम की प्रशंसा करते हैं।

बिहार विधान परिषद के सभापति श्री देवेश चंद्र ठाकुर ने वीर नारी सम्मान समारोह कि महत्ता को विवेचित करते हुए कहा…
विगत 2 वर्षों से इस कार्यक्रम की परिकल्पना चल रही थी आज यह मूर्त रूप में हम सबके सामने है । बीते महीने मैंने देखा था की वीर नारी गौरव यात्रा के दौरान युवा वर्ग की सहभागिता ने कार्यक्रम की सफलता की नींव रखी थी।


जमुई की विधायिका और गुलमोहर मैत्री कि ब्रांड एम्बेसडर सुश्री श्रेयसी सिंह ने अपने संबोधन में कहा इस तरह के आयोजन अपने इतिहास को याद करने का मौका देता है….

गुलमोहर मैत्री के सचिव, मंजू सिन्हा ने वीर नारियों के सम्मान का महत्व बताते हुए कहा की , ” अपने विजयों का उत्सव मनाने से एकता और गर्व का भाव उत्पन्न होता है, जो सभी नागरिकों के मन में देशभक्ति की भावना को मजबूत करता है।”
गुलमोहर मैत्री के अध्यक्ष डॉ सहजानंद सिंह जी ने कहां की
गुलमोहर मैत्री नई पीढ़ी में गर्व, शौर्य और देशभक्ति को प्रतिस्थापित करने और महान सामरिक कौशल, अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान की प्रतीक इस विरासत को नई पीढ़ी को समर्पित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

वीर नारी सम्मान समारोह में बिहार और झारखंड के शहीद सैनिकों के परिवारों के साथ-साथ, पत्रकार, डॉक्टर और स्वयंसेवी जिन्होंने 1971 के युद्ध में किसी भी तरीके से योगदान दिया था, को भी सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वाली वीर नारियां

1- भोजपुर – सिपाही रामनाथ राय , वीर नारी रुकमणीया देवी

2- भोजपुर के सिपाही छठ्ठु प्रसाद , वीर नारी शांति देवी

३- भोजपुर से सिपाही राम सिंहासन प्रसाद , वीर नारी अलोधन देवी

४- भोजपुर से सिपाही श्रीमन नारायण सिंह , वीर नारी गंगजला देवी

५- भोजपुर के सिपाही ,सिपाही राम वीर नारी शकुंतला देवी

६- औरंगाबाद से सिपाही अर्जुन सिंह वीरनारी जीरामति देवी

७- बक्सर से लांस नायक विश्वनाथ सिंह वीरनारी छठिया देवी

८- पटना से सिपाही कपिल शर्मा, वीर नारी फूला देवी

९- भोजपुर से सिपाही फकीर चंद्र, वीर नारी शांति देवी

१०- पटना से सिपाही शब्बीर वीर नारी भगवती देवी

११- पटना से कैप्टन वीके सिंह वीर नारी नीलम सिंह

१२- भोजपुर से नायब सूबेदार शिवआधार तिवारी ,वीर नारी प्रभावती देवी

१३- रांची से हवलदार डेविड तिग्गा , वीर नारी हेलेन तिग्गा

१४- भोजपुर के हवलदार वेलहम मिंज , वीर नारी सुर्बादणी मिंज

१५- भोजपुर के सिपाही शर्मानंद शर्मा , वीर नारी ललिता देवी

१६- भोजपुर के सिपाही जादू सिंह, वीर नारी बतसिया देवी

१७- सारण से सिपाही सिताब लाल राय ,वीर नारी बासमती देवी

१८- रांची से लांसनायक अल्बर्ट एक्का वीर नारी बालमदीना

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