“मिशन वात्सल्य” का लक्ष्य भारत के हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ एवं खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना

पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण इकाई, पटना एवं मिरेकल फाउंडेशन इंडिया के सहयोग से विकास भवन, पटना स्थित सभागार में पटना जिला अंतर्गत किशोर न्याय अधिनियम – 2015 यथा संशोधित 2021 के प्रावधानानुसार संचालित कुल 10 बाल देख – रेख संस्थानों यथा – बाल गृह, बालिका गृह, पर्यवेक्षण गृह, उत्तर रक्षागृह आदि के अधीक्षक, परीविक्षा अधिकारी, परामर्शी एवं अन्य कर्मियों के लिए मिशन वात्सल्य किशोर न्याय अधिनियम एवं नियमावली तथा दत्तक ग्रहण के मार्गदर्शी सिद्धांतों में निहित प्रक्रिया यथा बाल कल्याण संरक्षण एवं उसके पुनर्वासन हेतु निर्धारित प्रक्रिया जैसे- SIR, ICP, CASE HISTORY प्रीवेंशन एंड गेट कीपिंग एंड केयर मैनेजमेंट etc. विषयों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह-उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजन किया गया।

इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अथिति उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया द्वारा बताया गया कि मिशन वात्सल्य के मुख्य कार्यों में संवैधानिक निकायों के कामकाज में सुधार लाना, सेवा प्रदान करने के ढांचे को मजबूत बनाना, संस्थागत देखभाल और सेवाओं के स्तर में वृद्धि करना, गैर-संस्थागत समुदाय आधारित देखभाल को प्रोत्साहित करना, आपात स्थिति में पहुंच बच्चों को सहायता उपलब्ध कराना, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण करते हुए बाल देख- रेख संस्थानों एवम समुदाय में रहने वाले बच्चों के हितों में कार्य करना हैंl

इस प्रशिक्षण सत्र में सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई पटना श्री उदय कुमार झा द्वारा बाल देख- रेख संस्थानों से से आए हुए अधीक्षकों एवं अन्य प्रतिभागियों को उनके कर्तव्यों के प्रति सचेत होकर बालहित में किशोर न्याय कानून के अनुरूप अपने कार्यों को निष्पादित करने का अनुरोध किया गया l

प्रशिक्षण संगीत कुमार ठाकुर, बाल संरक्षण पदाधिकारी जहानाबाद, मुकुल कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी, पटना, श्रीपती संगीता कुमारी, पूर्व अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता बाल कल्याण समिति, पटना एवं श्री दीपक सिंह, राज्य प्रतिनिधि, मिरेकल फाउंडेशन इंडिया द्वारा दिया गया। इस मौके पर मुख्य अथिति उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया, श्री वैभव ,सहायक समाहर्ता, पटना एवं निम्न व्यक्तियों की उपस्थिति रही l

1. श्री उदय कुमार झा, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई,पटना।
2. श्रीमती गार्गी साहा, बाल संरक्षण पदाधिकारी,यूनिसेफ, बिहार।
3. श्रीमती रश्मि झा एवं श्री शाहिद जावेद, परामर्शी, यूनिसेफ, बिहार।
4. श्रीमती अन्नु, डीडीएम, बुनियाद केंद्र।
5. श्रीमती जुलेखा, डीपीएम, महिला विकास निगम।
6. श्री राकेश कुमार एवं श्री प्रभाकर कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी, पटना। आदि

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा बच्चों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिए प्रायोजित योजना “मिशन वात्सल्य” का लक्ष्य भारत के हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ एवं खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना, उन्हें अपनी पूर्ण क्षमता का पता लगाने के लिए अवसर प्रदान करना, हर क्षेत्र में विकास के लिए सहायता प्रदान करना, उनके लिए ऐसी संवेदनशील, समर्थनकारी और समकालिक इको-व्यवस्था स्थापित करना है जिसमें उनका पूर्ण विकास हो। इसके साथ ही राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को किशोर न्याय कानून 2015 के अनुरूप सुविधाएं मुहैया कराने तथा सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करना था। “मिशन वात्सल्य” अंतिम उपाय के रूप में बच्चों के संस्थागतकरण के सिद्धांत के आधार पर कठिन परिस्थितियों में बच्चों की परिवार-आधारित गैर-संस्थागत देखभाल को बढ़ावा देता है।

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