जहरीली शराब से लगातार हो रही मौतों के जिम्मेवार मुख्यमंत्री अविलंब दे इस्तीफा- शक्ति यादव

न्यूज़ डेस्क –   बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल हो चुका है। कोरोना संक्रमण के बीच जहरीली शराब के सेवन से लगातार हो रही मौतों के लिए जिम्मेवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभिलंब इस्तीफा दे देना चाहिए। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव ने रविवार को हिलसा स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उक्त बातें कही।

उन्होंने कहा कि गोपालगंज समेत कई जिले में जहरीली शराब से हुई दर्जनों मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया था। इसमें थानेदार से लेकर पुलिस कप्तान तक के अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की गई थी। इस समीक्षा बैठक के बावजूद जहरीली शराब से हुई मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा के जिला मुख्यालय में ही जहरीली शराब पीने से एक दर्जन से भी अधिक मौत हो चुकी है। इसमें सरकार थानेदार पर कार्रवाई करके अपना पल्ला झाड़ने में लगी हुई है। शराबबंदी कानून की आड़ में हुई इस नरसंहार के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नालंदा जिला मुख्यालय के छोटी पहाड़ी में प्रत्येक दिन जहरीली शराब से लगातार दर्जनों लोगों ने मौतें हो रही है। मृतक के परिजनों में मची चीख-पुकार से पूरा मोहल्ला गूंज उठा है। परिजनों का सीधा आरोप है कि शराब सेवन से मौत हुई है। दूसरी ओर पुलिस प्रशासन मौत के दूसरे कारण बताने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार कहते रहे हैं कि शराब से जदयू ने 25 हजार करोड़ रुपए का पैरेलल इकोनामी कायम कर लिया है। समीक्षा पर समीक्षा बैठक के बावजूद भी जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा नहीं रुक रहा है। मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज ,समस्तीपुर, सासाराम ,नवादा ,भोजपुर, जमुई आदि में जहरीली शराब की आच ठंडी नहीं हुई थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला में जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की मौत हो गई। सरकार के घटक दल दम तोड़ती शराब बंदी कानून पर रोज आईना दिखाती है पर नीतीश कुमार अहंकार के वसीभूत होकर के शराब बंदी कानून के मुद्दे पर थेथरलौजी करने में लगे हैं। इतने गंभीर मामले में थानेदार के ऊपर करवाई करने से कुछ नहीं होना है। जिला मुख्यालय से जुड़ा हुआ मामला के नाते डीएम एसपी पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इस घटना के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार मुख्यमंत्री जिम्मेदार मुख्यमंत्री से अविलंब इस्तीफा की मांग किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवालिया लहजे में कहा कि कितने मौत के बाद आपकी अंतरात्मा जागेगी। भाजपा ने आपका आधा मिट्टी में मिला दिया है। भ्रष्ट एवं निकम्मे अधिकारियों के चलते जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। अपराधियों को पकड़ने की बजाय पुलिस एक बोतल शराब के पीछे भाग दौड़ करने में लगी है।

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