13वां राष्ट्रीय जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का मुंबई में समापन

मुंबई में नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) महाराष्ट्र एवं गोवा और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, पश्चिमी क्षेत्र, मुंबई के समन्वय से 22 से 28 मार्च 2022 तक आयोजित सात दिवसीय “13वें राष्ट्रीय जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम” का समापन आज 28 मार्च को हो गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को देश के विभिन्न राज्यों में हुए तकनीकी और औद्योगिक विकास से अवगत कराना है, जिसमें विभिन्न विकास गतिविधियों, और शैक्षिक, कौशल विकास और वहां उपलब्ध रोजगार के अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया। साथ ही युवाओं के बीच अवसर का प्रदान करना था। इसके तहत राष्ट्रीय जीवन की विविधता में एकता का चित्रण करते हुए, लोगों के सांस्कृतिक लोकाचार, भाषा और जीवन शैली को समझने के लिए चयनित राज्यों और जिलों के आदिवासी युवाओं को देश के विभिन्न स्थानों का दौरा करने के लिए भेजा गया। 13वें राष्ट्रीय जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का उद्घाटन 22 मार्च, 2022 को हुआ था।

इस कार्यक्रम में देश भर से आये प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने अनुभव को साझा किया। बिहार के गया की पुष्पा कुमारी ने कहा कि मुंबई आने के बाद वह अपनी अलग पहचान बनाने के लिए कृतसंकल्पित हुई हैं। तेलंगाना के खम्मम जिले से आये प्रतिभागी राजकुमार रेड्डी ने कहा कि राजभवन और मुंबई विश्वविद्यालय जैसी जगहों पर जाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है और ये मेरे जीवन के यादगार पल बन गये हैं। आदिवासी युवाओं ने 25 मार्च को राजभवन, मुंबई का दौरा किया और महाराष्ट्र के राज्यपाल से मुलाकात की।


आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत बिहार के जमुई, लखीसराय और गया जिलों के 218 आदिवासी युवा और तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम के युवा मुंबई आये। जबकि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के आदिवासी युवाओं को केरल और तमिलनाडु भेजा गया।

“13वें राष्ट्रीय जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम” में नेहरू युवा केंद्र संगठन के राज्य निदेशक प्रकाश कुमार मैन्यूर और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, पश्चिमी सेक्टर के ओमप्रकाश वाघमारे ने विभिन्न श्रेणियों के पुरस्कार प्रतिभागियों के बीच वितरित किए।

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