डीएम ने राजस्व मामलों की गहन समीक्षा की ,सात अंचलाधिकारियों के वेतन पर लगाई रोक

समाहर्ता-सह- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने खारिज-दाखिल एवं परिमार्जन में शिथिलता, लापरवाही या अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। वे आज राजस्व मामलों की गहन समीक्षा कर रहे थे।

आज के इस बैठक में डीएम डॉ सिंह ने खारिज-दाखिल एवं परिमार्जन में आवेदनों के निष्पादन की स्थिति, मामलों के लंबित रहने के कारण एवं अन्य मानकों पर सघन समीक्षा की।

समीक्षा में पाया गया कि पूरे जिले में दाखिल खारिज हेतु 5,14,539 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 4,56,539 आवेदनों (लगभग 89%) को निष्पादित किया गया। परिमार्जन हेतु 1,53,304 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 1,23,192 आवेदनों(लगभग 81%) को निष्पादित किया गया। डीएम डॉ सिंह ने प्राप्त सभी आवेदनों का ससमय एवं गुणवत्तापूर्ण निष्पादन करने का आदेश दिया।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि सभी अंचलाधिकारी राजस्व कर्मचारीवार समीक्षा करें एवं सभी भूमि-सुधार उप समाहर्ता अंचलाधिकारियों के कार्यों की नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन के अनुश्रवण के लिए मुख्यत: भूमि-सुधार उप समाहर्ता उत्तरदायी हैं।

डीएम डॉ सिंह ने मंगलवार एवं वृहस्पतिवार को सभी अंचलों में विशेष शिविर लगाकर राजस्व मामलों को निष्पादित करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि वे शनिवार को किसी एक अंचल का निरीक्षण करेंगे एवं राजस्व मामलों के निष्पादन में स्थिति ठीक नहीं रहने पर राजस्व कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम ने दाखिल-खारिज में खराब प्रदर्शन करने वाले सात अंचलाधिकारियों- पटना सदर, दानापुर, फुलवारीशरीफ, धनरूआ, मनेर, बिहटा एवं संपतचक- का वेतन अवरुद्ध करने का निर्देश दिया| इन अंचलों में 63 दिनों से अधिक 300 से ज्यादा आवेदन लंबित हैं। इस मामले में अथमलगोला, बेलछी, मोकामा, दनियावां एवं बख्तियारपुर ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है जहां लंबित आवेदनों की संख्या 10 से कम है।

परिमार्जन के आवेदनों के निष्पादन में खराब प्रदर्शन करने वाले पटना सदर, दानापुर, संपतचक एवं धनरूआ के अंचलाधिकारियों का वेतन अवरुद्ध रहेगा । इन अंचलों में 80% से कम आवेदनों का निष्पादन किया गया है| इस मामले में मोकामा,बख्तियारपुर, पुनपुन, घोसवारी, विक्रम, फतुहा, खुसरूपुर एवं दनियावां ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है जहां पर परिमार्जन हेतु प्राप्त लगभग 98% आवेदनों को निष्पादित किया गया है।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि तीस अप्रैल तक दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन में अपेक्षित सुधार नहीं करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। साथ ही अच्छे प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।

डीएम डॉ. सिंह ने समयपार (एक्सपायर्ड) आवेदनों की संख्या शून्य नहीं करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त-से-सख्त कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में दाखिल खारिज में समयपार आवेदनों की संख्या 9,527 है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र-भ्रमण के दौरान दोषी हल्का कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम डॉ सिंह ने राजस्व-कार्यों में संलग्न अधिकारियों को प्रतिबद्धता एवं तत्परता से कार्य करने का निर्देश दिया है।

आज के इस बैठक में समाहर्ता के साथ अपर समाहर्ता, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी अंचलों के अंचलाधिकारी एवं अन्य भी जूम के माध्यम से उपस्थित थे।

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