बीजेपी सरकार युवाओं के साथ भी Use and throw की शोषणकारी नीति अपनाने पर तुली है -तेजस्वी यादव

सरकारी नौकरियों में ठेकेदारी प्रथा के तहत संविधान प्रदत्त आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है। इसमें संविधान की कहीं कोई बाध्यता नहीं है इसलिए ठेके की नियुक्तियों में आरक्षण भी लागू नहीं होगा। रेलवे और लेटरल एंट्री में ऐसा ही हो रहा है। अग्निपथ योजना के तहत भाजपा और संघ अपने अनुषांगिक संगठनों के तंग विचारों एवं घृणा से लैस लोगों व Fringe elements को सरकारी खर्चे पर ट्रेनिंग दिलाने को आतुर है। ये बात बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है |

तेजस्वी यादव ने आगे बोलते हुए कहा कि  अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं “भारतीय रेलवे व भारतीय सेना” में भी नौकरियाँ ठेके एवं सिविल सेवा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगी तो देश के शिक्षित युवा क्या करेंगे? क्या चार साल के लिए ठेके पर सेना में नियुक्त होने वाले जवानों में अनुशासन, समर्पण और अपनी रेजिमेंट, बटालियन अथवा पलटन की इज्जत के लिए जान पर खेलने का जोश, जुनून और जज़्बा पैदा हो पाएगा?

18 वर्ष की उम्र में संविदा पर नौकरी पाकर 22 वर्ष की आयु में युवा रिटायर हो जाएँगे? इससे उनकी शिक्षा प्रभावित होगी। इस सेवा में 4 साल कार्यरत रहने और 22 वर्ष की उम्र में जबरन सेवानिवृत्ति के बाद क्या वो दुबारा पढ़ाई कर पाएँगे?

शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर कम अवधि की अस्थायी सेवा की हुई एक बड़ी आबादी 22 वर्ष की आयु में फिर बेरोजगार हो जाएगी। क्या इससे देश में क़ानून व्यवस्था संबंधित समस्या उत्पन्न नहीं होगी?

तेजस्वी ने कहा है कि मोदी सरकार को रेलवे, सेना और देश की सुरक्षा को तो कम से कम बाज़ारवादी नीतियों से अछूता रखना चाहिए। देश पर खतरा लगातार बढ़ रहा है पर मोदी सरकार इससे बेफिक्र हो अग्निपथ योजना के अंतर्गत सामाजिक सुरक्षा, पेंशन, स्थायी सैनिकों के भत्ते और रक्षा बजट कम करने के बहाने ढूँढ़ रही है।

बीजेपी सरकार युवाओं के साथ भी Use and throw की शोषणकारी नीति अपनाने पर तुली है। यह पहली ‘सरकारी’ नौकरी बहाली होगी जिसमें बेरोजगार होने की 75% गारंटी है, और 4 साल बाद 25% चुने हुए नियमित सैनिक बनने के लिए भाई भतीजावाद, जातिवाद, घूसखोरी और क्षेत्रवाद का खेल होने की भी पूरी गारंटी है।

क्या देश के प्रतिभाशाली युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में भाजपा सरकार के पूँजीपति मित्रों के व्यावसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे?

हम बेरोजगार युवाओं के संघर्ष में साथ है। बेरोजगारी हटाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। जब युवा के हाथ में नियमित नौकरी होगी तभी देश खुशहाल होगा।

You may have missed