हिंसक प्रदर्शन एवं उपद्रव करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा: डीएम

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा है कि विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें व्यवधान उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध विधिसम्मत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम डॉ सिंह ने कहा है कि विधि-व्यवस्था संधारण हेतु अर्द्धसैनिक बलों की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रशासन का आसूचना संग्रह तंत्र पूर्णतः सक्रिय है‌। उपद्रवियों पर सरकार की पैनी नजर है। गड़बड़ी करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा।

रेल थाना द्वारा बताया गया कि उपद्रवियों द्वारा आज चार इंजन- तीन इलेक्ट्रिक इंजन एवं एक डीजल इंजन- में आग लगाई गई। रेलवे के 8 बोगियों में आग लगा दिया गया। रेलवे स्टेशन परिसर में 8 निजी वाहनों में आग लगाई गई

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित किया गया है। अशांति उत्पन्न करने वालों की पहचान की जा रही है। 8 प्राथमिकी दर्ज की गई है।दानापुर, बाढ़ एवं पालीगंज अनुमंडल में 46 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने में कोचिंग संचालकों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यदि उनकी संलिप्तता प्रमाणित होगी तो दोषियों के विरुद्ध विधि-सम्मत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम डॉ सिंह ने अपील की कि पूर्णतः प्रजातांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करें एवं कानून का पालन करें।

विदित हो कि जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो के नेतृत्व में आज संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र विधि-व्यवस्था संधारण हेतु पूर्णतः मुस्तैद रहा। अधिकारीद्वय ने कहा कि शांति-व्यवस्था स्थापित करने के लिए सभी प्रकार की कार्रवाई की जा रही है।

दानापुर, मनेर और पालीगंज में वीडियो फुटेज तथा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 170 लोगों की पहचान कर ली गई है जिनके विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें से 46 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

रात्रि में भी छापामारी कार्य जारी रहेगा।

विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने में पालीगंज, मनेर और पटना के कुछ कोचिंग संस्थानों का भी नाम आया है जिन का सत्यापन कराया जा रहा है। प्रमाणित होने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी ।

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