अपने विधायक द्वारा राष्ट्रगीत के अपमान पर चुप क्यों है राजद के युवराज: राजीव रंजन

राजद विधायक द्वारा राष्ट्रगीत के अपमान के लिए तेजस्वी को कटघरे में खड़ा करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व मीडिया विभाग के प्रभारी राजीव रंजन ने आज कहा कि ओवैसी की पार्टी द्वारा पहले महराष्ट्र में कांग्रेस को समर्थन देना और बाद में बिहार में उनके विधायकों का राजद में शामिल होना, यह दिखलाता है कि भले ही बाहर में कांग्रेस-राजद व ओवैसी अलग-अलग दिखते हों लेकिन अंदर से यह सभी एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं.

उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस जैसी पार्टियां पहले से ही तुष्टिकरण की प्रतीक रही हैं और अब ओवैसी के साथियों के साथ आने से इनके अंदर की कट्टरता और बढ़ेगी. यह संयोग नहीं है कि उदयपुर में जेहादियों द्वारा किये गये नृशंस कृत्य पर इनकी जुबान तक नहीं खुली और यही वजह है कि अपने विधायक द्वारा भरे विधानसभा में राष्ट्रगीत के अपमान पर भी लालू परिवार पूरी तरह मौन धारण किये हुए बैठा है. राजद यह जान ले कि उनका यह दोहरा रवैया जनता अच्छे से देख रही है और समय पर उन्हें जवाब जरुर देगी.


राष्ट्रगीत के अपमान के लिए तेजस्वी को दोषी बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि राजद विधायक द्वारा किया गया यह निंदनीय कृत्य पूरी तरह से तेजस्वी के इशारे पर किया गया होगा. जिस पार्टी में बिना परिवार की मर्जी के कोई सांस भी नहीं ले सकता हो, वहां यह हो ही नहीं सकता कि अपने मन से कोई विधायक इतना बड़ा कांड करने की हिम्मत दिखा दे. यह हो सकता है कि इसी बहाने यह लोग कट्टरपंथियों को अपने पाले में करना चाहते हों.

श्री रंजन ने कहा कि राजद को यह बताना चाहिए कि दिन रात संविधान की दुहाई देने वाले उनके युवराज राष्ट्रगीत के खुलेआम अपमान पर चुप क्यों हैं? उन्हें बताना चाहिए कि आखिर क्यों राष्ट्रगीत का अपमान करने वाला नेता अभी भी उनके दल में बना हुआ है? तेजस्वी को यह जनता को बताना चाहिए कि क्या वह राष्ट्रगीत के अपमान को सम्मान मानते हैं?

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