तेजस्वी के रात्रि निरीक्षण के बाद पटना के 6 अनुमंडलों मे चला स्वास्थ्य व्यवस्था की फूल चेकिंग अभियान

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निदेश के आलोक में आज अधिकारियों द्वारा पटना जिले में विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों की जाँच की गई। 06 अनुमंडलों एवं 23 प्रखंडों के कुल 68 स्वास्थ्य केन्द्रों/स्वास्थ्य उपकेन्द्रों के निरीक्षण के लिए जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया था।

प्रत्येक अधिकारी को एक-एक स्वास्थ्य केन्द्र आवंटित किया गया था।

जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पतालों, रेफरल अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की जाँच के लिए पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया था।

निरीक्षी पदाधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों का स्थलीय भ्रमण कर निरीक्षण किया गया।

 

पदाधिकारियों द्वारा स्थलीय भ्रमण के दरम्यान अस्पताल के भवन की स्थिति, इमरजेन्सी वार्ड की स्थिति, बेड की कुल संख्या, स्वास्थ्य केन्द्र परिसर की साफ-सफाई एवं रख-रखाव, शौचालय एवं शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, बिजली की उपलब्धता, विगत दिन ओपीडी में आए रोगियों की कुल संख्या, ओपीडी में उपलब्ध औषधियों की संख्या, दवा स्टॉक एवं स्टॉक रजिस्टर की स्थिति, विगत दिवस को आपातकालीन सेवा में उपचार किए गए रोगियों की संख्या, पूर्व की तिथि तक प्रसवपूर्व चेकअप की कुल संख्या, हेपेटाइटिस बी जीरो डोज प्राप्त नवजात बच्चों की संख्या, कोल्ड चेन के लिए नियमित अंतराल पर अपडेटेड तापमान लॉगशीट, विगत कार्य दिवस को हुए लैब टेस्ट की संख्या, विगत सप्ताह डॉट्स प्राप्त रोगियों की कुल संख्या, दो महीना के लिए जननी बाल सुरक्षा योजना में आशा भुगतान पेंडिंग की संख्या, एक महीना से अधिक लंबित जेबीएसवाई भुगतान के लाभार्थियों की संख्या, पूर्व माह में रोगी कल्याण समिति की मासिक बैठक की स्थिति, रोस्टर में लिस्टेड स्टाफ की कुल संख्या, ड्यूटी पर उपस्थित कर्मचारियों की संख्या सहित सभी बिन्दुओं पर जाँच की गई।

जाँच पदाधिकारियों द्वारा अपने मंतव्य के साथ विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन आज ही समर्पित किया जा रहा है। इलाज, चिकित्सक, पारा नर्सिंग स्टाफ की उपब्धता आदि के संबंध में अधिकारियों द्वारा अपना स्पष्ट मंतव्य अंकित किया जाएगा।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि निरीक्षी पदाधिकारियों के प्रतिवेदन के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ एवं संवेदनशील बनाने के लिए समय-समय पर योजनाओं एवं लोकोपयोगी सुविधाओं तथा संस्थाओं की जाँच की जाती है। सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।

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