जनता की समस्याओं का शीघ्र-से-शीघ्र निदान हो, यही हम सभी का उद्देश्यः तेजस्वी यादव

 उप मुख्यमंत्री, बिहार-सह- प्रभारी मंत्री, पटना जिला  तेजस्वी प्रसाद यादव ने योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के बीच सुदृढ़ समन्वय तथा सार्थक संवाद की आवश्यकता पर बल दिया है। वे आज ज्ञान भवन, पटना के सभाकक्ष में जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी का एक ही उद्देश्य है कि जन समस्याओं का जल्द-से-जल्द निदान हो तथा विकास की धारा सभी व्यक्ति तक पहुँचे। इसके लिए हम सभी को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहना होगा। माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अध्यक्षता में जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की यह पहली बैठक है। इस तरह की बैठकों का काफी महत्व है। जन प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के लिए आपसी विचार-विमर्श एवं जन समस्याओं के समाधान हेतु यह एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है। इससे प्रशासन व जन प्रतिनिधियों में समन्वय स्थापित करने में सहायता प्राप्त होती है तथा विकास की प्रक्रिया को अपेक्षित गति मिलती है। उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय विकास की प्रक्रिया में उत्प्रेरक की भूमिका निभाता है। हम सबको मिल-जुल कर समस्याओं का समाधान खोजना चाहिए।

बैठक की शुरूआत में सदस्य-सचिव, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति-सह-जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने  उप मुख्यमंत्री, बिहार-सह- प्रभारी मंत्री, पटना जिला तेजस्वी प्रसाद यादव एवं अन्य उपस्थित  जनप्रतिनिधियों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि  उप मुख्यमंत्री ने अपने व्यस्ततम कार्यक्रम में से बैठक के लिए समय निकाला है। उनके मार्ग-दर्शन से हमसब में एक नई ऊर्जा एवं उत्साह का संचार होता है। इससे जिले के विकास को नया आयाम मिलता है। उन्होंने सभी  जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि समिति की इस वर्ष यह पहली बैठक है। उन्होंने कहा कि जिले के विकास में सभी माननीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग बहुमूल्य है। हमसभी समाज के हर व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। समेकित प्रयास से सुगमता से लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दों का अनुपालन सुनिश्चित किया जएगा। साथ ही जनप्रतिनिधियों के सुझाव को आत्मसात करते हुए उसे क्रियान्वित किया जाएगा।

आज की जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक में माननीय प्रभारी मंत्री द्वारा एजेंडा के अनुसार विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई एवं अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना, सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, स्वास्थ्य विभाग की योजनाएँ, शिक्षा विभाग की योजनाएँ, जिला निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र से संचालित योजनाएँ, कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग एवं समाज कल्याण विभाग की योजनाएँ, सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम, बाल संरक्षण इकाई, पंचायती राज विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाएँ, सतत् जीविकोपार्जन योजना, नगर विकास एवं आवास विभाग की जनहित की योजनाएँ, मुख्यमंत्री खेल विकास योजना, कृषि विभाग की योजनाएँ, लघु जल संसाधन विभाग की नलकूप योजना, पशुपालन विभाग, सहकारिता विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग तथा उर्जा विभाग की योजनाएँ, आपदा प्रबंधन, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग तथा वन विभाग की योजनाएँ सहित विभिन्न योजनाओं पर पावर प्वाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।  सदस्यों द्वारा योजनाओं पर विस्तृत विमर्श किया गया। योजनाओं में अद्यतन प्रगति का अवलोकन किया गया।  सदस्यों ने योजनाओं के बारे में अपना विचार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 6,901 योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है। माननीय सदस्यों से सहमति प्राप्त कर विभिन्न कारणों से 434 योजनाओं को रद्द किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि शेष योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय-सीमा के अंदर पूर्ण कर लिया जाएगा। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (17वीं लोक सभा) में पूर्ण योजनाओं की संख्या 41 है। एक योजना को रद्द किया गया है। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (राज्य सभा) में 1880 योजनाओं को पूर्ण किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि शेष योजनाओं को शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। इसका नियमित तौर पर अनुश्रवण किया जाता है। माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में दिशा-निदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए योजनाओं को पूरा किया जाए।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत जिला के पाँच प्रमंडलों-पटना, दानापुर, मसौढ़ी, पालीगंज एवं बाढ़- में 361 स्वीकृत पुलों/पथों के विरूद्ध 310 पुलों/पथों को पूर्ण कर लिया गया है। 32 ड्रॉप एवं 02 विखंडित/हस्तांतरित योजनाएं हैं। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि शेष 17 पुलो/पथों को भी शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना अंतर्गत 388 योजनाओं को पूर्ण किया गया है तथा 18 योजनाओं को विभिन्न कारण से ड्रॉप किया गया है। नाबार्ड की स्वीकृत 178 पुल/पथ के विरूद्ध 151 योजनाओं को पूर्ण किया गया है। तीन ड्रॉप योजनाएँ तथा एक विखंडित/हस्तांतरित योजना है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि शेष तेईस योजनाओं को भी शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पटना जिला में प्रसव पूर्व देखभाल में उपलब्धि 110 प्रतिशत तथा प्रसव पूर्व देख-भाल (प्रथम तिमाही) में उपलब्धि 73 प्रतिशत है। संस्थागत प्रसव में उपलब्धि 73 प्रतिशत तथा 360 कैल्शियम वितरण में उपलब्धि 82.8 प्रतिशत है। ओपीडी में उपलब्धि 63 प्रतिशत तथा 180 आईएफए वितरण में जिला की उपलब्धि 82.7 प्रतिशत है। नियमित टीकाकरण में पटना जिला राज्य के बेस्ट पाँच जिलों में आता है। इसमें जिला की उपलब्धि 99 प्रतिशत है। पूर्ण टीकाकरण आच्छादन जिला में 96 प्रतिशत है। कोविड टीकाकरण में भी पटना जिला का बहुत अच्छा प्रदर्शन है। प्रथम डोज में पटना जिला की उपलब्धि 85 प्रतिशत है। द्वितीय डोज में पटना जिला की उपलब्धि 91 प्रतिशत है। 15 प्लस आयु वर्ग में प्रथम डोज में पटना जिला ने 60 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। 15 प्लस आयु वर्ग में ही द्वितीय डोज में पटना जिला की उपलब्धि 76 प्रतिशत है। 12 प्लस आयु वर्ग में प्रथम डोज में पटना जिला ने 61 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। कोविड टीकाकरण में पटना जिला ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। सर्वाेत्तम प्रदर्शन करने वाले देश के टॉप-10 जिलों में पटना जिला शामिल है। डीएम डॉ. सिंह ने  सदस्यों के संज्ञान में लाया कि कोविड टीकाकरण हेतु स्कूलों एवं कॉलेजों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। प्रिकॉशन डोज की संख्या में वृद्धि लाई जाएगी। डीएम डॉ. सिंह द्वारा माननीय उप मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया कि मिशन 60 दिन के तहत जिले के अस्पतालों में काफी सुधार आया है। गुरू गोविंद सिंह सदर अस्पताल, पटना सिटी का कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति के साथ पाँच दिन पूर्व निरीक्षण किया गया था। अतिक्रमण हटाने, साफ-सफाई बढ़ाने तथा अनुपयुक्त जर्जर संरचनाओं को तोड़कर हटाने की कार्य योजना को अंतिम रूप दिया गया। अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति हेतु दिए गए आदेश के आलोक में पटना जिला में भी स्वीकृत बल के अनुरूप चिकित्सक, जीएनएम, एएनएम एवं अन्य कर्मियों का पदस्थापन हो रहा है। हमलोग नागरिकों के लिए सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएंगे।

शिक्षा विभाग द्वारा निःशुल्क पाठ्य-पुस्तक वितरण, पोशाक, छात्रवृति की राशि डीबीटी के माध्यम से मेधा सॉफ्ट के द्वारा बच्चों के खाता में राशि अंतरित किया जाता है। मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री शैक्षणिक परिभ्रमण योजना, मुख्यमंत्री बालक-बालिका साईकिल योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना, कुशल युवा कार्यक्रम सहित सभी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पारदर्शिता, संवेदनशीलता एवं उत्तरदायित्व के साथ कार्यक्रमों एवं योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है।

जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि सदस्यों के सुझावों पर तत्काल कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी तथा अगली बैठक से पहले अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा तथा कृत कार्रवाई प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाएगा।

 उप मुख्यमंत्री द्वारा पटना जिला में योजनाओं के सफल क्रियान्वयन तथा विधि-व्यवस्था की अच्छी स्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि पटना पूरे बिहार को रिफ्लेक्ट करता है। हम सब को इसी अनुसार तत्पर रहना होगा।

 उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको टार्जेट-ओरिएन्टेड कार्य करना होगा। उन्होंने जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करने का निदेश दिया।

 उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी को सक्रिय रहना पड़ेगा।

इस बैठक में  उप मुख्यमंत्री के साथ सांसद  राम कृपाल यादव, मंत्री डॉ. रामानन्द यादव,  सदस्य बिहार विधानसभा  भाई वीरेन्द्र,  सदस्य बिहार विधानसभा  ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह,  सदस्य बिहार विधान परिषद प्रो. गुलाम गौस,  सदस्य बिहार विधानसभा  गोपाल रविदास, सदस्य बिहार विधानसभा श्रीमती रेखा देवी,  सदस्य बिहार विधानसभा  संदीप सौरभ, अध्यक्षा जिला परिषद् श्रीमती कुमारी स्तुति के साथ अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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