महाराष्ट्र का घटनाक्रम — भाजपा की घबराहट की निशानी

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अजित पवार सहित नौ विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि पटना में हुए गैर भाजपा दलों की ऐतिहासिक बैठक के बाद भाजपा काफी भयभीत हो गई है। उसे एहसास हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उसे करारी हार का सामना करना पड़ेगा। इसीलिए वह विरोधी दलों के विधायकों पर ईडी, आईटी और सीबीआई जैसी केन्द्रीय एजेंसियों के द्वारा दबाव बना कर उन्हें अपने पाले में लाने का अभियान चला रखी है। जिसका उदाहरण आज महाराष्ट्र में देखने को मिला।


राजद प्रवक्ता ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार में आज शामिल अजित पवार सहित कई विधायकों के खिलाफ केन्द्रीय एजेंसियों की कार्रवाई चल रही है। आज मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हसन मुशरिफ पर तो ईडी द्वारा पिछले हीं दिन चीनी मिल घोटाले मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। आज एनसीपी के बागी अजित पवार द्वारा जिस प्रकार पार्टी के नाम और निशान पर दावा किया जा रहा है उससे तो यही साबित होता है कि उन्हें भारत के चुनाव आयोग द्वारा पहले हीं आश्वस्त कर दिया गया हो कि शिवसेना की तरह सारे नियम और विधान को दरकिनार कर उनके हीं ग्रुप को असली एनसीपी की मान्यता मिल जाएगी।


राजद प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार के बारे में भाजपा के नजरिए को देश की जनता समझ चुकी है। प्रधानमंत्री जी ने पिछले दिनों अमेरिका में कहा था कि भारत के डीएनए में लोकतंत्र है तो भाजपा को यह याद रखना होगा कि जिस किसी ने इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को मिटाने का प्रयास किया उसकी राजनीति खुद मिट गई। भाजपा के इन नापाक हरकतों से विपक्षी एकता और भी मजबूत होगी साथ हीं भाजपा के खिलाफ जनता की गोलबंदी का आकार बढ़ता जाएगा।

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